रविवार, 4 अक्तूबर 2015

4 लाख के साथ आबकारी निरीक्षक गिरफ्तार

4 लाख के साथ आबकारी निरीक्षक गिरफ्तार

उदयपुर/गंगरार. उदयपुर. गंगरार. कुछ दिनों पूर्व महाघूस कांड में कई आला अधिकारी बेनकाब हुए और करोड़ों रुपए भी बरामद किए गए। परिणाम सभी आरोपियों को जेल जाना पड़ा। बावजूद इसके घूसखोरी रुक नहीं रही है। पैसा ही सर्वोपरि हो गया है। शनिवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) उदयपुर की टीम ने आकस्मिक जांच में आबकारी विभाग के निरीक्षक को करीब 4.19 लाख रुपए के साथ पकड़ा। नकदी के सम्बंध में आबकारी निरीक्षक संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाया। एसीबी ने आय से अधिक सम्पति का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आबकारी निरीक्षक प्रतापगढ़ जिले में तैनात है। एसीबी उदयपुर चौकी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ब्रजेश सोनी ने बताया कि मुखबिर ने निरीक्षक के पास अवैध तरीके से अर्जित रुपए होने की सूचना दी थी। यह राशि वह अपने गांव ले जा रहा था। सूचना पर टीम बना कार्रवाई के लिए भेजा गया। टीम ने चित्तौडग़ढ़-भीलवाड़ा फोरलेन पर गंगरार थाना क्षेत्र स्थित टोल नाके पर एक कार को रुकवाया। इसमें प्रतापगढ़ में तैनात आबकारी निरीक्षक अजमेर जिले में केकड़ी तहसील के भाण्डावास निवासी चेतनलाल रेगर मौजूद था। एसीबी की टीम ने रोक कर पूछताछ की तथा नकदी के बारे में जानकारी ली। एक बार तो चेतनलाल ने नकदी होने से इनकार कर दिया।

एसीबी ने कार में पीछे की ओर रखे बैग की तलाशी ली, जिसमें नोटों की गड्डियां रखी हुई थी। बैग से करीब चार लाख रुपए निकले। बाद में अलग से 19 हजार रुपए भी बरामद कर लिए। इस राशि के सम्बंध में आबकारी निरीक्षक संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाया जिससे टीम ने राशि जब्त कर ली। आबकारी निरीक्षक चेतनलाल को हिरासत में लेकर टीम उदयपुर रवाना हो गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ब्रजेश सोनी ने बताया कि एसीबी ने आय से अधिक सम्पति रखने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। अजमेर टीम भेज कर आबकारी निरीक्षक के भाण्डावास स्थित मकान की तलाशी भी करवाई जा रही है।

गांव छोडऩे जा रही थी कार

एसीबी की पूछताछ में सामने आया कि जो कार रुकवाई वह आबकारी निरीक्षक की नहीं है। यह किसी अन्य व्यक्ति की थी जो उसे गांव छोडऩे जा रही थी। एसीबी कार मालिक के सम्बंध मे भी जानकारी जुटा रही है।

बार-बार बदले बयान

एसीबी की टीम ने मौके पर ही आबकारी निरीक्षक से पूछताछ की। वेतन भी इसके सीधे खाते में ही जमा होता है। एक साथ इतनी बड़ी राशि साथ ले जाने के सम्बंध में वह संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाया। एसीबी के सामने बार-बार बयान बदलता रहा। इस पर टीम ने राशि जब्त कर ली।

3 उपखंड व आबकारी थाने का था चार्ज

प्रतापगढ़. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के हत्थे चढ़े प्रतापगढ़ के आबकारी निरीक्षक के पास तीन उपखंड व एक थाने का भी प्रभार था। जिला आबकारी अधिकारी मोतीसिंह ने बताया कि आबकारी निरीक्षक का मुख्यालय प्रतापगढ़ था। आबकारी निरीक्षक छोटीसादड़ी, धरियावद के अलावा आबकारी थाना प्रतापगढ़ का भी चार्ज था। वह यहां हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में किराए से रहता है। करीब एक वर्ष पूर्व ही उसकी यहां पोस्टिंग हुई थी।

