गुरुवार, 1 दिसंबर 2011

दिन दहाड़े भतीज ने चाचा की हत्या की

दिन दहाड़े भतीज ने चाचा की हत्या की 

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिला मुख्यालय पर भीड़ भाद वाले इलाके में आज सुबह भातिज ने चाचा की चाकुओ से गोद कर हत्या कर दी .पुलिस अधीक्षक संतोष चालके ने बताया की बाड़मेर शहर की मुख्य बाज़ार रतन सिंह बाज़ार में एक शराब के ठेके पर सुरेश सोनी पुत्र तुलसीदास सोनी उम्र ३० साल शराब पीने गया जहा अज्ञात व्यक्ति ने आकर सुरेश पर चाकुओ से तबाद तोड़ वर किये जिससे सुरेश की मौके पर ही मौत हो गयी ,पुलिस को सुइचना मिलाने पर पुलिस अधीक्षक संतोष चालके उप अधीक्षक नाजिम अली खान सी आई लूंन सिंह सहित पुलिस बल मौके पर पहुँच शव को बरामद कर पोस्ट मार्टम के लिए भेजा पुलिस द्वारा गहन पूछताछ और जांच से खुलासा हुआ की सुरेश की हत्या उसके भतीज मुकेश ने की पुलिस बल मुकेश की तलास ककर रही हें इधर स्वर्णकार समाज के लोगो ने किसान छात्रावास से रेलवे फाटक ३२६ पर जाम लगा दिया तथा हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की लगभग एक घंटा तक जाम लगाने के बाद पुलिस ने प्रदर्सन करियो को आश्वस्त किया की हत्यारे की पहचान कर ली गयी हें जल्द पकड़ा जाएगा .दिन दहाड़े भीड़ भरे इलाके में हत्या की खबर सुनते ही भरी भीड़ जमा हो गयी एक  बरगी क्षेत्र में सनसनी फेल गयी पुलिस  अधीक्षक ने समझदारी का परिचय देते हुए शव को घटनास्थल से तुरंत पोस्त्मर्तम के लिए भेज दिया अन्यथा माहौल गड़बड़ा जता 

स्‍वामी चिन्‍मयानंद पर बलात्‍कार, गर्भपात के लिए दबाव डालने और हत्‍या के प्रयास का केस



लखनऊ. पूर्व केंद्रीय गृह राज्‍य मंत्री स्‍वामी चिन्‍मयानंद पर बलात्‍कार, गर्भपात के लिए दबाव डालने और हत्‍या का प्रयास करने के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है। उत्‍तर प्रदेश पुलिस ने एक लड़की की शिकायत के आधार पर यह केस दर्ज किया है। लड़की बदायूं में रहती है। इससे पहले वह शाहजहांपुर में स्थित स्‍वामी के आश्रम में कई साल तक रह चुकी है।


अपर महानिदेशक (अपराध) सुबेश कुमार सिंह ने बताया कि केस दर्ज कर आरोपों की जांच की जा रही है। चिन्‍मयानंद ने आरोपों से इनकार किया है और इसे राजनीतिक साजिश बताया है।


सूत्र बताते हैं कि शिकायत करने वाली लड़की दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय की छात्रा रही चुकी है। उसने शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक को एक विस्‍तृत चिट्ठी लिख कर चिन्‍मनयानंद के खिलाफ शिकायत भेजी थी। इसमें उन पर हमला करने, बलात्‍कार करने और जान से मारने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया है।


चिट्ठी मिलने के बाद लड़की को शुरुआती जांच के लिए वरिष्‍ठ अधिकारियों के सामने पेश होने के लिए कहा गया। लड़की बुधवार को खुद अफसरों के सामने आई। इसके बाद केस दर्ज कर लिया गया।


सूत्र बताते हैं कि लड़की का कहना है कि जब वह चिन्‍मयानंद के मुमुख आश्रम में रहती थी, तब उसके साथ बलात्‍कार किया गया था। बाद में वह किसी तरह वहां से भाग गई। उसका यह भी कहना है कि जब उसने पुलिस में शिकायत की बात की तो चिन्‍मयानंद ने उसे कथित तौर पर जान से मारने की कोशिश की।

भारत-पाकिस्तान सीमा पर बाड़ लगाने का कार्य लगभग पूरा


राजस्थान में भारत-पाक सीमा पर बाड़ लगाने का कार्य पूरा हो गया है, केवल जैसलमेर क्षेत्रा में बालू के टीलों को हटाए जाने की समस्या के कारण कुछ हिस्से लगभग 8 कि.मी. भाग में बाड़ लगाने का कार्य अभी बाकी है। पाकिस्तान से लगी जम्मू एवं कश्मीर की सीमा के बाद यह दूसरी सबसे बड़ी अंर्तराष्ट्रीय सीमा है।
यह जानकारी सांसद श्री अश्क अली टाक को उनके अतरांकित प्रश्न के उत्तर में केन्द्रीय गृह राज्यमंत्राी श्री मुल्लापल्ली रामचन्द्रन ने आज राज्यसभा में दी।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि सीमा सुरक्षा बल तथा सेना भारत पाकिस्तान सीमा पर राजस्थान स्थित किसी भी जांच चौकी पर सुरक्षा जवानों की तैनाती नहीं करती है। तथापि, सुरक्षा की दृष्टि से सीमा सुरक्षा बल ने भारत पाकिस्तान सीमा पर राजस्थान में 270 सीमा जांच चौकियां (बी.ओ.पी.) स्थापित की हैं।

भंवरी के और गहने मिले!

भंवरी के और गहने मिले!

