शनिवार, 12 अगस्त 2017

बाड़मेर कचरा समस्या नहीं, ठोस प्रबंधन जरूरीःश्री निवासन



बाड़मेर कचरा समस्या नहीं, ठोस प्रबंधन जरूरीःश्री निवासन
-श्रीनिवासन ने कहा कि लोग कचरे को घरों से फैंक देते है, जबकि यह आय का बेहतरीन स्त्रोत बन सकता है। इसके जरिए सैकड़ांे लोगांे को रोजगार मिल सकता है। इसके लिए जिला प्रशासन के साथ जन प्रनिधियांे एवं आमजन को कचरा प्रबंधन की कार्य योजना की क्रियान्विति की पहल करनी होगी।
बाड़मेर, 12 अगस्त। कचरा समस्या नहीं है, जरूरत है कि इसका सही प्रबंधन किया जाए। ठोस एवं तरल संसाधन प्रबंधन के जरिए जहां शहर की तस्वीर बदलने के साथ इसके जरिए आर्थिक बचत की जा सकती है। इसके लिए जन प्रतिनिधियांे के साथ आमजन को सहयोग करना होगा। इंडियन ग्रीन सर्विस के परियोजना निदेशक सी.श्रीनिवासन ने शनिवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर जिला प्रशासन, नगर परिषद एवं राजवेस्ट पावर लिमिटेड की ओर से आयोजित ठोस एवं तरल संसाधन प्रबंधन कार्यशाला के दौरान कही।

इस अवसर पर सी.श्रीनिवासन ने कहा कि कचरे का सही इस्तेमाल करके इसकी वजह से उत्पन्न होने वाली समस्याआंे का समाधान किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लोग कई मर्तबा अनुपयोगी सामान को कूड़ा समझ कर अपने घर से फेंक देते हैं। जबकि वह हमारे लिए आय का बेहतरीन स्त्रोत साबित हो सकता है। उन्हांेने कहा कि अगर उसे बेहतर तरीके से साफ सुथरा कर कबाड़ी को बेचें तो उससे अच्छी खासी रकम मिल सकती है। उन्हांेने कहा कि अगर घर से सब्जी के छिलके, बीज वगैरह फेंकने के बजाय उसे गाय-भैंस का चारा बनाएं तो उससे निकलने वाले गोबर से प्लांट के जरिए ईंधन प्राप्त कर सकते हैं, जिसका उपयोग भोजन बनाने में किया जा सकता है। साथ ही इससे काफी आर्थिक बचत की जा सकती है। उन्हांेने छतीसगढ़ के अंबिकापुर का जिक्र करते हुए कहा कि वहां पर उनकी ऐसी टीम काम कर रही जो शहर के कचरा को इकट्ठा कर उसे साफ सुथरा कर कबाड़ वाले को बेच कर अच्छी आमदनी प्राप्त करती है। इससें सैकड़ों लोगों को रोजगार मिला हुआ है। प्रति व्यक्ति को उसके कार्य के अनुसार वेतन दिया जाता है। इस दौरान इंडियन ग्रीन सर्विस के परियोजना निदेशक सी.श्रीनिवासन ने कचरा प्रबंधन के विविध पहलूआंे से अवगत कराया। उन्हांेने कहा कि आमजन के सहयोग के जरिए शहर की तस्वीर बदली जा सकती है। उन्हांेने कहा कि पहले मानव संसाधन एवं मशीनरी के उपयोग के बावजूद सही तरीके से सफाई व्यवस्था नहीं हो पाती थी। लेकिन कुछ समय बाद अंबिकापुर की तस्वीर बदल गई और पूरे देश मंे सफाई व्यवस्था मंे वह पन्द्रहवे स्थान पर पहूंच गया। उन्हांेने फिल्म प्रदर्शन एवं प्रायोगिक विधियांे के जरिए कचरा प्रबंधन की जानकारी दी।

