रविवार, 9 अगस्त 2015

पीलीभीत।10 साल के बच्चे की बलि देने की आरोपी महिला अरेस्ट

10 साल के बच्चे की बलि देने की आरोपी महिला अरेस्ट


पीलीभीत। उत्तर प्रदेश की पीलीभीत जिला पुलिस ने सुनगढी क्षेत्र में साल भर पहले बालक की बलि देने की आरोपी महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर उसे शनिवार को जेल भेज दिया।


पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि सुनगढी क्षेत्र के रूपपुर कमालू की रहने वाली ओमवती ने अपने प्रेमी के बहकावे में आकर संतान प्राप्ति के लिए गेंदा लाल के पुत्र प्रियांषु (10 ) का अपहरण कर एक साल पहले उसकी बलि चढ़ा दी थी। महिला ने बालक की हत्या कर बलि के लिए उसका कान और पैर का एक अंगूठा काटा था।


उन्होंने बताया कि बालक की हत्या के खुलासे के बाद से ओमवती फरार चल रही थी। उन्होंने बताया कि आरोपी महिला के बरखेड़ा निवासी पप्पू के अवैध संबंध थे। वह मां नहीं बन सकी थी। पप्पू को किसी ने बताया कि किसी बच्चे की बलि देने से संतान हो सकती है। इसी के चलते आमवती के प्रेमी पप्पू ने प्रियांषु का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी।


इस घटना में ओमवती के शामिल होने के पुलिस को सबूत मिले थे। उसके बाद ओमवती फरार हो गई थी। उन्होंने बताया कि सुनगढी पुलिस को सूचना मिली कि ओमवती घर पर है और पुलिस ने रूपपुर कमालू स्थित उसके धर से गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया।

जयपुर/बस्सी/कानोता।पति को बंधक बनाकर पत्नी से दुष्कर्म, लूटपाट

जयपुर/बस्सी/कानोता।पति को बंधक बनाकर पत्नी से दुष्कर्म, लूटपाट


जयपुर/बस्सी/कानोता। राजधानी जयपुर के समीप कानोता स्थित गांव बल्लूपुरा के एक फार्म हाउस में शुक्रवार देर रात घुसे चार लुटेरों ने चौकीदार और उसके परिवार को बंधक बनाकर लूटपाट की। विरोध करने पर एक आरोपित ने उसकी पत्नी से दुष्कर्म किया।



इसकी सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। एक नामजद लुटेरे सहित चार के खिलाफ लूटपाट, मारपीट और दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया है।



एक फार्म हाउस में रहकर चौकीदारी करने वाला अपने परिवार के साथ वहीं रहता था। उसके साथ पत्नी और तीन बच्चे हैं। शुक्रवार रात चार लुटरे फॉर्म हाउस आए। इनमें से एक ने कमरे का दरवाजा खटखटाया। साथ ही शराब की दुकान का पता और रास्ता पूछा। चौकीदार ने जैसे ही दरवाजा खोला, चारों लुटेरे जबरन धक्का देकर कमरे में घुस गए और उसे दबोच लिया। उससे मारपीट शुरु की। उसकी चीख सुनकर पत्नी और बच्चे आए तो बदमाशों ने उनके साथ भी मारपीट की।



चाबी न देने पर पत्नी से किया दुष्कर्म



लुटेरों रस्सी से चौकीदार, उसकी पत्नी और तीनों बच्चों को बंधक बना लिया। उन्होंने कमरे में रखे बक्से की चाबी मांगी। पत्नी ने चाबी देने से इनकार कर दिया। लुटेरों ने चाबी न मिलने पर बक्से का ताला तोड़ा। उसमें रखी सोने की चेन, अंगूठी, चांदी की कनकती व अन्य जेवरात के साथ 700 रुपए निकाल लिए। पत्नी के चाबी देने से इनकार करने पर सुरेश नाम के लुटेरे ने उससे मारपीट की। बाद में बंधक से मुक्त कराकर उससे दुष्कर्म किया।



बस्सी एसीपी राजेश बेनीवाल शनिवार सुबह कानोता और बस्सी थानाधिकारी के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने छानबीन की और पीडि़त परिवार से पूछताछ के बाद छह संदिग्धों को हिरासत में लिया। आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।



इनका कहना है



पीडि़त महिला का मेडिकल कराने पर दुष्कर्म की पुष्टि हो गई है। वारदात के खुलासे के लिए कई टीम बनाईं हैं। नामजद बदमाश की तलाश की जा रही है।



राजेश बेनीवाल, एसीपी, बस्सी

मुगलों को भी पता था, गोवध का समर्थन कर शासन नहीं चला सकते : राजनाथ

मुगलों को भी पता था, गोवध का समर्थन कर शासन नहीं चला सकते : राजनाथ


नई दिल्ली। गोरक्षा पर जोर देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मुगलों तक को पता था कि यदि उन्हें शासन चलाना है तो गोवध का खुला समर्थन व्यवहारिक नहीं होगा, जबकि ब्रिटिश लोग इस पहलू को समझने में विफल रहे।



