शनिवार, 1 अगस्त 2015

बाड़मेर। बीए परीक्षा में चौकाने वाला आया परिणाम 85% छात्र हुए फेल

बाड़मेर। बीए परीक्षा में चौकाने वाला आया परिणाम 85% छात्र हुए फेल


बाड़मेर के राजकीय पी.जी. कॉलेज के बीए अंतिम वर्ष रिजल्ट के बाद अब सैकंड ईयर के स्टूडेंट्स का रिजल्ट भी चौंकाने वाला आया है.कॉलेज के बीए सैकंड ईयर के 85 फीसदी स्टूडेंट फेल हो गए हैं. इससे पहले जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी की ओर से जारी फाइनल ईयर के रिजल्ट में भी इस कॉलेज के 92 फीसदी स्टूडेँट फेल हो गए थे. स्टूडेंट्स ने ऑनलाइन रिजल्ट देखा तो पता चला कि कॉलेज के अधिकांश स्टूडेंट्स फेल हो गए हैं. ऐसे में इतनी बड़ी मात्रा में छात्रों को फेल होना कॉलेज की शिक्षा प्रणाली पर सवाल खड़ा करता है.

सीनियर्स की राह पर सरकारी कॉलेज के स्टूडेंट्स, बीए परीक्षा में 85% हुए फेल

70 फीसदी वाले भी फेल
इधर, रिजल्ट से आक्रोशित छात्रों ने कुलपति को पत्र भेजकर उत्तरपुस्तिकाओं की जांच प्रणाली पर संदेह जाहिर करते हुए नए सिरे से परिणाम घोषित करने की मांग कर रहे हैं. छात्रों का आरोप है इस वर्ष वह छात्र भी फेल हो गए है जिन छात्रों के 12वीं में 70 फीसदी से अधिक नंबर हैं.

विश्‍वविद्यालय की गलती
वहीं इस पूरे मामले को लेकर प्राचार्य विमला आर्य का कहना है कि सत्र के दौरान कॉलेज के छात्रों मनलगाकर पढाई की लेकिन मेहनत के अनुरूप रिजल्‍ट नहीं मिले. इससे साफ है कि यूनिवर्सिटी से किसी तरह की गलती हुई है.

इतिहास में पहली बार
जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी जोधपुर के उपकुलपति का कहना है कि परीक्षा परिणाम में बड़ी तादाद में स्टूडेंट्स फेल हुए है.यह यूनिवर्सिटी में पहली बार है जो इतनी मात्रा में छात्र फेल हुए हैं. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.

निकाय चुनावों में नामांकन का दौर शुरू, भाजपा-कांग्रेस सूची का इंतजार

निकाय चुनावों में नामांकन का दौर शुरू, भाजपा-कांग्रेस सूची का इंतजार




जयपुर। गांव की सरकार बनाने के बाद अब नगरपालिकाओं में सरकार बनाने की समय आ गया हैं.


निकाय चुनावों में नामांकन का दौर शुरू, भाजपा-कांग्रेस सूची का इंतजार

लोक सूचना जारी
लोक सूचना जारी होने के साथ ही शनिवार को नगरपालिका चुनाव के लिए नामांकन दाखिल होने का कार्य शुरू हो गया. इसको लेकर जिला निर्वाचन शाखा ने तैयारियां पूरी कर ली है. जयपुर जिला निर्वाचन अधिकारी कृष्ण कुणाल ने रिटर्निंग अधिकारी ओर सहायक रिटर्निंग अधिकारी नियुक्त कर दिए हैं.

5 अगस्‍त तक नामांकन
एक अगस्त से पांच अगस्त तक नामांकन दाखिल करने का कार्य किया जाएगा. 6 अगस्त को नामांकन पत्रो की संवीक्षा की जाएगी. आठ अगस्त तक प्रत्याशी अपना नामांकन वापस ले सकेंगे. 9अगस्त को चुनाव चिन्हों का आवंटन किया जाएगा. वहीं 17 अगस्त को सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान और 20 अगस्त को सुबह 8 बजे से मतगणना होगी. अध्यक्ष का निर्वाचन 21 अगस्त को होगा और उपाध्यक्ष पद का निर्वाचन 22 अगस्त को होगा.

