मंगलवार, 5 मार्च 2019

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज बाड़मेर आएंगे

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज बाड़मेर आएंगे


बाड़मेर, 05 मार्च। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक दिवसीय दौरे पर बुधवार को बाड़मेर आएंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत गडरारोड़ सीमा चौकी की विजिट करेंगे।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार को प्रातः 11 बजे विशेष विमान से जयपुर से प्रस्थान कर 11.45 बजे उत्तरलाई हवाई स्टेशन पहुंचेंगे। जहां से हेलीकाप्टर के जरिए दोपहर 12 बजे प्रस्थान कर 12.30 राणासर पहुंचेंगे। इसके उपरांत मुख्यमंत्री गहलोत दोपहर 12.45 बजे सड़क मार्ग से रवाना होकर 1 बजे गडरारोड़ सीमा चौकी पहुंचेंगे। जहां दोपहर 2.30 बजे तक सीमा चौकी की विजिट के बाद गहलोत दोपहर 2.45 बजे राणासर पहुंचेंगे। इसके उपरांत उनका दोपहर 2.50 बजे हेलीकाप्टर के जरिए तनोट प्रस्थान करने का कार्यक्रम निर्धारित है। जहां बीएसएफ चैक पोस्ट की विजिट एवं मंदिर दर्शन के बाद रात्रि विश्राम करेंगे।

जो नेता जीतने की स्थिति में होगा...उसे ही कांग्रेस देगी टिकट- सचिन पायलट

जो नेता जीतने की स्थिति में होगा...उसे ही कांग्रेस देगी टिकट- सचिन पायलट


जयपुर. देश में कांग्रेस पार्टी इस बार केवल जीतकर सरकार बनाने कि ही नहीं बल्कि देश के लोकतंत्र को बचाने की कोशिश कर रही है. जो नेता जीतने की स्थिति में हैं, कार्यकर्ताओं की पसंद है और साफ छवि का है उसे ही मिलेगा टिकट. चाहे वह विधायक या विधायक का लड़ चुका नेता ही क्यों ना हो. यह कहना है डि्प्टी सीएम सचिन पायलट का.

ईटीवी भारत ने आपको कुछ दिन पहले ही बताया था कि जब से देश में मोदी सरकार ने एयर स्ट्राइक की है उसके बाद से कांग्रेस में प्रत्याशी कौन होगा इसके लिए बनाए गए क्राइटेरिया में कुछ रियायत दी गई है. और आज उसके संकेत खुद कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने दे भी दिए हैं. लगातार कई दिनों से यह बहस चल रही थी कि कांग्रेस पार्टी विधायकों या विधायक का चुनाव लड़ चुके नेताओं को इस बार लोकसभा चुनाव में मौका देगी या नहीं.


लेकिन आज कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने साफ कर दिया कि कांग्रेस पार्टी ने इस बार लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों के लिए साफ छवि और जीतने की क्षमता वाला क्राइटेरिया रखा है. हालांकि पायलट ने यह जरूर कहा कि कांग्रेस ने पूरे देश के लिए एक पैमाना जरूर बनाया है कि राज्यसभा के सांसदों, विधायकों विधानसभा में चुनाव हारे हुए नेता हो या नेताओं के परिजन हो उनके अलावा कोई विकल्प हो तो उसे तलाश किया जाएगा. लेकिन इसके साथ ही पायलट ने यह भी साफ कर दिया कि पार्टी यह देख रही है कि जीतने की स्थिति किस नेता की है और कार्यकर्ता किसे पसंद करते हैं और सबसे बेहतर चुनाव कौन लड़ सकता है.


पायलट ने साफ किया कि इस बार के लोकसभा चुनाव कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण है और यह चुनाव कांग्रेस केवल सरकार बनाने के लिए नहीं जीतना चाहती है बल्कि इन चुनाव में जीत दर्ज करके कांग्रेस उन ताकतों के खिलाफ लड़ाई लड़ना चाहती है. जिन्होंने देश प्रदेश की संस्थाओं को खोखला किया है जो कांग्रेस ने 70 साल में खड़ी की थी.


पायलट ने कहा कि भाजपा ने चाहे ईडी हो या सीबीआई या आरबीआई या चुनाव आयोग सभी संवैधानिक संस्थाओं को 5 साल में कमजोर करके लगभग खत्म करने का काम किया है. देश में गणतंत्र में अगर इन संस्थाओं को चुनौती मिलेगी तो फिर लोकतंत्र खतरे में आएगा. आज तमाम विपक्ष के नेता और दल मिलकर इस मुहिम में लगे हैं कि हम चुनाव जीत कर जनता का विश्वास फिर से कायम करें. लोकतंत्र में संस्थाएं खत्म होगी तो यह देश के लिए बुरे संकेत होंगे इसलिए चुनाव जीतना हमारे लिए जरूरी है. ऐसे में पायलट ने साफ कर दिया है कि इस बार के चुनाव में क्राइटेरिया केवल नेता का जीतने का रखा जाएगा.

लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की कमेटियों का गठन, गहलोत की जगह पांडे बने अध्यक्ष, जानें किसको मिली क्या जिम्मेदारी

लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की कमेटियों का गठन, गहलोत की जगह पांडे बने अध्यक्ष, जानें किसको मिली क्या जिम्मेदारी


जयपुर. लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने चुनावी कमेटियों का पुनर्गठन कर दिया है. मंगलवार को घोषित की गई प्रेस रिलीज में कोर्डिनेशन कमेटी, कैंपेन कमेटी, प्रदेश इलेक्शन कमेटी, पब्लिसिटी कमेटी, पब्लिकेशन कमेटी, मीडिया कमेटी और इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटियों का गठन किया गया है. खास बात यह है कि कॉर्डिनेशन कमेटी का अशोक गहलोत की जगह अविनाश पांडे को चेयरमैन बनाया गया है.

पब्लिसिटी कमेटी में जहां सीपी जोशी की जगह महेश जोशी को चेयरमैन बनाया गया है वहीं प्रोटोकॉल और डिसिप्लिन कमेटी इस बार नहीं बनाई गई. इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी में 8 सदस्य रखे गए हैं वहीं मीडिया कोर्डिनेशन कमेटी में कोई बदलाव नहीं किया गया है. कांग्रेस ने 37 प्रवक्ता और 37 ही पैनलिस्ट की कमेटी भी तैयार की है.


1.कॉर्डिनेशन कमेटी
कोर्डिनेशन कमेटी में इस बार राजस्थान के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे को चेयरमैन बनाया गया है. जबकि पहले इसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चेयरमैन थे. इस कमेटी में कुल 28 नेताओं को शामिल किया गया है. जिनमें जिलों के प्रभारी मंत्री और प्रदेश कांग्रेस के लोकसभा प्रभारियों को भी सदस्य बनाया गया है.  सदस्यों में अशोक गहलोत, सचिन पायलट, रघुवीर मीणा, भंवर जितेंद्र सिंह, हरीश चौधरी, जुबेर खान, मोहन प्रकाश, गिरिजा व्यास, नारायण सिंह, बीडी कल्ला, डॉक्टर चंद्रभान, दीपेंद्र सिंह शेखावत, हेमाराम चौधरी, नमो नारायण मीणा, लालचंद कटारिया, रामेश्वर डूडी, रघु शर्मा, गोविंद डोटासरा, महेश जोशी, परसादी लाल मीणा, मास्टर भंवर लाल मेघवाल, गोपाल सिंह इडवा, मुरारी लाल मीणा, अश्क अली टाक, अर्चना शर्मा, महेंद्रजीत सिंह मालवीय और एडवोकेट सुशील शर्मा को शामिल किया गया है. इसके अलावा सभी अग्रिम संगठनों के सदस्यों को इस कमेटी में शामिल किया गया है साथ ही छह मंत्रियों को सदस्य बनाया गया है.



2. कैंपेन कमेटी
कैंपेन कमेटी में कोई बदलाव नहीं किया गया है. इस कमेटी में कुल 62 सदस्य हैं. इसमें पहले की तरह रघु शर्मा को चेयरमैन, महेंद्र सिंह मालवीय को को-चेयरमैन, सालेह मोहम्मद और ममता भूपेश को कन्वीनर बनाया गया है. सदस्यों में सचिन पायलट, अशोक गहलोत, मोहन प्रकाश, रामेश्वर डूडी, गिरिजा व्यास, नारायण सिंह, बी डी कल्ला, डॉक्टर चंद्रभान, भंवर जितेंद्र सिंह, जुबेर खान, हरीश चौधरी, नमो नारायण मीणा, सुभाष महरिया, लालचंद कटारिया, मास्टर भंवर लाल मेघवाल, गोपाल सिंह इडवा, विश्वेंद्र सिंह, करण सिंह यादव, हेमाराम चौधरी, रमेश मीणा, दीपेंद्र सिंह शेखावत.

