दिल्ली। दक्षिण राजस्थान के आदिवासी बहुल क्षेत्र बांसवाडा को रतलाम एवं डूंगरपुर से जोड़ने की महत्वाकांक्षी रेल परियोजना के लिए चालू वित्त वर्ष के लिए 25 करोड़ रूपए की व्यवस्था की गई है।
रेलमंत्री डी.वी. सदानंद गौडा ने बांसवाडा, डूंगरपुर के सांसद मानशंकर निनामा के पत्र के जवाब में यह जानकारी दी। गौडा ने बताया कि 2083 करोड़ रूपए की लागत वाली रतलाम-बांसवाडा-डूंगरपुर नई रेल लाइन की परियोजना पर पिछले वर्ष मार्च तक 26 करोड़ रूपए खर्च किए जा चुके हैं।
इस परियोजना को राजस्थान सरकार की भागीदारी से पूरा किया जा रहा है तथा राज्य सरकार 200 करोड़ रूपए की राशि जमा करवाई गई है।
गौडा ने बताया कि रेल मंत्रालय और राजस्थान सरकार के बीच हुए समझौता ज्ञापन के अनुसार इस परियोजना के लिए राज्य सरकार को नि:शुल्क भूमि उपलब्ध कराई जानी है और नई रेल लाइन के निर्माण की 50 प्रतिशत लागत का वित्त पोषण कराना है।
उन्होंने बताया कि परियोजना के लिए 67 हैक्टेयर भूमि का कब्जा प्राप्त कर लिया है और इस भाग में मिट्टी सम्बंधी कार्य भी शुरू किए गए हैं। साथ ही परियोजना के लिए 59 छोटे पुलों के निर्माण के लिए कार्य की संविदा भी जा चुकी है।
नई दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता शहनवाज हुसैन को जान से मारने की धमकी मिली है।
उन्होंने रविवार को संसद मार्ग थाने में अज्ञात कॉलर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने बताया है कि उस शख्स ने उनको दो बार जान से मारने की धमकी दी है।
पुलिस ने बताया कि जांच में पता चला है कि वह कॉल दुबई से आई थी।
शहनवाज ने पुलिस को बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी के पक्ष में बोलने पर धमकी दी है। उसने कहा कि पीएम मोदी और भाजपा से उनकी नजदीकी ठीक नहीं है।
उन्होंने बताया कि उसने उनको गालियां दी और पार्टी छोड़ने को कहा।
सूत्रों के अनुसार, शहनवाज शनिवार रात साढे 11 बजे जब एयरपोर्ट से अपने सरकारी आवास पर जा रहे थे तभी उनकी धमकी भरे कॉल किए गए थे।
लखनऊ । अपने बेटे के दस्तारबंदी में पीएम नरेंद्र मोदी को न बुलाने और पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ को आमंत्रित करने पर मुसलमानों ने भी शाही इमाम अहमद बुखारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
आगरा के मुस्लिम समुदाय ने बुखारी पर प्रतिबंध लगाने का कड़ा फैसला करते हुए कहा कि अगर वह यह सोचते हैं कि वे राष्ट्रहित से भी ऊपर हैं तो उनको पाकि स्तान में जाकर रहना चाहिए।
भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव अशफाक सैफी ने कहा कि दस्तारबंदी एक सार्वजनिक कार्यक्रम है। समाज का कोई भी शख्स उस कार्यक्रम में जाने का हकदार होता है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की जामा मस्जिद इमाम बुखारी की कोई निजी संपत्ति नहीं है, जो वह अपने बेटे को हस्तांतरित कर रहे हैं। यह देश के सभी मुसलमानों की है।
