रविवार, 15 मार्च 2015

बाड़मेर रक्तदान कर बचाई जान।

बाड़मेर रक्तदान कर बचाई जान।
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बाड़मेर शहर के राजकीय अस्पताल के पुरुष वार्ड में भर्ती गंगाराम को A+ रक्त की जरुरत पड़ी। अस्पताल परिसर में हर जगह पर प्रयास किया मगर रक्त नही मिला फिर बाड़मेर रक्तदाता समूह के संचालनकर्ता भीमराज कड़ेला से संपर्क करने पर उन्होंने A+ग्रुप के विनोद कुमार को बुलाया उन्होंने अपना रक्त देकर गंगाराम की हाँ बचाई।
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बाड़मेर रक्तदाता समूह ने कल भी बचाई एक महिला की जान-
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शनिवार को बाड़मेर के राजकीय अस्पताल में भर्ती सुनीता पत्नी मोहनलाल गर्ग को AB नेगेटिव की जरुरत पड़ी।तब भी हर तरफ से प्रयास के बावजूद रक्त नही मिला तब भी उस मुश्किल की घडी में बाड़मेर रक्तदाता समूह के संचालक भीमराज कडेला ने ab नेगेटिव रक्त समूह के रक्तदाता  संजय कुमार बोहरा को बुलाकर महिला की जिंदगी बचाई ।

जोधपुर पत्नी पीहर गई, पति ने फंदा लगाया



जोधपुर प्रतापनगर थानान्तर्गत चानणा भाखर की चामुण्डा कॉलोनी में मजदूरी करने वाले एक व्यक्ति ने चद्दर के फंदे से हुक पर लटककर आत्महत्या कर ली। बंद कमरे में मानसिक विकलांग पुत्र के रोने की आवाज सुनकर आए परिजनों को रविवार सुबह घटना का पता लग पाया।




उप निरीक्षक सोमकरण के अनुसार चामुण्डा कॉलोनी निवासी प्रेम राव (42) पुत्र बिरम राव सुबह ऊपर अपने कमरे से बाहर नहीं आया। कुछ देर बाद बंद कमरे में से मानसिक विकलांग पुत्र के रोने की आवाज सुनाई दी। परिजन ऊपर पहुंचे व आवाज लगाई, लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई।




खिड़की से झांकने पर प्रेम फंदे से लटका दिखाई दिया। पड़ोसियों की मदद से सीमेंट की जाली तोड़कर बच्चे को अंदर भेजा व दरवाजा खुलवाया।




प्रेम चद्दर के फंदे से छत के हुक पर लटक रहा था। आनन-फानन में उसे नीचे उतारा गया, लेकिन तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी।




पुलिस ने मौके पर पहुंच कार्रवाई शुरू की। मथुरादास माथुर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया गया।




पुलिस का कहना है कि मजदूरी करने वाला मृतक डोडा पोस्त व नशे की गोलियों का सेवन करता था। इसे लेकर पति-पत्नी में विवाद भी होता था।




तीन दिन पहले ही दोनों में झगड़ा भी हुआ। इसके बाद पत्नी एक बच्चे को लेकर पीहर चली गई। मानसिक विकलांग पुत्र प्रेम के पास ही था। आशंका है कि नशे की लत से परेशान होकर उसने जान दी है।

करोड़पति निकला घूसखोर एडीएम, साढे 55 लाख नकद बरामद

करोड़पति निकला घूसखोर एडीएम, साढे 55 लाख नकद बरामद 



जयपुर/हनुमानगढ़/बीकानेर
हनुमानगढ में शनिवार को जमीन आवंटन के एक मामले में पांच लाख रूपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार अतिरिक्त जिला क लेक्टर (एडीएम) के एम दूडिया के बीकानेर स्थित आवास से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने 55 लाख 50 हजार रूपए नकद तथा करीब दस लाख रूपए के जेवरात और जयपुर में तीन भूखण्डों के दस्तावेज बरामद किए।


ब्यूरो के सूत्रों ने बताया कि दूडिया की गिरफ्तारी के बाद देर शाम उसके बीकानेर स्थित सरकारी आवास की तलाशी ली गई, जहां 55 लाख 50 हजार रूपए, करीब दस लाख रूपए के जेवरात और तीन भूखण्डों के दस्तावेज बरामद किए गए हैं। इसके अलावा उसके तीन बैंकों में तीन लॉकर होने की जानकारी भी मिली है, इनकी 16 मार्च को तलाशी ली जाएगी।