कुम्हेर (भरतपुर).शादी का झांसा देकर युवक से 16 लाख रुपए ठगे



कुम्हेर (भरतपुर).शादी का झांसा देकर युवक से 16 लाख रुपए ठगे

एचआईवी पॉजीटिव लोगों की शादी के लिए ऑनलाइन जोड़े मिलाने वाली वेबसाइट पॉजीटिव साथी डॉटकॉम के जरिए आंध्रप्रदेश के युवक से शादी कराने का झांसा देकर 16 लाख रुपए ठगने के मामले में हैदराबाद पुलिस ने रविवार को कस्बे में दबिश दी।



पीडि़त नूर मोहम्मद पुत्र उस्मान मोहम्मद ने बताया कि उसकी मुलाकात वेबसाइट पॉजीटिव साथी डॉटकॉम के जरिए खुद को बिल्डर दिल्ली निवासी बताने वाले रोहित शर्मा नामक युवक से हुई।



रोहित ने उसे बताया कि वह उसके साथ उसकी एचआईवी पॉजीटिव बहन की शादी करा देगा। इस बात का झांसा देकर उसने छह माह में करीब 16 लाख रुपए नूर मोहम्मद से ऐंठ लिए।



बैंक खाते से खुला राज



पीडि़त युवक ने बताया कि जब आरोपित युवक और उसके परिजनों ने मोबाइल एवं व्हाट्सअप आदि पर सम्पर्क करना बंद कर दिया तो उसने बैक खाते में डाली गई राशि के माध्यम से पड़ताल शुरू की।



पता चला कि यह पता कुम्हेर के सेढ़ का मढ निवासी अमित शर्मा का है। पीडि़त युवक कुम्हेर आकर पुलिस में मामला दर्ज कराने गया तो पुलिस ने हैदराबाद का क्षेत्र बताते हुए उसे वापस भेज दिया।



16 लाख में घर बेच कर दी राशि



नूर मोहम्मद ने बताया कि आरोपित युवक द्वारा अपनी बहन बताकर जिस लड़की से बात कराई थी उसके कहने पर शास्त्रीपुरम में स्थित अपने मकान को 16 लाख रुपए में बेचकर राशि दी थी।

बिहारीपुरा, लालसोट 250 फ़ीट गहरे बोरवेल में गिरी ढाई साल की मासूम, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी



बिहारीपुरा, लालसोट 250 फ़ीट गहरे बोरवेल में गिरी ढाई साल की मासूम, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

दौसा के लालसोट के बिहारीपुरा गांव में एक बच्ची 250 फ़ीट गहरे बोरवेल में गिर गई। बच्ची के इतने गहरे बोरवेल में गिरने की खबर फैलते ही हड़कम्प मच गया।



दरअसल, ज्‍योति नाम की लगभग ढ़ाई साल की बच्ची दोपहर करीब साढ़े तीन बजे खेलते-खेलते घर के पास ही बने एक खूले बोरवेल में जा गिरी। करीब 200 से 250 फीट गहरे इस बोरवेल में बच्‍ची 50 फीट पर जाकर फंस गई।



सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में बच्ची को बोरवेल से बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।







पाइप के ज़रिये दी जा रही आॅक्‍सीजन
बच्ची को बचाने की मुहीम में चलाये गए रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन में बच्‍ची तक पाइप डालकर ऑक्‍सीजन पहुंचाई जा रही है। बोरवेल खुदाई करने वाले ग्रामीणों का मानना है कि बच्‍ची की रोने की अावाजें सुनाई दे रही है।







अजमेर से एनडीआरएफ की टीम रवाना
इधर सूचना के बाद जिला कलेक्‍टर एसएस पवार लगातार पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं। बताया जा रहा है कि एनडीआरएफ की टीम अजमेर से रवाना हो चुकी है कुछ ही देर में दौसा पहुंचने वाली है।