ऑल इंडिया मदरसा बोर्ड के महासचिव मौलाना उजैर आलम ने कहा कि मदरसा बोर्ड बुखारी के इस कदम का समर्थन नहीं करता है। हालांकि पीएम मोदी ने जब से कमान संभाली है तब से उन्होंने मुस्लिम त्यौहारों पर कोई बधाई संदेश नहीं दिया है, जबकि पूर्व के सभी पीएम बधाई देते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को हिंदू राष्ट्रवाद के साथ साथ देश के सभी धर्मो की भावनाओं की रक्षा करनी चाहिए।
तालीम ए कुरान मदरसे के प्रमुख मोहम्मद इश्रार अहमद ने कहा कि बुखारी को राजनीति और धर्म को एक में नहीं मिलाना चाहिए। वह नवाज शरीफ को आम ंत्रित करने के फैसले का समर्थन नहीं करते हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता ग्यास कुरैशी ने सरकार से शाही इमाम की उपाधि को खत्म करने की मांग की है क्योंकि देश में अब लोकतंत्र है, मुगल साम्राज्य नहीं।
उन्होंने कहा कि आगरा की जामा मस्जिद भी शाही मस्जिद है, आगरा मुगलों की राजधानी रही है ऎसे में बुखारी ही इस पद का अकेले दावा कैसे कर सकते हैं।
शिवसैनिकों के एक समूह ने शनिवार को बुखारी का पुतला फंूका और सरकार से उनको राष्ट्रदोह के आरोप में गिरफ्तार करने की मांग की।
गौरतलब है कि गोरखपुर से भाजपा सांसद महंत आदित्यनाथ ने बुखारी को पाकिस्तान भेने की मांग की थी -
जैसलमेर रेत के धोरों पर खुला सिनेमा का सुनेहरा पर्दा वंडरलस्ट फिल्म फेस्टिवल के दूसरे दिन रेगिस्तान पर दिखाई गयीं फिल्में १ नवंबर, २०१४, जैसलमेर वंडरलस्ट फिल्म फेस्टिवल के दूसरे दिन का आयोजन जैसलमेर के सुनहरे रेत के धोरों के बीच किया गया. "Poop on Poverty", "My Beautiful Village Bhinmal" और "El Balsero" समेत कई और ट्रेवल से जुडी फिल्में यहाँ स्क्रीन हुईं। फेस्टिवल ने चांदनी रात में थार की ख़ूबसूरती के बीच फिल्मों का मज़ा ले रहे दर्शकों को काफी रोमांचित किया. फिल्मों की स्क्रीनिंग सम सैंड डून्स में स्थित पायल, चिराग और प्रिंस डेज़र्ट कैम्प्स में की गयीं जिसमें देसी और विदेशी दर्शक उपस्थित थे. उन्होंने इस यादगार अनुभव के लिए आयोजकों के प्रयासों की प्रशंसा की. इसी के साथ पायल सफारी कैंप के श्री करीम खान का कहना था कि इस तरह के अनोखे कार्यक्रमों के आयोजनों से न केवल ज़्यादा पर्यटक आकर्षित होंगे बल्कि उनको कभी न भूलने वाला एक यादगार अनुभव होगा। ऐसा ही कुछ कहना था चिराग रिसॉर्ट्स के श्री अलादीन और प्रिंस डेजर्ट सफारी के श्री गजेन्द्र सिंह और श्री जेठू सिंह का, जो कि फेस्टिवल के दूसरे दिन उसके वेन्यू पार्टनर थे. ३ दिन के इस फेस्टिवल का कल २ नवंबर को मिस्टिक जैसलमेर में आख़िरी दिन होगा और इसमें कई और दर्शकों के शामिल होने की संभावना है. इस फेस्टिवल का मुख्य उद्देश्य है ट्रेवल की भावना का अनुष्ठान और सिनेमा के दृष्टिकोण से दुनिया की एक अनोखी यात्रा। ये फेस्टिवल दिखाई जाने वाली फिल्मों के माध्यम से न केवल पर्यटन को बढ़ावा देना चाहता है, बल्कि सफर के अनुरागी सभी लोगों को साथ में जोड़ना चाहता है. फेस्टिवल से जुडी सभी जानकारी उस की वेबसाइट पे उपलब्ध है. वंडरलस्ट ट्रेवल फिल्म फेस्टिवल का आयोजन कर रहे हैं फिल्म मेकर अदिति शर्मा और पर्यटन व्यवसाई अशरफ अली. इस के मीडिया पार्टनर है, फेस्टिवल पार्टनर है मिस्टिक जैसलमेर और ऑनलाइन पार्टनर है.