सूत्रों ने बताया कि दूडिया के हनुमानगढ स्थित आवास से ब्यूरो ने साढ़े आठ लाख रूपए बरामद किए हैं। सूत्रों ने बताया कि पवन गोयल की करीब एक सौ बीघा जमीन का आवंटन रद्द हो गया था जिसके लिए उसने अपील की थी।


यह मामला दूडिया के समक्ष विचाराधीन था। इस मामले का परिवादी के पक्ष में निर्णय करने की एवज में दूडिया ने 75 लाख रूपए की रिश्वत मांगी थी। सूत्रों ने बताया कि गोयल ने साढे चार लाख रूपए पहले ही दे दिए और पांच लाख रूपए और देने की कहकर इसकी शिकायत ब्यूरो को कर दी थी।


सत्यापन में शिकायत सही पाए जाने पर ब्यूरो के दल ने शनिवार शाम दूडिया को परिवादी से पांच लाख रूपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।


कभी थैंक्यू, कभी सॉरी
एडीएम को गिरफ्तार कर जब एसीबी की टीम दूडियां को लेकर कार्यालय ले जा रही थी तो आवास के बाहर खड़े लोगों से वे नजर नहीं मिला सके। उनके मुंह से केवल दो ही जुमले निकल रहे थे, "थैंक्यू-थैंक्यू और सॉरी-सॉरी।"


मंगवानी पड़ी नोट गिनने की मशीन
ब्यूरो को बीकानेर में दूडियां के आवास से बरामद 56 लाख की नकदी गिनने के लिए मशीन मंगवानी पड़ी। ये रकम स्टोर रूम में अटेचियों में रखी हुई थी। हनुमानगढ़ में बिस्तर, बक्से और अलमारियों में 8 लाख रूपए बरामद हुए हैं।


हनुमानगढ़ में पहली बार आरएएस गिरफ्तार
जिला बनने के बाद हनुमानगढ़ में किसी भी आरएएस की ये पहली गिरफ्तारी है। हालांकि, ब्यूरो पूर्व में यहां कुछ तहसीलदारों को ट्रैप कर चुका है। दूडियां ने पिछले वर्ष यहां दिवाली से पहले 20 अक्टूबर को कार्यभार संभाला था।

प्रदेश के 12 जेलों में बंदी होंगे शिक्षित

प्रदेश के 12 जेलों में बंदी होंगे शिक्षित



जेल में बंद कैदी अपना आगामी जीवन बेहतर बनाने के लिए सजा के दौरान भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर पाएंगें। पिछले कई सालों से जयपुर, अजमेर व जोधपुर के जेलों में ही कैदियों को यह सुविधा दी जा रही थी, लेकिन अब प्रदेश के अन्य जिलों के कैदी भी अपनी पढ़ाई पूरी कर सकेंगें। जुलाई सत्र से प्रदेश में 12 जेलों में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) बंदियों को स्नातक व स्नातकोत्तर की शिक्षा देगा। वही जो लोग 10 व 12 वी पास नहीं है, वे भी स्नातक में प्रवेश ले सकेंगें। उनके लिए छह माह का एक विशेष कोर्स चलाया जाएगा, जिसे पास करने पर उन्हें सीधे ही स्नातक में प्रवेश दे दिया जाएगा।




शिक्षण सामग्री के साथ शिक्षकों की भी व्यवस्था

कैदियों को शिक्षित करने के लिए इग्नू शिक्षण सामग्री, किताबें उपलब्ध करवाएगा, साथ ही आवश्यक विषयों के लिए वैकल्पिक शिक्षकों की भी व्यवस्था की जाएगी। ये शिक्षक जेल में ही आवश्यक सत्रों में कोर्स पूरा करवाएंगें।




कोटा व भरतपुर में जनवरी से

बारह में से दो जेलों कोटा व भरतपुर की जेल में इग्नू ने जनवरी से यह सुविधा शुरू कर दी है। अभी कोटा में 260 व भरतपुर में 42 बंदी स्नातक की पढ़ाई कर रहे है। वहीं जयपुर की सेंट्रल जेल में 80 पुरुष कैदी व महिला बंदी सुधार गृह में 46 महिला बंदी ग्रेजुएशन कर रही है।