3 माह पहले सीकर में गिरी थी 5 साल की सुनीता
सीकर जिले के अजीतगढ़ के बुरजा की ढाणी में करीब तीन माह पहले खेल-खेल में 450 फीट गहरे बोरवेल में पांच साल की सुनीता गिर गई थी। जिसको करीब 32 घंटे चले सेना के रेस्‍क्‍यू से बाहर निकाला जा सका था।

जोधपुर किशोरी को बेचते 5 को दबोचा



जोधपुर किशोरी को बेचते 5 को दबोचा


बाड़मेर जिले की एक नाबालिग लड़की को जोधपुर ला कर सप्लाई करने के प्रयास का मामला सामने आया है। रात्रि इस मामले में शास्त्रीनगर पुलिस ने एक बुजुर्ग सहित 5 जनों को हिरासत में लिया है। लड़की को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है।

शास्त्रीनगर पुलिस ने बताया कि बीती रात 17 वर्षीय किशोरी को दो आदमी टैक्सी से किसी होटल में ले जा रहे थे। मेडिकल कॉलेज स्थित महावीर सर्कल पर रात्रि गश्त में तैनात पुलिस को शक होने पर उन्होंने टैक्सी रुकवाई।

इसमें से एक किशोरी, बुजुर्ग सांग सिंह व एक अन्य आदमी राकेश को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। तीनों को शास्त्रीनगर थाने ले जाया गया, जहां पूछताछ में तीन और लोगों के इस कृत्य में शामिल होने की बात सामने आई। वे तीनों किशोरी को बाड़मेर जिले के बायतू गांव से बहला कर जोधपुर ले आए थे। यहां उसे 10000 रुपए में किसी अन्य को सौंपा जाने वाला था।

मेले के दौरान बना संपर्क

मूलत: बाड़मेर जिले के बायतू गांव के निकट की रहने वाली 17 वर्षीय किशोरी ने बताया कि रमेश चौधरी नाम के एक लड़के से उसकी मुलाकात किसी मेले के दौरान हुई थी। इसके बाद वे लोग अकसर फोन पर बातें करने लगे। शनिवार रात रमेश ने उसे अपने साथ किसी कमरे में चलने को कहा, जिस पर वह राजी हो गई।

रात में जब वह घर से बाहर निकली तो रमेश पहले से ही अपने दो और साथियों चंदनाराम व मूलाराम के साथ बोलेरो पिक अप में मौजूद था। रमेश जब उसे काफी दूर ले आया तो किशोरी ने विरोध करना शुरू किया। रमेश ने उसे समझा दिया और वो चुप हो गई।

सौंप दिया किसी और को

जोधपुर पहुंचने पर रमेश व उसके दो साथियों ने किशोरी को राकेश नाम के एक आदमी को सौंप दिया, जो सांग सिंह नाम के एक बुजुर्ग के साथ टैक्सी में आया था।

वे दोनों उसे टैक्सी में बिठा कर किसी होटल ले जाने के प्रयास में थे। रास्ते में मेडिकल कॉलेज स्थित महावीर सर्कल पर पुलिस की रात्रि गश्त के दौरान पुलिस वालों ने शक के चलते टैक्सी को रुकवाया। तब किशोरी की मानव तसकरी का मामला सामने आया।

सारे आरोपी हिरासत में

पुलिस किशोरी, सांग सिंह व राकेश तीनों को शास्त्रीनगर थाने ले गई। वहां पूछताछ में तीन और लोगों के नाम का खुलासा हुआ। इस पर उन तीन अन्य आरोपियों को भी पुलिस हिरासत में ले लिया गया। आरोपियों पर अपहरण, बलात्कार की कोशिश व मानव तस्करी के केस दर्ज किए गए हैं। लड़की को पूछताछ के बाद मेडिकल चैकअप के लिए भेज दिया गया।

