बुधवार, 8 मार्च 2017

बाड़मेर महिलाएं अपने अधिकारांे एवं शक्ति को पहचानेःजिला प्रमुख



बाड़मेर महिलाएं अपने अधिकारांे एवं शक्ति को पहचानेःजिला प्रमुख

-अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर जिले भर मंे हुए कई आयोजन

बाड़मेर, 08 मार्च। महिलाआंे को अपने अधिकारांे के प्रति जागरूक होने के साथ अपनी शक्ति को पहचाना होगा। महिलाएं किसी भी क्षेत्र मंे अपने को कमजोर नहीं समझे। महिला सशक्तिकरण के लिए सबको मिलकर प्रयास करने होंगे। बाड़मेर जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका मेघवाल ने बुधवार को भगवान महावीर टाउन हाल मंे अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित जिला स्तरीय समारोह के दौरान यह बात कही।

जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका मेघवाल ने कहा कि बेटा एवं बेटी को बराबर मानते हुए दोनांे को विकास के समान अवसर दें। उन्हांेने कहा कि आज जरूरत है कि बालिकाआंे को भी हम वहीं आत्मविश्वास और हिम्मत दें जो लड़कों को देते हैं। महिलाएं अपने अंदर की शक्ति को जागृत करें, ताकि वह हर विकृत मानसिकता का सामना पूरे साहस और धीरज के साथ कर सके। उन्हांेने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन मंे महिलाएं सक्रिय भूमिका निभाएं। अधिकाधिक महिलाआंे को प्रेरित करने के साथ प्रत्येक घर मंे शौचालय निर्माण एवं उसकी उपयोगिता सुनिश्चित करने की पहल करनी होगी। उन्हांेने कहा कि आगामी समय मंे अक्षय तृतीया पर होने वाले अबूझ सावांे को रोकने के प्रयास करें। उन्हांेने बालिकाआंे के उज्जवल भविष्य के लिए शिक्षा से जोड़ने की जरूरत जताई।

इस अवसर पर जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने कहा कि महिलाएं शक्ति का प्रतीक है। महिलाआंे ने देश के विकास मंे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्हांेने कहा कि मौजूदा समय मंे महिलाएं किसी भी क्षेत्र मंे पीछे नहीं है। राज्य सरकार बेटी बचाने एवं पढ़ाने के लिए वृहद स्तर पर विभिन्न योजनाएं संचालित कर रही है। उन्हांेने कहा कि सरकारी योजनाआंे से लाभांवित होने के लिए महिलाआंे को जागरूक होना होगा। इसके लिए राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन की ओर से भी यथासंभव प्रयास किए जा रहे है। जिला कलक्टर ने महिलाआंे से बाल विवाह की रोकथाम के साथ सामाजिक कुरीतियांे पर अंकुश के लिए वृहद स्तर पर प्रयास करने होंगे। उन्हांेने कहा कि जिले मंे महिलाआंे की आत्महत्याआंे के प्रकरणांे की रोकथाम के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं आशा सहयोगिनियां समझाइश का प्रयास करें। ऐसी घटनाआंे की रोकथाम के लिए जिला स्तर से भी सहयोग लिया जा सकता है। उन्हांेने इस दौरान महिला दिवस एवं बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ संबंधित शपथ दिलाई। जिला स्तरीय समारोह मंे जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

समारोह के दौरान राज वेस्टपावर के सीएसआर हेड विनोद विट्ठल ने कहा कि लैगिंक समानता की दिशा मंे वृहद स्तर पर प्रयास करने की जरूरत है। उन्हांेने कहा कि औरत गर्भ मंे भी असुरक्षित है। उन्हांेने कहा कि महिलाआंे को अपने अधिकारांे के प्रति जागरूक होना होगा। उन्हांेने महिलाआंे से नियमित रूप से समाचार पत्र पढने की सलाह दी। उन्हांेने कहा कि लैगिंक समानता के लिए पुरूषवादी मानसिकता मंे परिवर्तन लाना होगा। इस अवसर पर रूकमासिंह ने कहा कि किसी भी बदलाव की शुरूआत से बातचीत से होती है। उन्हांेने कहा कि महिलाएं अपने मुददांे पर खुलकर बात करें। उन्हांेने कहा कि महिलाएं अपने से संबंधित मुददांे पर बातचीत नहीं करना चाहती, जबकि उनको संकोच छोड़कर बातचीत की पहल करनी होगी। उन्हांेने कहा कि महिलाआंे ने विभिन्न क्षेत्रांे मंे देश का नाम रोशन किया गया। उन्हांेने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जिक्र करते हुए उनके प्रेरणा लेने की बात कही। उन्हांेने कहा कि महिलाआंे के स्वास्थ्य पर भी बात की जानी चाहिए। उन्हांेने कहा कि राष्ट्र को हमेशा से महिलाओं से ही शक्ति मिलती है। किसी भी जीवंत और मजबूत राष्ट्र के निर्माण में महिलाओं का योगदान महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम की शुरूआत जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.गुंजन सोनी ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग महिलाआंे एवं बच्चांे के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित कर रहा है। उन्हांेने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं आशा सहयोगिनी ने विभागीय योजनाआंे के प्रभावी क्रियान्वयन के जरिए वास्तविक महिलाआंे को अधिकाधिक रूप से लाभांवित करने के प्रयास करें। कार्यक्रम के अंत मंे अधिकारिता विभाग के कार्यक्रम अधिकारी प्रहलादसिंह ने सबका आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन महिला महाविद्यालय के व्याख्याता मुकेश पचौरी ने किया। जिला स्तरीय समारोह के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा एवं सहयोगिनियांे को जसोदा पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इनको क्रमशः 5100 एवं 2100 रूपए के साथ प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। जिला स्तरीय समारोह के दौरान सरीता, निर्मला, गायत्री परिवार के कुंदन कुमार एवं दीपसिंह भाटी ने महिला दिवस से संबंधित प्रस्तुतियां दी।

