बुधवार, 6 सितंबर 2017

आज से नहीं मिलेगा McDonalds का बर्गर, बंद होंगे 169 रेस्त्रां

आज से नहीं मिलेगा McDonalds का बर्गर, बंद होंगे 169 रेस्त्रां
आज से नहीं मिलेगा McDonalds का बर्गर, बंद होंगे 169 रेस्त्रां

नई दिल्लीः अब आपको अपना पसंदीदा आलू टिक्की बर्गर खाने के लिए नहीं मिलेगा। देश के उत्तर और पूर्वी हिस्से में मैकडोनाल्ड के नाम से रेस्त्रां चलाने वाली कंपनी ने अपने 169 आउटलेट्स को बंद करने जा रही है। इसका कारण यह है कि मैकडोनाल्ड ने इन आउटलेट्स को संचालित करने वाली विक्रम बख्शी की कंपनी कनॉट प्लाजा रेस्टोरेंट प्राइवेट लिमिटेड (सी.पी.आर.एल.) के साथ फ्रेंचाइजी करार को खत्म कर दिया है। इससे करीब 7 हजार कर्मचारियों की नौकरी पर असर पड़ेगा।

कल था टर्मिनेशन नोटिस का आखिरी दिन
जानकारी के मुताबिक कंपनी ने ई-मेल भेजकर कहा है कि 21 अगस्त को कंपनी की तरफ से सी.पी.आर.एल. को जारी किया गया टर्मिनेशन नोटिस 5 तारीख को खत्म हो गया है। इस हिसाब से सी.पी.आर.एल. अब मैकडोनाल्ड का लोगो, ट्रेडमार्क, डिजाइन, ब्रांडिंग और ऑपरेशन नहीं कर सकता है। इससे पहले कंपनी ने दिल्ली में अपने 43 आउटलेट्स बंद किए थे। दिल्ली में मैकडोनाल्ड ने अपनी 80 फीसदी रेस्त्रां जून में बंद कर दिए थे। सी.पी.आर.एल. के पास 21 साल का लाइसेंस था, जिसको उसने मैकडोनाल्ड से रिन्यु नहीं किया था। सी.पी.आर.एल. में विक्रम बख्शी और मैकडोनाल्ड के बीच 50-50 फीसदी की पार्टनरशिप थी।

देखें कैसे दरिंदा बना दामाद,घर में बहा दी खून की नदियां

देखें कैसे दरिंदा बना दामाद,घर में बहा दी खून की नदियां


जीराः शहर की मलसियां वाली बस्ती में एक दामाद ने ससुर परिवार पर कातिलाना हमला कर तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया।

देखें कैसे दरिंदा बना दामाद,घर में बहा दी खून की नदियां

जानकारी मुताबिक जब रात को पूरा परिवार सोया पड़ा था तो उनके दामाद कृष्ण ने अज्ञात व्यक्तियों के साथ मिल किर्च के साथ उन पर हमला कर दिया। जिस कारण सास और ससुराल की मौके पर ही मौत हो गई जब कि लड़की ने हस्पताल में पहुँच कर दम तोड़ दिया।




लड़की के भाई ने बताया कि उसकी बहन और जीजा में मामूली सी बात को लेकर झगड़ा हुआ था, जिसके बाद वह लड़की को घर ले आए और उसके जीजा ने गुस्से में इस वारदात को अंजाम दे दिया। एस.एच.अो.इकबाल सिंह ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच कर शुरु कर दी है।

अवैध संबंध में बाधा बना दुकानदार तो प्रेमी ने खेला खूनी खेल

अवैध संबंध में बाधा बना दुकानदार तो प्रेमी ने खेला खूनी खेल


संभलः उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक प्रेमी ने अवैध संबंधों में रोड़ा बन रहे एक दुकानदार को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

अवैध संबंध में बाधा बना दुकानदार तो प्रेमी ने खेला खूनी खेल


जानकारी के मुताबिक मामला जिले के थाना बहजोई के गांव रसैटा का है। जहां के निवासी भोले पुत्र कल्लू गांव में घर से दूर परचूनी की दुकान चलाते थे। उसके पड़ोस में रहनी वाली महिला के एक युवक से अवैध संबंध थे। जिसको लेकर दोनों रात में मिलते थे। रात होने की वजह से दुकानदार उनको कभी-कभी टोक देता था। इससे परेशान होकर महिला के प्रेमी ने दुकानदार के सिर में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।




मृतक के भाई रामप्रकाश ने बताया कि महिला और उसका प्रेमी दोनों दुकानदार भोले से रंजिश मानते थे। जिसके चलते उन्होंने उसकी हत्या कर दी। घर दूर होने की वजह से सुबह देर से उन्हें घटना का पता चला। वहीं एएसपी पंकज कुमार पांडे ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। गांव में तनाव होने की वजह से पुलिसबल तैनात कर दिया है। मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरु की जाएगी।

मांग में सिंदूर भरने वाले की ले ली जान, फिर पुलिस को गुमराह करने के लिए किया एेसा

मांग में सिंदूर भरने वाले की ले ली जान, फिर पुलिस को गुमराह करने के लिए किया एेसा

मांग में सिंदूर भरने वाले की ले ली जान, फिर पुलिस को गुमराह करने के लिए किया एेसा
इटावाः इटावा में रिश्तों को कलंकित करने वाली घटना सामने आई है, जहां पत्नी ने अवैध संबंधो के चलते प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पति को मौत के घाट उतार दिया और उसके शव को नहर में फेंक दिया। इसके बाद पत्नी पुलिस को गुमराह करने के लिए अपने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने थाने पहुंच गई।




क्या कहना है मृतक के भाई राजेश का?