शीना बोरा हत्याकांड : होश में आई इंद्राणी मुखर्जी, खतरे से बाहर



मुंबई : अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या की मुख्य आरोपी एवं मीडिया उद्यमी इंद्राणी मुखर्जी रविवार को होश में आ गई और अब वह खतरे से पूरी तरह बाहर हैं। दो दिनों पहले गंभीर हालत में इंद्राणी को अस्पताल में दाखिल कराया गया था।
शीना बोरा हत्याकांड : होश में आई इंद्राणी मुखर्जी, खतरे से बाहर
जे. जे. अस्पताल के डीन डा. टी. पी. लहाने ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इंद्राणी होश में हैं। उनसे जब कुछ कहा जा रहा है तो वह प्रतिक्रिया कर रही हैं। उनकी हालत अच्छी है। परंतु हम उन्हें छुट्टी देने के बारे में राय लेने तथा मनोचिकित्सक से परामर्श लेने से पहले अगले 24-48 घंटे के लिए निगरानी में रखेंगे।’’

लहाने ने कहा, ‘‘वह अब भी तंद्रा अवस्था में हैं लेकिन उनको पानी सहित कुछ तरल पदार्थ देते आ रहे हैं। इंद्राणी अब पूरी तरह से खतरे से बाहर हैं।’’ इसके साथ ही लहाने यह कहा, ‘‘48 घंटे के भीतर हम उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे देंगे।’’ इंद्राणी को बीते शुक्रवार को बायकला जेल से जेजे अस्पताल में दाखिल कराया गया था। अवसाद खत्म करने वाली गोलियां कथित तौर पर अधिक मात्रा में लेने के कारण उनकी हालत बिगड़ी थी। उस वक्त वह बेहोशी की हालत में थीं।

अत्यधिक मात्रा में दवा लेने के संदेह को लेकर अलग अलग फोरेंसिक रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर लहाने ने कहा, ‘‘फोरेंसिक जांच विश्वसनीय और वास्तविक है तथा हमने रिपोर्ट के तथ्यों को स्वीकार कर लिया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम क्लीनिकल नतीजों के आधार पर उनको उपचार देते आ रहे हैं और उन पर हमारे उपचार का असर हो रहा है।’’ डॉ लहाने ने कल कहा कि हिंदुजा अस्पताल से इंद्राणी के मूत्र के नमूने की एक रिपोर्ट में उनके शरीर में अवसाद रोधक दवा ‘‘बेंजोडाइजेपाइन’’ का स्तर अधिक होने की पुष्टि हुई है।

डा लहाने ने कहा, ‘‘सामान्य तौर पर अगर कोई मरीज अवसाद रोधी दवा ले रहा है तो उसके मूत्र में बेंजोडाइजेपाइन का स्तर 200 होता है। लेकिन हिंदुजा अस्पताल की रिपोर्ट के अनुसार, बेंजोडाइजेपाइन का स्तर 2088 पाया गया। दवा की अधिक खुराक के लिए रिपोर्ट पॉजिटिव है। मिर्गी रोधक दवाओं को पहले ही नकारा जा चुका है। (जांच के) परिणाम नकारात्मक रहे। केवल अवसाद रोधक दवा के कारण ही यह (बेहोश होना) हुआ।’’ मीडिया की जानी मानी हस्ती पीटर मुखर्जी की पत्नी इंद्राणी को खार पुलिस ने अपनी पहली शादी से पैदा हुई बेटी शीना बोरा की वर्ष 2012 में हुई हत्या में कथित भूमिका को लेकर 25 अगस्त को गिरफ्तार किया था।

इंद्राणी की 24 वर्षीय बेटी का बांद्रा में नेशनल कालेज के बाहर से कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया था और एक कार में इंद्राणी, उसके पूर्व पति संजीव खन्ना तथा ड्राइवर श्यामवर राय ने कथित रूप से गला घोंट कर हत्या कर दी थी।


इंद्राणी के वकील ने अस्पताल में उससे मिलने की अनुमति हासिल करने के लिए स्थानीय अदालत में याचिका दाखिल की है और अदालत ने उसकी हालत के बारे में फिर से रिपोर्ट मांगी है। सुनवाई के दौरान शीना बोरा हत्याकांड की जांच को अपने हाथ में लेने वाली सीबीआई ने अदालत को बताया कि जांच शुरुआती चरण में है और अपराध की गंभीरता बहुत अधिक है।