इस दौरान जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन की कामयाबी के लिए प्रत्येक व्यक्ति का जुड़ाव जरूरी है। उन्हांेने कहा कि शहर को साफ-सुथरा एवं सुव्यवस्थित बनाने के लिए व्यवस्थित कचरा प्रबंधन बेहद जरूरी है। उन्हांेने जन प्रतिनिधियांे, स्वयंसेवी संगठनांे के प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिकांे से अनुरोध किया कि वे यह तय करें कि बाड़मेर को किस रूप मंे देखना चाहते है। उन्हांेने सी. श्रीनिवासन के क्रियाकलापांे एवं उनके निर्देशन मंे विभिन्न शहरांे की गतिविधियांे के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। उन्हांेने कहा कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है कि शहर को कैसे स्वच्छ रखा जा सके। इससे पहले उपखंड अधिकारी चेतन कुमार त्रिपाठी ने कार्यशाला के उददेश्यांे के बारे मंे जानकारी दी। कार्यक्रम की शुरूआत इंडियन ग्रीन सर्विस के परियोजना निदेशक सी.श्रीनिवासन,बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते,नगर परिषद के सभापति लूणकरण बोथरा, यूआईटी चैयरमैन डा.प्रियंका चौधरी ने सरस्वती की तस्वीर के आगे दीप प्रज्जवलन करके की। कार्यशाला मंे जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी दिलीप जैन, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा.बी.एल.मंसूरिया, उद्यमी जोगेन्द्रसिंह चौहान समेत जिला प्रशासन, वायुसेना, सेना के अधिकारी, जन प्रतिनिधि एवं विभिन्न संगठनांे के प्रतिनिधि, टीम फिफ्टी विलेजर्स तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डा.सुरेन्द्र चौधरी ने किया। इससे पहले जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने श्री निवासन का साफा पहनाकर एवं माल्यार्पण कर स्वागत किया।

वृन्दावन के इन मंदिरों में रात को नहीं दिन में मनाई जाती है जन्माष्टमी

वृन्दावन के इन मंदिरों में रात को नहीं दिन में मनाई जाती है जन्माष्टमी

वृन्दावन के इन मंदिरों में रात को नहीं दिन में मनाई जाती है जन्माष्टमी
वृन्दावन के चार मंदिरों में जन्माष्टमी के दिन वृन्दावन कृष्णमय हो जाता है। रंग जी मंदिर में लगभग हर तीसरे साल एक माह बाद जन्माष्टमी मनाई जाती है। इन मंदिरों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 15 अगस्त को मनाई जाएगी, जहां गौड़ीय संप्रदाय के तीन मंदिरों राधारमण, राधा दामोदर एवं शाहजी मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी दिन में मनाई जाती है। रंग जी मंदिर में एक माह बाद जन्माष्टमी मनाई जाएगी। राधारमण मंदिर में तो बालस्वरूप में सेवा होने के कारण गोस्वामी समाज श्रीकृष्ण को दीर्घ आयु होने का आशीर्वाद भी देते हैं। वृन्दावन के प्राचीन राधारमण मंदिर के सेवायत आचार्य दिनेश चन्द्र गोस्वामी ने बताया कि मंदिर में बालस्वरूप में सेवा होती है इसलिए लला को रात में जगाकर उनका जन्म मनाना ठीक नहीं है। उन्होंने बताया कि श्रीकृष्ण का अवतरण तो आज से लगभग सवा पांच हजार वर्ष पहले ही हो गया था इसलिए श्रीकृष्ण जन्माष्टमी एक प्रकार से श्रीकृष्ण की सालगिरह है। जिस प्रकार बच्चे की सालगिरह पर उसे अच्छे से अच्छे कपड़े पहनाए जाते हैं तथा अच्छा भोजन और पकवान बनाया जाता है उसी प्रकार श्रीकृष्ण जन्म पर मंदिर को सजाने और नाना प्रकार के व्यंजन का भोग लगाने की परंपरा सैकड़ों साल से चली आ रही है।