इन नियमों की पालना जरुरी
कृष्‍ण कुणाल ने बताया की चुनाव में राजनैतिक दलों और अभ्यर्थियों की ओर से चुनाव प्रचार और वाहन उपयोग के संबंध में अधिकारियों से अनुमति लेनी होगी. रैली निकालने, लाउडस्पीकर का प्रयोग करने, सभा आयोजित करने की अनुमति संबंधित पुलिस उपायुक्त और संबंधित उपखंड अधिकारी से लेनी होगी. सार्वजनिक स्थानों पर बैनर, झंडे, पोस्टर लगाने की अनुमति संबंधित अधिशाषी अधिकारी से और वाहनों के उपयोग की अनुमति संबंधित रिटर्निंग अधिकारी से लेनी होगी.

सूची नहीं की जारी
निकाय चुनाव में 10वीं पास की शैक्षणिक योग्‍यता लागू होने से भाजपा और कांग्रेस के सामने जीत के दावेदार तलाशना कठिन हो गया हैं. नामांकन शुरू होने के साथ ही किसी भी पार्टी ने प्रत्‍याशियों की सूची जारी नहीं की हैं.

बाड़मेर । गुरु पूर्णिमा : गुरु भक्ति में डूबे रहे भक्त

बाड़मेर । गुरु पूर्णिमा : गुरु भक्ति में डूबे रहे भक्त

रिपोर्ट :- छगनसिंह चौहान / बाड़मेर 

बाड़मेर । गुरु और भक्त के रिश्ते का पर्व गुरु पूर्णिमा शुक्रवार को शहर में श्रद्धाभाव से मना। गुरु पूर्णिमा पर आज भक्तों ने अपने गुरुओं का पूजन कर लिया आशीर्वाद । गुरु पूर्णिमा पर शहर के हमीरपुरा मंठ दिन भर लगा भक्तो का मेला । वही रात्रि में भक्ति संगीत कार्यक्रम के अवसर पर सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। मठ में हमीरपुरा मठ के संत श्री नारायणपूरी जी सहित कई भजन गायको ने देर रात तक भजनों की प्रस्तुति दी। हमीरपुरा मठ प्रांगण में संत श्री नारायणपूरी द्वारा अपने सुरों की गंगा बहा पूरे मठ प्रांगण को भक्ति मय कर दिया।


समदड़ी । बडा हादसा टला , अचानक आया इंजन , लोगो रेल्वे ट्रैक पर सेल्फ़ी लेने मस्त ,

समदड़ी । बडा हादसा टला , अचानक आया इंजन , लोगो रेल्वे ट्रैक पर सेल्फ़ी लेने मस्त ,

रिपोर्ट :- सुनील दवे / समदड़ी 



समदड़ी । मरूगंगा लूणी नदी में करीब सात वर्षो के बाद पानी की आवक होने के बाद क्षेत्र के लोगो में खुशी का आलम है। नदी में पानी आने से समदड़ी इलाके में रसातल में जा चुके भूगर्भ को मदद मिलेगी वहीँ नदी में पानी आने के बाद लोग नदी के किनारे पिकनिक मनाने निकल पड़े है। समदड़ी कस्बे के निकट और बामसीन गांव में लोग रेल के पुल के पास में नदी में पानी को देखने के लिए एकत्रित हो रहे है। नदी को पास से देखने IMG-20150731-WA0135.jpg दिखाया जा रहा हैऔर सेल्फ़ी लेने के चक्कर में कोई हादसा भी हो सकता है। हालांकि प्रसाशन ने नदी के पास नहीं जाने के चेतावनी जारी की है पर चेतावनी का कोई असर नजर नहीं आ रहा है। मोके पर प्रसाशन के नुमाइंदे भी नहीं है। जब हमने ग्रामीणों से बातचीत की तो उन्होंने बताया की सभी रूट मार्ग बन्द होने के कारण ये ट्रैक के सहारे इधर उधर जाते हे।और खुसी के आगे उनको अपनी जान की भी परवाह नही है। BNT टीम जब रिपोर्टिंग करके वापस आ रही थी कि तभी ट्रैक पर अचानक इंजन आ गया जिससे जो युवा सेल्फ़ी ले रहे थे उनमे हड़कम्प मच गया। गनीमत रही कोई बड़ा हादसा नही हुआ मगर प्रसासन की अनदेखी बड़े हादसे को दावत देती नजर आ रही हे। भीलड़ी रूट मार्ग बाधित होने के कारण इसी ट्रैक से पर्याप्त मरम्मत सामग्री इंजन के द्वारा पहुचाई जा रही है।