वरिष्ठ भाजपा नेता ने शनिवार को कहा कि गृह मंत्री के रूप में उन्होंने सुनिश्चित किया है कि बांग्लादेश को होने वाली मवेशियों की तस्करी रोकी जाए। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने इसके लिए लगातार प्रयास किए। राष्ट्रीय गोधन महासंघ द्वारा कषि मंत्रालय के सहयोग से



आयोजित गोरक्षा पर एक सम्मेलन में राजनाथ ने कहा कि मेरे पास मुगल शासकों के बारे में जो भी अल्प जानकारी है, मैं कह सकता हूं कि मुगल शासकों को ये बात पता थी। वे समझते थे कि गोवध कर और गोवध को खुला समर्थन कर, वे लंबे समय तक शासन नहीं कर सकते।Ó उन्होंने कहा, यहां तक कि बाबर ने भी अपनी वसीयत में लिखा, 'हम एक बार में दो चीजें नहीं कर सकते। या तो जनता के दिलों पर राज करो या गोमांस खाओ। केवल एक बात हो सकती है, साथ-साथ ये दोनों काम नहीं हो सकते।Ó



राजनाथ सिंह ने कहा कि जब ब्रिटिश भारत आए, भारतीय परंपरा का जिस तरह आदर होना चाहिए था, वैसा नहीं हुआ। वस्तुत: ये और खराब हो गई। आजादी की पहली लड़ाई (1857) की वजहों में से एक मुख्य वजह गाय की चर्बी थी, जो कारतूस में इस्तेमाल होती थी। इससे गाय के प्रति जनता की आस्था का पता चलता है।



गाय से जुड़े वैज्ञानिक पहलुआें पर विचार हो



राजनाथ सिंह ने कहा कि गाय से जुड़े सभी वैज्ञानिक, ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक पहलुओं पर भलीभांति विचार करने की जरूरत है। गृह मंत्री का कार्यभार संभालने के बाद सरकार की ओर से गोरक्षा के लिए किए गए उपायों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बीएसएफ कर्मियों के प्रयासों की बदौलत बांग्लादेश को मवेशियों की तस्करी कम हुई है।



तस्करी रोकने बीएसएफ से की बात



उन्होंने कहा कि जब मैंने कार्यभार संभाला, महीनेभर में मैंने तय किया कि मैं गाय की तस्करी का भारत-बांग्लादेश सीमा पर मौके पर जाकर जायजा लूंगा। तस्करी रोकना बहुत मुश्किल था, नदियां, दुर्गम जगह। आपको तस्करों से लडऩा है। राजनाथ ने कहा कि वे बीएसएफ जवानों के पास गए और कहा कि जब हम तस्करी रोक लें तभी इस बैठक को सफल माना जाएगा। सरकार ने गोरक्षा के लिए 500 करोड़ रुपए का आवंटन किया। भारतीय नस्ल की गायों पर अनुसंधान के लिए दो केंद्र बनाए गए हैं।





गाय दूध देना बंद कर देगी तो सरकार देगी मुफ्त चारा



दूध देना बंद कर देने वाली गायों को बेचने से रोकने के लिए केंद्र सरकार गाय मालिकों को मुफ्त चारा देने की योजना बना रही है। केंद्रीय वन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि ऐसी गायों का वध होने से बचाने के लिए सरकार किसानों को मुफ्त चारा देगी ताकि किसान गायों के भरण-पोषण का खर्च वहन कर सकें। साथ ही ऐसे पशुधन को वन क्षेत्र के करीब घास उगाकर भी बचाने का उपाय किया जाएगा। गायों के वध पर उन्होंने कहा कि इस मसले को राज्य सरकारों को हल करना होगा।

यहां शिव के पूजन से मिलता है संतान प्राप्ति का वरदान



लोग भगवान शिव को संहारक मानते है, लेकिन शहर में ऐसा शिवालय भी है जहां पर लोग संतान प्राप्ति के लिए भगवान शिव को नमन करते हैं। संतान की इच्छा पूरी करने के कारण श्रद्धालुओं ने इनका नाम संतानप्रदेश्वर महादेव रखा है।



पहाड़ी एवं सघन हरियाली से घिरे गालव ऋषि की तपोभूमि गलता तीर्थ के मुख्य द्वार गलता गेट के पास स्थापित प्राचीन मंदिर श्री गीता गायत्रीजी में संतानप्रदेश्वर मंशापूर्ण महादेव विराजमान हैं।



पहले यहां चारों और सघन वन था, आस-पास कोई बस्ती भी नहीं थी। मंदिर के सामने केवल अग्रवाल समाज की धर्मशाला बना हुई थी। शाम को पांच बजे बाद लोग यहां आने से कतराते थे।







मंदिर के महंत भरत लाल चौबे ने बताया कि चौबे परिवार में संतान नहीं होने से कई पीढि़यों से गोद संतान गोद लेने की परंपरा चल रही थी।



