शिव विधायक आज करेगे जनसुनवाई
गडरारोड़ एवं तामलोर में क्रम¨न्नत विद्यालय¨ं के भवन एव गौरव पथ का किया लोकापर्ण, सुनी जन समस्याएं, बीएसएफ जवानों के साथ किया पौधारोपणबाड़मेर, 12 अगस्त।शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह आज गुरूवार को जिला मुख्यालय पर अपने आवास पर जन सुनवाई करेगे। इस दौरान विभिन्न विभागो के अधिकारी उपस्थित रहेगे। इससे पूर्व बुधवार को शिव विधायक ने गडरारोड़ एवं तामलोर गांव का दौरा कर कमोन्नत विद्यालय भवन एवं गौरव पथ का लोकापर्ण किया। इस दौरान उन्होंने बीएसएफ जवानों के साथ गडरा सेक्टर में पौधारोपण किया।यह जानकारी देते हुए शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह के निजी सहायक रामसिंह ने बताया कि बुधवार को सिंह ने सर्वप्रथम गडरारोड़ मुख्यालय पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गडरारोड़ के भवन का लोकापर्ण किया। इस दौरान उन्होंने पंचायत समिति मुख्यालय पर जनसुनवाई की एवं लोगो के अभाव अभियोग सुने। जहां पर सिंह ने अभाव अभियोग को लेकर विभिन्न अधिकारियों से दूरभाष पर वार्ता करन समस्याओं के निस्तारण करने के निर्देश दिए। जनसुनवाई से पूर्व शिव विधायक गडरारोड़ स्थित बीएसएस सेक्टर कार्यालय पहुंचे। जहां पर उन्होने बीएसएफ द्वारा व्यापक स्तर पर चलाए जा रहे पौधारोपण अभियान में भागीदारी निभाई। उन्होने बीएसएफ द्वारा पर्यावरण संरक्षण को लेकर किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। इसी क्रम मंे वह ग्राम पंचायत तामलोर पहुंचे। जहां पर उन्होंने नव क्रमोन्नत उच्च माध्यमिक विद्यालय भवन का लोकापर्ण किया। इसी कड़ी में उन्होने गौरव पथ सड़क का भी लोकार्पण किया। इस अवसर पर सिंह ने कहा कि शहरी क्षेत्र की तरह ही ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले ग्रामीणों को आधुनिक सुविधा मिले, इसके लिए सरकार के प्रयास जारी है। गौरव पथ के तहत सड़क निर्माण एवं नव कमोन्नत विद्यालयों के भवनो का निर्माण इसी का एक हिस्सा है। इससे जहां ग्रामीण सड़क एवं शिक्षा को अपने गांव में ही आसानी से अर्जित कर सकेगे। जिला मुख्यालय पर जनसुनवाई आजःनिजी सहायक रामसिंह ने बताया कि शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह आज जिला मुख्यालय स्थित अपने आवास पर जन सुनवाई करेगे एवं लोगो के अभाव अभियोग सुनकर उनके निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देश प्रदान करेगे। इस दौरान विभिन्न विभागो के अधिकारी जन सुनवाई में मौजुद रहेगे।
गरीबो के हितो पर कुठाराघात बर्दाश्त नहीं
जिला कांग्रेस कमेटी ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को सौपा ज्ञापन, सरकार के रवैये का जताया विरोध बाड़मेर, 12 अगस्त।जिला कांग्रेस कमेटी बाड़मेर द्वारा बुधवार को खाद्य सुरक्षा कानून के तहत सरकार द्वारा गरीब एवं पिछले लोगो के नाम सूची से हटाने को लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपा। इस दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजुद थे। जिला कांगे्रस कमेटी के अध्यक्ष फतेह खान ने बताया कि बुधवार को कांग्रेस कमेटी द्वारा जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपा गया जिसमंे खाद्य सुरक्षा गारंटी अधिनियम के तहत गरीब एवं जरूरतमंद लोगो के नाम भाजपा राज मंे काट दिए गए हैं जिसके कारण इन परिवारों को खाद्यान सामग्री ही नहीं मिल रही हैं। यह गरीबो के हितो के साथ कुठाराघात हैं जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।