बीजेपी इस बार दलित कार्ड खेलने की तैयारी में।अर्जुन मेघवाल होगा चेहरा।।बीजेपी की दूरियां कह रही कहानी।
गत विधानसभा चुनावों में जाट कार्ड का खेल रच ऐतिहासिक बहुमत के साथ विधानसभा पहुंची बीजेपी इस बार जाटों के बीजेपी से उखड़ने के बाद दलितों को रिझाने का नया खेल रचने की तैयारी में हैं।राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्र संगठन के बीच की दूरियां जग जाहिर है।ऐसे में आगळा विधान सभा चुनाव वसुंधरा राजे के नेतृत्व में लड़ा जाए इसमें संशय हे।केंद्रीय संगठन के नजदीक माने जाने वाले केंद्रीय वित् राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल को दलित वर्ग को बीजेपी से जोड़ने की जिम्मीदरी दी गयी हैं।मेघवाल पुरे राजस्थान के जिलो का दौरा कर रहे हैं। दलित वर्ग का बीजेपी मूवमेंट दलित मुख्यमंत्री की मांग पर ही होगा।यह केंद्रीय संगठन जनता हैं।इसीलिए वसुंधरा राजे की काट के लिए अर्जुन मेघवाल को राजस्थान के नए चेहरे के रूप में उभारा जा रहा हैं।मेघवाल के गत बाड़मेर दौरे में बीजेपी ने दूरियां बनाये राखी थी।यही हालत इस बार नजर आ रही हैं। मेघवाल के जरिए बीजेपी दलितों का बीजेपी में प्रवेश करने का प्रयास कर रही हैं।जाटो के बीजेपी से मोहभंग होने के बाद बीजेपी को राज्य में पुनः सत्ता पर काबिज होने के लिए बड़े वोट बैंक की जरुरत महसूस हो रही थी जिसे दलित वर्ग से अर्जुन मेघवाल के माध्यम से पूरा करने का प्रयास किया जा रहा हैं।।।
गत विधानसभा चुनावों में जाट कार्ड का खेल रच ऐतिहासिक बहुमत के साथ विधानसभा पहुंची बीजेपी इस बार जाटों के बीजेपी से उखड़ने के बाद दलितों को रिझाने का नया खेल रचने की तैयारी में हैं।राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्र संगठन के बीच की दूरियां जग जाहिर है।ऐसे में आगळा विधान सभा चुनाव वसुंधरा राजे के नेतृत्व में लड़ा जाए इसमें संशय हे।केंद्रीय संगठन के नजदीक माने जाने वाले केंद्रीय वित् राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल को दलित वर्ग को बीजेपी से जोड़ने की जिम्मीदरी दी गयी हैं।मेघवाल पुरे राजस्थान के जिलो का दौरा कर रहे हैं। दलित वर्ग का बीजेपी मूवमेंट दलित मुख्यमंत्री की मांग पर ही होगा।यह केंद्रीय संगठन जनता हैं।इसीलिए वसुंधरा राजे की काट के लिए अर्जुन मेघवाल को राजस्थान के नए चेहरे के रूप में उभारा जा रहा हैं।मेघवाल के गत बाड़मेर दौरे में बीजेपी ने दूरियां बनाये राखी थी।यही हालत इस बार नजर आ रही हैं। मेघवाल के जरिए बीजेपी दलितों का बीजेपी में प्रवेश करने का प्रयास कर रही हैं।जाटो के बीजेपी से मोहभंग होने के बाद बीजेपी को राज्य में पुनः सत्ता पर काबिज होने के लिए बड़े वोट बैंक की जरुरत महसूस हो रही थी जिसे दलित वर्ग से अर्जुन मेघवाल के माध्यम से पूरा करने का प्रयास किया जा रहा हैं।।।