शुक्रवार, 30 सितंबर 2011

'रहम करो मुझ पर, प्लीज इस लाचारी भरी तस्वीर को अब हटा दो'


अहमदाबाद. गुजरात में 2002के दंगों के दौरान वे दंगाइयों से हाथ जोड़कर रहम मांग रहे थे। वे अब गुजरात पुलिस से आग्रह कर रहे हैं, ‘प्लीज! मेरी तस्वीर के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दें।’
अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर को कुतुबुद्दीन अंसारी ने 9 जून को पत्र लिखा। यह अब प्रकाश में आया है। इसमें उन्होंने लिखा है, ‘आज मैं अपने परिवार के साथ शांति से रह रहा हूं। यही नहीं, मेरे बच्चे भी अच्छे माहौल में रह रहे हैं। मुझे दुख होता है, जब मैं हाथ जोड़े हुए अपनी तस्वीर को अखबारों, वेबसाइटों और स्वयंसेवी संगठनों की रिपोर्टो के कवर पर देखता हूं। इसमें मेरी लाचारी नजर आती है। मैं आग्रह करता हूं कि प्लीज, मेरी तस्वीर के भविष्य में किसी भी तरह के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया जाए। साथ ही, सभी जगहों से इसे हटा दिया जाए।’

अंसारी ने बताया, ‘दंगो के बाद मैं महाराष्ट्र के मालेगांव चला गया। उसके बाद सिटीजन फॉर जस्टिस एंड पीस नाम एनजीओ की मदद से कोलकाता आ गया। यहां एक साल रहा। इसी दौरान मालूम हुआ कि मेरी तस्वीर को लोग अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।’ उनके मुताबिक, ‘दंगा पीड़ित होने के बावजूद अब तक उचित मुआवजा नहीं मिला। अहमदाबाद कलेक्टर को आवेदन दिया। वह खारिज हो गया। बताया गया कि आवेदन 2002 में ही दाखिल करना था।’

याद है वह घटना अंसारी ने पत्र में बताया कि जब दंगे शुरू हुए वह शहर के नरोदा इलाके में रहते थे। इलाके में दंगाइयों ने हमला कर दिया। वे भी फंस गए। जब वे उनसे रहम की गुजारिश कर रहे थे, किसी फोटोग्राफर ने तस्वीर खींच ली। बाद में पुलिस ने उन्हें बचाया।

बेटी की टीचर के साथ बाप की शर्मनाक हरकत आपको हिलाकर रख देगी!


अमृतसर.थाना सुल्तानविंड के शहीद ऊधम सिंह नगर में एक युवक ने बेटी की अध्यापिका को नशीली चाय पिलाकर हवस का शिकार बना डाला। इतना ही नहीं उसकी नग्न फोटो खींच कर ब्लैकमेल कर करीब 50 हजार रुपए व गहने हड़प लिए।

इसके बाद भी रुपयों की मांग जारी रही तो अध्यापिका ने अपने पति को बताने के बाद पुलिस को शिकायत कर दी। पुलिस ने युवक पवन कुमार, उसके भाई और मां के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

पीड़ित महिला आरोपियों की पड़ोसन है। उसने पुलिस को बताया कि वह युवक की बेटी को पढ़ाने उनके घर जाती थी। कुछ दिन पहले उनकी बेटी घर में नहीं थी। पवन ने कहा कि कुछ देर इंतजार कर लें, बस वह आने वाली है। इतने में उन्होंने चाय पिलाई जिसे पीते ही कुछ देर बाद वह बेहोश हो गई।

बेहोशी में ही आरोपी ने उसके साथ बलात्कार किया और तस्वीरें खींच लीं। जब उसे होश आया तो आरोपी ने धमकी दी कि अगर उसने इस बारे में किसी को बताया तो वह सबको ये तस्वीरें बांट देगा। बदनामी के डर से वह चुप रही, लेकिन आरोपी ने उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और रुपयों की मांग की। इस पर उसने 50 हजार रुपए और सोने चांदी के गहने दिए। इसके बावजूद भी जब उसने फोटोग्राफ्स वापस नहीं दिए तो उसने आरोपी के भाई और मां को सारी बात बताई। उन्होंने भी उसे ही गलत ठहराया और कहा कि वह उसके बेटे को बदनाम करना चाहती है।