रविवार, 26 जुलाई 2015

पुरज़ोर तरीके से उठने लगी राजस्थानी भाषा मान्यता की मांग, सीएम ने यात्रा रथ को किया रवाना



मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने मुख्यमंत्री निवास से राजस्थानी भाषा मान्यता यात्रा रथ को दिल्ली के लिए रवाना किया। इस अवसर पर राजे को राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए ज्ञापन भी दिया गया।

यह रथ मुम्बई से रवाना होकर शनिवार को जयपुर पहुंचा था। यहां से यह सोमवार को दिल्ली पहुंचेगा।

इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार पदम मेहता, यात्रा के संयोजक विजय कुमार जैन, प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र बारहठ, राजस्थान फिल्म अभिनेता अरविंद कुमार, अंतरराष्ट्रीय मारवाड़ी फैडरेशन राजस्थान के अध्यक्ष अरुण अग्रवाल और राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए प्रयासरत अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे।
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इस मकसद से निकाली गई है यात्रा रथ

राजस्थानी भाषा मान्यता यात्रा रथ को निकाले जाने का मकसद राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता दिलाना है। रथ के ज़रिये राजस्थान सहित अन्य राज्यों में रह रहे राजस्थान के बाशिंदों को जनजागरण के ज़रिये जागरूक किया जा रहा है।

यह यात्रा अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समितिके बैनर तले निकाली गई है। यह संघर्ष समिति राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग कर रही है।

यह यात्रा 19 जुलाई को मुंबई के जे बी नगर, अंधेरी (ईस्ट) स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर से शुरू हुई थी।

अफसर साहब मीटिंग में फोन से सीख रहे थे सुहागरात मनाने का तरीका

अफसर साहब मीटिंग में फोन से सीख रहे थे सुहागरात मनाने का तरीका



रामपुर।उत्‍तर प्रदेश के एक सरकारी अधिकारी मीटिंग के दौरान मौजूद लोगों के बीच नजर चुराकर सुहागरात मनाने की जानकारी इकठ्ठा कर रहे थे लेकिन वे कैमरे की नजर से नहीं बच सके।

वे अपने स्‍मार्टफोन पर "सुहागरात कैसे मनाएं" एप डाउनलोड कर रहे थे और इस दौरान उनके इसकाम पर कैमरे की नजर पड़ गई। फोटो के क्लिक करने के बाद मीडिया में वायरल हो गईं।खबरों के मुताबिक, मामला रामपुर का है जहां एक होमगार्ड्स के प्रमुख सचिव जिले के अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ले रहे थे। इस दौरान पिछला वर्ग कल्‍याण अधिकारी अभिषेक सिंह पर पर अरोप लगा है कि बैठक की बजाय अपने स्‍मार्टफोन में "सुहागरात कैसे मनाएं" एप डाउनलोड कर रहे थे।खबर आते ही वो मीडिया में वायरल हो गई जिसके बाद मामले को लेकर जांच के आदेश दिए गए हैं।

विजय दिवस: कारगिल के शहीदों को राष्ट्र कर रहा है नमन, प्रधानमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

विजय दिवस: कारगिल के शहीदों को राष्ट्र कर रहा है नमन, प्रधानमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

    कारगिल युद्ध में भारत की जीत ‘विजय दिवस’ की 15वीं सालगिरह का जश्न रविवार सुबह करीब 9 बजे से शुरू हो गया है. द्रास में कारगिल वार मेमोरियल पर सेना के जवान, अधि‍कारी, पूर्व सैनिक और आम लोग उन वीर सैनिकों को याद कर रहे हैं, जिन्होंने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे. दूसरी ओर, दिल्ली में अमर जवान ज्योति पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और तीनों सेना के प्रमुखों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी.

Kargil Vijay Diwas: Defence Minister Manohar Parrikar & all three service chiefs pay tribute at Amar Jawan Jyoti pic.twitter.com/kQqcnI8C3b




— ANI (@ANI_news) July 26, 2015

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्विटर पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी है.

कारगिल विजय दिवस हमारी सेना के शौर्य, पराक्रम और बलिदान की याद दिलाता है।मातृभूमि पर सर्वस्व न्योछावर करने वाले अमर शहीदों को शत् शत् नमन।




— Narendra Modi (@narendramodi) July 26, 2015

रक्षा मंत्री पर्रिकर और सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह के द्रास पहुंचने की भी उम्मीद हैं. विजय दिवस को लेकर समारोह 20 जुलाई को ही शुरू हो गया है, लेकिन मुख्य कार्यक्रम रविवार और सोमवार को है. रविवार शाम द्रास में एक पाइप बैंड और ब्रास बैंड की धुन का प्रदर्शन होगा, जिसके बाद बीटिंग र्रिटीट समारोह होगा. पूर्व सैनिक भी पहुंचे इस बीच, वन रैंक वन पेंशन की मांग को लेकर करीब 700 पूर्व सैनिकों की धौलाकुआं इलाके से शुरू हुई दौड़ भी इंडिया गेट पहुंची.

Marathon held at India Gate to mark the occasion of 'Kargil Vijay Diwas', also to demand implementation of OROP pic.twitter.com/uP7EEimjDP










पाकिस्तान में बाढ़ से 36 लोगों की मौत



पाकिस्तान के उत्तरी खैबर पख्तूनवां प्रान्त में भारी वर्षा से बाढ़ आ जाने के कारण 36 व्यक्तियों की मौत हो गई। यह जानकारी शनिवार को आधिकारिक तौर पर दी गई।
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प्रान्तीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने भारी वर्षा से 36 लोगों के मरने की पुष्टि की है। भारी वर्षा से चिमाल जिले में बाढ़ आ गयी है। पुलिस के अनुसार बाढ़ में मरे लोगों में से 11 के शव निकाले जा चुके हैं।




चिमाल जिले का मुलसाव क्षेत्र बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। वहां सैकडों मकान तथा दुकानें ध्वस्त हो गयी हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से लोगों को निकालने के लिए सेना की सहायता ली जा रही है।

मानव तस्करी के लिए ले जा रही 21 नेपाली लड़कियां मुक्त

मानव तस्करी के लिए ले जा रही 21 नेपाली लड़कियां मुक्त


नई दिल्ली मानव तस्करी के लिए ले जा रही 20 से 35 साल के बीच की 21 नेपाली लड़कियों को शनिवार को इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के पुलिस द्वारा मुक्त कराया गया।



पुलिस दल ने एक अभियान की शुरुआत कर इस रैकेट में शामिल दो नेपाली एजेंट विष्णु तमांग (25) और दया राम (33) को सुबह गिरफ्तार कर लिया।



पुलिस ने बताया कि उसने इस संबंध में काफी पूछताछ की और इसके परिणामस्वरुप 21 नेपाली लड़कियों को मुक्त करा लिया गया। इन सभी को दुबई ले जाने के लिए नेपाल से यहां लाया गया था।



पुलिस ने महिपालपुर में कई जगहों पर छापेमारी की और इन लड़कियों को वहां से बचा लिया गया। इसके अलावा कुछ दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।