श्री गोस्वामी ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन सबसे पहले अभिषेक में भाग लेने वाले गोस्वामी संकीर्तन के मध्य यमुना जल लेकर आते हैं। पट खुलते ही अभिषेक शुरू हो जाता है। सबसे पहले ठाकुर जी का यमुना के जल से अभिषेक किया जाता है। इसके बाद 27 मन दूध, दही, घी, बूरा, शहद, औषधियों, सर्वोषधियों, महौषधियों, फूल फल एवं अष्ट कलश से तीन घंटे से अधिक देर तक घंटे घडियाल एवं शंखध्वनि के मध्य अभिषेक होता है। उन्होंने बताया कि सबसे अंत में स्वर्ण पात्र में केसर घोलकर ठाकुर जी का उससे अभिषेक किया जाता है। इसके बाद मंदिर के गर्भ गृह पर पर्दा डालकर अंदर ठाकुर का श्रृंगार करते हैं। श्री गोस्वामी ने बताया कि बालस्वरूप में सेवा होने के कारण जब पट पुन: दर्शन के लिए खुलते हैं तो सारे कार्यक्रम उसी प्रकार चलते हैं जैसे लाला का आज ही जन्म हुआ हो। ठाकुर जी को पहले यज्ञोपवीत धारण कराया जाता है। इसके बाद उन्हें माला धारण कराई जाती है। ठाकुर जी को न केवल काजल एवं डिठौना लगाया जाता है बल्कि राई नोन से उनकी नजर उतारते हैं। इसके बाद गेास्वामी वर्ग लाला की दीर्घ आयु के लिए उन्हें आशीर्वाद देता है। उन्होंने बताया कि इस दिन उस पवित्र वस्त्र के भी दर्शन होते हैं जिसे चैतन्य महाप्रभु ने अपने परमप्रिय शिष्य गोपाल भट्ट गोस्वामी को दिया था। इससे डोर और कौपीन कहा जाता है। इसके साथ ही उस पट्टे के भी दर्शन होते हैं जिस पर बैठकर चैतन्य महाप्रभु प्रसाद ग्रहण करते थे। जिसे उन्होंने बाद में गोपाल भट्ट गोस्वामी को दिया था। अभिषेक के बाद ठाकुर जी के उस पोतरा वस्त्र का भक्तों में वितरण होता है। जिसे धारण कराकर ठाकुर जी का पूर्व में अभिषेक किया गया था। जिसे यह प्रसाद मिल जाता है वह बड़ा भाग्यशाली माना जाता है। वृन्दावन के शाह जी मंदिर में इसी प्रकार दिन में जन्माष्टमी मनाते हैं।




मंदिर के महंत शाह कृष्ण शरण गुप्ता ने बताया कि इस मंदिर में भी गौड़ीय परंपरा का निर्वहन होता है। उनका कहना था कि मंदिर में दिन में जन्माष्टमी इसलिए मनाते हैं कि वास्तव में यह श्रीकृष्ण की सालगिरह है। उन्होंने बताया कि मंदिर में ठाकुर का यमुना एवं गंगाजल से अभिषेक कराने के बाद कई मन दूध, दही आदि से पंचामृत अभिषेक किया जाता है। इस अवसर पर चंदन, बीजाष्टक, गुलाबजल, सुमंगली, पंचगव्य, पुष्प, औषधियों, महाऔषधियों आदि से अभिषेक किया जाता है। सबसे अंत में एक किलो केसर से अभिषेक होता है। सप्त देवालयों में मशहूर वृन्दावन के राधा दामोदर मंदिर में भी इसी प्रकार वैदिक मंत्रों के मध्य ठाकुर का न केवल अभिषेक होता है बल्कि उस शिला का विशेष अभिषेक होता है। जिसे श्यामसुन्दर ने सनातन गोस्वामी को यह कह कर दिया था कि यदि वे इसकी चार परिक्रमा कर लेंगे तो उनकी गोवर्धन की एक परिक्रमा हो जाएगी। इस अवसर पर यहां पर भी कई मन दूध, दही आदि अभिषेक सामग्री से मंदिर के महंत कणिका गोस्वामी के सानिध्य में कई घंटे अभिषेक होता है। कणिका गोस्वामी ने बताया कि इस अवसर पर जीव गोस्वामी के आराध्यदेव राधा दामोदर, कृष्णराजकविराज गोस्वामी के आराध्यदेव राधा वृन्दावनचन्द्र, कवि जयदेव गोस्वामी के आराध्यदेव राधामाधव एवं भूगर्भ गोस्वामी के आराध्यदेव राधा छैल चिकन का भी अभिषेक किया जाता है। यहां के अभिषेक की यह विशेषता है कि ठाकुर के जन्म के बाद एक दूसरे पर हल्दी मिश्रित दही डालकर उसी प्रकार प्रसन्नता व्यक्त की जाती है जैसे लाला का अवतरण उसी दिन हुआ हो। अभिषेक के बाद पर्दे में श्रृंगार होता है तथा श्रृंगार आरती से ही मंदिर के पट बंद हो जाते हैं। तीनो मंदिरों में ही अभिषेक के बाद लगभग एक घंटे तक चरणामृत का वितरण श्रद्धालु भक्तों में बिना किसी भेदभाव के किया जाता है। वृन्दावनवासी तो इस चरणामृत को ग्रहण करके ही अपने व्रत के नियम की शुरूआत करते हैं।

