शुक्रवार, 21 मई 2010

राजस्‍थान: आसमान से बरस रही है आग, पारा पहुंचा 48 डिग्री पर

राजस्‍थान: आसमान से बरस रही है आग, पारा पहुंचा 48 डिग्री पर

TEZ NEWS

TEZ NEWSडॉक्टर रिश्वत लेते गिरफ्तार3 min ago
च्रदन सिंह भाटीबाड़मेर एसीबी ने बाड़मेर जिले की चौहटन तहसील के बाखासर राजकीय अस्पताल के डॉक्टर शंकराराम को शुक्रवार को आठ सौ रुपए की घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। ब्यूरो के डीआईजी गोविंद गुप्ता ने बताया कि चांदासनी निवासी प्रभूराम कोली की भतीजी कंकू ने राजकीय अस्पताल बाखासर में एक बच्चे को जन्म दिया। जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत कंकू के नाम 17 सौ रुपए का चेक जारी हुआ था, लेकिन चेक देने के बदले डॉक्टर शंकराराम ने उनसे घूस में हजार रुपए मांगे। परिवादी ने सौ रुपए उसे पहले ही दे दिए थे। इसके बाद गत 19 मई को परिवादी प्रभूराम ने एसीबी चौकी बाड़मेर में डॉक्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। शुक्रवार को ब्यूरो की चौकी प्रभारी भंवरसिंह ने आरोपी शंकराराम को उसके सरकारी आवास पर परिवादी से आठ सौ रुपए की घूस लेते गिरफ्तार किया। एसीबी के अनुसार आरोपी ने परिवादी से शुक्रवार को घूस में नौ सौ रुपए ही लिए थे, लेकिन परिवादी के हाथा-जोड़ी करने पर डॉक्टर ने सौ रुपए वापस लौटा दिए। इस प्रकरण में आगे की कार्रवाई जारी है।

