रविवार, 4 अक्टूबर 2015

4 लाख के साथ आबकारी निरीक्षक गिरफ्तार

4 लाख के साथ आबकारी निरीक्षक गिरफ्तार

उदयपुर/गंगरार. उदयपुर. गंगरार. कुछ दिनों पूर्व महाघूस कांड में कई आला अधिकारी बेनकाब हुए और करोड़ों रुपए भी बरामद किए गए। परिणाम सभी आरोपियों को जेल जाना पड़ा। बावजूद इसके घूसखोरी रुक नहीं रही है। पैसा ही सर्वोपरि हो गया है। शनिवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) उदयपुर की टीम ने आकस्मिक जांच में आबकारी विभाग के निरीक्षक को करीब 4.19 लाख रुपए के साथ पकड़ा। नकदी के सम्बंध में आबकारी निरीक्षक संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाया। एसीबी ने आय से अधिक सम्पति का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आबकारी निरीक्षक प्रतापगढ़ जिले में तैनात है। एसीबी उदयपुर चौकी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ब्रजेश सोनी ने बताया कि मुखबिर ने निरीक्षक के पास अवैध तरीके से अर्जित रुपए होने की सूचना दी थी। यह राशि वह अपने गांव ले जा रहा था। सूचना पर टीम बना कार्रवाई के लिए भेजा गया। टीम ने चित्तौडग़ढ़-भीलवाड़ा फोरलेन पर गंगरार थाना क्षेत्र स्थित टोल नाके पर एक कार को रुकवाया। इसमें प्रतापगढ़ में तैनात आबकारी निरीक्षक अजमेर जिले में केकड़ी तहसील के भाण्डावास निवासी चेतनलाल रेगर मौजूद था। एसीबी की टीम ने रोक कर पूछताछ की तथा नकदी के बारे में जानकारी ली। एक बार तो चेतनलाल ने नकदी होने से इनकार कर दिया।

एसीबी ने कार में पीछे की ओर रखे बैग की तलाशी ली, जिसमें नोटों की गड्डियां रखी हुई थी। बैग से करीब चार लाख रुपए निकले। बाद में अलग से 19 हजार रुपए भी बरामद कर लिए। इस राशि के सम्बंध में आबकारी निरीक्षक संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाया जिससे टीम ने राशि जब्त कर ली। आबकारी निरीक्षक चेतनलाल को हिरासत में लेकर टीम उदयपुर रवाना हो गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ब्रजेश सोनी ने बताया कि एसीबी ने आय से अधिक सम्पति रखने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। अजमेर टीम भेज कर आबकारी निरीक्षक के भाण्डावास स्थित मकान की तलाशी भी करवाई जा रही है।

गांव छोडऩे जा रही थी कार

एसीबी की पूछताछ में सामने आया कि जो कार रुकवाई वह आबकारी निरीक्षक की नहीं है। यह किसी अन्य व्यक्ति की थी जो उसे गांव छोडऩे जा रही थी। एसीबी कार मालिक के सम्बंध मे भी जानकारी जुटा रही है।

बार-बार बदले बयान

एसीबी की टीम ने मौके पर ही आबकारी निरीक्षक से पूछताछ की। वेतन भी इसके सीधे खाते में ही जमा होता है। एक साथ इतनी बड़ी राशि साथ ले जाने के सम्बंध में वह संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाया। एसीबी के सामने बार-बार बयान बदलता रहा। इस पर टीम ने राशि जब्त कर ली।

3 उपखंड व आबकारी थाने का था चार्ज

प्रतापगढ़. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के हत्थे चढ़े प्रतापगढ़ के आबकारी निरीक्षक के पास तीन उपखंड व एक थाने का भी प्रभार था। जिला आबकारी अधिकारी मोतीसिंह ने बताया कि आबकारी निरीक्षक का मुख्यालय प्रतापगढ़ था। आबकारी निरीक्षक छोटीसादड़ी, धरियावद के अलावा आबकारी थाना प्रतापगढ़ का भी चार्ज था। वह यहां हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में किराए से रहता है। करीब एक वर्ष पूर्व ही उसकी यहां पोस्टिंग हुई थी।

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