मंगलवार, 30 अगस्त 2011

जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर श्रीमती ममता बिश्नोई द्वारा मेलास्थल का भ्रमण



जैसलमेर रामदेवरा में विश्व विख्यात ‘‘बाबा रामदेवरा मेला‘‘ का विधिवत शुभारम्भ होने के अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर श्रीमती ममता बिश्नोई द्वारा मेला प्रभारी श्री गणपतलाल अति0 पुलिस अधीक्षक, जैसलमेर के साथ हमराह होकर सम्पूर्ण मेला स्थल का भ्रमण किया एवं मेले में लगे जाब्ते को चैक कर सम्पूर्ण अधिकारियों/कर्मचारियों को ब्रिफिग कर सतर्कतापूर्वक ड्यूटी इन्तजाम देने के निर्देश दिये। मेला में यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाये रखने के लिए यातायात प्रभारी श्री लालाराम उनि को निर्देशित किया गया तथा मंदिर के निज मंदिर के अंदर लगे जाब्ते को सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने हेतु उचित निर्देश दिये। मेला में लगे सादावस्त्र धारियों को गुप्त से आसूचनाओं को संकलन कर संदिग्ध व्यक्तियों पर निगरानी रखने हेतु निर्देशित किया गया।

पुलिस अधीक्षक द्वारा मेला प्रभारी अधिकारी को मेले में आने वाले असामाजिक तत्वों,चोरो,जेबकतरांे,उठाईगरो के विरूद्ध ज्यादा से ज्यादा कानून कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।

पुलिस अधीक्षक द्वारा रामदेवरा तालाब पर जाकर समस्त लगे जाब्ते को जेब कतरो तथा उठाईगिरो पर निगरानी रखने की हिदायत दी गई एवं तैराको को निर्देशित दिया गया कि तालाब पर किसी भी प्रकार की अनहोनी घटना न हो, इसलिए सतर्कतापूर्वक अपनी ड्यूटी देने के निर्देश दिये गये। मेले में आये दर्शानार्थियों को समझाईस की गई कि वह अनावश्यक रूप से तालाब पर भीडभाड न करे तथा मेला के संचालकों को भी पुलिस का सम्पूर्ण प्रकार से सहयोग करने की अपील की गई।

बाडमेर, आज की ताजा खबर. 30 अगस्त


रामदेवरा मेला
दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए
वाहनों की गति सीमा निर्धारित

