बाड़मेर 19 अप्रैल शिक्षक जागृति यात्रा का बाड़मेर आगमन
राजस्थान षिक्षक संघ सियाराम द्वारा प्रदेष के षिक्षकों की समस्याएं एवं उनके समाधान हेतू सम्पूर्ण राजस्थान में 2 अप्रैल से 9 मई के मध्य से षिक्षक जागृति यात्रा चलाई जा रही है। इसी कार्यक्रम के तहत आज दिनांक 19 अप्रैल 2016 को जिलाध्यक्ष छगनसिंह लूणू ने बताया कि षिक्षकों, जनप्रतिनिधियों एवं प्रान्तीय पदाधिकारियों की उपस्थिति में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गांधी बाड़मेर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें षिक्षक षिक्षा और षिक्षार्थी के हित में मंथन किया गया तथा षिक्षा का हमारी सांस्कृतिक, सामाजिक आर्थिक और राजनैतिक वातावरण पर गहरा प्रभाव पड़ता है। वर्तमान सरकार षिक्षा जागृति की अनदेखी कर रही है इस पर मंथन किया गया। कार्यक्रम के जिला मंत्री मुकेष व्यास ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन एवं अध्यक्षता प्रदेष महामंत्री बृजेन्द्र शर्मा ने की। विषिष्ठ अतिथि बाड़मेर प्रधान पुष्पा चैधरी, षिक्षाविद् कमलसिंह राणीगांव, प्रदेष उपाध्यक्ष रमेष आचार्य, मानसिंह जिलाध्यक्ष जालौर थे। कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती के पुजन से किया गया। तत्पष्चात राजस्थानी संस्कृति के अनुसार स्वागत किया गया। कार्यक्रम के दौरान सुगम संस्थान की कलाकर वंदना गुप्ता ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। व्याख्याता चन्द्रवीर राव ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मेवाराम जैन ने कहा सरकार बनाने में गुरूजनों की सम्मानजनक भूमिका रहती है। षिक्षकों का वास्तव में राजनीति से कोई लेना देना नहीं होना चाहिए। समाज में षिक्षकों का स्थान सर्वोपरि है। विधायक ने कहा कि मैं षिक्षक हित के लिए हमेषा तत्पर रहूंगा।
कार्यक्रम अध्यक्ष प्रदेष महामंत्री बृजेन्द्र शर्मा ने कहा कि राजस्थान भर में 54 षिक्षक संघ है कुछ सघों को छोड़कर अधिकांष राजनेताओं की देन है । षिक्षक हित कार्य के लिए संगठन हमेषा तत्पर है और तत्पर रहेगा। षिक्षक समस्याओं पर एनपीएस, केन्द्र के समान षिक्षकों को सुविधाएं, 2012 के षिक्षकों का एरियर भुगतान आदि की मांग सहित 21 सूत्रीय मांग पत्र के साथ सरकार को मांग पत्र प्रस्तुत किया जायेगा।
विषिष्ठ अतिथि षिक्षाविद् कमलसिंह राणीगांव ने कहा कि षिक्षा हमारी आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक पहचान है वर्तमान सरकार षिक्षा जगत की अनदेखी कर रही है। सरकार द्वारा नियम विरूद्ध लागू की गई अव्यवहारिक नीतियों का संगठन विरोध करता है तथा षिक्षक षिक्षा एवं षिक्षार्थी के हित में कार्य करने की पुरजोर मांग करता है। विषिष्ठ अतिथि के रूप में प्रधान पुष्पा चैधरी ने कहा जिस सरकार ने षिक्षकों का सम्मान किया है उसी सरकार ने राज किया है। जिन्होनें षिक्षक हित में सहयोग नहीं किया तो आने वाला समय उनके लिए अनूकूल नहीं रहेगा।
जिलाध्यक्ष लूणू ने बताया कि बाड़मेर जिले के सभी ब्लाॅकों से सैकड़ों की संख्या में षिक्षकों ने षिरकत की। जिसमें बाबूराम बृजवाल, विश्राम मीणा, दामोदर आचार्य, हरीसिंह महेचा, महेन्द्र जैन, रषीद खां गौरी, अभयसिंह रेडाणा, सावंलसिंह भाटी, विषनसिंह राजपुरोहित, वनेसिंह आंटा, धाराराम, हमीराराम, विजयपालसिंह राजपुरोहित, अजय कुमार माड़ेचा, भागीरथसिंह, ओमप्रकाष लखारा, प्रषांत दवे, दिनेष कुमार, अचलसिंह दाखा, मेहरसिंह राजपुरोहित, देवेन्द्र अवस्थी, भंवरलाल चैहान, राजकमल सावंरिया, गिरधरसिंह गरल, निर्मल कुमार अवस्थी, नरेन्द्र सिंह आलोक, प्रषान्त व्यास, रायमलसिंह कोटड़ा, मगराज जांगिड़, उगमंिसह सुरा, सवाईसिंह,नाकेष व्यास,जगदीष सोनी,अम्बालाल शर्मा, महिपालसिंह चूली, मोहनसिंह सुथार, मीना मंसूरिया, मधूबाला आडा, लक्ष्मी जांगिड़, ममता डाभी, विजमा चैहान सहित सैकड़ों षिक्षक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन मुकेष व्यास ने किया। कार्यक्रम संयोजक रेवन्तदान चारण ने सभी आगन्तुकों एवं समस्त षिक्षकों का आभार व्यक्त किया।