गुरुवार, 30 मई 2013

सात साल की मासूम से दुष्कर्म

सात साल की मासूम से दुष्कर्म

जैतारण(पाली)। आनंदपुर कालू थाना क्षेत्र में एक सात वर्षीय मासूम से दुष्कर्म का प्रकरण सामने आया है। तीन दिन पुरानी घटना की आनंदपुर कालू पुलिस ने जांच प्रारंभ करते हुए आरोपित की तलाश में दल भेजा है। मंगलवार को पीडिता का मेडिकल करवाया गया।

सहायक उप निरीक्षक अमरसिंह ने बताया कि 25 मई की रात्रि को एक सात वर्षीय किशोरी अपने घर मे अकेली सो रही थी तथा उनके माता व पिता अपने घर से थोड़ी दूर एक शादी में बंदोली देखने के लिए हुए थे। इस दौरान पड़ोसी छोटूराम (25) पुत्र भंवरूराम ने मासूम के साथ दुष्कर्म किया। घर लौटे परिजनों को जब घटना की जानकारी मिली तो वे घबरा गए। सूचना मिलने पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच प्रारंभ की है। मंगलवार को पीडिता का मेडिकल करवाया गया और आरोपित की तलाश में टीम भेजी है।

मौत' का दूसरा नाम बना अंबेडकर का रिश्तेदार!

नई दिल्ली. दंडकारण्य। संस्कृत में इस शब्द का मतलब होता है, ऐसा जंगल जहां सज़ा मिलती है। आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा और मध्य प्रदेश की सीमाओं तक फैले दंडकारण्य (इसे नक्सली डीके कहते हैं) के करीब 93 हजार वर्ग किलोमीटर के इलाके में 'समानांतर' सरकार चला रहे नक्सलियों के बीच 47 साल के मिलिंद तेलतुम्बदे का नाम 'इज्जत' के साथ लिया जाता है। मिलिंद के भाई और जाने माने मैनेजमेंट पेशेवर आनंद की शादी अंबेडकर की पोती से हुई है। मिलिंद महाराष्ट्र में सीपीई (माओवादी) का सेक्रेटरी है और इनदिनों वह फरार चल रहा है।
'मौत' का दूसरा नाम बना अंबेडकर का रिश्तेदार!
मिलिंद का जन्म यवतमाल जिले के राजुर गांव के एक दलित परिवार में हुआ था। मिलिंद ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। और उसके बाद वह वेस्टर्न कोल फील्ड्स में नौकरी करने लगा। गढ़चिरौली के एसपी हक के मुताबिक, '80 के दशक में मिलिंद वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के मजदूर यूनियन में सक्रिय था। इस दौरान वह माओवादी नेताओं के संपर्क में आया। माओवादी नेता गढ़चिरौली समेत महाराष्ट्र के विभिन्न इलाकों में नक्सलियों की पैठ बनाना चाहते थे।'