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Googleइंडियन आइडल-5’ में दिल जीता बाड़मेर के स्वरूप खान ने
बाड़मेर के बईया के रहने वाले स्वरूप खान की संगीत के प्रति दीवानगी देखने लायक है। बचपन से ही अपने परिजनों के साथ लोक संगीत में अपने आप को पारंगत करने में जुटा स्वरूप खान आज ‘इंडियन आइडल-5’ के अंतिम 10 प्रतिभागियों में सलेक्ट हो गया है। स्वरूप खान के चयन पर बाड़मेरवासियों में खुशी की लहर दौड़ गई है।स्थानीय लोक कलाकार पूर्व में भी देश-विदेश में अपनी गायकी का लोहा मनवा चुके हैं। बॉलीवुड व हॉलीवुड में परफॉर्मेंस देने के बाद अब इंडियन आइडल भी लोक कलाकारों की गायकी से अछूता नहीं रहा और स्वरूप खान को अंतिम 16 में जगह मिल गई। अहमदाबाद में ऑडिशन देने के बाद स्वरूप का चयन मुम्बई के लिए हुआ। वहां सात दिन के रिहर्सल के बाद 150 में उसने जगह बनाई। उसके बाद 70 प्रतिभागियों में से सलेक्ट कर उसे अंतिम 40 में लिया गया। स्वरूप ने 40 प्रतिभागियों के ऑडिशन में भी अपनी छाप छोड़ी और 25 प्रतिभागियों में सलेक्ट हुआ। आखिर में उसने अंतिम ऑडिशन में निर्णायकों का दिल जीत कर अंतिम 10 में जगह बनाई।बईया निवासी नियाज खां के 19 वर्षीय पुत्र स्वरूप खान को शुरू से ही गायकी का शौक था। उसने अपने चाचा अनवर खां से यह हुनर सीखा। अनवर खां के साथ स्वरूप खान ने विदेशों में कई प्रोग्राम किए और ख्याति अर्जित की। जैसलमेर के लोक कलाकारों में स्वरूप खान सूफी गायन के जादूगर माने जाते हैं। उनकी गायकी ने निर्णायक अनु मलिक, सुनिधि चौहान व सलीम मर्चेंट को मंत्रमुग्ध कर दिया। स्वरूप खान इससे पूर्व अंग्रेजी फिल्म ‘मिल्क एंड ओपियम’ में मुख्य किरदार निभा चुका है।लोकसंगीतकापरचमस्थानीय मांगणियार कलाकारों ने लोक संस्कृति को संगीत के माध्यम से जीवित रखा है। वे निरंतर लोक संगीत को विख्यात करने में लगे हुए हैं। और तो और, अब यह संगीत इस जाति के लोगों की आजीविका का साधन बन चुका है। नन्हें कलाकारों से लेकर बुजुर्ग कलाकार आज भी शानदार प्रस्तुतियां देकर दर्शकों को भावविभोर कर रहे हैं।स्वरूपकीआवाजमेंदमहै‘गुणसार लोक कला संस्थान’ के अध्यक्ष बक्श खां ने बताया कि स्वरूप की आवाज में दम है और उसकी संगीत के प्रति दीवानगी उसको आगे तक ले जाएगी। वह लोक संगीत के साथ-साथ फिल्मी गीत भी सधे हुए सुरों में गा सकता है। बक्श खां ने बताया कि स्वरूप खां की हौसला अफजाई के लिए संस्थान उसे वोट करने की अपील करेगा
बाड़मेर: पुलिसकर्मी ने पत्नी की हत्या की
बाड़मेर: राजस्‍थान के मरूस्‍थली जिले बाड़मेर के मुख्यालय स्थित पुलिस लाइन के सरकारी आवास में एक पुलिसकर्मी ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस लाइन में घटित इस हत्याकांड से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।बाड़मेर पुलिस अधीक्षक (एसपी) संतोष चालके ने बताया कि पुलिस विभाग में कार्यरत सिपाही राणाराम ने गुरुवार प्रातः अपने सरकारी आवास में सो रही पत्नी के सिर पर गैस की टंकी से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। पत्नी की हत्या कर राणाराम ने स्वयं घर से बाहर आकर पड़ोसियों को पत्नी की हत्या के बारे में बताया। इसके बाद पड़ोसियों ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी।सूचना मिलने के बाद पुलिस दल ने घटनास्थल पर पहुंच कर आरोपी पुलिसकर्मी को हिरासत में ले लिया। पुलिस के आला अधिकारियों ने घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंच कर घटनास्थल का मौका मुआयना किया। पुलिस ने मृतका के शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया। इस संबंध में पुलिस थाना कोतवाली में हत्या का मामला दर्ज कर जांच आरम्भ कर दी गई है।
जयपुर हाइवे जाम किया
बाड़मेर राजसमंद जिले के ईसरमंड के जंगलों में कथित तौर पुलिस मुठभेड़ में मारे गए बिलाड़ा निवासी तस्कर छोटूराम जाट का शव गुरुवार को यहां पहुंचा। छोटूराम के शव को उसके समर्थकों ने कापरड़ा के मुख्य बस स्टैंड पर ही रोक लिया और करीब डेढ़ घंटे तक जोधपुर-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 112 को जाम कर दिया। आक्रोशित ग्रामीण बाड़मेर जिले के अंतर्गत कल्याणपुर थाना प्रभारी के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज कर उसे बर्खास्त करने की मांग को लेकर नारे लगाते रहे। बाद में पुलिस व स्थानीय राजनेताओं की समझाइश और आश्वासन से वे रास्ता खोलने पर राजी हो गए। गौरतलब है कि पुलिस ने छोटूराम जाट के मंगलवार को ईसरमंड के जंगलों में मुठभेड़ में मारे जाने की बात कही थी। उसका शव पोस्टमार्टम के लिए अजमेर के जेएलएन हॉस्पिटल में ले जाया गया। वहां उसके परिजनों ने यह कहते हुए पोस्टमार्टम करवाने और शव उठाने से मना कर दिया कि छोटूराम के सरेंडर करने के बावजूद पुलिस ने उसे गोली मार दी। बुधवार देर रात तक वे हॉस्पिटल के बाहर धरना देकर बैठे रहे। बाद में राजसमंद एसपी के मुकदमा दर्ज किए जाने की बात कहने पर वे पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए। गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद शव छोटूराम के पैतृक गांव भेज दिया गया।