बाडमेर, 30 अगस्त। रामदेवरा मेला अवधि के दौरान यातायात की अधिकता तथा पैदल जातरूओं की सुरक्षा एवं सडक हादसों की रोकथाम के लिए जिले में से गुजरने वाले वाहनों की गति सीमा निर्धारित की गई है। साथ ही ऑवर लोडिंग पर अंकुश लगाने के लिए वाहनों के पीछे सीढियां हटाने की भी हिदायत जारी की गई है।
 जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट गौरव गोयल ने एक आदेश जारी कर बाडमेर जिले में वर्तमान स्थिति में सडक दुर्घटनाओं को रोकने, आमजन की सुरक्षा निश्चित करने एवं रामदेवरा मेला के दौरान घटित होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु सुरक्षा की दृष्टि से भारी एवं हल्के मोटर वाहनों की गति सीमा निर्धारित की है। जिला मजिस्टेªट गोयल ने बताया कि बाडमेर जिले में वर्तमान स्थिति में सडक दुर्घटनाओं को रोकने, आमजन की सुरक्षा निश्चित करने एवं रामदेवरा मेला के दौरान घटित होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु सुरक्षा की दृष्टि से भारी एवं हल्के मोटर वाहनों की गति सीमा नियन्त्रित करना लोक सुरक्षा एवं सुविधा की दृष्टि से आवश्यक, उचित एवं समीचीत प्रतीत होता है। 
उन्होने एक आदेश जारी कर मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 112 (2) सपठित राजस्थान मोटरयान नियम 1990 के अध्याय 8 के नियम 8.1 (1) के तहत बाडमेर जिले की सीमाओं में से गुजरने वाले समस्त राष्ट्रीय राजमार्गों तथा राज्य उच्च मार्गो, ग्रामीण मार्गो पर चलने वाले भारी वाहनों के लिए 50 एवं हल्के मोटर वाहनों की अधिकतम गति सीमा 60 किलोमीटर प्रति घण्टा निर्धारित की है।
इसी प्रकार जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट गौरव गोयल ने एक अन्य आदेश जारी कर सडक दुर्घटनाओं को रोकने, आम जन की सुरक्षा निश्चित करने, ओवर लोडिंग वाहनों पर नियन्त्रण करने एवं रामदेवरा मेला के दौरान घटित होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु सुरक्षा की दृष्टि से बाडमेर जिले में बारह एवं बारह से अधिक बैठक क्षमता वाले (चालक सहित) यात्री वाहनों पर लगी सीढियों को हटाने के निर्देश दिए है। उक्त आदेश 10 सितम्बर तक प्रभावशील रहेंगे।
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रामदेवरा के जातरू स्कूलों 
में  विश्राम कर सकेंगे
बाडमेर, 29 अगस्त। सडक के नजदीकतम राजकीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों में दशनार्थ पैदल यात्री संघ विश्राम कर सकेंगे। 
जिला शिक्षा अधिकारी प्रा0शि0 पृथ्वीराज दवे ने बताया कि जिला कलेक्टर गौरव गोयल के निर्देशानुसार इस संबध में जिले के समस्त प्रधानाध्यापकों एवं ब्लॉक प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश प्रदान किए गए है तथा शिक्षकों से अपेक्षा की गई है कि वे पैदल यात्रियों को पूर्ण सहयोग कर इस पुनित कार्य में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।
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कानून व्यवस्था के लिए 
क्षेत्रवार मजिस्टेªट नियुक्त
बाडमेर, 30 अगस्त। जिला मजिस्टेªट गौरव गोयल ने एक आदेश जारी कर 1 सितम्बर को गणेश चतुर्थी, 2 को संवत्सरी, 7 को रामदेव जयन्ती व तेजा दशमी, 11 को अन्नत चतुर्दशी तथा 28 सितम्बर को नवरात्रा स्थापना के धार्मिक पर्वो के आयोजन के मध्यनजर कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 22 के तहत क्षेत्रवार मजिस्टेªट नियुक्त किये है।
जिला मजिस्टेªट गौरव गोयल द्वारा जारी आदेशानुसार उपखण्ड मजिस्टेªट बाडमेर को बाडमेर शहर, उपखण्ड मजिस्टेªट बालोतरा को बालोतरा शहर, उपखण्ड मजिस्टेªट शिव को तहसील क्षेत्र शिव, उपखण्ड मजिस्टेªट सिवाना को तहसील क्षेत्र सिवाना, उपखण्ड मजिस्ट्रेट रामसर को तहसील क्षेत्र रामसर, उपखण्ड मजिस्ट्रेट चौहटन को तहसील क्षेत्र चौहटन एवं उपखण्ड मजिस्ट्रेट बायतु को तहसील क्षेत्र बायतु के लिए मजिस्ट्रेट  नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार तहसील क्षेत्र पचपदरा ग्रामीण, गुडामालानी एवं बाडमेर ग्रामीण के लिए संबंधित तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्टेªटों को मजिस्टेªट नियुक्त किया गया है। उक्त मजिस्टेªट्््स को निर्देश दिये गये है कि वे त्यौहारों के दौरान कानून व्यवस्था बनाये रखने की पालना सुनिश्चित करेंगे। संबंधित उपखण्ड मजिस्टेªट अपने उपखण्ड की शांति व्यवस्था एवं निगरानी की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।
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खेल दिवस पर विभिन्न खेल 
प्रतियोगिताएं आयोजित
बाडमेर, 30 अगस्त। स्वर्गीय मेजर ध्यानचन्द की स्मृति में खेल दिवस पर सोमवार को आदर्श स्टेडियम में विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
जिला खेल अधिकारी सोहनलाल चौधरी ने बताया कि वालीबॉल पुरूष वर्ग में जिला वालीबॉल संघ बाडमेर प्रथम तथा आदर्श स्टेडियम प्रशिक्षणार्थियों द्वितीय स्थान पर रहे। इसी प्रकार क्रिकेट छात्र वर्ग में रविन्द्रनाथ टैगोर मा0वि0 प्रथम व लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक विद्यालय द्वितीय, बेडमिन्टन छात्र वर्ग में अग्रसेन उमावि प्रथम व नवकार उमावि द्वितीय, बेडमिन्टन छात्रा वर्ग में सुथारों का तला उप्रावि प्रथम व नवजीवन उप्रावि द्वितीय, टेबल टेनिस व्यक्तिगत छात्रा वर्ग में भीम वि.म. की पंकज प्रथम व लोक. बाल गंगाधर विद्यालय की लिछू द्वितीय तथा टेबल टेनिस व्यक्तिगत छात्र वर्ग में मयूर नोबल उमावि के गोविन्द प्रथम व बाल मंदिर उमावि के शेखर द्वितीय स्थान पर रहें। उन्होने बताया कि विजेताओं को जिला वालीबॉल संघ द्वारा पुरूस्कार वितरण किए गए। 
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बीवी, बच्चों को छोड़ कहां गया आईएएस