यह पूछे जाने पर कि अत्यधिक मात्रा में दवा लेने की रिपोर्ट की गलत है तो लहाने ने कहा, ‘‘अत्यधिक मात्रा में दवा के बारे में जो भी बाते हुई हैं इन्हें दो तरह से स्पष्ट कर सकते हैं। हमने दिमाग का एमआरआई किया और पाया की दिमाग सामान्य है।’’ उन्होंने कहा कि इसके अनुरूप उपचार किया गया और इंद्राणी पर इलाज का असर हो रहा है। अब वह होश में हैं।

दादरी हत्याकांड: अखलाक के परिजनों से मिले सीएम अखिलेश यादव, 45 लाख रुपये मुआवजा देने का किया ऐलान



 दादरी हत्याकांड: अखलाक के परिजनों से मिले सीएम अखिलेश यादव, 45 लाख रुपये मुआवजा देने का किया ऐलानदादरी हत्याकांड: अखलाक के परिजनों से मिले सीएम अखिलेश यादव, 45 लाख रुपये मुआवजा देने का किया ऐलान

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने देश में राजनीतिक हलचल पैदा करने वाले बिसाहड़ा कांड के पीड़ित परिवार से आज मुलाकात करके हर सम्भव मदद और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिलाया। सीएम ने कहा कि इस मामले में राजनीति हो रही है। उन्होंने कहा कि समाजवादी लोग ऐसे मामलों में सियासत नहीं करते हैं। देश की ताकत आपसी भाईचारा है, यह खत्म नहीं होना चाहिए। सरकार पीड़ित परिवार को पूरी मदद करेगी, जरूरत पड़ी तो सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। उन्होंने पीड़ित परिवार को 30 लाख रुपए देने का ऐलान किया। साथ उसके तीनों भाइयों को 5-5 लाख देने का ऐलान किया।


 सीएम अखिलेश बोले-अखलाक के परिवार को मिलेगा न्याय

 मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर हाल में गौतमबुद्धनगर के बिसाहड़ा गांव में गत सोमवार को भीड़ के हमले के मामले में पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, इस दुख की घड़ी में हम दुख बांट सकते हैं। हमने पूरे परिवार के सदस्यों को भरोसा दिलाया कि न्याय होगा और दोषी लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।

उन्होंने कहा, परिवार दुखी है। जिस गांव में वे ना जाने कब से रहते थे, एक दूसरे से व्यवहार भी अच्छा था लेकिन पता नहीं यह जहर किसने घोल दिया। वे सोच भी नहीं सकते थे कि ऐसा हो जाएगा। मैं उन्हें और देश को फिर भरोसा दिलाता हूं कि परिवार की मदद होगी। अखिलेश ने कहा कि उनकी सरकार भीड़ के हमले में घायल हुए अखलाक के बेटे का इलाज कराएगी। परिवार जहां बेहतर इलाज समझे, सरकार वहां उसका इलाज कराएगी। सरकार परिवार के रहने का इंतजाम कराएगी और अगर नौकरी देनी होगी तो वह भी देगी। हालांकि उन्होंने इस मामले की जांच के बारे में कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।




गौरतलब है कि दादरी के बिसाहड़ा गांव में गत 28 सितम्बर की रात अफवाहें फैली थीं कि 50 वर्षीय मुहम्मद अखलाक के घर में गौमांस रखा है। इसे लेकर उग्र हुई भीड़ ने अखलाक के घर पर धावा बोलकर उसकी तथा उसके परिजन की बेइंतहा पिटाई की थी, जिससे अखलाक की मौत हो गयी थी तथा उसका 22 साल का बेटा गम्भीर रूप से घायल हो गया था।




उन्होंने कहा, मैं बिसहड़ा गांव नहीं पहुंच पाया। मैंने ठीक समझा कि उन्हें (पीड़ित परिवार) यहां बुला लूं और बैठकर उनसे बात कर लूं। हम दुख ही बांट सकते हैं, लेकिन जो दृश्य उन्होंने देखा है वह उनके दिमाग से नहीं निकल सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे देश में तमाम जाति के लोग मिलकर रहते हैं। यही हमारी संस्कृति और ताकत भी है। हमारा सामाजिक और धर्मनिरपेक्षतापूर्ण तानाबाना खत्म ना हो, यह और मजबूत हो, इस बारे में हमारे युवाओं को भी सोचना होगा।




