गुरुवार, 23 फ़रवरी 2017

बाड़मेर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री एवं राजस्व राज्यमंत्री आज बाड़मेर के दौरे पर



बाड़मेर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री एवं राजस्व राज्यमंत्री आज बाड़मेर के दौरे पर

-किसानांे से रूबरू होने के अलावा पत्रकार वार्ता करेंगे

बाड़मेर, 23 फरवरी। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री सुरेन्द्र गोयल एवं राजस्व राज्यमंत्री अमराराम चौधरी शुक्रवार को बाड़मेर जिले के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे विभिन्न स्थानांे पर किसानांे से रूबरू होने के साथ प्रेस कांफ्रेस करेंगे।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री सुरेन्द्र गोयल तथा राजस्व राज्यमंत्री अमराराम चौधरी शुक्रवार को प्रातः 11 बजे बालोतरा पंचायत समिति मंे किसानांे से रूबरू होकर प्रेस कांफ्रेस करेंगे। इसके उपरांत दोपहर 12.15 बजे बालोतरा मंे हाउसिंग बोर्ड सिटी डिस्पेन्सरी के उदघाटन समारोह मंे शामिल होंगे। इसी तरह सिणधरी मंे डाक बंगला परिसर मंे दोपहर 1.30 बजे, गुड़ामालानी मंे डाक बंगला मंे 2.30 बजे, धोरीमन्ना मंे 4.30 बजे डाक बंगला परिसर किसानांे से रूबरू होने के साथ प्रेस कांफ्रेस करेंगे। इसके उपरांत सांय 6.30 बजे जिला मुख्यालय पर सूचना केन्द्र मंे जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री सुरेन्द्र गोयल एवं राजस्व राज्यमंत्री अमराराम चौधरी पत्रकारांे से वार्ता करेंगे। प्रभारी मंत्री गोयल शुक्रवार को सर्किट हाउस मंे रात्रि विश्राम के उपरांत शनिवार प्रातः 7 बजे जोधपुर के लिए रवाना होंगे।

राजस्व राज्यमंत्री अमराराम चौधरी शुक्रवार सांय 7.30 बजे बाड़मेर से रवाना होकर 9 बजे बालोतरा पहुंचेंगे। इसके उपरांत मलवा महादेव मंदिर, बहृमधाम, लालाणा महादेव मंदिर मंे महाशिवरात्रि के पर्व पर आयोजित कार्यक्रम मंे शामिल होंगे। राजस्व राज्यमंत्री चौधरी बालोतरा मंे रात्रि विश्राम के उपरांत शनिवार को निजी कार्यक्रमांे मंे शामिल होंगे। इसके उपरांत चौधरी दोपहर 12.30 बजे जयपुर प्रस्थान करेंगे।

परीक्षाओं के मद्देनजर

ध्वनि विस्तारक यंत्रों के प्रयोग पर पाबंदी

बाड़मेर, 23 फरवरी। माध्यमिक, उच्च माध्यमिक, स्नातक एवं स्नातकोतर की होने वाली परीक्षाओं की तैयारी में जुटे छात्र-छात्राओं के हितों को ध्यान में रखते हुए जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट सुधीर शर्मा ने जिले में सभी प्रकार के ध्वनि विस्तारक यंत्रो के प्रयोग पर पाबन्दी लगा दी है।

जिला मजिस्ट्रेट शर्मा ने उपरोक्त परिस्थितियों के मध्यनजर राजस्थान कोलाहल नियन्त्रण अधिनियम 1963 की धारा 5 में प्रदत शक्तियों का प्रयोग कर जिले में जहां बोर्ड परीक्षा के परीक्षा केन्द्र स्थापित है, उन क्षेत्रों में किसी भी किस्म के ध्वनि विस्तारक यन्त्र जिसमें लाऊड स्पीकर, एम्पलीफायर, ग्रामोफोन आदि शामिल है, से कोलाहल उत्पन्न करने पर प्रतिबन्ध लगा दिया है। यदि ऐसा करते कोई व्यक्ति या समूह पाया जाता है तो राजस्थान कोलाहल नियन्त्रण अधिनियम के अन्तर्गत वह अपराधी माना जाएगा।