इस पर वेद मर्मज्ञ पंडित गोविंद नारायण चौबे ने जगत जननी और मोक्ष प्रदायिनी गायत्री माता के निकट भोले बाबा का भी मंदिर बनवाकर संतानप्रदेश्वर मंशापूर्ण महादेव की स्थापना की। इसके बाद चौबे परिवार में संतान होना शुरू हो गया।







जब लोगों को इस बारे में जानकारी मिली तो कई शिव भक्त भी संतान की इच्छा से यहां आने लगे और उनकी मनोकामनाएं भी पूरी हुईं। लोग यहां महादेव को संतानप्रदेश्वर या संतानेश्वर महादेव कहने लगे।



मंदिर में शिव परिवार विराजित है जिसमें गणेशजी दाहिनी आवृति के हैं। साथ ही बाल स्वरूप हनुमान भी विराजित हैं।







चढ़ाते हैं सवा लाख बिल्व पत्र

शिव आराधना के तहत प्रतिवर्ष सावन के महीने में यहां सवा लाख बिल्व पत्र अर्पित किए जाते हैं। इसमें शिवजी के दिव्य अभिषेक के बाद शिव भक्त 36 घंटे तक, शिवसहस्त्र नामावली, रुद्रीपाठ, शिवतांडव स्तोत्र आदि का पाठ करते हैं।







पुजारी परिवार के राजकुमार चतुर्वेदी ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि इस शिवलिंग पर गन्ने के रस से अभिषेक कर सहस्त्र बिल्व पत्र अर्पित करें और संतान की कामना करने पर भोले बाबा प्रसन्न होकर मनोकामना अवश्य पूर्ण करते हैं। मंदिर में अखंड ज्योति हमेशा प्रज्वलित रहती है।

शनिवार, 8 अगस्त 2015

गंगानगर सीमा सुरक्षा बल अतिरिक्त महानिदेशक एम के सिंघला ने सीमा चैकियां का भ्रमण

 गंगानगर सीमा सुरक्षा बल अतिरिक्त महानिदेशक एम के सिंघला ने सीमा चैकियां का भ्रमण 
सीमा सुरक्षा बल के पश्चिमी कमाण्ड के अतिरिक्त महानिदेशक एम के सिंघला ने राजस्थान गुजरात के 4 दिवसीय सीमा क्षेत्र की विजिट के दौरान शनिवार को राजस्थान के गंगानगर से लगती पाकिस्तान सीमा पर सीमा सुरक्षा बल की कई सीमा चैकियां का भ्रमण कर वहां सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया, तथा पूरी पश्चिमी सीमा पर चल रहे आॅपरेशन अलर्ट एक्सरसाईज का जायजा लिया। वे रविवार को बीकानेर तथा सोमवार को जैसलमेर से लगती सीमा चैकियों को विजिट कर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे।

सीमा सुरक्षा बल राजस्थान फ्रंटियर के उपमहानिरीक्षक रवि गांधी ने बताया कि भारतीय पुलिस सेवा अतिरिक्त महानिदेषक (पश्चिमी कमाण्ड) अपने चार दिवसीय राजस्थान और गुजरात सीमान्त की सीमा चैकियों के दौरे हेतु शनिवार को श्रीगंगानगर पहुॅचे, वहां पहुंचने पर गंगानगर सेक्टर के डी.आई.जी बी.एस.बाजवा सहित अन्य अधिकारियों ने उनकी अगुवानी की।

उन्होंने बताया कि इस दौरे के दौरान अतिरिक्त महानिदेषक सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा तथा सीमा पर चल रहे ओप्स एलर्ट का जायजा ले रहे हैं। उन्होंने आज श्रीगंगानगर के कई सीमा चैकियों का भ्रमण कर सुरक्षा संबधी की जा रही गतिविधियों को वारिकी से देखा।

गांधी ने बताया कि राजस्थान सीमान्त के सीमा पर सीमा सुरक्षा बल द्वारा कडी चैकसी रखी जा रही है। विभिन्न सुरक्षा संबंधी बिन्दुओं को मध्यनजर रखते हुए सीमा सुरक्षा बल की ओर से पाकिस्तान से सटी राजस्थान सीमा पर ओप्स एलर्ट चलाया जा रहा है। इस आॅपरेशन के तहत सघन पेट्रोलिंग और चेकिंग कि जा रही है। इस दौरान चैकसी हेतु विषेष उपकरणो का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।

इस दौरे के दौरान राजस्थान सीमान्त के प्रमुख महानिरीक्षक डाॅ. बी आर मेघवाल, भारतीय पुलिस सेवा, महानिरीक्षक तथा श्री रवि गाॅधी, उप महानिरीक्षक , श्री मोहम्मद बिलाल खान उप महानिरीक्षक भी उपस्थ्ति रहेगें। अतिरिक्त महानिदेशक बीकानेर तथा जैसलमेर सीमा का भी दौरा करेगें।