शुक्रवार, 31 जुलाई 2015

अलवर। चैन स्नैचिंग की बढ़ती वारदातों से परेशान लोगों ने निकाय चुनावों के बहिष्कार का किया ऐलान

अलवर। चैन स्नैचिंग की बढ़ती वारदातों से परेशान लोगों ने निकाय चुनावों के बहिष्कार का किया ऐलान


अलवर। शहर के कस्बे में आए दिन हो रही चैन स्नै​चिंग की वारदातों को रोकने में नाकाम साबित हो रही पुलिस के कामकाज से गुस्साए व्यापारियों ने 17 अगस्त को होने वाले निकाय चुनावों का बहिष्कार करने का आह्वान किया है। सीएलजी के सदस्यों ने सीएलजी के पद से इस्तिफा भी दिया।

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अलवर शहर के कस्बों में लगातार बाईक सवार बदमाशों द्वारा की जाने वाली चैन स्नैचिंग की वारदातों के चलते व्यापारियों में पुलिस प्रशासन के खिलाफ खासा आक्रोश बना हुआ है। जिस कोे लेकर सामाजिक संगठन व कस्बे के व्यापारियों ने बैठक मे सीएलजी के सदस्यों ने सीएलजी के पद से इस्तिफा देने की घोषणा की व गुस्साए लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने बैठक मे बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को तीन दिन का समय दिया है। तीन दिन में गिरफ्तारी नही होेने पर निकाय चुनावों का बहिष्कार, अनिश्चितकालिन बाजार बंद करने व थाने के सामने धरना देने की चेतावनी दी।



गौरतलब है कि गत 22 जुलाई को भी दो बाईक सवार बदमाश युवकों ने एक महिला के चैन स्नैचर की वारदात की। जिस की सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद भी पुलिस अभी तक बदमाशों को नही पकड़ पाई है। जिसके कारण बाईक सवार बदमाश युवकों के हौंसले बुलंद है।

प्रदेश में हो रही भारी बारिश से कई रेलगाड़ियां रद्द

प्रदेश में हो रही भारी बारिश से कई रेलगाड़ियां रद्द


जयपुर। प्रदेश में जारी भारी बारिश के चलते समदडी-भीलडी एवं बाडमेर-मुनाबाव रेल मार्गों पर गाड़ियों का रद्द होना जारी है।उत्तर-पश्चिम रेलवे के अनुसार जोधपुर मण्डल के समदडी-भीलडी एवं बाडमेर-मुनाबाव रेलखण्ड प्रभावित है और मिट्टी कटाव के चलते 9 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।

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ये गाड़ियां रहेगी रद्द
1. गाड़ी संख्या 54831, जोधपुर-भीलड़ी सवारी गाड़ी दिनांक 31.07.15 एवं 01.08.15 को रद्द रहेगी।

2. गाड़ी संख्या 54832, भीलड़ी- जोधपुर सवारी गाड़ी दिनांक 01.08.15 एवं 02.08.15 को रद्द रहेगी।

3. गाड़ी संख्या 54821, जोधपुर-भीलड़ी सवारी गाड़ी दिनांक 01.08.15 एवं 02.08.15 को रद्द रहेगी।

4. गाड़ी संख्या 54822, भीलड़ी-जोधपुर सवारी गाड़़ी दिनांक 01.08.15 एवं 02.08.15 को रद्द रहेगी।

5. गाड़ी संख्या 04885, बाडमेर-मुनाबाव स्पेशल रेलसेवा दिनांक 31.07.15 एवं 01.08.15 को रद्द रहेगी।

6. गाड़ी संख्या 04886, मुनाबाव-बाडमेर स्पेशल रेलसेवा दिनांक 31.07.15 एवं 01.08.15 को रद्द रहेगी।

7. गाड़ी संख्या 22483, जोधपुर-गांधीधाम सु.फा. दिनांक 31.07.15 को रद्द रहेगी।

8. गाड़ी संख्या 22484, गांधीधाम-जोधपुर सु.फा. दिनांक 01.08.15 को रद्द रहेगी।

9. गाड़ी संख्या 14804, अहमदाबाद-भगत की कोठी एक्सप्रेस दिनांक 31.07.15 को रद्द रहेगी।