शुक्रवार, 11 अगस्त 2017

कसने लगा 'रावण' पर शिकंजा, 32 मामलों में दाखिल हुई चार्जशीट

कसने लगा 'रावण' पर शिकंजा, 32 मामलों में दाखिल हुई चार्जशीट

कसने लगा 'रावण' पर शिकंजा, 32 मामलों में दाखिल हुई चार्जशीट
सहारनपुरः यूपी की सियासत में भूचाल लाने वाले शब्बीरपुर जातीय हिंसा के आरोपियों पर पुलिस का शिकंजा कसने लगा है। एसआइटी ने हिंसा के दौरान दर्ज हुए 32 मुकदमों में चंद्रशेखर उर्फ रावण व शब्बीरपुर के ग्राम प्रधान शिव कुमार समेत 111 आरोपियों के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है।




गौरतलब है कि 5 मई को शब्बीरपुर में दलितों व ठाकुरों के बीच जमकर खूनी संघर्ष हुआ था। संघर्ष में दोनों पक्षों में न सिर्फ लाठी डंडे, बंदूकें चली थीं, बल्कि कई दर्जन घरों में आगजनी कर दी गई थी। जिसमें राजपूत पक्ष के युवक सुमित की मौत हो गई थी। इस दौरान 50 से ज्यादा दलितों के मकान में लूटपाट व आगजनी हुई थी।




इसके बाद 9 मई को रामनगर, हलालपुर, बेहट रोड, रामपुर मनिहारान और सरसावा क्षेत्र में जगह-जगह भीम आर्मी ने जमकर उपद्रव किया था। इस दौरान आगजनी के अलावा पुलिस व प्रशासनिक अफसरों को भी दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। मीडियाकर्मियों व अन्य लोगों के वाहनों में आग लगाई गई थी।




तीसरी हिंसा 23 मई को पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के शब्बीरपुर दौरे के बाद हुई थी। इसमें भी ठाकुर पक्ष ने दलित युवक आशीष कुमार की हत्या कर आगजनी की थी। पुलिस ने तीनों घटनाओं में करीब चार सौ लोगों को आरोपी बनाया था।




एसपी सिटी व एसआइटी प्रभारी प्रबल प्रताप सिंह ने बताया कि जातीय हिंसा के मुख्य आरोपी चंद्रशेखर उर्फ रावण, शब्बीरपुर के प्रधान शिव कुमार तथा शब्बीरपुर के ही रहने वाले राजपूत समाज के पप्पू व सोनू समेत 111आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। 32 मुकदमों के ये सभी आरोपित जिला जेल में हैं। भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण, भीम आर्मी जिला अध्यक्ष कमल वालिया आदि के खिलाफ चार्जशीट है।

योगी के शहर में 30 बच्चों की दर्दनाक मौत, आखिर जिम्मेदार कौन?