कमेटी के उपाध्यक्ष यज्ञदत्त जोशी ने बताया कि ने बताया कि ज्ञापन में कांग्रेस सरकार के समय जिन लोगो का चयन इस खाद्यान सुची के तहत किया गया था, उनमें से अधिकांश के नाम भाजपा सरकार ने काट कर उन लोगो को इस अधिकार से वंचित कर दिया हैं। इसके अलावा भाजपा सरकार अपने हिस्से की राशि को इस अधिनियम के तहत खर्च ही नहीं कर रही हैं बल्कि केन्द्र सरकार द्वारा आवंटित कुछ राशि ही वह खर्च कर रही हैं जो कि अनुचित हैं। उन्होंने कहा कि जिले के ग्रामीण ईलाके मंे अधिकांश गरीब, वंचित परिवार दो जुन रोटी के लिए तरसते हैं। इस पर भी पिछले कई सालो से सीमावर्ती जिले में पड़ रहे भीषण अकाल के कारण यहां के लोगो की आर्थिक स्थिति बहुत ही दयनीय है। ऐसे में सरकार को चाहिए था कि वह इन गरीब एवं वंचित लोगो को मदद देती लेकिन भाजपा सरकार ने अपने चेहेतो को लाभ पहुंचाने के लिए सही एवं योग्य लोगो के नाम काट दिए। इतना ही नहीं सरकार द्वारा इस सूची के लिए सर्वे का काम पूरा नहीं करने के कारण लोगो को उनका हक नही मिल रहा है। वहीं सरकारी कर्मचारी अपनी मर्जी से इन सूचियों मंे हेर-फेर कर रही हैं। ज्ञापन के समय पूर्व सांसद हरीश चैधरी, जिला प्रमुख प्रियंका मेघवाल, उप जिला प्रमुख सोहनलाल चैधरी सहित कई कांग्रेसी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजुद थे।
ललित के पंवार पदभार संभालते ही हुए शिकायतों से रू-ब-रूअजमेरराजस्थान लोक सेवा आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष ललित के पंवार को कार्यभार ग्रहण करते ही शिकायतों का सामना करना पड़ा। आरएएस 2013 परीक्षा संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मंडल ने अध्यक्ष से मुलाकात कर परीक्षा में हुई अनियमितताओं की जांच कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि आरएएस 2012 पर्चा लीक प्रकरण के आरोपी पूर्व अध्यक्ष हबीब खान गौरान के नेतृत्व में हुई थी। आरएएस प्री 2013 पेपर लीक प्रकरण का आरोपी अमृतलाल मीणा भी स्वीकार कर चुका है कि पिछली आरएएसी परीक्षा में भी उसने पेपर लीक किए थे। उन्होंने स्केलिंग में नंबर बढ़ाने और घटाने में हुई गड़बड़ी, साक्षात्कार को लेकर भी आरोप लगाए हैं। इस अवसर पर रवीन्द्र मोहन शर्मा, गोपाल चौधरी आदि मौजूद थे। घोषित करें परिणामस्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा गृह विज्ञान विषय के अभ्यर्थियों ने भी पंवार को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि आयोग की ओर से जुलाई 2014 में परीक्षा आयोजित की गई थी। सभी विषयों के परिणाम मार्च 2015 में आयोजित की गई। गृह विज्ञान विषय का परिणाम 19 मार्च को घोषित किया गया। लेकिन 22 अप्रेल को परिणाम निरस्त कर दिया गया। लेकिन उसके बाद से अब तक आयोग ने परिणाम जारी नहीं किया है। उन्होंने आयोग के अध्यक्ष से गृह विज्ञान विषय स्कूल व्याख्याता का परिणाम घोषित करने की मांग की। प्रतिनिधि मंडल में विनिता चौधरी, सरला देवी, मनप्रीत सिंह, कृति, सरोज पालावत, पूनम जोशी और मुक्ता शर्मा आदि मौजूद थे। अभ्यर्थियों को हटाने के लिए पुलिस बुलाई आरएएस 2012 संघर्ष समिति के सदस्य आयोग के अध्यक्ष पंवार का घेराव करने पहुंचे। अभ्यर्थियों ने पंवार को कार्यालय में प्रवेश करते ही घेरने की योजना बनाई। भनक पडऩे पर उप सचिव भगवत सिंह राठौड़ बाहर आए। उन्होंने पीडि़त अभ्यर्थियों को बाहर जाने को कहा। लेकिन अभ्यर्थी अडऩे लगे तो उन्होंने पुलिस को बुलाया। पुलिस के बुलाते ही अभ्यर्थी प्रवेश द्वार छोड़कर गार्डन में जाकर बैठ गए।