इनमें जुलाई से होगा शुरू

झालावाड़, अलवर, भीलवाडा, श्रीगंगानगर, उदयपुर व बीकानेर की जेलों में जुलाई से पढ़ाई शुरू हो जाएगी। वहीं जयपुर की दो जेल, जोधपुर, अजमेर, कोटा व भरतपुर में कैदी शिक्षा ले रहे हैं।

इस बार नवरात्र 8 दिन का, 6 शुभ संयोग


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इस बार चैत्र नवरात्र नौ की जगह आठ दिन का होगा। इसका का शुभारंभ 21 मार्च से हो रहा है। आमतौर पर नवरात्र के दिनों का घट जाना शुभ नहीं माना जाता है, लेकिन इस बार चैत्र नवरात्र के आठ दिन में छह दिन शुभ संयोग वाले रहेंगे। पंडितों का कहना है कि शनिवार से नवरात्र शुरू होना श्रेष्ठ समृद्धि का कारक होगा। साथ ही ग्रहचाल की दृष्टि से देव गुरु बृहस्पति अपनी उच्च राशि कर्क में रहेंगे। इस बार नवरात्र स्थापना के दिन 21 मार्च को दिन-रात बराबर होंगे। सूर्योदय सुबह छह बजे होगा और सूर्यास्त शाम छह बजे होगा। यानी दिनरात की अवधि 12-12 घंटे की होगी। ऐसी स्थिति कई वर्षो बाद होगी। रायपुर के पंडित अजय शर्मा के मुताबिक, चैत्र नवरात्र 21 मार्च से शुरू होकर 28 मार्च को समाप्त होगा। नवरात्र की अवधि में कई ऐसे शुभ योगों का संयोग बनेगा, जिनमें केवल शुभ कार्य ही नहीं, बल्कि भूमि, भवन, वाहन व गहने की खरीद-फरोख्त भी समृद्धिदायक रहेगी। पं. शर्मा के अनुसार, सबसे अधिक शुभ योग नवरात्र के पहले दिन रहेगा। इस दिन गुड़ी पड़वा और विक्रम नवसंवत्सर का शुभारंभ भी होगा। शुक्ल पक्ष प्रारंभ होने पर चंद्रमा इस दिन मीन राशि में रहेगा, जो शुभ फलदायक रहेगा। 23 मार्च को गणगौर तीज विनायकी चौथ एक साथ होने पर नए अनुबंध, गृह प्रवेश आदि कार्य उत्तम रहेंगे। 25 मार्च को पंचमी छठ एक साथ होगी। इस दिन सूर्योदय से रात 12.05 तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। दुर्गा महाअष्टमी 27 मार्च को रहेगी। इस बार शनिवार से नवरात्र शुरू होना और शनिवार को ही पूर्ण होना व्यापारियों के लिए विशेष उन्नतिदायक रहेगा। यह आम लोगों के लिए भी खुशहाली देने वाला होगा। नवरात्र में 28 मार्च को रामनवमी धूमधाम से मनाई जाएगी। अगले दिन यानी 29 मार्च को रविपुष्य का विशेष संयोग रहा है। रविपुष्य योग संपूर्ण दिन-रात रहेगा। इसके साथ रवि योग सर्वार्थसिद्धि योग का भी संयोग बन रहा है। ज्योतिषाचार्य पंडित सुखनंदन शास्त्री के अनुसार, इस बार नवरात्र स्थापना के दिन 21 मार्च को दिन-रात बराबर होंगे। सूर्योदय सुबह 6 होगा और सूर्यास्त शाम 6 बजे ही होगा। यानी दिन रात की अवधि 12-12 घंटे की होगी। ऐसी स्थिति कई वर्षों बाद होगी। देवी पुराण में घटस्थापना के लिए प्रात: काल ही श्रेष्ठ बताया गया है। इसलिए सुबह द्विस्वभाव लग्न में घट स्थापना करनी चाहिए। 21 मार्च को सूर्योदय प्रात 6 बजे होगा और द्विस्वभाव मीन लग्न प्रात: 7.04 बजे तक रहेगा। इसलिए 8.40 बजे से 9 बजे तक घट स्थापना करना श्रेष्ठ रहेगा। नवरात्र के आठ में से छह दिन रहने वाले सुयोग में कोई भी शुभकार्य शुरू करना और वाहन, स्वर्ण आभूषण, प्रॉपर्टी का लेन-देन करना श्रेष्ठ रहेगा। इस समय के दौरान की गई खरीदारी घर में समृद्धि लाने वाली होगी। किस दिन कौन संयोग : 22 मार्च : सर्वार्थसिद्धियोग 23 मार्च : रवियोग 24 मार्च : सर्वार्थसिद्धियोग, 25 मार्च : सर्वार्थसिद्धियोग, कुमार योग, व राजयोग 27 मार्च : रवियोग, सर्वार्थसिद्धि योग 28 मार्च : रवियोग 29 मार्च : रविपुष्य योग, रवि योग व सर्वार्थसिद्धि योग -