योगी के शहर में 30 बच्चों की दर्दनाक मौत, आखिर जिम्मेदार कौन?

योगी के शहर में 30 बच्चों की दर्दनाक मौत, आखिर जिम्मेदार कौन?
गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृहनगर गोरखपुर में सरकारी मेडिकल कॉलेज में 30 बच्चों की मौत से कोहराम मच गया है। यहां के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की सप्लाई ठप होने से 30 मासूम मौत की आगोश में समा गए। बताया जा रहा है कि 69 लाख रुपए का भुगतान नहीं करने पर ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली फर्म ने ऑक्सीजन की सप्लाई ठप कर दी। इसके बाद इंफलाईटिस बुखार से पीड़ित 30 बच्चों की मौत हो गई।




सरकार के दावे की खुली पोल

इस घटना से बड़बोली बीजेपी और योगी आदित्यनाथ की पोल खुल गई है। साफ है कि योगी सरकार के दावे तो बड़े-बड़े हैं लेकिन इस सरकार और इसके अमलों के पास ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी के 69 लाख रुपए सही वक्त पर चुकाने का वक्त नहीं है। सबसे खास बात दो दिन पहले ही इस अस्पताल में सीएम योगी जी पधारे थे और बड़े-बड़े ऐलान भी किए थे। लेकिन क्या योगी जी ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी के लिए 69 लाख रुपए के भुगतान का इंतजाम नहीं कर पाए? क्या योगी आदित्यनाथ ये भूल गए कि ऐसा करके उन्होंने इंसानी जानों को खतरे में डाल दिया था? योगी सरकार और अस्पताल प्रशासन की भारी लापरवाही की कीमत उन परिवारों को चुकानी पड़ी है जिनके बच्चे ऑक्सीजन बंद होने से छटपटा कर काल के गाल में समा गए। इस दुखद घटना के बाद पीड़ित परिवारों में कोहराम मचा हुआ है।




ऑक्सीजन सप्लायर कंपनी ने कॉलेज प्रिंसिपल को ठहराया दोषी

हॉस्पिटल को ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी पुष्पा सेल्स के यूपी डीलर मनीष भंडारी ने ने कहा, ‘मेडिकल कॉलेज पर हमारा 83 लाख रुपए ड्यू है। आज (शुक्रवार) 22 लाख का पेमेंट मिला। कल (शनिवार को) 40 लाख और मिलेगा। राजस्थान से एक ट्रक लिक्विड ऑक्सीजन भेजा गया है। ये आज रात पहुंच जाएगा। मामले में कॉलेज प्रिंसिपल राजीव मिश्रा दोषी हैं। उन्होंने पेमेंट रोक रखा था।’ ‘6 महीने से पेमेंट नहीं मिला था। लड़के जाते थे तो दिन भर खड़े रहते थे लेकिन प्रिंसिपल उनसे नहीं मिलते थे। 3 साल पहले कांट्रैक्ट हुआ था, लेकिन कभी पेमेंट नहीं रुका। इस बार 6 महीने से भुगतान रुका हुआ है।’




बच्चों की मौत का जिम्मेदार कौन?

हो सकता है कि योगी सरकार और उसके बड़बोले मंत्री अपनी इमेज बचाने के लिए कुतर्क करें लेकिन उन परिवारों को चैन कैसे मिलेगा जिनके घर के चिराग हमेशा के लिए बुझ गए हैं। इस हादसे ने योगी सरकार की कार्यशैली को कठघरे में खड़ा कर दिया है। लगता है योगी सरकार का इकबाल खत्म होता जा रहा है। अब एक ही सवाल उठ रहा है कि आखिर इस बच्चों की मौत का जिम्मेदार कौन है?

