रविवार, 30 अगस्त 2015

दिल्ली पहुंचे हार्दिक पटेल, गुर्जर और जाट नेताओं से मिलेंगे

दिल्ली पहुंचे हार्दिक पटेल, गुर्जर और जाट नेताओं से मिलेंगे



गुजरात में पटेल समाज को आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन करने वाले हार्दिक पटेल रविवार को दिल्ली पहुंच गए। पटेल यहां गुर्जर और जाट नेताओंं से मुलाकात करेंगे। इसके बाद दोपहर 2 बजे मीडिया से बात करेंगे। पटेल के दिल्ली पहुंचते ही सरकार की नजरें उन्हीं पर जाकर टिक गई है।


सूत्रों की माने तो सरकार को आशंका है कि हार्दिक पटेल को पीछे से कोई समर्थन कर रहा है। ऐसे पटेल दिल्ली में किन-किन लोगोंं से मुलाकात करते हैं इन सब पर सरकार की भी नजर रहेगी।




वही दूसरी ओर दिल्ली रवाना होने से पूर्व हार्दिक पटेल ने कहा कि वह गुर्जर और जाट नेताओंं से मुलाकात करने जा रहे हैं,ताकि अपने आंदोलन को और तेज कर सकें।



गौरतलब है कि पटेलों की तरह गुर्जर और जाट भी ओबीसी कोटे में आरक्षण की मांग कर रहे हैं। गुर्जर और जाट नेताओं से मुलाकात के बाद हार्दिक पटेल दोपहर दो बजे मीडिया से बातचीत करेंगे।



उल्लेखनीय है कि 25 को अहमदाबाद में पटेल आरक्षण मांग को लेकर आयोजित रैली में हार्दिक पटेल की गिरफ्तारी और पुलिस लाठीचार्ज के बाद राज्य में हिंसा भड़क गई थी।



पटेल समर्थकों ने गृहमंत्री का घर फूंक दिया था कई वाहनों को आग लगा दी। वहीं पुलिस फायरिंग में कई लोग मारे गए थे। जिसके बाद कई जिलों मे कफ्र्यू लगाना पड़ा था। और सेना की भी मदद लेनी पड़ी थी।

मुंबई।खुफिया एजेंसियों का खुलासा- भगोड़ा दाऊद कर रहा है 'ब्लड डॉयमंड' का बिजनेस



मुंबई।खुफिया एजेंसियों का खुलासा- भगोड़ा दाऊद कर रहा है 'ब्लड डॉयमंड' का बिजनेस

1993 मुंबई बम ब्लास्ट के मास्टरमाइंड और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर एक बड़ा खुलासा खुफिया एजेंसियों ने किया है। दाऊद की विदेश में संपत्तियों की जांच कर रही खुफिया एजेंसियों को चौंकाने जानकारी मिली है। एजेंसियों को जांच में पता चला है कि दाऊद का इंट्रस्ट अब डॉयमंड बिजनेस में हैं।



दाऊद को आर्थिक रूप से कमजोर बनाने के लिए नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल ने विदेशों में दाऊद की संपत्तियों को जब्त कराने और उसके ऑपरेशंस पर रोक लगाने के लिए खुफिया एजेंसियों को उसके कारोबारी हितों का पता लगाने के लिए कहा है। दुनिया भर में मौजूद दाऊद की संपत्तियों के बारे में पता लगाने के लिए भारतीय खुफिया एजेंसी आईबी और रॉ को जिम्मा दिया गया है।







अफ्रीका-दुबई में डॉयमंड बिजनेस को प्रमोट कर रहा है दाऊद

एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियों को पता चला है कि डी कंपनी का फोकस डॉयमंड के बिजनेस को अफ्रीका और दुबई में प्रमोट करने और विस्तार देने में हैं। जानकारी के मुताबिक दाऊद अब अफ्रीका के अशांत क्षेत्रों में अवैध तरीके से निकाले जाने वाले डॉयमंड के कारोबार को बढ़ावा देने में लगा हुआ है। अभी तक यह माना जाता रहा है कि दाऊद का बिजनेस रियल एस्टेट, मनी लॉंड्रिंग, हवाला, बैटिंग और जाली करेंसी का है।







कहां से आते हैं डॉयमंड्स

ये डॉयमंड्स अफ्रीकन देशों खासकर अंगोला, सिएरा लियोन और कांगो जैसे देशों से आते हैं। इन देशों के चरमपंथी गुट डॉयमंड का खनन करते हैं और कारोबार को बढ़ावा देते हैं। इससे मिले पैसे का इस्तेमाल संगठन, चुनी हुई सरकारों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए करते हैं। इन डॉयमंड्स को कॉन्फ्लिक्ट या ब्लड डॉयमंड भी कहा जाता है।







हीरों को क्यों कहा जाता है ब्लड डॉयमंड

इन अवैध स्टोन्स को ब्लड डॉयमंड कहे जाने का कारण इनके पीछे होने वाला खून-खराबा है। इन डॉयमंड्स की खरीद-परोख्त के लिए हथियारों और गोला बारूद के सहारे लाखों नागरिकों का खून बहाया जाता है। इन डॉयमंड्स को विश्व के कई डॉयमंड मार्केट्स में ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है।







दुबई और अफ्रीकी देशों में संपत्ति

रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार केे पास इस बात की पुख्ता जानकारी थी कि दाऊद की बहुत सी संपत्ति दुबई और अफ्रीकी देशों में है। हालांकि ज्यादातर संपत्तियां दाऊद की बेटी और उसके नजदीकी रिश्तेदारों के नाम से हैं।