रविवार, 30 सितंबर 2012

आईएसआई ने कराई हिना की जग हंसाई!

आईएसआई ने कराई हिना की जग हंसाई!
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के बेटे और पीपीपी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी के इश्क की खबरों को सार्वजनिक करवाने में आईएसआई का हाथ बताया जा रहा है। ब्रिटेन के एक समाचार पत्र ने यह खबर दी है। हालांकि पाकिस्तान की सेना ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। आईएसआई के प्रवक्ता ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया कि आईएसआई हिना और बिलावल को बदनाम करने के लिए अभियान चलाए हुए हैं। प्रवक्ता ने कहा कि विदेश मंत्री और आईएसआई के बीच कोई दिक्कत नहीं है।

प्रवक्ता ने कहा कि यह अभियान वे लोग चला रहे हैं जो विभिन्न संस्थानों के बीच मतभेद पैदा कर पाकिस्तान को कमजोर करना चाहते हैं। इसमें कुछ भी नया नहीं है। ये लोग पहले भी इस तरह की गलत खबरें प्रकाशित करवा चुके हैं। ब्रिटेन के समाचार पत्र को ऎसी खबर छापने से पहले विभिन्न संस्थाओं से पुष्टि तो करनी चाहिए थी। समाचार पत्र को जिम्मेदारी से बर्ताव करना चाहिए था। बिना नाम और सूत्रों के हवाले से चलाई जा रही खबरों को लेकर पाकिस्तान की सेना कानूनी कार्रवाई कर सकती है।

ब्रिटेन के समाचार पत्र ने पीपीपी के वरिष्ठ नेता के हवाले से बताया है कि सुरक्षा बलों की ओर से हिरासत में लिए जाने के बाद लापता हुए हजारों लोगों के मामले की संयुक्त राष्ट्र संघ की टीम से जांच करवाने में हिना का हाथ रहा है। इससे आईएसआई भड़क गई थी। यूएन वर्किग ग्रुप ने हाल ही में पाकिस्तान का दौरा किया था। उसने इस मामले में पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी।

थार लिंक एक्सप्रेस से पाक जा रहे यात्री को रोका

पाक जा रहे यात्री को रोका

गडरारोड थार लिंक एक्सप्रेस से शनिवार को पाक की यात्रा कर रहे एक यात्री को मुनाबाव अंतरराष्ट्रीय रेलवे स्टेशन पर इमिग्रेशन जांच में पासपोर्ट फर्जी होने के शक पर रोक दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्थान के पाली जिला निवासी इरफान अली पुत्र इंसाफ अली को फर्जी पासपोर्ट के जरिए पाक की यात्रा करते हुए पाया गया। इमिग्रेशन जांच में उसे पकड़ कर जीआरपी को सुपुर्द किया गया। जोधपुर स्थित भगत की कोठी रेलवे स्टेशन पर टिकट वितरण के दौरान पासपोर्ट एवं वीजा संबंधी दस्तावेज की जांच करने के बाद ही टिकट दिया जाता है।

भगत की कोठी में दस्तावेज की जांच में फर्जीवाड़े का पता नहीं चला एवं टिकट दे दिया जिस पर यात्री ने थार लिंक एक्सप्रेस में शुक्रवार मध्यरात्रि को यात्रा प्रारंभ की एवं शनिवार सुबह हुई मुनाबाव में इमिग्रेशन जांच में पासपोर्ट नंबर एसी0514290, 6 जनवरी, 1997 लिखा पाया गया,इसके फर्जी होने के शक पर उसको यात्रा करने से रोक दिया ।

- एक युवक को फर्जी पासपोर्ट होने के कारण यात्रा करने से रोक दिया है एवं जीआरपी को सुपुर्द किया गया है। उसने पासपोर्ट कहां से बनवाया इसके लिए सुरक्षा एजेंसियां उससे पूछताछ करेगी।

breaking news बाड़मेर ...गडरा में युवक की हत्या ...

breaking news बाड़मेर ...गडरा में युवक की हत्या ...


बाड़मेर जिले के सरहदी थाना क्षेत्र गडरा में एक युवक की हत्या से सनसनी फेल गई.पुलिस सूत्रों के अनुसार गडरा में मेघवाल जाती के एक व्यक्ति की हत्या हो गई .समाचार लिखे जाने तक पुलिस दल घटनास्थल पर था .पूरा विवरण शीघ्र मिलने की उम्मीद हें .मृतक भाजपा नेता दशरथ मेघवाल का रिश्तेदार बताया जा रहा हें

banke bihari tere naina kajrare....

