रविवार, 26 दिसंबर 2010

गुरुवार, 23 दिसंबर 2010

district collector gaurav goyal barmer...in photo














भूमि अवाप्ति के विरोध में किसानो ने दी गिरफ्तारीया

जालीपा लिग्नाईट परियोजना के लिये



भूमि अवाप्ति के विरोध में किसानो ने दी गिरफ्तारीया दी
बाड़मेर। सीमावर्ती बाड़मेर जिला मुख्यालय पर राज्य सरकार द्वारा जालीपा लिग्नाईट परियोजना के लिये अवाप्त की जा रही 70 हजार बीघा भूमि अवाप्ति के विरोध में आज सैकडों किसानो ने जिला कलक्टर कार्यालय परिसर के आगे महापड़ाव के तीसरे दिन शाम 6 बजे सैकडों किसानों नें गिरफ्तारीया दी ।
किसान नेता राजपालसिंह पूनिया के नेतृत्व मे ंहजारों किसानों ने महापड़द्याव के साथ सैकडों किसानो ने जिला कलक्टर कार्यालय परिसर के आगे महापड़ाव के तीसरे दिन शाम 6 बजे सैकडों किसानों नें गिरफ्तारीया दी ।

किसान नेता राजपालसिह पूनिया ने बताया कि राज्य सरकार किसानों के हितों की अनदेखी कर रही है। किसान जिला मुख्यालय पर गत 23 दिनों से धरने पर बैठे है मगर सरकार किसानों की सुध नही ले रही है ना ही सरकार किसानों की मांगों के प्रति गंभीर है। सरकार की संवेदनहीनता से आहत किसानों ने रेलवे ट्रेक पर कब्जे का निर्णय लिया है। किसान अपनी मांगों के लिये हर तरह की कुर्बानी देने के लिए तैयार है। जिला मुख्यालय पर आज किसान संघ की ओर से किसानों के महापड़ाव का आहवान था मगर किसान संघ द्वारा महापड़ाव की शुरूआत के साथ ही रेलवे ट्रेक पर कब्जा करने के साथ आज शम को किसानों ने महिलाओं के साथ गिरफ्तारीया का आहवान किया तो सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिस बलों के कान खड़े हो गए तथा अफरा तफरी मच गई। किसानों नें भूमि अवाप्ति के विरोध में गिरफ्तारीया दी बाद में उन्हे जमानत पर रिहा कर दिया। किसानों ने एक स्वर में आर.एस.एम.एम. लि. तथा राज्य सरकार द्वारा जालीपा लिग्नाईट परियोजना के लिये अवाप्त की जा रही 70 हजार बीघा भूमि की अवाप्ति का जोरदार विरोध किया। महापड़ाव को राजेन्द्रसिह भीयाड़,मेहराराम राईका उगराराम डूडी, असरफ अली,लक्ष्मण वडेरा चिनेसर खान सहित कई नेताओं ने सम्बोधित किया।

मंगलवार, 21 दिसंबर 2010

जालीपा लिग्नाईट परियोजना के लिये भूमि अवाप्ति के विरोध में किसानो ने रेल्वे ट्रेक पर कब्जा किया




जालीपा लिग्नाईट परियोजना के लिये
भूमि अवाप्ति के विरोध में किसानो ने रेल्वे ट्रेक पर कब्जा किया।