आदेशानुसार विशेष आयोजनों एवं परिस्थितियों में यदि ध्वनि विस्तारक यन्त्रों को उपयोग मे लेने की आवश्यकता हो तो उस क्षेत्र के उपखण्ड मजिस्ट्रेट, तहसीलदार, नायब तहसीलदार एवं थानाधिकारी से आवश्यक अनुमति प्राप्त करने के बाद ही आदेशित शर्तो के अधीन धीमी गति से उक्त यन्त्रों का उपयोग किया जा सकेगा, लेकिन किसी भी परिस्थिति में सायं 8 बजे से प्रातः 6 बजे तक किसी व्यक्ति या समूह को ध्वनि विस्तारक यन्त्र के उपयोग की अनुमति प्रदान नहीं की जावेगी। साथ ही किसी पडौसी द्वारा आपति किए जाने पर अनुमति के बावजूद ध्वनि विस्तारण यन्त्रों का प्रयोग नहीं किया जा सकेगा तथा उसे बन्द करवाया जा सकेंगा। यह आदेश तुरन्त प्रभाव से लागू होगा जो 31 मई, 2017 तक प्रभावी रहेगा।

मृतकों के परिजनों को पचास-पचास हजार

रूपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत


बाडमेर, 23 फरवरी। जिले में विभिन्न दुर्घटनाओं में व्यक्तियों की मृत्यु हो जाने पर उनके परिवार जनों को राजस्थान मुख्यमंत्री सहायता कोष से पचास-पचास हजार रूपये की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है।

जिला कलक्टर (आपदा प्रबन्धन एवं सहायता) सुधीर शर्मा ने बताया कि बाडमेर तहसील क्षेत्र में कमलादेवी पत्नी नगाराम जाट निवासी गालाबेरी , पचपदरा तहसील क्षेत्र में केवलचन्द पुत्र भेराराम माली निवासी चिडियारा (खनोडा) एवं जसराज पुत्र चम्पालाल लुहार निवासी कनाना तथा चौहटन तहसील क्षेत्र में भगाराम पुत्र डालूराम जाट निवासी बेनीवालसर बाछडाऊ की मृत्यु हो जाने पर उनके परिवार जनों को पचास पचास हजार रूपये की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है।

वरिष्ठ नागरिकों की प्राथमिकता से सुनवाई के निर्देश
बाडमेर, 23 फरवरी। वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता से सुना जाकर उनकी समस्या के निस्तारण के लिए त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए है। साथ ही वरिष्ठ नागरिकों की सम्मानपूर्वक सुनवाई करने के निर्देश दिए गए है।

अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी. बिश्नोई ने बताया कि राज्य सरकार के कार्मिक विभाग जयपुर के परिपत्र अनुसार समय-समय पर प्राप्त परिवादों से ज्ञात होता है कि राज्य के वरिष्ठ नागरिकों द्वारा अपनी समस्याओं के निराकरण हेतु संबंधित अधिकारी के कार्यालय में पहुंचने पर उन्हें प्राथमिकता के आधार पर सुना नहीं जाता है जिससे वरिष्ठ नागरिकों को प्रतिक्षा करनी पडती है एवं उनके मान सम्मान को ठेस पहुंचती है। उन्होने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता से सुना जाकर उनकी समस्या के निस्तारण हेतु त्वरित कार्यवाही की जाए। साथ ही वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानपूर्वक सुना जाये।

गुणवत्ता नियंत्रण संबंधित कार्यशाला आयोजित
बाड़मेर, 23 फरवरी। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत जिला परिषद् बाड़मेर के सभागार में जिला स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की एक दिवसीय गुणवत्ता नियन्त्रण पर कार्यशाला आयोजन किया गया। इसमें इस अभियान से जुड़े समस्त अभियन्ता, वन अधिकारी, कान्ट्रेक्टर, कार्यकारी संस्था के सरपंच, अध्यक्ष एवं सचिव शामिल हुए।

कार्यशाला में विस्तृत रूप से सिंचाई विभाग के द्वारा मिट्टी के खड़ीन, परकोलेश टेन्क एवं बंधों पर कार्य गुणवत्ता पूर्ण करने, जलग्रहण विभाग द्वारा टांको के निर्माण में विभिन्न आईटमों के सम्पादन के संबंध मंे जानकारी दी गई। इस दौरान अधीक्षण अभियन्ता बलवीरसिंह ने बाड़मेर जिले की 37 ग्राम पंचायतों में कार्य पर लगाये गये ग्राम मोनीटरों, कारीगरों एवं अन्य सुरपवाईजरों को भी इस बारे प्रशिक्षित कर द्वितीय चरण को पूर्ण करने पर प्रकाश डाला।