बिसाहड़ा कांड में मारे गये अखलाक के बड़े भाई अख्तियार अहमद ने इस दुख की घड़ी में साथ देने के लिये मीडिया और मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया और कहा, हम अपनी सरकार से न्याय की आशा करते हैं, इसीलिये मुख्यमंत्री जी से मिले हैं। मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान ही पुलिस महानिदेशक जगमोहन यादव को बुलाया। इस मौके पर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुहम्मद आजम खां, लोकनिर्माण मंत्री शिवपाल यादव तथा विधान परिषद सदस्य आशु मलिक भी मौजूद थे।




जैसलमेर,सम सैण्डयन््स पर चारों तरफ शीघ्र तारबंदी किए जाने के दिए निर्देष


जैसलमेर,जिला कलक्टर शर्मा ने आगामी पर्यटन सीजन को दृष्टिगत रखते हुए

पर्यटकों की सुरक्षा और साफ-सफाई व्यवस्था रख-रखाव को

लेकर सम सैण्डयन््स पर चारों तरफ शीघ्र तारबंदी किए जाने के दिए निर्देष



जैसलमेर, 04 अक्टूबर/ जिला कलक्टर जैसलमेर विष्वमोहन शर्मा की अध्यक्षता में जिला मुख्यालय से 40 कि.मी. की दूरी पर स्थित सुविख्यात सम में सम के लहरदार रेतीलों टीलों में शनिवार को पर्यटकों की सुरक्षा एवं सुविधाओं तथा संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम के तहत साफ-सफाई को दृष्टिगत रखते हुए सम सैण्ड्यून्स पर तारबंदी, साफ-सफाई तथा रख-रखाव के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन रखा गया। बैठक में जिला कलक्टर ने आगामी पर्यटन सीजन को देखते हुए सम सैण्ड्यून्स की बेहतरीन ढंग साफ-सफाई किए जाने, कैमल सफारी और लपकागिरी गतिविधियों पर पूर्णतया अंकुष करने एवं रेतीले टीलों की चारों ओर से तारबंदी करने के विविध पहलुओं पर बिन्दुवार विस्तार से चर्चा की गई।

इस बैठक के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ शर्मा , जिला पुलिस अधीक्षक डाॅ. राजीव पचार , उपखण्ड अधिकारी जैसलमेर जयसिंह, तहसीलदार जैसलमेर धरमराज , उप अधीक्षक पुलिस नरेन्द्र कुमार दवे ,अतिरिक्त पुलिस प्रभूदयाल धानिया , सम रिसोर्ट वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष उपेन्द्र सिंह राठौड़ के साथ ही सम विकास समिति के पदाधिकारीगण मौजूद थे।

इस अवसर पर जिला कलक्टर शर्मा ने विष्व पर्यटन मानचित्र तेजी से उभर रहे स्वर्ण नगरी जैसलमेर मे आने वाले देषी-विदेषी सैलानियों की सुरक्षा व सुविधाओं को दृष्टिगत रखते हुए सम सैण्ड्यून्स के चारों तरफ वाॅयर बाउंड्री मय दस गेट के शीघ्र करवाने के उपस्थित संबंधित अधिकारीगण को निर्देष प्रदान किऐ। उन्होंने सम के रेतीली धौरों पर एकत्र पड़े कूड़े-कचरे वहां से तत्काल हटवा कर समुचित ढंग से साफ-सफाई करवाने केे भी निर्देष दिए। जिला कलक्टटर ने यहां पर गंदगी फैलाने वाले लोगों के विरुद्ध आवष्यक कार्यवाही करने के भी निर्देष दिए।

बैठक में जिला कलक्टर ने कैमल सफारी व लपकागिरी करने वाले लोगों पर पूर्ण निगरानी के साथ ही सम में चैकपोस्टों पर सी.सी कैमरे स्थापित करने तथा पार्किंग व्यवस्था बेहतर ढंग से बनाने पर विषेष जोर दिया। उन्होंने सम में कार्यरत कैमल सफारी करने वाले ऊंटसवारों के लिए निर्धारित ड्रेस जैकेट्स तथा टौकन बनाए के साथ ही सम ऊटों का रजिस्टेªषन कराने और ऊंटधारकों के परिचय-पत्र जारी करवाने को कहा।