रण में पाक गतिविधियों में इजाफा: बीएसएफ



बीएसएफ ने दलदली लेकिन खनिज संपदा से मालामाल कच्छ के रण के पाकिस्तानी हिस्से में आर्थिक गतिविधियों में स्पष्ट इजाफे की रिपोर्ट दी है।
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इस क्षेत्र में बीएसएफ के शीर्ष कमांडर महानिरीक्षक (गुजरात सीमा) संतोष मेहरा ने इलाके का दौरा कर रहे पत्रकारों के एक समूह को बताया कि रण से लगे पाकिस्तानी हिस्से में गतिविधियां देखी गई हैं और इसका कुछ रिश्ता क्षेत्र में हुई हाइड्रोकार्बन और खनिजों की खोज से प्रेरित आर्थिक विकास से है।




मेहरा ने बताया, हमने कुछ जगहों पर फील्ड कार्य देखे हैं। हम आपको उसपर ब्योरा नहीं दे सकते। यह गोपनीय है। लेकिन हाल के घटनाक्रम में हमने पाया कि उन इलाकों में ढेर सारे हाइड्रोकार्बन और खनिज की खोज हुई है। इसलिए वे आर्थिक दष्टि से अहम हो गए हैं।




बीएसएस महानिरीक्षक ने कहा, हमने उस तरफ गतिविधियों में भी स्पष्ट इजाफा महसूस किया।, लेकिन हमारे इलाके में घुसपैठ के संदर्भ में नहीं, लेकिन उनकी अपनी सीमा में बहुत गतिविधियां हैं।




मेहरा ने बताया कि नवीनतम घटनाक्रम के तहत बल इलाके पर गहरी नजर रखे है और सीमांत इलाकों में प्रभावी वर्चस्व बनाए है।




उन्होंने बताया, यह (उत्खनन एवं इसी तरह की गतिविधियां) पिछले दो साल से एक जारी प्रक्रिया है़, लेकिन हम पूरी तरह तैयार हैं और खुद की इसी अनुरूप तैयारी की है और हमारी सीमा 100 प्रतिशत सुरक्षित हैं।

पाकिस्तान के दो गिरजाघरों में ब्लास्ट, 11 की मौत, 50 घायल -


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पाकिस्तान के लाहौर में बसी देश की सबसे बड़ी ईसाई कॉलोनी में रविवार को दो गिरिजाघरों में प्रार्थना के दौरान तालिबान द्वारा किए गए आत्मघाती हमलों में कम से कम 11 लोग मारे गए और 50 अन्य घायल हो गए। हमलावरों ने रविवार की प्रार्थना के दौरान योहानाबाद इलाके में स्थित रोमन कैथोलिक चर्च और क्राइस्ट चर्च को निशाना बनाया, जिसके बाद वहां भगदड़ मच गयी और आतंकित लोग अपनी जान बचाने के लिए भागे। विस्फोटों में एक पुलिसकर्मी समेत कम से कम 11 लोग मारे गए और महिलाओं तथा बच्चों समेत करीब 50 लोग घायल हो गए। घायलों को लाहौर के जनरल अस्पताल में ले जाया गया है। डॉन की खबर के अनुसार, शुरुआती रिपोर्टों में पता चला है कि दो आत्मघाती हमलावरों ने हमले को अंजाम दिया। हमले में कथित रूप से शामिल एक युवक को गुस्साई भीड़ ने पीट पीट कर मार डाला और उसके शव को आग लगा दी। विस्फोट स्थलों से दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से अलग होकर बने समूह जमातुल अहरार ने आज के हमले की जिम्मेदारी ली है। पाकिस्तान के सबसे बड़े ईसाई रिहायशी इलाके योहानाबाद में कम से कम दस लाख लोग रहते हैं। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों को लंबे समय से चरमपंथियों और आतंकवादी समूहों द्वारा निशाना बनाया जाता रहा है। वर्ष 2013 में पेशावर के कोहाटी गेट इलाके में आल सेंटस चर्च पर दो आत्मघाती हमलों में 80 लोग मारे गए थे और 100 से अधिक घायल हुए थे। -   

दक्षिणी यॉर्कशायर 36 बार मरने के बावजूद जिंदा है वो!



