बुधवार, 1 फ़रवरी 2017

मां-बेटी दुल्हन बन ले रहीं संन्यास, हाथों में मेंहदी लगाकर किया ऐसा डांस

मां-बेटी दुल्हन बन ले रहीं संन्यास, हाथों में मेंहदी लगाकर किया ऐसा डांस

पानीपत।गांधी मंडी स्थित जैन स्थान में एक महिला व तीन बेटियों ने मंगलवार को आखिरी बार साजो-शृंगार कर मेहंदी रस्म पूरी की। बुधवार को ये गृहस्थ जीवन का त्याग कर वैरागन मार्ग अपनाएंगी। महिलाओं ने गीत गाए और फिर दुल्हन की तरह सजकर डांस किया। दुल्हन की तरह सजी महिलाएं, पूरे परिवार ने अपनाया साधु जीवन...

Jain women Mother with daughter Snnyas


- सफेद वस्त्र धारण कर सांसारिक सुखों का त्याग कर साध्वी का जीवन जिएंगी।

- एसएस जैन सभा की ओर से सामूहिक जैन भागवती दीक्षा महोत्सव किया जा रहा है।

- मेहंदी रस्म के दौरान चारों ने नृत्य किया और बाद में यहां पहुंचे सभी जैन मुनियों से आशीर्वाद लिया।

दुल्हन की तरह सजी महिलाएं

- मंगलवार की दोपहर को सभी महिलाओं को परिजनों ने दुल्हन तरह सजाया गया।

- शहर के कई मार्गों से शोभा यात्रा निकाली गई सभी ने स्वागत किया। सभी ने जमकर डांस भी किया।

- साध्वी बन रही महिलाओं ने हाथों में मेंहदी भी लगाई।

- परिजनों का कहना था कि हमारे परिवार के लिए यह बहुत खुशी का दिन है हम सब बेदह खुश हैं।

- इसलिए वे इसे पूरी तरह सेलीब्रेट करना चाहते हैं और सभी इच्छाएं पूरी की गई हैं, जो बाकी रह गई थीं।

गृहस्थ जीवन बन रहीं वैरागन

- जैन भागवती दीक्षा महोत्सव में गृह जीवन छोड़ साधु जीवन में प्रवेश करने जा रही वैरागन रही हैं ये महिलाएं।

- राजरानी चहल, वैरागन पूनम जैन, वैरागन एकता चहल व वैरागन कोमल जैन को गांधी मंडी में जैन समाज के लोगों के घर सुबह व दोपहर को बान बैठाया गया।

- इसके बाद चारों वैरागन ढोल पर नाचते हुए मेहंदी महोत्सव में पहुंची। सभा में वैरागनों को प्लास्टिक गुड़िया दी गई और नोटों की माला पहनाकर शादी जैसी रस्म पूरी की गई।

-इसके बाद मुनि सुभद्र महाराज ने चारों वैरागनों काे आशीर्वाद दिया। मंगलवार को वैरागनों ने अंतिम बार लाल जोड़ा पहना।

- सुभद्र मुनि ने कहा कि चारों वैरागन काफी समय से दीक्षा की शिक्षा ले रही थी। शिक्षा पूर्ण करने के बाद चारों गृह जीवन त्याग कर रही है।

- उन्होंने कहा कि जीवन में सभी सुविधाएं, लालच, लोभ त्याग करने के बाद ही साधु जीवन में प्रवेश होता है। जीवन में साधु की मंजिल सिर्फ ईश्वर होती है।

- इस मौके पर आनंद जैन मुनि, पियूष जैन मुनि, सविंद्र जैन मुनि, धैर्य जैन मुनि, महावीर प्रसाद जैन, राेशनलाल जैन, राजेंद्र जैन, ईश्वर जैन व डॉ. एपी जैन मौजूद रहे।

पूरे जमींदार परिवार ने अपनाया साधु जीवन

- जींद जिले के बड़ौदी गांव के जाट जमींदार सुमेर सिंह के पूरे परिवार ने जैन साधु जीवन अपनाया है।