बाड़मेर। सीमावर्ती बाड़मेर जिला मुख्यालय पर राज्य सरकार द्वारा जालीपा लिग्नाईट परियोजना के लिये अवाप्त की जा रही 70 हजार बीघा भूमि अवाप्ति के विरोध में आज हजारों किसानो ने जिला कलक्टर कार्यालय परिसर के आगे महापड़ाव आरम्भ कर कलेक्टर परिसर से महज दो कदम दूर स्थित रेलवे ट्रेक पर कब्जा कर लिया। किसान नेता राजपालसिंह पूनिया के नेतृत्व मे ंहजारों किसानों ने महापड़द्याव की घोषणा के साथ रेलवे ट्रेक फाटक संख्या 325 पर स्थित रेलवे ट्रेक पर कब्जा कर धरना आरम्भ कर दिया।वहीं किसानो नें बाडमेर जोधपुर के बीच चलने वाली रेल को ट्रेक पर रोक दस पर कबजा कर लियाएजिसके कारण रेल अपने निधोरित समय एक बजकर पचपन मिनट पर रवाना होने की बजाए दो बजकर चालीस मिनअ पर रवाना हो सकी।किसान रेल ें इंजन पर च गऐ पथा पूरे िउब्बों पर कब्जा कर लिया।लगभग चालीस मिनअ तक रेल को किसानों नें रोके रखा।बाद में जिला प्रशासन की समझाईस पर रेल से नीचे दतरे।
किसान नेता राजपालसिह पूनिया ने बताया कि राज्य सरकार किसानों के हितों की अनदेखी कर रही है। किसान जिला मुख्यालय पर गत 20 दिनों से धरने पर बैठे है मगर सरकार किसानों की सुध नही ले रही है ना ही सरकार किसानों की मांगों के प्रति गंभीर है। सरकार की संवेदनहीनता से आहत किसानों ने रेलवे ट्रेक पर कब्जे का निर्णय लिया है। किसान अपनी मांगों के लिये हर तरह की कुर्बानी देने के लिए तैयार है। जिला मुख्यालय पर आज किसान संघ की ओर से किसानों के महापड़ाव का आहवान था मगर किसान संघ द्वारा महापड़ाव की शुरूआत के साथ ही रेलवे ट्रेक पर कब्जा करने का आहवान किया तो सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिस बलों के कान खड़े हो गए तथा अफरा तफरी मच गई। समाचार लिखे जाने तक किसानों ने रेलवे ट्रेक पर अधिकार पर महापड़ाव शुरू कर दिया। किसानों ने एक स्वर में आर.एस.एम.एम. लि. तथा राज्य सरकार द्वारा जालीपा लिग्नाईट परियोजना के लिये अवाप्त की जा रही 70 हजार बीघा भूमि की अवाप्ति का जोरदार विरोध किया। महापड़ाव को राजेन्द्रसिह भीयाड़, उगराराम डूडी, असरफ अली,लक्ष्मण वडेरा चिनेसर खान सहित कई नेताओं ने सम्बोधित किया।

पीने के पानी का अधिकार दिया जाए

 कांग्रेस के 83वें महाअधिवेशन में बाड़मेर जैसलमेर के सांसद हरीश चौधरी ने भी संबोधित किया। चौधरी ने अपने संबोधन में युवा विकास, पीने के पानी का अधिकार, सांप्रदायिक सद्भाव पर जोर दिया। सांसद चौधरी ने कहा कि देश के कई बड़े सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की आज भी पीने का पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। कई शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल नहीं मिल रहा है। जबकि पीने का पानी हर व्यक्ति की मौलिक आवश्यकता है। आज भारत का स्थान दुनिया में बहुत उच्च है। कई विश्व शक्तियां हमें संयुक्त राष्ट्र में स्थाई सदस्यता के लिए समर्थन कर रही है। ऐसे में हमें जाति धर्म से उठकर भारत देश के विकास के लिए कार्य करना चाहिए। चौधरी ने कहा कि हमारे देश में जीडीपी रेट बढ़ गई है। प्रधानमंत्री की आर्थिक नीतियों से देश आर्थिक रूप से समृद्ध हो रहा है। उन्होंने कहा कि बाड़मेर जिले में नरेगा योजना में पचास हजार से अधिक टांके बने हैं, जो लोगों के लिए पेयजल संचय का महत्त्वपूर्ण स्त्रोत है। चौधरी ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के प्रभावी क्रियान्वयन की बात रखी ताकि लोगों को अधिकाधिक फायदा मिल सके।