नागौर। भारी बारिश की चपेट में नागौर,परिषद बना मूक दर्शक

 नागौर। भारी बारिश की चपेट में नागौर,परिषद बना मूक दर्शक


नागौर। नागौर मे मानसून के दौरान नगर परिषद एवं प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाएं नजर नहीं आई। ऐसे में शहर के निचले इलाकों में गुरुवार को हुई दिनभर बारिश से जल भराव हो गया वहीं आमजन परेशान होते रहे और लोगों के घरों में पानी चला गया।



लेकिन इन सब के बावजूद नगर परिषद कहीं नजर नहीं आई। बारिश के कारण शहर के एक दर्जन से ज्यादा क्षेत्रों में पानी भर गया। हालात यह हो गए हैं कि पानी की निकासी नहीं हो रही थी। ऐसे में लगातार 14 घंटे तक आसमान से पानी बरसता रहा और परिषद मूक दर्शक बना रहा।



शहर के भीतरी इलाकों के लोग बुधवार देर रात से परेशान होते रहे। दोपहर बाद तो हालात ये हो गए कि निचले इलाकों में चार से पांच फीट तक पानी भर गया। लोगों को घरों से निकलना भी मुश्किल हो गया। लोगों को घरों में ही कैद होने पर मजबूर होना पड़ा। परिषद प्रशासन के इंतजाम नाकाम साबित रहे।



शहर के गाजी खाड़ा, शिव बाड़ी, नकास गेट, किले की ढाल, पीर जदों का मोहल्ला, तथा बी.रोड, माही दरवाजा, लोहारपुरा, करणी कॉलोनी सहित अनेक क्षेत्रों में गुरुवार को तेज बारिश के कारण पानी भर गये है । इन इलाकों में हालात ऐसे हो गए कि पानी का स्तर चार से पांच फीट तक भर गया। बी रोड की दुकाने व आम रास्‍ता बंद है पानी के निकासी के लिए पम्‍प सैट 2 लगाऐ गए बारिश के बाद शहर के हालात सामने आ गए।

एक ओर आसमान से लगातार पानी बरसता रहा दूसरी ओर पानी की निकासी नहीं होने के कारण जल स्तर बढ़ता गया। ऐसे में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जबकि नगर परिषद के अधिकारियों का कहना है कि प्री-मानसून की तैयारी के लिए अलग से तो कोई बजट नहीं आता है। परिषद अपने स्तर पर ही तैयारी करती है। दूसरी ओर आपदा प्रबंधन भी मानसून को लेकर कुछ खास तैयारी नहीं करती। ऐसे में शहर के निचले इलाकों में जल भराव की समस्या का भुगतान आखिर आमजन को ही करना पड़ता है।



आपको बता दें कि शहर नागौर में 2 बार बाढ़ आई और उससे जनता को काफी नुकसान हुआ। पहली बार 1975 में और दूसरी बार 1996 में। यहां 75 की बाढ़ का तो कुछ लोगों को पता है मगर 96 की बाढ़ यहां हर किसी के जहन में है। 1996 की बाढ़ सीधे तौर पर प्रशासनिक राजनीतिक उदासीनता का नतीजा रही और आज भी यहां वही हालात हैं।

पश्चिमी राजस्थान का गुजरात से संपर्क टूटा

पश्चिमी राजस्थान का गुजरात से संपर्क टूटा



बाड़मेर। राजस्थान के जालोर जिले के सांचौर में आई बाढ़ का कहर सवा सौ से पौने तीन सौ किमी दूर बाड़मेर-जैसलमेर जिलों पर भी व्यापक नजर आ रहा है। सांचौर में बाढ़ से बाड़मेर और जैसलमेर जिलों का गुजरात से सड़क संपर्क टूटने से दोनों तरफ लोग बे-बस हो गए हैं। अमूल दूध, सब्जियां, फल,अनाज खाद्य सामग्री की सप्लाई लड़खड़ा गई हैं। बाड़मेर-बालोतरा में करोड़ों का कारोबार प्रभावित हो रहा है। उपचार के लिए धानेरा, डीसा, पालनपुर जाने वाले मरीजों की मुश्किलें बढ़ती नजर रही हैं। बाड़मेर से गुजरात महाराष्ट्र समेत दक्षिण के राज्यों का ट्रांसपोर्ट व्यवसाय चौपट हो रहा हैं।