बैठक में सम सरपंच सलीमखां की ओर से उनके प्रतिनिधि गुलामखां रोजानी , पूर्व सरपंच सतारखां तथा सम सैण्ड्यून्स विकास समिति के पदाधिकारीगण भी उपस्थित थे। बैठक के दौरान सभी पदाधिकारीगण ने सम सैण्ड्यू के विकास एवं सौंन्दर्यकरण के महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर अपने-अपने सार्थक सुझाव पेष किय।

बाड़मेर,निःषक्तजनांे का धरना समाप्त जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने ज्यूस पिलाकर धरना समाप्त कराया।


बाड़मेर,निःषक्तजनांे का धरना समाप्त जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा  ने ज्यूस पिलाकर धरना समाप्त कराया।

बाड़मेर, 04 अक्टूबर। विकलांग षिक्षा एवं कल्याण संस्थान के बैनर तले विभिन्न मांगांे को लेकर चल रहा निःषक्तजनांे का धरना रविवार को जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा एवं भाजपा प्रदेष प्रवक्ता डा.प्रियंका चौधरी की मौजूदगी मंे समाप्त हो गया। इस दौरान निःषक्तजनांे की मांगांे पर सहमति बनने के बाद धरनार्थियांे को ज्यूस पिलाकर धरना समाप्त करवाया गया।

निःषक्तजनांे के धरने को लेकर जिला कलक्टर एवं भाजपा प्रदेष प्रवक्ता ने पहल करते हुए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग एवं विकलांग षिक्षा एवं कल्याण संस्थान के प्रतिनिधियांे के मध्य विभिन्न मुददांे को लेकर वार्ता करवाई। इस दौरान वर्ष 2014-15 के बजट मंे 25 हजार रूपए की राषि समय पर उपयोग नहीं करने के कारण लैप्स होने के मामले मंे विभिन्न स्वयंसेवी संगठनांे के सहयोग से जुटाकर खेलकूद गतिविधियां आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इस दौरान तय किया गया कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की विभिन्न योजनाआंे को लेकर आवंटित राषि का सदुपयोग सुनिष्चित किया जाए। यदि कोई पैसा लैप्स हुआ तो इसके लिए इस पद पर आसीन अधिकारी व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार होगा और उसके विरूद्व मामले मंे अनुषासनात्मक कार्रवाई तत्काल प्रारंभ की जाएगी। पालनहार योजना मंे भुगतान माह फरवरी 2015 तक होने की जानकारी देते हुए बताया कि आनलाइन फीडिग किए जाने के आधार पर भुगतान रोका गया है। आनलाइन फीडिंग मंे देरी होने की आषंका के कारण यह निर्णय लिया गया कि आन लाइन फीडिंग से पहले तक का भुगतान पूर्व प्रक्रिया के अनुसार ही 31 अक्टूबर 2015 तक कर लिया जाए।

वार्ता के दौरान संस्थान के पदाधिकारियांे की ओर से सहायक निदेषक के व्यवहार को लेकर आपति जताई गई। इस पर उनको चेतावनी दी गई कि भविष्य मंे इस तरह की षिकायत नहीं मिलनी चाहिए। जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने सहायक निदेषक को निर्देष दिए कि वे राजकीय सेवक के नाते मर्यादित व्यवहार अति आवष्यक है जिसकी पालना नहीं होने पर अनुषासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। वार्ता के दौरान सहमति बनी कि लगभग 12 लाख रूपए की राषि से संबंधित कंपनी से उपकरण प्राप्त कर माह नवंबर तक वितरित करने की व्यवस्था सहायक निदेषक स्तर पर सुनिष्चित की जाएगी। इसी तरह मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजनान्तर्गत ऋण एवं अनुदान के लिए पात्र लंबित आवेदन पत्रांे को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने की कार्रवाई आगामी 15 दिवस मंे सहायक निदेषक के स्तर पर सुनिष्चित की जाएगी। दोनों पक्षांे मंे हुई वार्ता एवं सहमति बनने के बाद धरना समाप्त करने का निर्णय लिया गया। धरना समाप्त करवाते समय बाड़मेर उपखंड अधिकारी एच.आर.मेहरा, पूर्व सरपंच नाथूसिंह, पंचायत समिति सदस्य कल्याणसिंह विदावत, भैरूसिंह फुलवारिया, नरसिंगाराम जीनगर समेत कई लोग उपस्थित थे।