- बुधवार को वैरागन बन रही राजरानी चहल सुमेर सिंह की पत्नी और एकता चहल उनकी बेटी हैं।

- सुमेर सिंह खुद भी एक साल पहले जैन साधु जीवन अपना चुके हैं। मुनि सुमेर ने बताया कि बड़ोदा गांव से ही पास में बड़ोदी बसा हैं।

- यहां से जैन धर्म के 35 से अधिक साधु हुए हैं जोकि देशभर में सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने की शिक्षा दे रहे हैं। उसके पास तीन बेटी और एक बेटा हैं।

- वर्ष 2005 में उनकी बड़ी बेटी रानी साध्वी बनकर ज्ञान प्रभा के तौर पर जानी गई। इसके अगले साल दूसरी बेटी मीना ने साध्वी दिव्यांशी के नाम से दीक्षा ली।

- वर्ष 2015 में उनके इकलौते बेटे श्रवण कुमार ने भी बहनों से प्रेरणा लेते हुए साधु मार्ग पर चलने का निर्णय लिया।

- एक साल पहले उन्होंने और अब उनकी पत्नी और छोटी बेटी जैन साधु दीक्षा ले रही है। सांसारिक मोह, माया को त्याग उन्होंने साधु जीवन अपनाया है।

मंगेतर फोन पर देती थी गंदी गालियां, शादी के 4 दिन पहले दूल्हा हुआ गायब

मंगेतर फोन पर देती थी गंदी गालियां, शादी के 4 दिन पहले दूल्हा हुआ गायब

boy missing before marriage.
भोपाल. शादी के 4 दिन पहले हाेने वाला दूल्हा अजीबो-गरीब तरीके से लापता हो गया। मामले में लड़के को उसकी मंगेतर द्वारा धमकियों से परेशान होकर उसके घर छोड़ने की बात सामने आई है। हालांकि, मंगेतर ने इस आरोप को गलत बताते हुए कहा कि मैं तो खुद अपने होने वाले पति की तलाश में हूं। उसकी मां को डर है कि बेटा कुछ गलत कदम न उठा ले। लेटर में लिखा- ऐसे बात करती है, जैसे मैं कुत्ता हूं...



- गांधी नगर थाने के सेंट्रल जेल कैंपस में रहने वाले 26 साल के राजीव शर्मा की शादी अशोका गार्डन में रहने वाले एक परिवार में तय हुई।

- बीती 28 जनवरी की शाम 6.30 बजे से राजीव लापता है। अपने दोनों मोबाइल भी घर छोड़ गया। देर रात ड्यूटी से घर लौटी मां ने पहले तो जेल कॉलोनी में ही उसकी तलाश की।

- देर रात तक वह नहीं मिला तो अगले दिन गांधी नगर थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई। साथ ही पुलिस को कुछ कागज भी सौंपे हैं, जिनमें राजीव ने घर छोड़ने की तकलीफ बयां की है।

लेटर में लिखा- ऐसे बात करती है, जैसे मैं कुत्ता हूं

- राजीव के छोड़े लेटर में लिखा है- मां! मैं बहुत परेशान हूं। मेरी शादी जिस लड़की से होने जा रही है, वह बहुत खराब है।

- यह बात मैं तुमसे छुपाता रहा। उसकी हर गलती को छुपा लिया करता था। ताकि तुमको उसकी बुराई दिखाई न दे।

- 01 फरवरी को शादी है, लेकिन उसके बाद भी वह मुझसे ऐसे बात करती है। जैसे मैं कुत्ता हूं। मेरी जिंदगी कुत्ते जैसे हो गई है।

- मैं इतना परेशान हो गया हूं कि मुझे खुदकुशी करने के अलावा कोई रास्ता दिखाई नहीं दे रही है। वह मुझसे 10 लाख रुपए बार-बार मांग कर रही है। एक कार भी मांग रही है। उसके घर वाले भी उसका साथ देते हैं।

- यह भी धमकी मिल रही है कि अगर शादी नहीं की तो आपको जेल भिजवा देंगे और नौकरी से निकलवा देंगे। इसलिए मैं घर छोड़कर जा रहा हूं।

- अगर मैं मर जाता हूं तो मेरी मौत का जिम्मेदार मंगेतर के घरवालों को माना जाए। पापा, दीदी और आप अपना ख्याल रखना मेरे मरने के बाद परेशान मत होना। मैं आपके सपनों को पूरा नहीं कर पाया मां...