गुरुवार, 20 मई 2010

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Googleबाड़मेर: जातीय पंचायत का मौत के बदले मौत का फरमान

बाड़मेर: भारत-पाकिस्‍तान अंतरराष्‍ट्रीय सीमा पर स्थित राजस्थान के बाड़मेर जिले के शिव तहसील के जालेला गांव में जातीय पंचायत ने एक परिवार का हुक्‍का-पानी बंद करने और मौत के बदले मौत का फरमान सुनाया है। पीडि़त पक्ष ने पुलिस अधीक्षक के सामने पेश हो न्याय की गुहार लगाई है। बाड़मेर जिले के शिव थाना क्षेत्र के जालेला गांव निवासी सवाई सिंह ने पुलिस अधीक्षक संतोष चालके को बताया कि लगभग तीन साल पुर्व उनके बच्चे और नखतसिंह के बच्‍चे आपस में खेल रहे थे। खेल-खेल में नखत सिंह के बच्चे शिशुपाल सिंह की मृत्यु हो गई थी। इस पर नखतसिंह का परिवार इस मामले को लेकर जातीय पंचायत में चला गया। बकौल सवाई सिंह, ‘जातीय पंचों ने मेरे परिवार का आजीवन हुक्का-पानी बन्द करने के साथ गांव से दरबदर का फरमान जारी किया था। साथ ही, मौत के बदले मौत का फरमान जारी किया था। जातीय पंचायत के बाद भय और आंतक की वजह से हमारे परिवार ने तीन साल पहले ही गांव छोड़ दिया था। समाज से भी मुझे बहिष्कृत किया गया था। परिवार में शादी की वजह से मैं अपने परिवार के साथ 14 मई को गांव आया। गांव में पहुंचते ही जातीय पंचों ने धमकियां देना शुरू कर दिया। इसी रात मैं अपने सगे-संबंधियों के साथ देर रात शादी की योजना पर बातचीत कर रहा था। इसी दौरान वहां कानसिंह, भूरसिंह, नरपतसिंह सहित 11 लोग आए और उन्होंने हमारे आशियानों में आग लगा दी। सभी आरोपी झोपडों को चारो और से घेर के खडे थे ताकि हमारा परिवार बाहर नहीं आ सके। कुछ लोगों ने हमारी मदद कर हमें आग से बाहर निकाला। आज जैसे-तैसे आरोपियो से नजरें बचा कर आपसे मिलने (एस.पी.) बाड़मेर आया हूं। मुझे न्याय दिलाएं तथा आरोपियों को गिरफ्तार करें। आरोपी बदले की भावना में मुझे और मेरे परिवार को मौत के घाट उतारना चाहते हैं।’ पुलिस अधीक्षक संतोष चालके ने बताया कि फरियादी का मामला शिव थाने में दर्ज कर उसे पूरी सुरक्षा दे दी गई है। मामले के अनुसंधान का कार्य थानाधिकारी भंवरदान को दिया गया है और आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया गया है। आरोपियों को बख्‍शा नहीं जाएगा।