पढ़ेंः एयर स्ट्राइक पर 'राजनीति' करने वालों को पायलट की दो टूक... कहा- ना'पाक' हरकतों का जवाब देते रहेंगे

शांति धारीवाल, परसादी लाल मीणा, अमीन खान, प्रमोद जैन भाया, अशोक बैरवा, उदयलाल आंजना, गुरमीत सिंह कुन्नर, अश्क अली टाक, भरत सिंह, बृजेंद्र ओला, मुरारी लाल मीणा, भंवर लाल शर्मा, सरवन कुमार, गोविंद डोटासरा, सुखराम बिश्नोई, सूरज खत्री, जाहिदा खान, रतन देवासी, प्रताप सिंह खाचरियावास, रिछपाल मिर्धा, भजन लाल जाटव, सीताराम लांबा, रोहित बोहरा, नरेंद्र बुडानिया, रघुवीर मीणा, नीरज डांगी, कुलदीप इंदौरा, पवन गोदारा, मुकेश भाकर, सुमित भगासरा, रंजू रामावत, सतवीर चौधरी, कृष्णा पूनिया, अशोक चांदना, राकेश पारीक, रेहाना रियाज और अभिमन्यु पूनिया को शामिल किया गया है.

3. पब्लीसिटी और पब्लिकेशन कमेटी
विधानसभा चुनाव के लिए बनी कमेटी के चैयरमेन पहले सीपी जोशी थे लेकिन अब लोकसभा चुनाव के लिए सीपी जोशी की जगह महेश जोशी को इस कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है. इस कमेटी में कुल 35 सदस्य रखे गए हैं. जिनमें महेश जोशी को-चेयरमैन, अश्क अली टाक को को-चेयरमैन, जीआर खटाना को को-चेयरमैन, अशोक चांदना को कन्वीनर, बालेन्दू सिंह शेखावत को को-कन्वीनर, अमीन कागज़ी को को-कन्वीनर बनाया गया है. इसके अलावा कमेटी में बीडी कल्ला, नरेंद्र बुडानिया, हरेंद्र मिर्धा, मूलचंद मीणा, परस राम मेघवाल, भरतराम मेघवाल, ममता भूपेश, महेश शर्मा, महेंद्र सिंह रलावता, कमल मीणा, इंद्राज गुर्जर, चयनिका उनियाल, क्रांति तिवारी, सुनील शर्मा अखिलेश अत्री, गोपाराम मेघवाल, रणदीप धनकर, अनिल पारीक, महेंद्र चौधरी, पुखराज पाराशर, रवि मीणा, रुकमणी कुमारी, मनीष यादव, विवेक कटारा, अनिल चोपड़ा, सुनील, मान सिंह कुमावत और मनीष मिश्रा शामिल है.


4. मीडिया कमेटी
मीडिया कमेटी में भी कोई परिवर्तन नहीं किया गया है. इस कमेटी में गोविंद डोटासरा को चेयरमैन, अर्चना शर्मा को को-चेयरमैन बनाया गया है. सत्येंद्र सिंह राघव, साउद शहीदी और प्रशांत बैरवा को कन्वीनर बनाया गया है. मीडिया कमेटी को अलग-अलग विभागों में बांटा गया है. इनमें से एग्रीकल्चर, फार्मर ऊर्जा और सिंचाई विभाग के लिए चंद्रभान, जितेंद्र सिंह और प्रमोद जैन भाया को सदस्य बनाया गया है.

इसी तरीके से फाइनेंस और एडमिनिस्ट्रेशन के लिए बीडी कल्ला और रोहित बोहरा को सदस्य बनाया गया है. सोशल और आईडियोलॉजिकल के लिए मास्टर भंवरलाल और प्रोफेसर नरेश दाधीच को सदस्य बनाया गया है. इसी तरीके से एकेडमिक हिस्टरी, ज्योग्राफी और एनवायरमेंटल सब्जेक्ट के लिए राजेंद्र चौधरी, एचएस शर्मा और आरडी गुर्जर को सदस्य बनाया गया है. इसी तरीके से लीगल और विधानसभा के मसलों को देखने के लिए शांति धारीवाल, रमेश मीणा और धीरज गुर्जर को सदस्य बनाया गया है. मीडिया कोऑर्डिनेटर के तौर पर राकेश मोरदिया, आर सी चौधरी, इंद्र गुर्जर, भूपेंद्र सिंह राठौड़, अनूप ठाकुर, स्वर्णिम चतुर्वेदी और दानिश अबरार को सदस्य बनाया गया है.


लोकसभा चुनाव के लिए बने 37 नए प्रवक्ता
कमेटी के तहत 37 नए प्रवक्ता भी बनाए गए हैं. इनमें प्रताप सिंह खाचरियावास, सुरेश चौधरी, विजयलक्ष्मी विश्नोई, गिरिराज गर्ग, सुशील शर्मा,  कुलदीप इंदौरा, अजीत सिंह शेखावत, पंकज मेहता, रतन देवासी, सुशील आसोपा, सूरज खत्री, विचार व्यास, अभिषेक चौधरी, पवन गोदारा, बालेंद्र सिंह शेखावत, प्रदीप चतुर्वेदी, शंकर यादव, चयनिका उनियाल, मुकेश भाकर, मुरारी लाल मीणा और रंजू रामावत को प्रवक्ता बनाया गया है. इसी तरीके से 37 पैनल लिस्ट भी बनाए गए हैं. 