ग्राम पंचायत स्तर पर मस्टररोल जारी करवाने के निर्देश
बाड़मेर, 23 फरवरी। जिले की समस्त पंचायत समितियांे के विकास अधिकारियांे को ग्राम पंचायत स्तर से मस्टररोल जारी करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है। प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर कंप्यूटर मय पिं्रटर की आवश्यकता हो तो डीजीएस एंड डी रेट कांट्रेट पर निर्धारित दरांे के अनुसार मनरेगा के प्रशासनिक व्यय से क्रय कर सकते है।

अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच ने बताया कि कार्य की मांग एवं आवंटन के पश्चात मस्टररोल भी नरेगा साफ्ट के द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर जारी करने के निर्देश दिए गए है। मस्टररोल पर सरपंच, ग्रामसेवक, कनिष्ठ लिपिक, ग्राम रोजगार सहायक के संयुक्त हस्ताक्षर होने अनिवार्य है। पखवाड़ा समाप्ति के उपरांत मस्टररोल अनुसार उपस्थिति की एंट्री नरेगा साफ्ट पर ग्राम पंचायत स्त्र से की जाएगी। वेज लिस्ट जारी करने एवं भुगतान पारित आदेश के पश्चात भुगतान संबंधित कार्यवाही पूर्वानुसार पंचायत समिति स्तर से होगी। दाधीच ने बताया कि ग्राम पंचायत स्तर से मस्टररोल जारी करने के लिए विकास अधिकारियांे को नियमित रूप से मोनेटरिंग करने के निर्देश दिए गए है।

बुधवार, 22 फ़रवरी 2017

जैसलमेर ।लालगढ व लीलण एक्सप्रेस में डिब्बों की अस्थायी बढ़ोतरी



जैसलमेर ।लालगढ व लीलण एक्सप्रेस में डिब्बों की अस्थायी बढ़ोतरीSpecial trains for Ajmer Urs | अजमेर शरीफ के उर्स के लिए चलेगी खास ट्रेन
जैसलमेर । गाडी संख्या 14704/14703, लालगढ-जैसलमेर-लालगढ एक्सप्रेस में लालगढ से दिनांक 1.3.17 से 30.3.17 तक एवं जैसलमेर से दिनांक 3.3.17 से 1.4.17 तक 1 थर्ड एसी एवं 1 द्वितीय शयनयान श्रेणी डिब्बो की अस्थाई बढोतरी की गई है। इस बढोतरी से इस गाडी के मार्ग के मुख्यतः कोलायत, फलौदी, रामदेवरा एवं अन्य स्टेशनो के यात्रियों को प्रत्येक फेरे में थर्ड एसी की 64 एवं द्वितीय शयनयान की 72 बर्थ अधिक उपलब्ध हो पायेगी।

गाडी संख्या 12467/12468 , जैसलमेर-जयपुर-जैसलमेर लीलण एक्सप्रेस में जैसलमेर से दिनांक 1.3.17 से 30.3.17 तक एवं जयपुर से दिनांक 2.3.17 से 31.3.17 तक 1 द्वितीय शयनयान एवं 1 थर्ड एसी श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढोतरी की जा रही है। इस बढोतरी से इस गाडी के मुख्यतः लालगढ, बीकानेर, नागौर, मेडता रोड जं., मकराना, फुलेरा एवं अन्य स्टेशनों के यात्रियों को प्रत्येक फेरे में थर्ड एसी की 64 एवं द्वितीय शयनयान की 72 बर्थ अधिक उपलब्ध हो पायेगी।

जोधपुर इस डर से पिता ने उठाया भयावह कदम और 11 दिन की अपनी ही बेटी को किया दुर्भाग्य के हवाले



जोधपुर इस डर से पिता ने उठाया भयावह कदम और 11 दिन की अपनी ही बेटी को किया दुर्भाग्य के हवाले
इस डर से पिता ने उठाया भयावह कदम और 11 दिन की अपनी ही बेटी को किया दुर्भाग्य के हवाले

पुत्री का जन्म होने के दस दिन बाद ही बैंक के एक कर्मचारी ने झालामण्ड की नवदुर्गा कॉलोनी स्थित मकान में फंदा लगाकर जान दे दी। परिजन को आशंका है कि राज्य के बाहर स्थानान्तरित होने के डर से वह कई दिनों से मानसिक तनाव में था। हालांकि उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।