मुठभेड़ में मरे तस्कर का नहीं हो पाया पोस्टमार्टम

परिजनों ने थानेदार के विरूद्ध मामला दर्ज करने की मांग की)बाड़मेर । जिले के देवगढ़ थाना अंतर्गत लसानी के जंगल में बाड़मेर एवं देवगढ़ पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में पुलिस गोली से मरे तस्कर छोटूराम जाट के शव का बुधवार को अजमेर में पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। वहीं परिजनों ने कल्याणपुर थानाधिकारी उदयसिंह के विरूद्ध मामला दर्ज करने की मांग की।इधर बुधवार सुबह पुलिस महानिदेशक टी.एल. मीणा देवगढ़ पहुंचे और घटना स्थल का निरीक्षण किया वही देवगढ़ थाने में एतियात के तौर पर बड़ी संख्या में एम.बी.सी. का जाप्ता तैनात था। मृतक तस्कर रावर बिलाड़ा जोधपुर निवासी छोटूराम पुत्र दयाराम जाट के 15-20 परिजन जिनमें अधिक युवा थे देवगढ़ थाने पहुंचे व पुलिस अधिकारियों से बातचीत कर आक्रोश किया।जिला पुलिस अधीक्षक नितिनद्वीप व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वासुदेव भट्ट रात से ही एस.एफ.एल. टीम के साथ देवगढ़ में डेरा डाले है।कल्याणपुरा थानाधिकारी उदयसिंह भाटी ने देवगढ़ थाने में दोनों तस्करों के विरूद्ध जानलेवा हमला करने का मामला दर्ज कराया है।मुठभेड़ में बाड़मेर पुलिस के वाहन पर दो गोली लगी थी वहीं कामलीघाट चौराहे पर तस्करों ने तीन हवाई फायर किए थे। मृतक छोटूलाल तथा देवपुरा राशमी चित्तौडग़ढ़ निवासी शंकर पुत्र छोगालाल अहीर डोडा पोस्त के अवैध करोबार में लिप्त है तथा कई थानों में इनके विरूद्ध हत्या का प्रयास सहित विभिन्न धाराओं में मामले दर्ज है। पुलिस को आशंका है कि जिस वाहन स्कॉर्पियो में तस्कर सवार थे वो भी चोरी की हो सकती है। समाचार लिखे जाने तक अजमेर में मृतक तस्कर के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया था।
न्यू बॉम्बे से चोरी हुई गाडी में सवार थे तस्कर
बाडमेर । राजसमन्द जिले के देवगढ थाना क्षेत्र में मंगलवार को पुलिस व तस्करों के बीच हुई मुठभेड के दौरान तस्कर जिस गाडी में सवार थे, वह पांच दिन पहले न्यू बॉम्बे से चोरी हुई थी। वहां के एक थाने में वाहन चोरी का मामला भी दर्ज है।
पुलिस अधीक्षक संतोष चालके ने बताया कि बिलाडा के रावर गांव का रहने वाला छोटू जाट व चितौडगढ निवासी उसका साथी शंकर स्कार्पियो गाडी में सवार थे। इस स्कार्पियो पर जो नम्बर प्लेट लगी थी, वह किसी जीप की थी। चैसिस नम्बर के आधार पर जांच कराने पर पता चला कि यह गाडी पांच दिन पहले न्यू बॉम्बे से चोरी हुई थी। इस गाडी के चोरी होने का मामला भी न्यू बॉम्बे थाने में दर्ज हुआ है। संभवत: इन तस्करों ने यह गाडी न्यू बॉम्बे से चुराई। पुलिस इसकी पडताल कर रही है।
गौरतलब है कि बाडमेर के बलदेवनगर निवासी किरतेश से चार दिन पहले पुलिस ने चोरी की एक गाडी बरामद की। किरतेश ने यह गाडी छोटू जाट से खरीदना बताया। चालके ने बताया कि चितौडगढ निवासी शंकर फिलहाल देवगढ पुलिस की कस्टडी में है। उधर बाडमेर पुलिस की टीम बलदेव नगर में हैड कांस्टेबल समेत दो जनों पर फायरिंग करने के आरोपी दिनेश उर्फ दीनिया निवासी भूरटिया की तलाश में जुटी है।
पाकिस्तान नए बंकर व टॉवर बना रहा है।
अन्तराष्ट्रीय सीमा के उस पार पाकिस्तान नए बंकर व टॉवर बना रहा है। इन निर्माण कार्यो को देख सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने चौकसी बढ़ा दी है। जानकारी के अनुसार राजस्थान व पंजाब से सटी सीमा के उस पार पाकिस्तान ने 19 नए बंकर स्थापित किए हैं तथा लगभग 40 नए वॉचिंग टॉवर बनाए हैं। कुछ साल पहले पाकिस्तान ने अपनी सीमा चौकियों की संख्या भी बढ़ाई थी। पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय नियमों को ताक पर रखकर चौकियों के निर्माण पर श्रीगंगानगर जिले से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तनाव उत्पन्न हो गया था और दोनों देशों के बीच दो दिन तक फायरिंग भी हुई थी। सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी बताते हैं कि भारत की सीमा पर पुराने बंकरों की मरम्मत का काम चल रहा है। यह कार्य शुरू होने के बाद पाकिस्तान ने तेजी लाते हुए नए टॉवरों और बंकरों का निर्माण शुरू कर दिया। नियमों के सवाल पर चुप्पीसीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों से जब यह पूछा गया कि नए बंकरों और वॉचिंग टॉवरों का निर्माण अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत हुआ है या नहीं, तो इस बारे में सीसुब के अधिकारी चुप्पी साध गए। नए बंकर सीमा के नजदीकपाकिस्तान के नए निर्माण कार्यो के बारे में केन्द्रीय गृह सचिव एवं सीमा सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच हुए विचार-विमर्श के बाद सीमा सुरक्षा बल के उच्चाधिकारियों ने पिछले दिनों सीमा क्षेत्र का दौरा किया और सीमा पार की गतिविधियों की जानकारी ली। नए बंकर सीमा के नजदीक हैं।तीन दर्जन निगरानी टॉवरसीमा सुरक्षा बल से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ ही समय में पाक ने तीन दर्जन से अधिक निगरानी टॉवर बनाए हैं। बल के अधिकारियों का कहना है कि नए टॉवर भारतीय टॉवरों के सामने ही बनाए जा रहे हैं।ये निर्माण19 नए बंकर40 नए वाचिंग टॉवर
सीमा पार से आने वाले तिलोर अब थार से मुहं मोडने लगे