जिला स्तरीय जन सुनवाई आज

बाडमेर, 08 मार्च। आम जन की परिवेदनाओं की सुनवाई एवं समस्याओं के समाधान के लिए मार्च माह के द्वितीय गुरूवार को प्रातः 10 बजे से कलक्ट्रेट स्थित अटल सेवा केन्द्र में जन सुनवाई का आयोजन होगा। इस दौरान जिला कलक्टर सुधीर शर्मा आमजन की समस्याएं सुनेंगे।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल. नेहरा ने बताया कि उक्त जन सुनवाई में जिला स्तरीय अधिकारी भाग लेंगे। इस दौरान मौके पर ही प्राप्त होने वाली परिवेदनाओं एवं समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा। उन्होने संबंधित अधिकारियों को उपस्थित होने के निर्देश दिए है। जिला स्तरीय जन सुनवाई मंे जिला प्रमुख, विधायकांे एवं अन्य जन प्रतिनिधियांे को आमंत्रित किया गया है।

अजमेर।CBSE-दसवीं-बारहवीं की परीक्षाएं 9 से, पूरी तरह बदल जाएगा स्टूडेंट्स का Routine



अजमेर।CBSE-दसवीं-बारहवीं की परीक्षाएं 9 से, पूरी तरह बदल जाएगा स्टूडेंट्स का Routine
CBSE-दसवीं-बारहवीं की परीक्षाएं 9 से, पूरी तरह बदल जाएगा स्टूडेंट्स का Routine

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं गुरुवार से शुरू होंगी। इसमें 27 लाख से ज्यादा विद्यार्थी पंजीकृत हुए हैं। अजमेर रीजन से 3 लाख 10 हजार 484 विद्यार्थी शामिल होंगे। बोर्ड ने परीक्षा की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।

इस बार दसवीं बोर्ड आधारित परीक्षा में 8 लाख 84 हजार 710 और स्कूल आधारित परीक्षा में 7 लाख 82 हजार 863 विद्यार्थी शामिल होंगे।

दसवीं की परीक्षा के लिए देश में 3974 केंद्र होंगे। इसी तरह बारहवीं में 10 लाख 98 हजार 420 विद्यार्थी बैठेंगे। देशभर में 3503 केंद्र बनाए गए हैं।

इनमें अजमेर, इलाहाबाद, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, पटना, भुवनेश्वर, पंचकुला, देहरादून, नई दिल्ली और गुवाहाटी रीजन के विद्याथी शामिल हैं।

बोर्ड के अजमेर रीजन (राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश और दादर नागर हवेली) में करीब दसवीं कक्षा में 1 लाख 79 हजार 35 विद्यार्थी और बारहवीं में 1 लाख 31 हजार 449 विद्यार्थी दसवीं और बारहवीं की परीक्षा देंगे।

फैक्ट फाइल (देश में)

इस साल दसवीं में विद्यार्थी-1667573

दसवीं की परीक्षा में शामिल होने वाले स्कूल-16354

इस साल बारहवीं में विद्यार्थी-1098420

बारहवीं की परीक्षा में शामिल होने वाले स्कूल-10677

उदयपुर.निर्दयी पति ने चार साल के मासूम के सामने पत्नी को चाकूओं से गोदा, वारदात के बाद भाग निकला