बाड़मेर तीन साल बाद शहर की सुध लेने कलेक्टर जनता के बीच पहुंचे
लो बाड़मेर वासियों के लिए आई राहत भरी खबर। लम्बे अरसे बाद शहर की सुध लेने जिला कलेक्टर आम जन की समस्याओ से हो रहे हे रूबरू। जनता और प्रशासन के बीच तीन साल से बढ़ी खाई पाटने की शुरुआत। नव नियुक्त जिला कलेक्टर मधुसुदन शर्मा शहर के हालातो से हो रहे रूबरू।
बाड़मेर का दुर्भाग्य रहा था की पिछले तीन सालो तक जिला कलेक्टर के पद के प्रति किसी आम जन को मोह नहीं रहा ,तत्कालीन जिला कलेक्टर भानु प्रकाश एटूरू एकांत स्वाभाव के होने के कारन लोगो के बीच कभी नहीं गए ,लोग अपनी आम और मूल बहुत सुविधाओ से निजात पाने की उम्मीदे खो चुके थे ,नगर परिषद की बदहाली के चलते खुद गया ,गन्दगी के ढेर लग गए ,बाड़मेर शहर के सौन्दर्यकरण को दाग लगते रहे ,आम जनता भी इसकी इसकी आदि हो गयी ,जिला प्रशासन और जनता के बीच दूरिया बढ़ती गयी ,
शनिवार को पदभार ग्रहण के साथ नए जिला कलेक्टर मधुसूदन शर्मा ने आम जनता की अपेक्षाओं को फिर पंख लगा दिए ,उन्होंने स्पष्ट कहा की जनता की सेवा उनका ध्येय हैं ,रविवार को नए कलेक्टर शहर की सुध लेने आम जन के बीच पहुँच गए ,जिले कलेक्टर को शहर की वास्तविक स्थति से रूबरू होना जरिरि हैं ,आसपास का ध्यान रखने वाला ही जिले का ध्यान रख पायेगा ,आम जन नए कलेक्टर को लेकर न केवल उत्साहित हे अपितु नै अपेक्षाए भी उनसे बंधी हैं ,
अलवर। अलवर जिले के भिवाडी बाईपास पर शनिवार रात मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने एक दुकानदार और उसके भतीजे को गोली मार कर घायल कर दिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कजारिया ग्रीन सोसायटी के पास स्थित किराना की दुकान पर बिल्लू और उसका भतीजा बैठा था तभी मोटरसाइकिल सवार दो बदमाशों ने गोलीबारी कर दी। गोली लगने से दोनों घायल हो गए।
सूत्रों ने बताया कि बिल्लू को गुडगांव भेजा गया है जबकि उसका भतीजा भिवाडी में भर्ती है। बिल्लू की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है। -
हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ जिले के भादरा थाना क्षेत्र में शनिवार एक नव दम्पती के जहरीला पदार्थ खा लेने से युवती की मौत हो गई जब पति की हालत गंभीर बनी हुई है।
पुलिस के अनुसार किराडा छोटा गांव में सुबह होशियार लाल जाट के पुत्र मोतीलाल और पुत्रवधु किरण (22) ने अपने कमरे में कीटनाशक का सेवन कर लिया।
उन्हें तुरन्त भादरा के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया जहां किरण को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार दोनों का गत सितम्बर में ही विवाह हुआ था। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