बाडमेर । घास के मैदान व आश्रय स्थल नष्ट होने से सीमा पार से थार में पहुंचने वाला तिलोर (चिडिया) की संख्या अब कम होने लगी है। कोयम्बटूर स्थित सालिम अली इंस्टीट्यूट ऑफ ऑर्निथोलॉजी एंड नेचुरल हिस्ट्री के भारतीय मरूस्थल पर शोध के मुताबिक थार में तिलोर की संख्या लगातार कम हो रही है। तिलोर घास के मैदानों में प्रजनन करते हैं।
सीमावर्ती बाडमेर व जैसलमेर तथा और जोधपुर के कुछ इलाकों में मवेशियों की संख्या बढने और चारागाह कम होने से सीमा पार से आने वाले तिलोर अब थार से मुहं मोडने लगे हैं।
जोधपुर में भी नहीं दिखतेभारतीय प्राणी सर्वेक्षण के पक्षी विशेषज्ञ डॉ. संजीव कुमार कहते हैं कि पहले जोधपुर के आस-पास के इलाकों तिलोर अक्सर दिखाई दे जाते थे, लेकिन अब ऎसा नहीं है। कभी-कभार दूरस्थ ग्रामीण इलाकों में जरूर कुछ तिलोर जरूर देखे जाते हैं।
कुरजां की संख्या बढीअंतरराष्ट्रीय के्रन्स फाउंडेशन के शोध के मुताबिक साइबेरिया से दक्षिणी पूर्वी एशिया में आने वाली क्रेन्स अफगानिस्तान 'फ्लाई वे' के बाद गायब हो जाती थी। वैज्ञानिकों ने इसकी जांच की तो पता लगा कि अफगानिस्तान के आकाश के ऊपर से गुजरते इन पक्षियों को मनोरंजन और शिकार के लिए मार गिराया जाता था, लेकिन इसमें अब कमी आई है। पक्षी विशेषज्ञ डॉ. अनिल कुमार छंगानी के अनुसार मारवाड के कुछ इलाकों में पानी व भोजन की उपलब्धता में कमी के कारण भी उन इलाकों में आने वाली कुरजां अब जोधपुर जिले के खींचन की और शिफ्ट हो गई। खींचन में कुरजां के लिए भोजन व पानी की पर्याप्त उपलब्धता है। कुल मिलाकर पूरे राजस्थान में कुरजां की संख्या में बढोतरी हो रही है।