शादी नहीं हुई तो क्या होगा?

- वहीं राजीव की मंगेतर का कहना है कि आज मेरी शादी होना है। सुबह से उसकी तलाश के लिए परेशान हूं।

- राजीव की फैमिली से कॉन्टेक्ट कर रही हूं, लेकिन कोई बात नहीं कर रहा है। थाने भी जा चुकी है। अगर मेरी शादी नहीं हुई तो क्या होगा? हमारा तो पूरा परिवार ही तबाह हो जाएगा।

- उसने कहा कि राजीव को गालियां देने के पीछे सिर्फ गुस्सा है। राजीव के घर वाले बार-बार शादी की डेट बदल रहे थे। मैं इसको लेकर गुस्से में थी।




गांधी नगर थाना के टीआई पंकज मुकाती ने बतया कि राजीव और उसकी मंगेतर की शादी होना है। दोनों का आपसी विवाद है। राजीव की सीडी को सुनकर यह पता चला है कि उसे एमपी नगर में किसी के साथ मंगेतर ने देख लिया था। इसके चलते दोनों में विवाद हो गया है। राजीव की तलाश की जा रही है।

लड़की ने किया इतना नशा की हो गई थी मौत, दोस्तों ने शव के साथ किया था ये

लड़की ने किया इतना नशा की हो गई थी मौत, दोस्तों ने शव के साथ किया था ये

manisha murder case accusedचंडीगढ़। नशे की ओवरडोज के कारण चंडीगढ़ के नुक्कड़ ढाबे के मालिक की बेटी मनीषा की गैर-इरादतन हत्या के मामले में सोमवार को तीनों आरोपियों को दोषी करार दे दिया। 3 साल पुराने इस चर्चित मामले में अदालत ने दिलप्रीत सिंह, कमल सिंह और रजत बेनीवाल को गैर-इरादतन हत्या, सामूहिक दुष्कर्म, अननेचुरल सेक्स अपहरण की धाराओं के तहत दोषी करार दिया। सजा पर फैसला 3 फरवरी को होगा। बता दें कि मनीषा की मौत नशे के ओवरडोज से हुई थी। जिसके बाद आरोपियों ने मनीषा को एक कपड़े में लपेटकर नाले में फेंक दिया था। कॉल डिटेल से हुआ था मामले का खुलासा...

 
- 19 अक्टूबर 2014 को मनीषा का शव राजपुरा के नजदीक शंभू बैरियर के साथ लगते नाले में मिला था। युवती सेक्टर-34 के इंस्टीट्यूट से आर्किटेक्चर का कोर्स कर रही थी।

- वह रोजाना की तरह इंस्टीट्यूट गई थी। लेकिन वापस नहीं लौटी। पुलिस ने फोन सर्विलेंस पर लगाया।

- मोबाइल फोन की कॉल डिटेल खंगाली तो खुलासा हुआ कि आखिरी बार उसका रजत के साथ संपर्क हुआ था। पुलिस ने रजत को उसके घर से गिरफ्तार किया था।

- रजत ने बताया कि नशे की ओवरडोज की वजह से युवती की मौत हो गई। डर के कारण उसने उसका शव नाले में फेंका था।

ड्रग्स ली,फिर शराब पी

- रजत ने बयानों में बताया था कि वह 18 अक्टूबर को कार में सभी इकट्ठे गए थे और सबसे पहले वे एक पार्टी में गए, जहां सब ने ड्रग्स ली और शराब पी।