अजमेर स्वाधीनता दिवस समारोह 2017 शिक्षा राज्यमंत्राी करेंगे ध्वजारोहण

स्वाधीनता दिवस समारोह 2017
शिक्षा राज्यमंत्राी करेंगे ध्वजारोहण 


अजमेर 11 अगस्त । स्वाधीनता दिवस का जिला स्तरीय समारोह 15 अगस्त को पटेल स्टेडियम में मनाया जाएगा। जहां शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्राी श्री वासुदेव देवनानी राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने बताया कि स्वाधीनता दिवस का मुख्य समारोह पटेल स्टेडियम में प्रातः 9 बजकर 5 मिनट पर प्रारम्भ होगा। जहां मुख्य अतिथि द्वारा झण्डारोहण कर परेड का निरीक्षण करेंगे तथा मार्चपास्ट की सलामी लेंगे। समारोह में राज्यपाल का संदेश पठन अतिरिक्त जिला कलक्टर करेंगे। साथ ही लोकनृत्य, सामूहिक नृत्य तथा व्यायाम के मनमौहक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। इस मौके पर स्वतंत्राता सैनानियों का सम्मान किया जाएगा तथा उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को पारितोषिक वितरण किया जाएगा। 
सांस्कृतिक कार्यक्रम 14 को
स्वाधीनता दिवस के अवसर पर 14 अगस्त को सायं 7 बजे जवाहर रंगमंच पर शिक्षा विभाग के विभिन्न विद्यालयों के छात्रा-छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा।  


रोशन भारत समाचार पत्रा द्वारा तैयार स्मारिका का विमोचन
अजमेर 11 अगस्त । सरकार के 3 वर्ष की उपलब्धियों पर आधारित स्मारिका शासन, प्रशासन, पुलिस सम्पर्क सूत्रा दिग्दर्शिका का विमोचन शुक्रवार को शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्राी श्री वासुदेव देवनानी, नगर निगम के महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत एवं जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने कलेकट्रेट सभागार में किया। 
रोशन भारत समाचार पत्रा द्वारा तैयार इस स्मारिका में अजमेर जिले की प्रमुख-प्रमुख जानकारियों को समाहित किया गया है। वहीं सरकार की विभिन्न फ्लेगशिप योजनाओं एवं कार्यक्रमों की उपलब्धियों को भी प्रकाशित किया है। 
शिक्षा राज्यमंत्राी श्री देवनानी ने पुस्तिका को सूचना परख बताया तथा कहा कि यह आमजन के लिए काफी उपयोगी  साबित होगी। वहीं महापौर श्री गहलोत ने पुस्तिका प्रकाशन के लिए समाचार पत्रा के सम्पादक श्री विकास छाबड़ा को बधाई दी। जिला कलक्टर श्री गोयल ने भी पुस्तिका में विभिन्न विकास योजनाओं को प्रकाशित करने के प्रयास को सराहनीय बताया। 
अन्त में सम्पादक श्री विकास छाबड़ा ने सभी का अभिवादन किया। इस मौके पर सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के उप निदेशक श्री महेश चन्द्र शर्मा सहित वरिष्ठ पत्राकारगण उपस्थित थे। 