जोधपुर। एएनएम भंवरीदेवी मामले की जांच कर रही सीबीआई ने बुधवार को लूणी विधायक मलखान विश्नोई के भाई परसराम व उसकी पत्नी बिलाड़ा प्रधान कुसुम विश्नोई सहित करीब आधा दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ की। इस बीच सीबीआई को कई जगह तलाशी के दौरान कुछ और आभूष्ाण मिले हैं। इसमें सोने के टॉप्स भी हैं।

बताया जा रहा है कि ये जेवर भंवरी के हैं। पांचवीं बार पूछताछ के लिए आए परसराम से करीब आठ घंटे पूछताछ की गई। कुसुम से चौथी बार पूछताछ की गई। वीडियो पार्लर संचालक राजेश फोफलिया, निलम्बित उप निरीक्षक लाखाराम, पीपाड़ शहर के जयराम मेघवाल, बाबूलाल से भी पूछताछ की गई। जोधपुर-डेगाना के बीच चलने वाली निजी बस के कंडक्टर के घर की तलाशी भी ली।

भंवरी के परिजन चिंतित : भंवरीदेवी के अपहरण को तीन माह हो चुके हैं, लेकिन उसके परिजनों को पता नहीं चल पाया है कि भंवरी कहां और किस हाल में है, जिन्दा भी है या नहीं? भंवरी के पति अमरचन्द का कहना है कि वह किसे अपना दु:ख बताए। बच्चों को उनकी मां के बारे में क्या जवाब दे?
चालान पेश करने की तैयारी : नब्बे दिन पूरे होने के चलते सीबीआई सोहन के खिलाफ चालान पेश करने की तैयारी में है।


सोने के हार की फोरेंसिक जांच

आबूरोड स्थित जोहरी से बरामद भंवरीदेवी के सोने के हार व लॉकेट की सीबीआई द्वारा केन्द्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला से जांच करवाई जाएगी। सीबीआई हार को नई दिल्ली स्थित सीएफएसएल भिजवा रही है।





नहर में तो नहीं डाला भंवरी का शव?
श्रीगंगानगर। लापता एएनएम भंवरी की हत्या करके लाश नहर में तो नहीं बहा दी गई? भंवरी मामले में मुख्य लापता आरोपी सहीराम की खाजूवाला क्षेत्र में मौजूदगी के साक्ष्य इस आशंका को बल देते हैं। हर रोज तीन-चार लाशें उगलती नहरों में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं उसमें भंवरी का शव तो नहीं?


भंवरी प्रकरण में "मोस्ट वांटेड" सहीराम की तलाश में बीकानेर जिले के खाजूवाला व आसपास के कई गांवों में पुलिस ने दबिश दी। वह अब तक पकड़ में नहीं आया। मुख्य इंदिरा गांधी नहर खाजूवाला के पास से निकलती है और वहां सहीराम की मौजूदगी संदेह पैदा करती है।


सीबीआई इस एंगल से भी जांच में जुटी है कि कहीं भंवरी के शव को खाजूवाला के आसपास इंदिरा गांधी नहर में ठिकाने तो नहीं लगाया है। दरअसल इंदिरा गांधी नहर में हर रोज अलग-अलग जगह तीन-चार और महीने में सौ से भी ज्यादा शव बहते हुए आते हैं। इस राज से पर्दा तो सहीराम की गिरफ्तारी के बाद ही उठ पाएगा।


ऎसे पूरा होता है शव का सफर


पंजाब के फिरोजपुर जिले में स्थित हरिके हैडवर्क्स इंदिरा गांधी नहर का उद्गम स्थल है। जानकारों के अनुसार फिरोजपुर के आसपास कोई शव नहर में डाला जाए तो राजस्थान की सीमा में आते-आते वह इतना क्षत-विक्षत हो जाता है कि उसकी शिनाख्त मुश्किल हो जाती है।


नहर में शव की गति डेढ़ किमी प्रति घंटा होती है। नहर में डालने पर शव कुछ देर खड़ी अवस्था में बहता है। पानी भरने पर वह लेटी हुई अवस्था में बहता है।


हत्या का इशारा...


इंदिरा गांधी नहर के साथ गंगनहर व भाखड़ा नहर में आने वाले शवों का कपड़े या बोरे में बंद होना, युवक व युवती का एक साथ रस्सी से बंधे होना, शव का गला कटा होना या शरीर पर चोटों के निशान इशारा करते हैं कि मौत स्वाभाविक नहीं। पंजाब व हरियाणा के अपराधियों में हत्या के बाद शव को नहर में डालने की प्रवृत्ति पुरानी है। राजस्थान में भी अपराधी तत्वों में इस प्रवृत्ति का असर है। श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिलों में हत्या के बाद शव नहरों में डालने के कई मामले सामने आए हैं।

ठिकाने लगाने का जरिया


इंदिरा गांधी नहर के पानी ने उत्तर-पश्चिमी राजस्थान की बंजर भूमि को हरित क्षेत्र में बदला है, वहीं अपराधियों के लिए इसका पानी हत्या के बाद शवों को ठिकाने लगाने का जरिया बन गया है। पंजाब व हरियाणा में 167 किमी व राजस्थान में 37 किमी लंबी राजस्थान फीडर तथा इससे आगे जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ तक 445 किलोमीटर लंबी इंदिरा गांधी मुख्य नहर में हर साल सैकड़ों शव अंतिम सफर करते हैं। इनमें से कइयों की शिनाख्त हो जाती है और कई बिना शिनाख्त दफना दिए जाते हैं।

banke bihari tere naina kajrare.............