पाक नेवी का दावा- पाकिस्तान की समुद्री सीमा में घुसी भारत की पनडुब्बी

पाक नेवी का दावा- पाकिस्तान की समुद्री सीमा में घुसी भारत की पनडुब्बी

पाक नेवी का दावा- पाकिस्तान की समुद्री सीमा में घुसी भारत की पनडुब्बी पाकिस्तान की समुद्री सीमा तक पहुंची इंडियन नेवी- पाकिस्तानी मीडिया 

पाक नेवी का दावा- पाकिस्तान की समुद्री सीमा में घुसी भारत की पनडुब्बी


बालाकोट में 26 फरवरी को इंडियन एयरफोर्स की हवाई कार्रवाई के बाद पाकिस्तानी नौसेना ने अब दावा किया है कि सोमवार (4 मार्च) को इंडियन नेवी की पनडुब्बी पाकिस्तान की समुद्री सीमा के अंदर देखी गई. डॉन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक भारत की एक पनडुब्बी को पाकिस्तान की सीमा पर देखा गया. डॉन ने ये खबर पाकिस्तानी नेवी के हवाले से छापी है.

पाकिस्तानी नौसेना की तरफ से जारी इस वीडियो में एक पनडुब्बी का ऊपरी हिस्सा दिख रहा है. पाक नेवी का दावा है कि यह भारतीय पनडुब्बी थी, जिसे उसने अपने जल क्षेत्र में घुसने से रोक दिया. पाकिस्तानी मीडिया के इस दावे पर भारतीय नौसेना की भी प्रतिक्रिया आ गई है. नेवी ने कहा है कि वो इस वीडियो की जांच कर रहे हैं.आपको बता दें जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद नौसेना प्रमुख ने बड़ा बयान दिया है. नौसेना प्रमुख सुनील लांबा ने आगाह किया कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान समुद्र के रास्‍ते भी आतंकी हमले की फिराक में है. उन्होंने कहा, हमें रिपोर्ट्स मिली है कि आतंकियों को समुद्र के रास्‍ते हमले करने को कहा गया है और इसके लिए आतंकियों को खास ट्रेनिंग दी गई है.

नौसेना प्रमुख सुनील लांबा ने कहा कि पाकिस्‍तान की ओर से आतंकवाद को फंडिंग की जा रही है, जिसके कारण आज आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए खतरा बन गया है. उन्‍होंने कहा कि हमने पिछले तीन साप्‍ताह पहले जम्‍मू-कश्‍मीर में हुए भयावह हमले को देखा है. यह हिंसा चरमपंथियों द्वारा की गई थी, जो एक देश द्वारा सहायता प्राप्त थी. इस हमले का मकसद भारत को अस्थिर करने का प्रयास करना था.

चूरू में लोक परिवहन की बस ने दो महिलाओं को कुचला, दोनों की मौके पर मौत



चूरू में लोक परिवहन की बस ने दो महिलाओं को कुचला, दोनों की मौके पर मौत

चूरू में लोक परिवहन की बस ने दो महिलाओं को कुचला, दोनों की मौके पर मौत
चूरू जिले में मंगलवार को लोक परिवहन की बस ने दो महिलाओं को कुचल दिया. दोनों महिलाओं की मौके पर मौत हो गई. लोक परिवहन की जिस बस ने महिलाओं को कुचला है, वो उसी बस का बीकानेर जाने के लिए इंतजार कर रही थी. हादसे की शिकार हुई दोनों महिलाएं सास-बहू थीं. हादसे के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क मार्ग पर जाम लगा दिया और बस को पूरी तरह से तोड़फोड़ दिया. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी आक्रोशित भीड़ को समझाने में जुटे हैं.


जानकारी के अनुसार हादसा सुबह करीब 9 बजे सरदारशहर-तारानगर मार्ग पर भालेरी थाना इलाके में फोगां गांव के बस स्टैंड पर हुआ. वहां दो महिलाएं राजगढ़ से बीकानेर जाने वाली लोक परिवहन की बस का इंतजार कर रही थी. करीब 9 बजे लोक परिवहन की वह बस आई. लेकिन बस बेहद तेज रफ्तार में थी और उसने स्टैंड पर खड़ी दोनों महिलाओं को चपेट में लेते हुए उनको कुचल दिया. इससे दोनों महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई. हादसे के बाद चालक बस छोड़कर फरार हो गया.