बाड़मेर थार ने उगला तीस करोड़ बैरल तेलकेयर्न इंडिया द्वारा संचालित बाड़मेर के तेल भंडार 29 अगस्त को उत्पादन के छह वर्ष पूर्ण करने के और अग्रसर हैं। इस से पूर्व देश के सबसे बड़े ज़मीनी इन तेल भंडारों ने एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार कर लिया है। उत्पादन शुरू होने से अब तक यहाँ के तेल भंडारों से कुल उत्पादन का आंकड़ा मंगलवार को तीस करोड़ बैरल को पार कर गया।केयर्न ने बाड़मेर में स्थित भारत के सबसे बड़े ज़मीनी तेल भंडार मंगला से 29 अगस्त 2009 को पेट्रोलियम उत्पादन शुरू किया और तब से यहाँ अनवरत उत्पादन जारी रहा। गत कई वर्षों में वेदांता समूह की कंपनी केयर्न के द्वारा तेल उत्पादन ने देश की बढ़ती ऊर्जा ज़रूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया गया है। इसकी संक्रियाओं ने गत वित्तीय वर्ष में देश के तेल आयात खर्च में साढ़े अड़तीस हज़ार करोड़ रुपये की बचत की है। गत वित्तीय वर्ष में ही कंपनी द्वारा सरकारी ख़ज़ाने में उन्नीस हज़ार सैंतालीस करोड़ रुपये का योगदान किया गया जो इसे हाइड्रोकार्बन सेक्टर की सबसे अधिक कर योगदान देने वाली कंपनी बनाता है।इस उपलब्धि को बाड़मेर स्थित मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल पर सभी टीम सदस्यों ने उत्साह के साथ मनाया। सांकेतिक रूप से 300 बैरल तेल की निकासी पर टर्मिनल पर विभिन आयोजन हुए. केयर्न इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी मयंक अशर ने तीस करोड़ बैरल के कुल उत्पादन आँकड़े को पार करने पर टीम को बधाई दी।अपने सन्देश में उन्होंने कहा, "आज हमने केयर्न में इतिहास रचा है। उत्पादन शुरू करने के छह वर्षों के भीतर ही हमने 30 करोड़ बैरल तेल उत्पादन के आँकड़े को पार कर लिया है। यह आप सभी के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। हम सभी ने मिल कर ये इतिहास रचा और मुझे विश्वास है कि आने वाले दिनों में हम ऐसे ही कई पड़ाव पार करेंगे। देश की ऊर्जा सुरक्षा की यात्रा ऐसे ही प्रयासों पर निर्भर करती है।"बाड़मेर ब्लॉक में तेल और गैस समतुल्य भंडारों को दस अरब बैरल आंका गया है। बाड़मेर में अन्वेषण की सफलता दर पचास प्रतिशत है जो विश्व स्तरीय है। यहाँ उत्पादित होने वाला तेल विश्व की सबसे लम्बी सतत रूप से गर्म पाइपलाइन के जरिये गुजरात की तेल रिफाइनरी को जाता है। भारत जैसे देश के लिए, जहाँ हम अपनी तेल ज़रूरतों का 80 प्रतिशत आयातित तेल से पूरा करते हैं, बाड़मेर के तेल भंडार घरेलू तेल उत्पादन का लगभग 25 प्रतिशत उत्पादित कर महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक राजस्थान सरकार को 2009 में तेल उत्पादन की शुरुआत से ले कर जून 2015 के अंत तक बाड़मेर तेल क्षेत्रों से रॉयल्टी और सेल्स टैक्स के रूप में कुल बाईस हज़ार करोड़ के राजस्व की प्राप्ति हुयी है।राजस्व में योगदान के अलावा मंगला की खोज और उत्पादन ने इस क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक परिदृश्य को भी बदल डाला है। काम वर्षा और अकाल से प्रभावित फसलों के क्षेत्र में आज आर्थिक विकास और बदलाव सहज ही महसूस किया जा सकता है। स्थानीय समुदाय ने भी उद्यमिता के सहज स्वभाव के चलते इसमें अपना योगदान दिया है। सन 2003 तक दो छोटे होटल वाला बाड़मेर शहर आज छोटे बड़े 24 होटल सहित स्वागत को तैयार है। जानकारी के मुताबिक इस ब्लॉक में हुयी 38 तेल खोजों के साथ ही उल्लेखनीय गैस भंडारों की उपस्थिति भी ज्ञात हुयी है। एक आंकलन के अनुसार इस ब्लॉक में एक से तीन खरब घन फ़ीट गैस उपस्थित है जिसमें से आधी से अधिक उत्पादित की जा सकती है।