दक्षिणी यॉर्कशायर

मेडिकल साइंस के मुताबिक एक निश्चित समय तक किसी की सांस न चले तो उसे मृत घोषित कर दिया जाता है। डॉक्टर्स ने यही किया।



दक्षिणी यॉर्कशायर में 21 साल की युवती सारा ब्रॉटिगम की सांस रूकी तो उसे मृत घोषित कर दिया गया। लेकिन मृत घोषित किए जाने के कुछ समय बाद उसकी सांसें फिर वापस चलने लगी। ऐसा साल में एक-दो बार नहीं, बल्कि 36 बार हुआ।




जब-जब सारा ब्रॉटिगम की सांस थमी और ब्लड प्रेशर बेहद कम हुआ तो डॉक्टर्स ने उसे मृत बता दिया। लेकिन उसकी रूकी हुई सांस फिर चलने लगती है और वो अपनी जिंदगी फिर जीने लगती है। लेकिन फिर से सांस रूकने का खतरा लगातार बना रहता है।




दरअसल सारा ब्रॉटिगम पोस्टुरल आर्थोस्टेटिक टैचीकार्डिया सिंड्रोम से पीडि़त है। इस गंभीर बीमारी की वजह से उसकी सांसें थम जाती है और घबराहट के साथ ब्लड प्रेशर कम हो जाता है।




उसकी इस बीमारी इलाज दक्षिणी यॉर्कशायर के शेफील्ड में नॉर्थन जनरल हॉस्पिटल में चल रहा है। इतनी गंभीर बीमारी का सामना करने के बावजूद सारा जिंदगी के प्रति सकारात्मक नजरिया रखती है।

...और दुल्हन ने स्टेज पर फेंक दी वरमाला, नहीं हुई शादी



साहिबाबाद
सांकेतिक फोटो।


वरमाला के दौरान दूल्हे के दोस्तों का मजाक इतना महंगा पड़ा कि शादी ही नहीं हो पाई। मामला गाजियाबाद का है। हिंडन ब्रिज के पास एक फार्महाउस में शुक्रवार को पुणे से बरात आई। स्टेज पर जब दुल्हन वरमाला लेकर आगे बढ़ी तो दूल्हे के दोस्तों ने उसे ऊपर उठा लिया। दुल्हन वरमाला न डाल सकी।




दूसरी बार दुल्हन ने फिर कोशिश की। दूल्हे के दोस्तों ने वही हरकत फिर दोहराई। इस बार लड़की ने ऐसा नहीं करने की चेतावनी दी। लेकिन लड़के के दोस्तों ने इसे मजाक समझा। दुल्हन तीसरी बार वरमाला लेकर आगे बढ़ी लेकिन दोस्तों ने लड़के को फिर गोद में लेकर ऊपर उठा लिया। दुल्हन को गुस्सा आया और उसने वरमाला स्टेज पर ही फेंक दी। इस पर दूल्हे वालों ने शादी से इनकार कर दिया।




शनिवार सुबह मामला साहिबाबाद थाने पहुंचा। जहां तरह-तरह के आरोप लगाने के बाद अंत में दोनों पक्षों में बिना शादी हुए ही समझौता हो गया, जिसके तहत दूल्हे के परिवार वालों को विवाह समारोह पर खर्च हुए पांच लाख रुपये भरने पड़े।




गौरतलब है कि लड़का-लड़की पुणे की एक सॉफ्टवेयर कंपनी में जॉब करते हैं। वहीं से दोनों के बीच जान-पहचान हुई और मामला शादी तक जा पहुंचा। लड़की, लड़के के पुणे स्थित घर भी जा चुकी थी। हालांकि, लड़के के पैरंट्स शुरू से इस शादी के खिलाफ थे। लेकिन लड़की के पैरंट्स की जिद की वजह से यह रिश्ता तय हुआ था।