मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने मुख्यमंत्री निवास से राजस्थानी भाषा मान्यता यात्रा रथ को दिल्ली के लिए रवाना किया। इस अवसर पर राजे को राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए ज्ञापन भी दिया गया।
यह रथ मुम्बई से रवाना होकर शनिवार को जयपुर पहुंचा था। यहां से यह सोमवार को दिल्ली पहुंचेगा।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार पदम मेहता, यात्रा के संयोजक विजय कुमार जैन, प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र बारहठ, राजस्थान फिल्म अभिनेता अरविंद कुमार, अंतरराष्ट्रीय मारवाड़ी फैडरेशन राजस्थान के अध्यक्ष अरुण अग्रवाल और राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए प्रयासरत अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे।
इस मकसद से निकाली गई है यात्रा रथ
राजस्थानी भाषा मान्यता यात्रा रथ को निकाले जाने का मकसद राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता दिलाना है। रथ के ज़रिये राजस्थान सहित अन्य राज्यों में रह रहे राजस्थान के बाशिंदों को जनजागरण के ज़रिये जागरूक किया जा रहा है।
यह यात्रा अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समितिके बैनर तले निकाली गई है। यह संघर्ष समिति राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग कर रही है।
यह यात्रा 19 जुलाई को मुंबई के जे बी नगर, अंधेरी (ईस्ट) स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर से शुरू हुई थी।