सीमा सुरक्षा बल ने बुधवार को 3 लाख 60 हजार पौधे रोपकर लिमका बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड का अपना रिकार्ड तोड़ा। इसके लिए पूरे देश में सीमा सुरक्षा बल की ओर सघन पौधारोपण किया गया। पिछले वर्ष भी सीमा सुरक्षा बल ने 3 लाख 6 हजार 141 पौधे रोपकर लिमका बुक आफ वल्र्ड अवार्ड बनाया था।बाड़मेर।सरहद की हिफाजत के साथ सीमा सुरक्षा बल ने पर्यावरण संरक्षण का बीड़ा उठाकर अनूठी पहल की है। यह बात बाड़मेर जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका मेघवाल ने बुधवार को सीमा सुरक्षा बल सेक्टर मुख्यालय पर पौधारोपण के दौरान कही।उन्हांेने कहा कि सीमा सुरक्षा बल की बदौलत सरहद सुरक्षित है। अब बीएसएफ के पर्यावरण संरक्षण प्रयास से आमजन को भी संदेश मिलेगा कि अधिकाधिक पौधारोपण किया जाए। इस अभियान के लिए सीमा सुरक्षा बल आमजन, स्वयंसेवी संस्थाआंे के सहयोग का निर्णय लिया है, निसंदेह इससे बड़े पैमाने पर पौधारोपण होने के साथ बाड़मेर जिले मंे हरीतिमा बिखरेगी। इस दौरान कमाडेंट एवं आफिसिंग डीआईजी श्याम कपूर ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल ने पिछले साल लिमका बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड बनाया था। इस बार फिर पूरे देश मंे 3 लाख 60 हजार पौधे रोपकर नया रिकार्ड बनाया है। उन्हांेने कहा कि आमजन के सहयोग से पौधारोपण करने का सीमा सुरक्षा बल का अभियान जारी रहेगा। इसके लिए आमजन के साथ विद्यार्थियांे, स्वयंसेवी संस्थाआंे के सहयोग से वृहद स्तर पर विभिन्न स्थानांे पर पौधारोपण किया जाएगा। इस दौरान जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका मेघवाल, कमाडेंट एवं आफिसिंग डीआईजी श्याम कपूर समेत सीमा सुरक्षा बल के विभिन्न अधिकारियांे एवं सैकड़ांे जवानांे ने पौधारोपण किया। इस दौरान डिप्टी कमाडेंट राजेन्द्र यादव,शेरसिंह चैधरी, सुरेश कुमार समेत सीमा सुरक्षा बल के विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे। बाड़मेर सेक्टर की विभिन्न बटालियनांे मंे महज आधे घंटे के भीतर 13 हजार पौधे रोपे गए। गडरारोड़ सीमा सुरक्षा बल मुख्यालय मंे कर्नल मानवेन्द्रसिंह के साथ सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियांे एवं जवानांे ने पौधारोपण किया। इस दौरान सहायक समादेष्टा भूपेन्द्रसिंह भाटी, शिव उपखंड अधिकारी चन्द्रभानसिंह भाटी, तहसीलदार गडरारोड दलाराम समेत कई अधिकारी उपस्थित थे। इसी तरह सीमा सुरक्षा बल 63 वाहिनी परिसर मंे मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संजय भटनागर, कमाडेंट एस.एस. सहरावत, डिप्टी कमाडेंट भैयालाल, मोहम्मद आफताब समेत कई अधिकारियांे एवं जवानांे ने पौधारोपण किया। इसी तरह बाड़मेर सेक्टर की चार बटालियन मुख्यालयांे के साथ सीमा चैकियांे पर भी पौधारोपण किया गया। लिमका बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड के लिए पूरे देश मंे सीमा सुरक्षा बल के जवानांे एवं अधिकारियांे ने पौधारोपण किया।