जैसलमेर रासला गांव के पास स्थित देगराय माता मंदिर


देगराय  में भजन संध्या आयोजित


 जैसलमेर  रासला गांव के पास स्थित देगराय माता मंदिर में शुक्रवार को रात्रि जागरण का आयोजन किया गया। जिसमें राजेंद्र रंगा एवं पार्टी द्वारा भजनों की प्रस्तुतियां दी गई। साथ ही सत संगियों ने भी रात्रि जागरण में अपनी सहभागिता निभाई। इस अवसर पर भगवानदास बिसानी, चानणमल, रमेशचन्द्र, कमल बिसानी, धूड़चंद, भगवान चांडक, दुर्जनसिंह, राजेन्द्र कुमार व्यास आदि उपस्थित थे। भजन संध्या में अचला, मूलाणा, करडा आदि गांवों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। भक्ति संध्या में कलाकारों द्वारा देवी माता के विभिन्न भजनों की प्रस्तुतियां दी गई। पूरी रात चले भजनों का सभी ने आनंद लिया। रात्रि जागरण में खेम चन्द्र, मानसिंह, जितेन्द्र व कैलाश आदि गायकों ने प्रस्तुतियां दी।

जैसलमेर  रासला गांव के पास स्थित देगराय माता मंदिर 

राजस्थान का विविध रंगी लोक जीवन अपने वैविध्य के सौंदर्य से किसी का भी मन मोह सकता है और जब जीवन के हर क्षेत्र में रंगों का वैविध्य हो तो भला आस्था का क्षेत्र अछूता कैसे रह सकता है. शायद इसीलिए राजस्थान में अनेक लोक देवताओं और लोक देवियों की अमूल्य उपस्थिति जन-जीवन से अभिन्न जुड़ाव रखती है रामदेव,गोगाजी,पाबूजी,भैरूंजी,देवनारायण,हड़बूजी,मल्लिनाथ,तेजाजी , कल्लाजी,मेहाजी जैसे अनेक लोक देवता राजस्थानी जन मानस को गहरे तक प्रभावित करते हैं.और उतनी ही महत्वपूर्ण है लोक देवियों की उपस्थिति . करणी माता,ऊंठाला माता,आवरी माता,हिंगलाज माता,आवड़ माता,इडाणा माता और आई माता जैसे विश्वास के अनेक सोपान हैं जहां आस्था निरंतर दीप प्रज्जवलित कर श्रद्धा को जन-जन में जीवंत बनाये रखती है. इसी परंपरा का एक जागृत शक्ति-पुंज है - देगराय . देगराय आवड़ माता का ही एक रूप है कहते हैं जब सिंध के शासक उमर सूमरा ने आवड़ माता से विवाह का प्रस्ताव रखा तो देवी ने उसका वध करके जैसलमेर की ओर प्रस्थान किया उस शक्ति पुंज ने एक स्थान पर भैंसे के सिर को देग बनाकर उसमे अपनी चुनरी रंगी तब से उनका एक नाम देगराय भी हुआ. भाटी राजवंश पर आवड़ माता की विशेष कृपा रही और भाटी राजवंश के ही जैसलमेर से बाड़मेर जाने के रास्ते में ही देवीकोट से कुछ दूरी पर है देगराय का प्रकृति के सानिध्य में बसा एक खूबसूरत सा मंदिर। किसी भी स्थान के लोक देवी-देवता इसलिए बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये अपने दौर के वो नायक हैं जिन्होंने जनमानस के लिए संघर्ष किया और शुभ की स्थापना का साहस दिखाया आप पूरे भारत में कहीं भी चले जाइए लोक देवता हर जगह होंगे और साथ ही होंगी बुराई के विरुद्ध उनके संघर्ष की अनेक कहानियां . कालांतर में जनमानस उन्हें देवी-देवता बनाकर पूजता भी इसीलिए है क्योंकि वो भी सदैव शुभ और सत्य की सत्ता का आग्रही है. दूसरी बात जो बेहद महत्वपूर्ण है वो है लोक देवी-देवताओं का प्रकृति से अमिट जुड़ाव अधिकांश लोक देवी-देवताओं का किसी वृक्ष से जोड़ा जाना भी शायद जन-जन में प्रकृति से जुड़ाव की भावना का संचार करने का कोई भारतीय विचार ही रहा होगा. देगराय के मंदिर में मुझे सबसे अधिक आकर्षित किया वहां की शांति ने. साथ ही मंदिर के पीछे एक झील भी थी जिसे देखकर तो मैं भूल ही गया कि मैं मरुभूमि का यात्री हूँ .