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दो दिन में सब्जियां हुई महंगी
राजस्थान के रेगिस्तान में लगातार हो रही बारिश के चलते बाड़मेर और जालोर में आम लोगो की जिंदगी पर पड़ने लगा है क्षेत्र में बारिश का दौर जारी है। करीब तीन सौ से अधिक ट्रक सांचौर गांधव पुल के पास फंसे हैं। पंजाब, हरियाणा से गुजरात को जोड़ने वाला मेगा हाइवे रामजी की गोल जाकर एनएच 15 को जोड़ रहा हैं। ट्रैफिक बंद होने से सैकड़ों ट्रकों की लंबी कतारे लगी हैं। इस पानी का असर यह हो रहा है बाड़मेर जिले में सब्जियों के साथ ही खाने पीने का सामान मंहगा हो गया है आलम यह है कि पिछले दो दिनों में सब्जियों के भाव दुगने है।



स्पलायरों को हो रहा करोड़ों का नुकसान
बाड़मेर से बेंटोनाइट, मुल्तानी मिट्टी, लिग्नाइट, प्लास्टर ऑफ पेरिस समेत कई खनिजों की सप्लाई गुजरात, महाराष्ट्र समेत दक्षिण भारत के राज्यों में होती हैं। जिले भर से रोजाना करीब डेढ़ सौ से अधिक ट्रक रवाना होते हैंं। बीते दो दिनों से गुजरात से सड़क संपर्क टूटने से खनिजों का कारोबार ठप हो गया है। गांधव पुल सांचौर में खनिजों से भरे सैकड़ों ट्रक खड़े हैं। लगातार बारिश होने से खनिज पदार्थ भीगने से खराब होने का खतरा हैं, वहीं समय पर सप्लाई नहीं पहुंचने से उद्योगों का काम प्रभावित हो रहा हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा नुकसान ट्रक मालिकों को उठाना पड़ रहा हैं।

वहीं पिछले चार दिन से मोर्चा संभाले हुए जालोर के जिला कलेकटर जीतेन्द्र सोनी का कहना है कि लगातार भारी बारिश के कारण नेशनल हाइवे नं.15 पिछले 5 दिनों बंद है। हाइवे पर काफी जगह है अब हमने हाइवे अथॉरिटी की टीमों को बुलाकर हाइवे पर बने पुलों की जांच शुरू करवा दी है और उम्मीद करते है की जल्द ही नेशनल हाइवे से आवागमन शुरू कर दिया जायेगा। फ़िलहाल हाइवे को ऐतिहात के तौर पर बंद किया गया है।

जालौर में बाढ़ का कहर,पानी में बहे बैंक के साढ़े तीन करोड़ रूपए

जालौर में बाढ़ का कहर,पानी में बहे बैंक के साढ़े तीन करोड़ रूपए



जयपुर। प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है। प्रदेश यह बारिश कहीं राहत तो कहीं आफत का सबब बन रही है। राजस्थान को सूखे प्रदेश का तमगा हासिल है, लेकिन इस बार इन्द्रदेव की मेहरबानी ने रेगिस्तान को पानी पानी कर दिया। प्रदेश के रेतीले इलाकें पश्चिमी राजस्थान में इस बार बरखा जमकर बरस रहे है। पूरे प्रदेश में आसमान से मूसलाधार बारिश हो रही है ।

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आसमान से बरसी बारिश ने रेगिस्तान को जलस्थान बना दिया। पानी के लिए त्राहि त्राहि करने वाले राजस्थान में इस बार ज़्यादा बारिश आफत बन गई है। आपदा प्रबंधन मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने विभाग की तारीफ़ करते हुए पीठ थपथपाई है। कटारिया ने कहा कि विभाग की सूझबूझ से आफत की बारिश में ज़्यादा जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है।


सरकार का दावा है कि उन्होंने भारी बारिश की भविष्यवाणी से पहले ही उन्होंने बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए 10 लाख और बाकी जिलों में बारिश से पहले ही आपदा प्रबंधन के लिए 3 लाख रूपए दिए गए थे। कभी आसमान की ओर टकटकी लगाकर बारिश का इंतजार करने वाली नज़रें इस बार बारिश के थमने का इंतज़ार कर रही हैं।



