सोमवार, 29 अक्तूबर 2012

'भ्रष्टाचारी है मेरा बाप, टिकट दिया तो ठीक नहीं होगा'

'भ्रष्टाचारी है मेरा बाप, टिकट दिया तो ठीक नहीं होगा' 

अमरेली (गुजरात)। गुजरात के सावरकुंडला से भाजपा विधायक कालू विराणी के खिलाफ खुद उनकी बेटी ने मोर्चा खोल दिया है। रीता ऊर्फ अल्पा विराणी ने पिता पर भ्रष्टाचारी होने के आरोप लगाते हुए भाजपा व मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी से पुन: टिकट न देने की मांग की है। बकौल रीता, उन्हें पिता से जान का खतरा है। वे लगातार धमकी दे रहे हैं। रविवार सुबह भी पिता व उनके भाई ने धमकाया। टिकट न देने की मांग दोहराते हुए रीता ने कहा कि बावजूद इसके टिकट दिया गया तो वे खुद पिता के खिलाफ प्रचार करेंगी। रविवार को रीता ने संवाददाताओं से बातचीत में उक्त आरोप लगाए।
'भ्रष्टाचारी है मेरा बाप, टिकट दिया तो ठीक नहीं होगा' 


विधायक कालूभाई ने आरोपों को खारिज करते हुए बेटी को मानसिक रूप से अस्वस्थ बताया। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि 20 साल से बेटी का उपचार करवा रहा हूं। मार कैसे डालूंगा? चुनाव सिर पर हैं। निहित स्वार्थी लोग मेरी बेटी को ढाल बना कर मेरे खिलाफ तथ्यहीन आरोप लगाए हैं। 30 वर्षीय बेटी का विभिन्न शहरों के अस्पतालों में उपचार करवाया है किन्तु स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता। 900 करोड़ की संपत्ति जुटाई : रीता ने आरोप लगाया कि उनके पिता का सिंगापुर, गोवा एवं दीव में पिता के होटल हैं। उन्होंने 900 करोड़ की संपत्ति जुटाई है। स्विस बैंक में पिता का खाता होने का भी रीता ने दावा किया है। पेशे से फैशन डिजाइनर रीता के अनुसार सूरत-अहमदाबाद एवं सावरकुंडला में भी पिता की बेशुमार संपत्ति है। फिर भी वे हर काम में भ्रष्टाचार में लिप्त रहते हैं। रीता ने पिता कालूभाई को पहली पत्नी की मौत के लिए भी जिम्मेदार ठहराया। रीता ने फैशन डिजाइनिंग के अलावा सिंगापुर से होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई भी की है। होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए उन्हें सरकार की ओर से मदद भी मिली थी।

दिल्ली-उदयपुर एक्सप्रेस के इंजन में लगी आग, जंगल में डेढ़ घंटे खड़ी रही ट्रेन



भीलवाड़ा। दिल्ली-उदयपुर चेतक एक्सप्रेस के इंजन में सोमवार अल सुबह तकनीकी खराबी आ जाने से आग लग गई। ट्रेन चालक और गार्ड की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया। मगर करीब डेढ़ घंटे तक जंगल में अटकी रही चेतक एक्सप्रेस तीन घंटे देरी से उदयपुर के लिए रवाना हो पाई। वहीं भोपाल-जयपुर ट्रेन दो घंटे तक भीलवाड़ा स्टेशन पर अटकी रही।
 


चेतक एक्सप्रेस के इंजन में भीलवाड़ा स्टेशन से सात किलोमीटर पहले जौधड़ास अंडरब्रिज पर सुबह 4 बजे अचानक आग लग गई। चालक ने ट्रेन रोक दी। घटना के बाद इंजन के पास वाले चार डिब्बों में अफरा-तफरी मच गई। चारों डिब्बे देखते ही देखते खाली हो गए। चालक शिशुपाल ओझा, गार्ड दीपक शर्मा और सहायक ड्राइवर किशन रावत ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए बड़ा हादसा टाल दिया। चालक और सहायक ने लोगों की सहायता से जलते इंजन को ट्रेन से अलग कर दूर किया। धकेलने के दौरान ढलान होने से इंजन ट्रेन से दो किलोमीटर दूर चला गया।



कंट्रोल रूम व स्टेशन पर सूचना मिलते ही पुलिस व दमकल मौके पर पहुंची। सुबह 4.10 पर लगी आग पर 5 बजे काबू पाया गया। भीलवाड़ा से दूसरा इंजन भेजकर लाइन खाली कराई गई। लांबिया स्टेशन से मालगाड़ी का इंजन मंगवा दिल्ली-उदयपुर चेतक एक्सप्रेस को मांडल स्टेशन पहुंचाया गया। हादसे के बाद सुबह 4.06 बजे से भीलवाड़ा स्टेशन पर अटकी भोपाल-जयपुर ट्रेन को सुबह 6.30 बजे रवाना किया गया। ट्रैक पर हालात सामान्य होने पर चेतक एक्सप्रेस को उदयपुर के लिए सुबह 7.20 बजे मांडल स्टेशन से रवाना किया गया। घटना के बाद वरिष्ठ मंडल यांत्रिकी अभियंता पावर सत्यवीर सिंह यादव, लोको इंस्पेक्टर दिनेश शर्मा व राजेंद्र बुढ़ाना ने जांच शुरू की। आग का कारण इंजन के रबर फ्यूल पाइप में लीकेज बताया गया है।