विश्व फोटाग्राफी दिवस 19 अगस्त को
महिलाओं व बालिकाओं के लिए फोटोग्राफी प्रतियोगिता ‘‘चित्रांजलि’’ का होगा आयोजन
12 से 16 अगस्त तक किए जा सकेंगे आॅनलाइन आवेदन, 
सूचना केन्द्र में आयोजित होगी तीन दिवसीय प्रदर्शनी
अजमेर 11 अगस्त । जिला प्रशासन, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग तथा अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा आगामी 19 अगस्त को विश्व फोटोग्राफी दिवस के अवसर पर महिलाओं व बालिकाओं के लिए फोटोग्राफी प्रतियोगिता एवं तीन दिवसीय फोटो प्रदर्शनी ‘‘चित्रांजलि’’ का आयोजन किया जाएगा। प्रतियोगिता के लिए 12 से 16 अगस्त तक आॅनलाइन प्रविष्टियां ली जाएगी। प्रविष्टियां ईमेल के जरिए prithvirajfoundationindia@gmail.com  पर भेजी जा सकती है। प्रतियोगिता पृथ्वीराज फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित की जाएगी। 
जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने बताया कि आगामी 19 अगस्त को विश्व फोटोग्राफी दिवस के उपलक्ष्य में सूचना केन्द्र की प्रदर्शनी दीर्घा में तीन दिवसीय प्रदर्शनी एवं महिलाओं व बालिकाओं के लिए प्रतियोगिता ‘‘चित्रांजलि’’ का आयोजन किया जाएगा। प्रतियोगिता के तहत दो श्रेणियों में प्रविष्टियां आमंत्रित की गई है। इसके तहत अजमेर 360° श्रेणी के तहत अजमेर के प्राकृतिक नजारों, हैरिटेज, डेलीलाइफ, सांस्कृतिक महत्व , मेले, त्यौहार एवं स्मार्ट सिटी के रूप में बदलता शहर व नजदिकी क्षेत्रा पुष्कर, किशनगढ़, रावली, टाडगढ़, ब्यावर आदि से संबंधित विषयों पर फोटोग्राफ आमंत्रित किए गए हैं। इसी तरह लैंस 360° श्रेणी ओपन कैटेगरी है। इसके तहत किसी भी विषय पर फोटो खींचकर प्रविष्टी भेजी जा सकती है। 
उन्होंने बताया कि प्रतिभागी अपनी प्रविष्टियां 12 से 16 अगस्त तक ईमेल के माध्यम से  prithvirajfoundationindia@gmail.com   पर भेज सकते है। प्रविष्टियां केवल आॅनलाइन ही स्वीकार की जाएगी। एक प्रतियोगी एक विषय पर अधिकतम 4 प्रविष्टियां भेज सकता है। प्रविष्टी में भेजी जाने वाली फोटो उनके वास्तविक साईज में ही डिजीटल कैमरे या मोबाइल से खींची हुई होनी चाहिए। फोटो सिंगल फ्रेम में ही खींची होनी चाहिए। पैनोरमा फ्रेम की फोटो स्वीकार नहीं की जाएगी। फोटोग्राफ पर किसी तरह का नाम या बोर्डर नहीं होना चाहिए। 
पृथ्वीराज फाउंडेशन के संयोजक एवं ख्यातनाम फोटोग्राफर श्री दीपक शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिता के तहत दोनो श्रेणियों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार दिए जाएंगे। इसके अलावा दोनो श्रेणियों में तीन-तीन सांत्वना पुरस्कार भी दिए जाएंगे। प्रतियोगिता के विजेताओं का निर्णय फोटोग्राफी क्षेत्रा के विशेषज्ञ निर्णायकों द्वारा किया जाएगा। 

राजस्थान विधानसभा की प्राक्कलन समिति 13 को अजमेर आएगी
अजमेर 11 अगस्त । राजस्थान विधानसभा की प्राक्कलन समिति आगामी 13 अगस्त को राजसमंद से अजमेर पहुचेगी। समिति के सदस्य 13 अगस्त को पुष्कर का भ्रमण करेंगे तथा उसी दिन सांय जयपुर प्रस्थान कर जाएंगे। 
अजमेर जिले में वर्षा
अजमेर 11 अगस्त । जल संसाधन विभाग के अनुसार एक जून से अब तक अजमेर में 337, श्रीनगर 300, गेगल में 184, पुष्कर में 284, गोविन्दगढ़ में 215, बूढ़ा पुष्कर में 166, नसीराबाद में 502, पीसांगन में 306, मांगलियावास में 454, किशनगढ़ में 291, बांदरसिदरी में 251.5, रूपनगढ़ में 398, अराई मंे 458, ब्यावर में 710 एम.एम. वर्षा रिकाॅर्ड की गई है। 
इसी प्रकार जवाजा में 423, टाॅटगढ़ में 572, सरवाड़ में 325, केकड़ी में 464, सावर में 262, भिनाय में 416, मसूदा में 441.5, बिजयनगर में 509, नारायणसागर में 376 एम.एम. वर्षा दर्ज की गई। जिले में अब तक 386.08 एम. एम. औसत वर्षा रिकार्ड की गई है।