केबीएचबी थाने के एएसआई भंवर सिंह के अनुसार नवदुर्गा कॉलोनी निवासी वीरेन्द्र कुमार (33) पुत्र मंगल सिंह सोलंकी भीलवाड़ा में स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर में कार्यरत था। गत ग्यारह फरवरी को वह अवकाश पर जोधपुर आया था। सुबह वह भाई के बच्चों को स्कूल छोडऩे के बाद घर लौटा।






दोपहर में उसका भाई निजी स्कूल में अध्यापन करने के बाद घर आया तो कमरे की खिड़की पर पर्दा लगा नजर आया। उसने पर्दा हटाकर अंदर देखा तो वीरेन्द्र पंखे के हुक पर साड़ी के फंदे से लटका हुआ था। चिकित्सकों ने वीरेन्द्र को मृत घोषित किया। वीरेन्द्र की दिसम्बर 2015 में शादी हुई थी और दस दिन पहले ही पुत्री का जन्म हुआ था। प्रसव के चलते पत्नी मेड़ता रोड स्थित पीहर में है।



परिजन ने पुलिस को बताया कि वीरेन्द्र भीलवाड़ा स्थित एसबीबीजे बैंक में था। वह कई दिनों से तनाव में था। उसे अंदेशा था कि उसका तबादला राज्य से बाहर होने वाला है। पिता की शिकायत पर पुलिस ने मर्ग दर्ज किया और पोस्टमार्टम करवा शव परिजन को सौंपा।

जोधपुर पटवारी ने म्युटेशन भरने की एवज में लिए पन्द्रह हजार, ब्यूरो को देख सड़क पर फेंके रुपए



जोधपुर  पटवारी ने म्युटेशन भरने की एवज में लिए पन्द्रह हजार, ब्यूरो को देख सड़क पर फेंके रुपए
पटवारी ने म्युटेशन भरने की एवज में लिए पन्द्रह हजार, ब्यूरो को देख सड़क पर फेंके रुपए

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जमीन का म्युटेशन भरने की एवज में पन्द्रह हजार रुपए की रिश्वत लेने वाले बिलाड़ा तहसील के चांदेलाव पटवार मण्डल के पटवारी को मंगलवार देर शाम मसूरिया में बड़ले की टूटी के पास गिरफ्तार किया, लेकिन पकड़ में आने से पहले उसने राशि फेंक दी। ब्यूरो ने काफी देर तक सड़क पर तलाशी ली, लेकिन राशि नहीं मिल पाई।

पुलिस अधीक्षक (एसीबी) अजयपाल लाम्बा के अनुसार बिलाड़ा निवासी रामप्रकाश बिश्नोई ने गत वर्ष जनवरी में पन्द्रह बीघा जमीन खरीदी थी। गत वर्ष 19 जनवरी को उसने जमीन की रजिस्ट्री करवाई थी। गत 11 जनवरी को म्युटेशन भराने के लिए उसने चांदेलाव पटवार मण्डल में पटवारी किशनलाल गौड़ से सम्पर्क किया। उन्होंने रामप्रकाश से बीस हजार रुपए की मांग की। परिवादी ने दो हजार रुपए उसी समय पटवारी को दे दिए। इसके बाद वह निजी कार्य के कारण बाहर चला गया था। वह सोमवार को जोधपुर लौटा और पटवारी से सम्पर्क करके म्युटेशन के बारे में बात की।






पटवारी ने भी शेष 18 हजार रुपए की मांग की और मंगलवार सुबह चौहाबो बुलाया, जिसकी शिकायत उसने एसीबी से की। इस बीच मंगलवार को परिवादी ने चौहाबो में आरोपी से मुलाकात की और 18 हजार रुपए न होने की बात कही। तब आरोपी ने पन्द्रह हजार रुपए लेना तय किया। इस पर परिवादी ने उससे कहा कि वह बैंक से राशि लेकर आएगा और शाम को उसे दे देगा।

आरोपी पटवारी ने शाम को परिवादी को फोन किया और रिश्वत राशि के लिए दल्ले खां की चक्की चौराहे के पास बुलाया। वहां से आरोपी ने उसे बड़ले की टूटी के पास आने के निर्देश दिए। यहां बाइक पर आए पटवारी को उसने पन्द्रह हजार रुपए दे दिए।