जालोर सर्वे कार्य में अनियमितता बरतने पर जाखडी पटवारी व ग्राम सेवक निलम्बित



जालोर सर्वे कार्य में अनियमितता बरतने पर जाखडी पटवारी व ग्राम सेवक निलम्बित



जालोर 4 अक्टूम्बर - रानीवाडा क्षेत्रा की जाखडी ग्राम पंचायत में अतिवृष्टि के पश्चात् किये गये नुकसान के सर्वे कार्य में अनियमितता बरतने पर जाखडी पटवारी सांवलाराम व ग्राम सेवक रामाराम को निलम्बित किया गया हैं तथा अन्य के विरूद्ध कार्यवाही के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया गया हैं।

जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने बताया कि रानीवाडा उपखण्ड क्षेत्रा की जाखडी ग्राम पंचायत में जुलाई में हुई अतिवृष्टि के पश्चात् कच्चे-पक्के मकानों में नुकसान का सर्वे करने के लिए ग्राम स्तरीय कमेटी द्वारा सर्वे किया गया तथा सर्वे सूचियों के आधार पर वित्तीय स्वीकृति जारी की गई किन्तु इन सर्वे सुदा सूचियों में अपात्रा व्यक्तियों को सर्वे में शामिल करने एवं पात्रा व्यक्तियों को सर्वे से वंचित रखने की शिकायते प्राप्त होने पर रानीवाडा उपखण्ड अधिकारी निसार खां, रानीवाडा विकास अधिकारी कुन्दनमल दवे, रानीवाडा नायब तहसीलदार व रानीवाडा पंचायत समिति के सहायक अभियन्ता को दल प्रभारी बनाते हुए प्रत्येक दल में दो-दो आई एल आर को सदस्य में रूप सम्मिलित कर सत्यापन कार्य किया गया। सत्यापन के दौरान विकास अधिकारी कुन्दनमल दवे द्वारा प्राप्त शिकायतों के आधार पर जाखडी ग्राम में क्षतिग्रस्त मकानों का सत्यापन किया गया जिसके दौरान प्रथम दृष्टया सर्वे दल द्वारा गंभीर अनियमितता किया जाना पाया गया तथा जाखडी ग्राम पंचायत की सर्वे सूची पर ग्राम स्तरीय सर्वे दल के सदस्यों पटवारी सांवलाराम, ग्राम सेवक रामाराम, वरिष्ठ अध्यापक (का.प्र.) हिन्दूराम, जाखडी सरपंच श्रीमती मनीषा कंवर व जाखडी निरीक्षक बगदाराम के हस्ताक्षर पाये गये।

उन्होंने बताया कि जांच के दौरान प्रथम दृष्टया अनियमितता पाये जाने पर रानीवाडा उपखण्ड अधिकारी निसार खां द्वारा पटवारी सांवलाराम को तथा रानीवाडा विकास अधिकारी कुन्दनमल दवे द्वारा ग्रामसेवक रामाराम को तुरन्त प्रभाव से निलम्बित किया गया हैं तथा सरपंच श्रीमती मनीषा कंवर, निरीक्षक बगदाराम, वरिष्ठ अध्यापक (कार्यवाहक प्रधानाचार्य) के विरूद्ध सख्त कार्यवाही के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया गया हैं वही सर्वे में साजिश कर राजकीय राशि को प्राप्त करने वाले व्यक्तियों व परिवारों के विरूद्ध कार्यवाही की जा रही हैं।