मृतक ब्रजेश के भाई राजेश ने बताया कि उसके भाई की शादी पूनम से 12 साल पहले हुई थी, लेकिन भाई ब्रजेश की पत्नी पूनम के अवैध संबंध एक मोबाईल दुकानदार ब्रिजेन्द्र दिवाकर से चल रहे थे। जिसका विरोध करने पर महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उसके भाई की हत्या कर दी और शव को नहर में फेंक दिया।




देवर ने फोन कर थानाध्यक्ष को बताया कि महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी है और पुलिस को गुमराह करने के लिए थाना में रिपोर्ट दर्ज करवाने आई है। पुलिस ने फोन पर मिली सूचना के बाद महिला को हिरासत में लेकर जब सख्ती से पूछताछ की तो चौंकाने वाली घटना सामने आई और पुलिस ने महिला के बताए अनुसार उसके पति की लाश को नहर से हाथ पैर बंधी अवस्था में बरामद कर लिया।




क्या कहना है मृतक की पत्नी का?

महिला ने बताया कि मेरा पति मुझे खर्चे के लिए पैसे नही देता था। जिसके चलते मैंने एक मोबाईल दुकानदार से दोस्ती की थी। दुकानदार मुझे खर्चे के लिए पैसा भी दिया करता था, लेकिन मेरे पति ने जब इस रिश्ते का विरोध किया तो अपने प्रेमी और उसके दोस्त के साथ मिलकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।




क्या कहना है पुलिस का?

एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि महिला अपने पति की हत्या करने के बाद थाने में गायब होने की रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए आई थी, लेकिन जांच करने पर मामला हत्या का निकला और प्रेम संबंधों के चलते अपने पति की हत्या की गई थी। आरोपी महिला और उसके प्रेमी ब्रिजेन्द्र दिवाकर और प्रेमी के दोस्त बाबू मिश्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

मंगलवार, 5 सितंबर 2017

बाड़मेर निष्काम सेवा भावी​आदर्श ​ शिक्षक ​थे ​देवी सिंह चौधरी

बाड़मेर निष्काम सेवा भावी​ आदर्श ​ शिक्षक ​थे ​देवी सिंह चौधरी 

​दुनिआ में आप रहे या न रहे मगर आपकी दी हुई शिक्षा आपको हमेशा लोगो के बीच जिन्दा रखती हैं ,ऐसी शक्शियत थे आदरणीय युगपुरुष देवी सिंह चौधरी ,,​तन-मन से स्वस्थ एक शिक्षक ऎसा है जो सौवां वष्ाü पूरा करने वाला है और अपने गौरवशाली तेजस्वी प्रभामंडल द्वारा शिक्षकों में उत्साह और प्रेरणा भर रहा है। ऎसे चमत्कारी आदर्श शिक्षक का नाम है देवी सिंह चौधरी। आदर्श शिक्षक नए समाज का निर्माण करता हें। समाज में शिक्षा क्रांति के अग्रणी रहे देवी सिंह चौधरी का नाम सबसे पहले आता हें। सेवानिवृत​के बाद भी  देवी सिंह  छात्रो को शिक्षा का पथ दिखा रहे ​थे  ,एक आदर्श शिक्षक जो छोटे बड़े सभी लोगो के बीच प्रिय रहे हें। उनकी लोक प्रियता ​आदर्श शिक्षक के रूप में ​आज भी ​बरकरार ​हें। ​चाहे वो दुनिआ में नहीं रहे मगर उनकी दी शिक्षा आज भी हमे आगे बढ़ने की  हैं ,​उनका आज की पीढी उतना सम्मान करती हें। देवी सिंह​  अपने जीवन के अंतिम पड़ाव तक ​भी शिखने में जुटे ​रहे ​। ​ पढ़ने के बड़े शौकीन रहे , जो पढ़ते हें वो अपने अनुयायीयो के बीच ज्ञान का भंडार बना कर बांटते हें। ​अंत तक वो  विद्यालयों में जाकर ज्ञान बांटते हें ,स्वछता ,साक्षरता और स्वास्थ्य शिक्षा की अलख आज भी जगा​ते ​ रहे हें बिना किसी भेद भाव के ,सामाजिक सरोकार से ओत प्रोत शिक्षा देने में देवी सिंह जी माहिर ​थे  ,उनका ज्ञान भण्डार यथार्थ जीवन का दर्शन ​था । शिक्षकों का हित-चिंतन भी उनके स्वभाव का अभिन्न अंग रहा है।
उनमें प्रेरणा, उत्साह और कर्तव्यपरायणता का अपूर्व समन्वय ​था । राजस्थान शिक्षक संघ के निर्माण में उनका पूरा हाथ रहा।अपने परिश्रम और तप से छात्रो के चरित्र का निर्माण कर वे उन का प्रेरक बने । अपनी श्रद्धा और विवेक से वे बच्चों के जीवन में ज्योति जलाई जिससे परिवार, समाज और देश छात्रो के प्रकाश से चमकता रहे। बच्चे वे फूलहोते हैं जिसकी सुगन्ध से सारा संसार सुगन्धित होता है।