बीवी, बच्चों को छोड़ कहां गया आईएएस

जयपुर। जयपुर में नियुक्त आईएएस नवीन जैन मंगलवार सुबह से ही लापता है। नवीन जैन के बारे में मंगलवार सुबह 7.30 बजे से कोई जानकारी नहीं है। सूत्रों के मुताबिक नवीन जैन जयपुर से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे लेकिन बीच में ही वे गायब हो गए। बताया जा रहा है कि नवीन जैन शाहजहांपुर से गायब हुए हैं। जैन शाहजहांपुर के एक रेस्टोरेंट में अपनी पत्नी और बच्चों को छोड़कर गायब हो गए।

जैन अपनी पत्नी और बेटे के नाम एक पत्र छोड़ गए हैं जिसमें उन्होंने पत्नी को लखनऊ जाने को कहा है। जैन ने लिखा है कि 11 साल की नौकरी में उन्हें एक आशियाना भी नसीब नहीं हुआ। पुलिस ने जैन की तलाशी शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी आला अधिकारियों से इस बारे में बात की है। नवीन जैन बारां में कलेक्टर रह चुके हैं। जैन 2001 के आईएएस बैच के अधिकारी हैं

बहन की मदद से बनाया युवती का एमएमएस!

बहन की मदद से बनाया युवती का एमएमएस!

छतरपुर। छतरपुर जिले के घुवारा में युवक आशीष जैन ने अपनी बहन की मदद से एक युवती का अश्लील एमएमएस बना लिया। दोनों भाई-बहन युवती को ब्लैकमेल कर रहे थे, इससे तंग आकर युवती ने खुदकुशी का प्रयास किया।

पुलिस के अनुसार छतरपुर में चौबे कॉलोनी निवासी युवती की 25 अगस्त को हेयर डाई पीने से तबीयत बिगड़ गई थी। परिजन ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। हालत में सुधार के बाद पुलिस ने बयान दर्ज किए। इसमें युवती ने बताया कि उसके पिता घुवारा में नौकरी करते हैं। इसलिए वह अक्सर अपने पिता के पास घुवारा आती-जाती रहती थी। वहीं उसका परिचय आशीष जैन की बहन नेहा से हुआ था। पिछले दिनों जब वह नेहा से मिलने उसके घर गई तो नेहा और उसके भाई ने नशीली चाय पिलाकर अश्लील एमएमएस बना लिया।

शंकराचार्य पर जज को रिश्वत देने की कोशिश करने का आरोप

चेन्नई. शंकररमन हत्याकांड में कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती और उनके शिष्य विजयेंद्र सरस्वती पर मामले की सुनवाई कर रही कोर्ट के जज को रिश्वत देने की कोशिश करने का आरोप लगा है।

मद्रास हाईकोर्ट के जज के सुगुना ने इस मामले में एक याचिका पर सुनवाई आठ हफ्ते के लिए स्थगित कर दी है। पी सुदरराजन ने इस याचिका में कहा है कि फोन पर बातचीत के हाल में सामने आए टेप में शंकराचार्य द्वारा मामले की सुनवाई कर रहे जज को रिश्वत देने की कोशिश करने के संकेत मिलते हैं।

पुडुचेरी सेशंस कोर्ट में हत्या के मामले की सुनवाई चल रही है।

कांचीपुरम के वर्दराज पेरुमल मंदिर के प्रबंधक शंकररमन की 3 सितंबर 2004 में हत्या कर दी गई थी। पांच लोगों ने इसकी जिम्मेदारी लेते हुए समर्पण किया था लेकिन जांच में पता चला कि वे दोषी नहीं हैं।

हत्या के दो माह बाद जयेंद्र सरस्वती को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद विजयेंद्र सरस्वती को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस का कहना है कि शंकररमन पहले कांची मठ में काम करता था और मठ में चल रही वित्तीय गड़बड़ियों की उसे जानकारी थी। उसकी हत्या इसलिए कर दी गई कि कहीं वह इन्हें उजागर न कर दे। शंकराचार्य ने तमिलनाडु में निष्पक्ष सुनवाई पर संदेह जताया था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने हत्या का मुकदमा चेंगलपेट से पुडुचेरी स्थानांतरित कर दिया था।