उदयपुर.निर्दयी पति ने चार साल के मासूम के सामने पत्नी को चाकूओं से गोदा, वारदात के बाद भाग निकला


सुखेर थानाक्षेत्र के सिंयालपुरा गांव में चरित्र शंका के चलते बुधवार को पति ने अपने चार साल के मासूम के सामने पत्नी की चाकूओं से गोदकर निर्मम हत्या कर दी। पेशे से एक निजी मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में वार्डन रही मृतका दुर्गा की मौत के बाद परिजनों में आक्रोश फैल गया। आरोपित वारदात के बाद अद्र्धनग्न हालत में ही घर से भाग निकला।

सुखेर थानापुलिस ने मृतका दुर्गा राव (32) के चचेरे भाई मनीष पुत्र छोगालाल राव की रिपोर्ट पर आरोपित पति शास्त्रीकॉलोनी निम्बाहेड़ा (चित्तौडग़ढ़) निवासी ारत पुत्र शंकरलाल राव के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज किया। मृतका के दस वर्षीय पुत्री संस्कृति व चार वर्षीय पुत्र कल्पेश है। घटना के समय पुत्री पड़ोस में ही अपने ननिहाल में थी। परिजन जब मौके पर पहुंचे तो दुर्गा खून से लथपथ होकर जमीन पर पड़ी थी तथा उसके शरीर पर चाकुओं के कई गहरे वार थे। परिजन दुर्गा को गंभीर घायलावस्था में लेकर निजी चिकित्सालय पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।




सूचना पर सुखेर थानाधिकारी मांगीलाल पंवार मय जाब्ते घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने निरीक्षण कर मकान को सीलचिट किया। शव को निजी चिकित्सालय से एमबी. चिकित्सालय पहुंचाया। दोपहरबाद मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करा शव परिजनों के सुपुर्द किया। शाम करीब चार बजे पुलिस मौजूदगी में ही मृतका का दाहसंस्कार किया गया।

जोधपुर जोधपुर रेलवे ट्रैक पर रस्सी से लटका मिला युवक का शव, हत्या का है अंदेशा



जोधपुर जोधपुर रेलवे ट्रैक पर रस्सी से लटका मिला युवक का शव, हत्या का है अंदेशा


प्रतापनगर चुंगी नाका के सामने रेलवे ट्रैक के पास झाडिय़ों में बुधवार शाम एक युवक का संदिग्ध हालात में शव मिला। गले में पतली रस्सी के फंदे को बबूल की टहनी से बांध रखा था। पुलिस को अंदेशा है कि किसी ने हत्या कर आत्महत्या का रूप देने के लिए शव यहां रखा है।




पुलिस व प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार चुंगी नाका के सामने ट्रैक के पास झाडिय़ों में एक युवक का शव मिलने की सूचना पर प्रतापनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। गले में पतली रस्सी का फंदा था। कमर के नीचे का हिस्सा जमीन पर टिका हुआ था। उसकी आंखें भी नदारद बताई जाती है। फिलहाल शव की शिनाख्त नहीं हुई है। मौका मुआयना तथा फोटोग्राफी करने के बाद शव मोर्चरी भिजवाया दिया गया। पुलिस हत्या का अंदेशा मानकर जांच कर रही है।

बजट से जैसलमेर में मायूसी

बजट से जैसलमेर में मायूसी 
जैसलमेर की उम्मीदों के साथ हुआ छल

जैसलमेर. सरहदी जैसलमेर जिले में आम बजट से उम्मीद संजोए बैठे यहां के वाशिंदो को खुशी की बजाय मायूसी अधिक हाथ लगी है। ना तो शिक्षा के ढांचे को सुधारने और ना ही चिकित्सकीय सेवाओं की स्थिति बेहतर बनाने की कोई घोषणा हुई। यही नहीं हाल ही में जासूसी की घटनाओं के बाद सुरक्षा पर मंडरा रहे खतरे के बावजूद निगरानी तंत्र को मजबूत करने के कोई प्रयास किए गए। रोडवेज बसों को बढ़ाने, औद्योगिक विकास व पर्यटन विकास को लेकर भी मायूसी हाथ लगी है।

ये मिली सौगात

- 10 करोड़ की लागत से जैसलमेर से 18 किलोमीटर दूर आकल वुड फॉसिल्स पार्क के विकास पर खर्च करने की घोषणा।

- 10.90 करोड़ से डेजर्ट नेशनल पार्क में घास के मैदान तैयार करना और ग्रामीणों को गोडावण संरक्षण के लिए जागरुक करना।

-पोकरण में नियमित अतिरिक्त जिला न्यायालय की स्वीकृति।

- फतेहगढ़ में नया उपकोष भवन निर्माण की स्वीकृति।