सीनियर पदों पर लगाए जूनियर अफसरवन विभाग में ट्रांसफर का अजब खेल, मनपसंद पोस्टिंग के लिए नियम ताक पर जयपुर वनविभाग में ट्रांसफर पोस्टिंग में सिफारिशों का अजब खेल चल रहा है। मनपसंद जगह पर पोस्टिंग देने के लिए सारे नियम ताक पर रख सीनियर को जूनियर और जूनियर को सीनियर कैडर का पद दिया जा रहा है। जूनियर आईएफएस को सीनियर आईएफएस के कैडर पदों पर तैनाती दी जा रही है वहीं सीनियर आईएफएस प्रमोशन के बावजूद जूनियर कैडर पर जमे हैं। राजस्थान वन सेवा का हाल इससे भी बदतर है जहां भारी-भरकम वर्क डिवीजन वाले क्षेत्रों में डीएफओ की जगह एडहॉक प्रमोशन वाले डीसीएफ लगा रखे हैं। एक दिन पहले ही 10 आईएफएस की तबादला सूची में इसी प्रकार की गफलत के बाद कैडर प्रबंधन गड़बड़ाने को लेकर विभाग में जबर्दस्त रोष फैल गया है। केस-1 ^हम तो नाम भेजते हैं आगे का काम अतिरिक्त मुख्य सचिव का होता है। उन्हें देखना है कि ट्रांसफर और प्रमोशन कैसे हों। राहुलकुमार, प्रधानमुख्य वन्य जीव संरक्षक ^सरकारके पास सारे पावर होते हैं। किसी भी अफसर को कहीं भी लगाया जा सकता है। मेरे पास कोई अधिकारी शिकायत लेकर नहीं आया। -ओपीमीणा, एसीएसवन विभाग विभाग में 1986 बैच के आईएफएस अधिकारियों को सीसीएफ से एपीसीसीएफ पर प्रमोट किया जा चुका है। जबकि इसमें 86 बैच के एके सिंह मौजूदा समय में सीसीएफ अजमेर की फील्ड पोस्ट पर जमे हैं। यही नहीं विभाग में एपीसीसीएफ कैडर वाली फोरेस्ट प्रोटेक्शन और कैंपा की पोस्ट खाली चल रही हैं। इनके अलावा एपीसीएफ योगेंद्र दक और अमरीक सिंह गुरु भी कुछ समय तक जूनियर कैडर की फील्ड पोस्ट पर रह चुके हैं। राजस्थानवन सेवा का हाल : राजस्थानवन सेवा में पदोन्नत होकर : डीएफओ बन चुके अधिकारियों को ऑफिस और सचिवालय में तैनात कर रखा है जबकि फील्ड में डीएफओ की पोस्ट पर एडहॉक प्रमोशन वाले डीएफओ लगाए गए हैं। इसमें छतरगढ़ वन मंडल, जैसलमेर शामिल हैं। केस-2 केस-1 कंजरवेटर राहुल भटनागर को चीफ कंजरवेटर, उदयपुर के पद पर लगाने के लिए एक्स कैडर की इस पोस्ट को डाउनग्रेड कर दिया गया। कंजरवेटर कैडर के 16 आईएफएस अधिकारियों में इनका नंबर 15वां है। इसके अलावा 23 चीफ कंजरवेटर इनके ऊपर हैं। गूगलपर खुद को बता रखा है सीसीएफ: इंटरनेटपर राहुल भटनागर आईएफएस के नाम से सर्च करने पर इनका पद सीसीएफ बताया जा रहा है जबकि ये सीएफ ही हैं।अजय गुप्ता कंजरवेटर कैडर के अधिकारी हैं उन्हें बनास परियोजना में सीसीएफ के पद के विरुद्ध लगाया गया जबकि 7 कंजरवेटर और चीफ कंजरवेटर्स की इस पद के लिए दावेदारी इनसे ज्यादा थी। वन विभाग
बाड़मेर पुलिस अधीक्षक पारिस देशमुख की नई पहल,सिपाहियों को प्रोत्साहन बाड़मेर पुलिस अधीक्षक पारिस देशमुख अनिल ने कार्यभार ग्रहण करने के साथ पुलिस की सबसे अहम् कड़ी पुलिस सिपाही के सशक्तिकरण पर काम शुरू किया ।सिपाहियों के साथ अपराध बैठक लेकर उन्होंने सिपाहियों को केस निवारण में और क्षेत्र में आ रही समस्याओ को सुना। उन्होंने सिपाहियों के सशक्तिकरण पर खास जोर दिया वाही परिवाद निवारण में रसीद सिस्टम लागू करने पर विचार विमर्श किया।वही शहरी क्षेत्रो में यातायात व्यवस्था और बेहतर करने के निर्देश दिए। बकाया मुकदमो की समीक्षा करने के साथ उन्होंने बीट रजिस्टर भी जांचे। उन्होंने बताया की बेस्ट बीट रजिस्टर को सोमवार को समानित किया जाएगा। देशमुख ने आज शिव थाना और ग्रामीण थानों का निरिक्षण किया। उन्होंने सभी को डोर टू डोर सर्वे के आदेश दिए। इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने को कहा।