जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने रविवार को राजधानी जयपुर का औचक निरीक्षण किया वो भी बिना किसी सुरक्षा बेड़े और वाहनों के काफिले के।
राजे ने बिना लाल बत्ती अपनी निजी कार से शहर का दौरा किया और साफ सफाई का जायजा लिया।
दौरे के दौरान खामियां मिलने पर राजे ने अधिकारियों को उन्हें दुरूस्त करने के निर्देश भी दिए।
पर्यावरण प्रेमी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बाईस गोदाम सर्किल, जनपथ, स्टेच्यू सर्किल, रामबाग और सचिवालय स्थित बगीचों का जायजा लिया और उन्हें निखारने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
राजे ने अधिकारियों को सचिवालय में मंत्रालयिक भवन के पीछे एक और पार्किग स्थल बनाने के निर्देश दिए।
रामबाग सर्किल और महत्वर्पूण चौराहों पर लगे पोस्टरों को देखकर राजे ने अधिकारियों से अपनी नाराजगी जताई।
उन्होंने कहा कि वे प्रदेश में कहीं भी बिना किसी सूचना के औचक निरीक्षण करने पहुंच सकती है।
जयपुर। राजस्थान के चूरू जिले के सरदारशहर विधानसभा क्षेत्र से विधायक भंवरलाल शर्मा को कांग्रेस पार्टी से निलंबित करने के बाद पार्टी की परेशानी बढ़ गई है। कांग्रेस के राज्य में सिर्फ 21 विधायक हैं, शर्मा का निष्कासन करने के बाद अब उसके पास महज 20 विधायक रह गए हैं। ऎसे में 20 विधायकों के साथ नेता प्रतिपक्ष का दावा संकट में पड़ जाएगा।
निलंबित विधायक शर्मा ने कहा कि अब राजस्थान भी कांग्रेस के लिए तमिलनाडु जैसा हो जाएगा। राजस्थान विधानसभा में अब नेता प्रतिपक्ष भी नहीं रहेगा तथा आगामी चुनावों में कांग्रेस को इसका खामियाजा उठाना पडेगा। शर्मा ने कहा कि मैं आज कांग्रेस की गुलामी से आजाद हो गया हूं।
उल्लेखनीय है कि शर्मा ने शनिवार को कहा था कि राहुल गांधी चापलूसों से घिरे हैं। वे पार्टी उपाध्यक्ष पद के लायक नहीं हैं। 3-4 जोकरों की टीम कांग्रेस चला रही है। इन पैराशूटी नेताओं के पास कार्यकर्ताओं के लिए समय नहीं है। उन्होंने मीडिया में बयानबाजी कर कांग्रेस के राष्ट्रीय एवं राज्य के कई और नेताओं को भी कोसा था।
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी पुत्र मोह में धृतराष्ट्र नहीं बनने की सलाह भी दी थी। इस बयानबाजी पर शनिवार को पार्टी ने शर्मा से स्पष्टीकरण मांगा था और एक दिन बाद रविवार को उनको निलंबित करने की कार्रवाई की गई।