शनिवार, 29 सितंबर 2012

मेले में उत्कृष्ट कार्य करने वालों का हुआ सम्मान




मेले में उत्कृष्ट कार्य करने वालों का हुआ सम्मान



रामदेवरा बाबा रामदेव का 628 वां भादवा मेले का समापन एवं सम्मान समारोह गुरुवार रात्रि को ग्राम पंचायत के रंगमंच पर आयोजित किया गया। समारोह के अवसर पर जिला कलेक्टर शुचि त्यागी, पोकरण विधायक शाले मोहम्मद, जिला पुलिस अधीक्षक ममता राहुल विश्नोई, प्रधान वहीदुल्ला मेहर, उपखण्ड अधिकारी अशोक कुमार चौधरी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी बलदेवसिंह उज्ज्वल, अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी देवाराम सुथार, वृत्ताधिकारी विपिन शर्मा, गादिपति राव भोमसिंह तंवर, सरपंच भोमाराम वानर, तहसीलदार त्रिलोकचंद वैष्णव, विकास अधिकारी छोगा राम विश्नोई, नायब तहसीलदार नारायणगिरी, थानाधिकारी हुकम सिंह, ग्राम सेवक ताराराम पंवार तथा पटवारी माधव दान रतनू उपस्थित थे।

कार्यक्रम के अवसर पर जिला कलेक्टर शुचि त्यागी ने बाबा रामदेव के दोहरे मेले को शांतिपूर्वक संपन्न करवाने में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग के लिए प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस, ग्रामीण एवं दर्शनार्थियों का आभार प्रकट किया। उन्होंने उपखण्ड अधिकारी अशोक चौधरी द्वारा मेले में की गई व्यवस्थाओं की सराहना की। जिला पुलिस अधीक्षक ममता राहुल विश्नोई ने मेले के दौरान किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं होने तथा तालाब में डूबने की घटनाओं पर अंकुश लगने को सराहनीय बताया।

उन्होंने यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने व सड़क दुर्घटना न होने को पुलिस की मुस्तैदी व बाबा रामदेव की कृपा बताया। पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने मेला प्रशासन व पुलिस को मेले की संपन्नता पर बधाई दी। उन्होंने स्थानीय रामसरोवर तालाब को नहरी पानी से जोडऩे का वादा किया। उन्होंने विश्वास दिलाया कि अगले मेले से पूर्व स्थानीय सरोवर तालाब व पोकरण शहर को नहरी पानी उपलब्ध करवा दिया जाएगा। प्रधान वहीदुल्ला मेहर ने मेला अधिकारी, उनकी टीम व पुलिस की सराहना की। इससे पूर्व उपखण्ड अधिकारी अशोक चौधरी ने मेले में विभिन्न विभागों द्वारा की गई व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी दी। सरपंच भोमाराम वानर ने उपस्थित सभी अधिकारियों, जन प्रतिनिधियों तथा ग्रामीणों का आभार प्रकट किया। मंच का संचालन बीरमाराम मेडवा ने किया।

ञ्चबाबा रामदेव मेले का समारोहपूर्वक समापन, अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को किया सम्मानित

अगर जींस टॉप पहनकर आईं तो नहीं मिलेगा जैन मंदिर में प्रवेश

गुना। शहर के जैन मंदिरों में युवतियां अब जींस, टॉप और आधुनिक वस्त्र पहनकर नहीं जा सकेंगी। महिलाओं के भी लिपस्टिक लगाकर और सजधज कर मंदिर आने पर पाबंदी रहेगी। यह फैसला जैन समाज ने शुक्रवार को आर्यिका गुरुमति माता के निर्देश पर लिया है।  
विद्यासागर नगर स्थित श्री दिगंबर जैन वासुपूज्य जिनालय में हुई धर्मसभा में आचार्य विद्यासागर महाराज की प्रथम शिष्या आर्यिका गुरुमति ने प्रवचन में कहा कि मंदिरों में शालीनता के साथ सादा वस्त्र पहनकर ही प्रवेश करना चाहिए। भड़काऊ वस्त्रों से स्वयं के भाव तो खराब होते ही हैं, देखने वाले के मन पर भी विपरीत असर आता है। उन्होंने कहा कि महिलाएं अपना श्रंगार घर में रहकर ही करें। श्रंगार स्वयं के लिए होता है, दूसरों को दिखाने के लिए नहीं। इसलिए मंदिर में लिपस्टिक आदि से श्रंगार करके न आएं। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि समाज को इस पर कठोर प्रतिबंध लगाना होगा।

पदाधिकारियों ने दी सहमति

दिगंबर जैन प्रबंध कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष अनिल जैन ने सहमति जताई और मंदिरों में भड़काऊ वस्त्र पहनकर आने वालों पर प्रतिबंध लगाने की बात कही। समिति के मंत्री अनिल जैन ने भी माताजी की बात पर सहमति जताई।