बांधो में पानी की स्थिति
अजमेर 11 अगस्त । जल संसाधन विभाग के अनुसार अजमेर के आनासागर में 13.5, फाॅयसागर में 9.5, रामसर में 2.4, शिविसागर न्यारा 9.9, पुष्कर में 6.7, राजियावास में 3.3, मकरेड़ा मे 12, अजगरा में 2.3, ताज सरोवर अरनिया में 5.7, मदन सरोवर घानवा में 4.6, पारा में  7.3, नारायण सागर खारी में 1.9, देह सागर बडली में 8.6, न्यू बरोल में 1.6 तथा मान सागर जोताया में 4 फीट पानी है। 
इसी तरह भीम सागर तिहारी में 4.5, खानपुरा तालाब 6, चैरसियावास में 1.5, खीरसमंद रामसर में 2.2, लाकोलाव टैंक हनौतिया में 4, पुराना तालाब बलाड़ मे 3.9, जवाजा तालाब में 10.8, काली शंकर तालाब मे 4, देलवाड़ा तालाब मे 3.7, छोटा तालाब चाट में 6, बूढ़ा पुष्कर में 5.3, कोड़िया सागर अरांई में 4.3, जवाहर सागर सिरोंज में 3.2, सुरखेली सागर अरांई में 3, बिजयसागर लाम्बा में 4, विजयसागर फतेहगढ़ 3.6, बांके सागर सरवाड़ में 7.8 फीट, सावर सागर दोथली में 1.10 तथा नया सागर मोठी में 1.15 फीट पानी है। 


किशनगढ़ क्रय विक्रय सहकारी समिति के संचालक मण्डल की बैठक आयोजित
अजमेर 11 अगस्त । किशनगढ़ क्रय विक्रय सहकारी समिति के संचालक मण्डल की बैठक शुक्रवार को श्री शिवराज डोडवाडिया की अध्यक्षता में आयोजित हुई। 
समिति के मुख्य व्यवस्थापक श्री मदनलाल शर्मा ने बताया कि बैठक में किसानों को पीओएस मशीन के माध्यम से उर्वरक उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया गया। किसानों को डीएपी और यूरिया जैसे उर्वरक आधार कार्ड के अनुसार दिया जाएगा। पीओएस मशीन से खाद लेने के लिए आधार कार्ड का किसान के पास होना आवश्यक होगा। समिति द्वारा तिलम् संघ जयपुर का खाद्य तेल भी उपभोक्ताओं को उपलब्ध करवाया जाएगा। 
उन्होंने बताया कि समिति के द्वारा वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए मिड डे मिल परिवहन की निविदाएं आॅनलाइन राजस्थान सरकार के पोर्टल में एसपीपीपी पर आमंत्रित की गई है। इसके फाॅर्म समिति के रूपनगढ़ रोड स्थित कार्यालय से प्राप्त किए जा सकते है। निविदा 18 अगस्त को प्रातः 11 बजे तक जमा कराई जा सकती है। निविदा इसी दिन सायं 3 बजे खोली जाएगी। 
संचालक मण्डल की बैठक में दिवंगत सांसद एवं राज्य किसान आयोग अध्यक्ष प्रो. सावंर लाल जाट को श्रद्धांजलि अर्पित की। 


8 हजार 188 दिव्यांगों ने करवाया शिविर में पंजीयन
अजमेर, 11 अगस्त। पं.दीनदयाल उपाध्याय विशेष योग्यजन शिविर 2017 के अन्तर्गत जिले में  आयोजित पंजीयन शिविरों में दिव्यांगों के द्वारा जबरदस्त उत्साह दिखाने से जिले में अब तक 8 हजार 188 दिव्यांगों ने पंजीयन करवाया।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक श्री संजय सावलानी ने बताया कि विशेष योग्यजनों को योजनाओं के समस्त लाभ प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा पं.दीनदयाल उपाध्याय विशेष योग्यजन शिविर आयोजित किए जा रहे है। इसमें जिले के 8 हजार 188 दिव्यांगों ने अब तक पंजीयन करवाया है।