रिश्वत राशि लेकर आरोपी गुटखा लेने के लिए पास स्थित एक डिपार्टमेंटल स्टोर में गया। उपाधीक्षक जगदीश सोनी के नेतृत्व में ब्यूरो की टीम वहां पहुंच गई और पटवारी किशनलाल गौड़ को पकड़ लिया। मगर उसके पास रिश्वत राशि नहीं मिली। उसे एसीबी चौकी लाया गया, जहां हाथ व शर्ट की जेब धुलवाई गई तो उन पर रंग पाया गया। जिसके आधार पर मसूरिया निवासी पटवारी किशनलाल गौड़ को गिरफ्तार कर लिया गया। उपाधीक्षक जगदीश सोनी ने बताया कि राशि बरामदगी के लिए आरोपी पटवारी का रिमाण्ड लिया जाएगा।

कोटा.कभी नहीं देखा ऐसा मंजर, मुझे भेज दो घर...



कोटा.कभी नहीं देखा ऐसा मंजर, मुझे भेज दो घर...

कभी नहीं देखा ऐसा मंजर, मुझे भेज दो घर...
शहर के हर थाने में तैनाती रही...बड़े-बड़े आंदोलन देखे... 89 में दंगे भी हुए, लेकिन पूरी नौकरी में कभी ऐसा मंजर नहीं देखा कि थाने में घुसी भीड़ ने सीआई और पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट की हो। जनप्रतिनिधियों ने अपनी गलती छिपाने के लिए झूठे मुकदमे दर्ज कराए और सरकार ने जांच किए बिना ही पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। पूरी वारदात ने इतना धक्का पहुंचाया है कि नौकरी करने की चाहत खत्म हो गई। आला अफसरों से गुजारिश है कि मुझे वीआरएस देकर अब घर भेज दो।




यह मजमून महावीर नगर थाने में तैनात एएसआई अशोक कुमार की उस चिट्ठी का है, जिसे समय से पहले सेवानिवृत्ति मांगने के लिए उन्होंने पुलिस के आला अफसरों को लिखा है।




' अशोक कुमार ने कहा कि विधायक चंद्रकांता मेघवाल और उनके पति नरेंद्र मेघवाल ही नहीं, उनके साथ आई भीड़ ने सोमवार को सीआई से लेकर थाने में मौजूद हर पुलिस कर्मी के साथ अभद्रता-मारपीट की। पुलिस ने शांति-व्यवस्था कायम करने के लिए कार्रवाई की तो उन्हें अपराधी बताकर उन्हीं के थाने में मुकदमे दर्ज करा दिए।




सरकार ने भी भाजपाइयों को बचाकर और पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करके एकतरफा कार्रवाई की। पूरे दिन चले घटनाक्रम ने इस कदर आहत किया कि नौकरी करने की चाहत ही खत्म हो गई। इसलिए अब स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने का फैसला कर रहा हूं।

सम्मानों की लाट हैं 'अशोक'

11 दिसंबर 1980 के दिन पुलिस की वर्दी पहनने वाले एएसआई अशोक कुमार का ट्रेक रिकॉर्ड शानदार है। 36 साल की नौकरी में उन्हें पुलिस सेवा के उत्तम, अति उत्तम और सर्वोत्तम पुरस्कारों से लेकर दो दर्जन से ज्यादा रिवार्ड मिल चुके हैं। शानदार ट्रेक रिकॉर्ड को देखते हुए उन्हें कोटा के तकरीबन हर थाने से लेकर आईजी दफ्तर तक में सेवाएं देने का अवसर मिला, लेकिन उन्होंने कभी सोचा न था कि पुलिस की नौकरी को भारी मन के साथ छोडऩे का फैसला लेना पड़ेगा।

चिट्ठी मिलेगी तभी कुछ कहेंगे

एएसआई अशोक कुमार के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के फैसले से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। हर पुलिस कर्मी इसी चर्चा में मशगूल है कि पुलिस का मनोबल टूटेगा तो लोग समय से पहले सेवानिवृत्ति तो लेंगे ही। पूरे घटनाक्रम पर पुलिस के आला अफसर भी नजर गड़ाए हुए हैं। एसपी सिटी सवाई सिंह गोदारा ने बताया कि क्षुब्ध एएसआई के वीआरएस लेने की बात सामने जरूर आई थी, लेकिन अभी तक उन्होंने इस बाबत कोई आधिकारिक पत्र नहीं सौंपा है। जब तक चिट्ठी नहीं आती, कुछ भी नहीं कह सकते।