भीनमाल शहर मेँ आई बाढ़ से लगभग 100 करोड़ रुपए का हुआ नुकसान नुकसान पर एक नजर:
कृ़षि मंडी में रखे अनाज जीरे,इसबगोल, ग्वार,अरण्डी, व अन्य अनाज की बोरियों में पानी भर जाने से लगभग 10 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।


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पानी में बह गए साढ़े तीन करोड़ रूपए
एचडीएफसी बैंक के तहखाने मे रखे साढ़े तीन करोड़ रुपए पानी में भीग गए। शहर में किराने की दुकान, अनाज की दुकानों व बड़े गोदामों में पानी भर जाने सारा सामान व कीमती सामान बह गया वहीं फर्नीचर की दुकान में पानी भर जाने से 50 करोड़ रुपए का नुकसना हुआ है।



4 दिनों से बिजली नहीं
भीषण बारिश से जालौर में पानी व बिजली की व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गई है। बिजली के खंभे व तार टूटने की वजह से चार दिनों से लाईट नही है वहीं जानकारी मिली है कि बिजली की सुचारू व्यवस्था करने में महिनों लग जाएंगे।



सरकारी दफ्तरों में घुसा पानी,कागजात भीगे
सरकारी कार्यालयोँ, पुलिस अधिकारीयो के आवास व आॅफिस पानी मे जलमग्न है वहीं कीमती कागजात में पानी भर जाने की वजह से सारे रिकॉर्ड नष्ट हो गए है।


किसानों के ट्रैक्टर ट्रॉली डूबे
ग्रामीण क्षेत्र में भयंकर बाढ़ आने से किसानों के पशु व कच्चे मकान पानी के साथ बह गए। किसानों के करसी में काम आने वाले ट्रैक्टर ट्रॉली भी पानी के साथ बह गए। ग्रामीण क्षेत्रों दो दर्जन से ज्यादा सरकारी स्कूलें पानी से लबालब हो गई है वहीं सरकारी स्कूलो मेँ पानी भर जाने से स्कूलो की दीवारें टूटी, भारी बारिश के कारण किसानों की फसले पूरी तरह से बर्बाद हो चुकि है जिससे की लाखों के नुकसान का अंदेशा लगाया जा रहा है। गांवों में रास्ते बंद हो चुके है और आज भी शहर में नदी नाले उफान पर है वहीं गांव वालों ने डर के मारे अपने आप को घरों में बंद कर लिया है।
बारिश का दौर जारी।



गांवो में अलर्ट
कोटा बेराज से साढे तीन लाख क्यूसेक पानी छोडने से करणपुर मण्डरायल में चम्बल नदी उफान पर है। जिला कलैक्टर विक्रम सिंह ने करणपुर मण्डरायल में चम्बल किनारे के गांवो का जायजा लेकर अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा भोजन तथा आवास की व्यवस्था रखने के निर्देष भी दिए है। जिला कलक्टर ने बताया कि कोटा-बैराज से साढे तीन लाख क्यूसेक पानी छोडा गया है। इससे करणपुर मण्डरायल के चम्बल नदी में पानी की अधिक आवक हो रही है। उन्होनें बताया कि अभी डेढ लाख क्युसेक पानी और आने की संभावना है। इस कारण चम्बल किनारे के गांवो के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है। जिला कलेक्टर ने बताया कि करणपुर क्षेत्र के टोडा दर्रा मल्लाहपुरा गांव के ग्रामीणो के प्रभावित होने की आशंका है।



माउंट आबू में हाल बेहाल
जहां पूरे प्रदेश में बारिश का दौर जारी है वहीं राजस्थान के पर्वतीय नगरी परेशानी के दौर से गुजरी रही है। माउंट आबू में लगातार हो रही बारिश से पुरे प्रदेश और देश से सम्पर्क कट चुका है। जहां बिजली व्यवस्था पुर्ण रूप से बाधित है तो वहीं मोबाईल सेवा भी बंद पडी है। माउंट आबू और आबूरोड़ मार्ग भी जगह जगह से टूट चुका है जिससे यातायात पूर्ण रूप से बाधित हो रहा है। सड़क के टूटने की बात करें तो आरणा के पास भूस्खलन के कारण कई जगहों पर सड़कें टूट चुकी हैं।