- मनीषा बेहोश हो गई और उसकी मौत हो गई। जैसे ही तीनों को पता चला कि युवती की मौत हो चुकी है तो सभी मिलकर गाड़ी में पहले पलसौरा।

- फिर मोहाली और फिर वह राजपुरा रोड के शंभू बैरियर के नाले के नजदीक पहुंचे। जहां उन्होंने मनीषा को एक कपड़े में लपेटकर फेंक दिया।

रौंगटे खड़े हो गए जब शव को देखा था

- मनीषा के पिता जोगिंदर सिंह का कहना है कि उस दिन को याद करके आज भी सहम जाता हूं। बेटी के लापता होने पर शिकायत पुलिस को दी।

- पुलिस ने जांच शुरू की और लड़कों के पकड़े जाने के बाद जब शव को देखा तो मेरे रौंगटे खड़े हो गए।

- ये कोई नहीं समझ सकता कि मैंने उन दिनों को कैसे बिताया। एक बाप के लिए जवान बेटी को इस तरह खोने की पीड़ा जिंदगी भर सताती रहेगी।

टाइम लाइन

- 18 अक्टूबर 2014: युवती घर से गायब हुई

- 19 अक्टूबर: केस दर्ज किया गया

- 8 जनवरी 2015 : मामले में पुलिस ने चार्जशीट दायर की थी।

- 4 फरवरी 2015: मामले में आरोप तय हुए थे

- 1 अप्रैल 2015: मामले में सीएफएसएल रिपोर्ट पेश

- 5 दिसंबर 2015: मामले में गैंगरेप और अननेचुरल सेक्स की अतिरिक्त धाराओं के तहत आरोप तय किए गए।

मंगलवार, 31 जनवरी 2017

द्वितीय स्वच्छता पखवाडा आज से 15 फरवरी तक



ग्राम पंचायत मुख्यालयांे पर आयोजित होंगे रोजगार शिविर
बाड़मेर, 31 जनवरी। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत श्रम बजट के अनुरूप मानव दिवस सृजन करने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में प्रत्येक गुरूवार को रोजगार शिविर आयोजित किए जाएंगे। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार दिया जा सके। महात्मा गांधी नरेगा आयुक्त देबाशीष पृष्टी ने समस्त जिला कलेक्टर एवं जिला कार्यक्रम समन्वयकों को पत्र लिखकर वित्तीय वर्ष 2016-17 में योजनान्तर्गत अनुमोदित श्रम बजट के अनुरूप मानव दिवस सृजन करने को कहा है।

अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच ने बताया कि सके। महात्मा गांधी नरेगा आयुक्त देबाशीष पृष्टी ने प्रदेश के कुछ जिलांे की ग्राम पंचायतों में श्रमिकों का नियोजन की शुन्य होने की स्थिति को गम्भीरता से लेते हुए निर्देश दिए कि प्रत्येक गुरूवार को रोजगार शिविर आयोजित कर फार्म नं0 6 तथा सादा कागज पर रोजगार की मांग दर्ज कर नरेगा सॉफ्ट में इन्द्राज कर कार्य आवंटित किया जाएं तथा जॉबकार्ड सत्यापन व अपडेशन का कार्य भी किया जाये। उन्हांेने निर्देश दिए है कि नरेगा योजनान्तर्गत नरेगा सॉफ्ट पर उपलब्ध रिपोर्ट के अनुसार 70 दिवस से अधिक रोजगार पाने वाले परिवारों का चिन्हिकरण कर 100 दिवस का रोजगार पूर्ण कराये जाने का प्रयास किया जाए। उन्होंने बताया कि जिस ग्राम पंचायतों में पं0 दीनदयाल उपाध्याय जन कल्याण शिविर आयोजित किए जा रहे है, उनमें रोजगार की मांग दर्ज किए जाने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।

द्वितीय स्वच्छता पखवाडा आज से 15 फरवरी तक
बाड़मेर, 31 जनवरी। द्वितीय स्वच्छता पखवाडा एक से 15 फरवरी 2017 तक मनाया जाएगा। स्वच्छ भारत अभियान के तहत प्रथम स्वच्छता पखवाड़ा 30 मई से 13 जून 2016 तक सभी चिकित्सा संस्थानों व कार्यालयों में मनाया गया था।

चिकित्सा संस्थानों व कार्यालयों में एक फरवरी से स्वच्छता पखवाड़े की शुरूआत ‘‘ स्वच्छता शपथ ग्रहण’’ कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस पखवाड़े में बेकार वस्तुओें तथा पुराने रिकॉर्ड का निराकरण करने के साथ ही चिकित्सा संस्थानों व कार्यालयों में साफ-सफाई रखने एवं रिकॉर्ड को सुव्यवस्थित रखने के निर्देश दिए गए है।

जयपुर मुझे बचा लो, नहीं जाना उस दलदल में वापस

जयपुर मुझे बचा लो, नहीं जाना उस दलदल में वापस

मुझे बचा लो, नहीं जाना उस दलदल में वापस
वेश्यावृत्ति के दलदल में फंसी 16 साल की एक किशोरी ने दिलेरी दिखाई और झालावाड़ स्थित अपने घर से भाग गई। फिर चाइल्ड हेल्प लाइन पर कॉल कर मदद की गुहार की। चाइल्ड हेल्प लाइन ने बच्ची को संरक्षण में लेकर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया, जहां से उसे शेल्टर होम भेज दिया गया। उसे ढंूढते परिजन भी बाल कल्याण समिति आ पहुंचे लेकिन किशोरी ने उनके साथ जाने से साफ इनकार कर दिया। अब मंगलवार को मेडिकल रिपोर्ट में किशोरी की सही उम्र का पता चलने पर फैसला होगा।


किशोरी ने सोमवार सुबह 9.30 बजे चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 पर कॉल किया था। उसने बताया कि वह झालावाड़ के छत्रपुरा क्षेत्र से बोल रही है। उसकी मां और घरवाले उससे जबरदस्ती गंदा काम कराते हैं। वह पिछले 2-3 साल से देह व्यापार के दलदल में फंसी हुई है। चाइल्ड हेल्प लाइन मुख्यालय ने कॉल तुरंत जिला समन्वयक दुलीचंद लोधा को कनेक्ट की, जिन्होंने बच्ची से बात कर लोकेशन पूछी। किशोरी ने कहा कि वह अभी बस में सवार है और कुछ देर में झालावाड़ बस स्टैंड पहुंचने वाली है। इस पर प्रभारी दुलीचंद, महिला सहयोगी मीनाक्षी मोदी और लेखराज लोढ़ा के साथ तुरन्त बस स्टैंड पहुंचे। टीम ने किशोरी को संरक्षण में ले कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद बाल कल्याण समिति सदस्य सीमा रहमान खान के समक्ष पेश किया।




चाइल्ड हेल्प लाइन से मांगी मदद


समिति के पूछते ही किशोरी फफक पड़ी। उसकी दास्तां सुन वहां मौजूद लोगों की भी आंखें नम हो गई। किशोरी ने बताया, मेरे पिता नहीं हैं। मां व परिवार के लोग देह व्यापार में लिप्त हैं। मुझे भी दो साल पहले गंदे काम में लगा दिया। विरोध करने पर मारपीट करते थे। अब मैं वहां नहीं जाना चाहती।




इनके साथ मत भेजो




उधर, बेटी को गायब देख उसकी मां ने आसपास तलाश की। फिर भवानी मंडी थाने पहुंचकर गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस से सूचना मिलने पर मां व परिजन किशोरी को साथ ले जाने बाल कल्याण समिति पहुंचे लेकिन किशोरी सुबक पड़ी। हाथ जोड़कर विनती करने लगी कि उनके साथ मत भेजो।