जयपुर। पंचायतों में महिलाओं को दोबारा उसी सीट से चुनाव लड़ने का प्रावधान होगा, लॉटरी सिस्टम बदलेगा
— केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह ने की घोषणा
— महिला दुबारा उसी सीट से लड़ सकेगी, बजट सत्र में संशोधन बिल लाया जा रहा
— हर पंचायत का वार्षिक प्लान बनेगा
— 28 फरवरी को केरल से लॉन्च होगा रर्बन योजना
— रर्बन योजना में 25 से 50 हजार की आबादी के 20 गांवों के कलस्टर बनेंगे
— रर्बन कलस्टर के गावों में शहरों के समान सुविधाएं विकसित की जाएंगी
— तीन साल में 300 कलस्टर बनेंगे, इस साल 100 कलस्टर
— नरेगा को पहले राष्ट्रीय शर्म और अब राष्ट्रीय गौरव बताने के फर्स्ट इंडिया के सवाल पर कहा
— एनडीए सरकार ने नरेगा की कमियों को दूर किया, 60 फीसदी किसानों का काम करने का प्रावधान किया
— राजस्थान सरकार को ग्रामीण पेयजल योजनाओं में पूरा सहयोग करेगा केंद्र
जयपुर। पंचायतीराज संस्थाओं में अच्छा प्रदर्शन करने वाली महिला जनप्रतिनिधियों को अब दुबारा उसी सीट से चुनाव लड़ने का मौका मिलेगा। इसके लिए लॉटरी व्यवस्था के प्रावधान में बदलाव होगा। केंद्र सरकार बजट सत्र में पंचायतीराज काननू में संशोधन का बिल लेकर आ रही है। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह ने एडीटर्स कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की। चौधरी वीरेंद्र ने कहा कि हर पचांयत का वार्षिक प्लान बनेगा। 28 फरवरी से केरल से रर्बन योजना लॉन्च होगी, इस योजना के तहत 25 से 50 हजार की आबादी वाले 20 गावों को मिलाकर एक कलस्टर बनाया जाएगा। कलस्टर में शामिल गांवों में शहरोंं के समान सुविधाएं, इंफ्रास्ट्रक्चर और रोजगार के साधन विकसित किए जाएंगे।
पीएम मोदी ने राज में आते ही जिस नरेगा को यूपीए सरकार की राष्ट्रीय शर्म करार दिया आज वही सरकार इसे राष्ट्रीय गौरव बता रही है। फर्स्ट इंडिया संवाददाता ने चौधरी वीरेंद्र से नरेगा के प्रति सरकार के रुख में बदलाव पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने नरेगा के खड्डों को भरने का काम किया है। नरेगा की जो कमियां थीं उनमें सुधार किया है। नरेगा में किसानों के काम हो सकने का प्रावधान किया है। नरेगा में भ्रष्टाचार को दूर करने के लिए डाइरेक्ट फंड ट्रासफर का प्रावधान किया है।
— केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह ने की घोषणा
— महिला दुबारा उसी सीट से लड़ सकेगी, बजट सत्र में संशोधन बिल लाया जा रहा
— हर पंचायत का वार्षिक प्लान बनेगा
— 28 फरवरी को केरल से लॉन्च होगा रर्बन योजना
— रर्बन योजना में 25 से 50 हजार की आबादी के 20 गांवों के कलस्टर बनेंगे
— रर्बन कलस्टर के गावों में शहरों के समान सुविधाएं विकसित की जाएंगी
— तीन साल में 300 कलस्टर बनेंगे, इस साल 100 कलस्टर
— नरेगा को पहले राष्ट्रीय शर्म और अब राष्ट्रीय गौरव बताने के फर्स्ट इंडिया के सवाल पर कहा
— एनडीए सरकार ने नरेगा की कमियों को दूर किया, 60 फीसदी किसानों का काम करने का प्रावधान किया
— राजस्थान सरकार को ग्रामीण पेयजल योजनाओं में पूरा सहयोग करेगा केंद्र
जयपुर। पंचायतीराज संस्थाओं में अच्छा प्रदर्शन करने वाली महिला जनप्रतिनिधियों को अब दुबारा उसी सीट से चुनाव लड़ने का मौका मिलेगा। इसके लिए लॉटरी व्यवस्था के प्रावधान में बदलाव होगा। केंद्र सरकार बजट सत्र में पंचायतीराज काननू में संशोधन का बिल लेकर आ रही है। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह ने एडीटर्स कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की। चौधरी वीरेंद्र ने कहा कि हर पचांयत का वार्षिक प्लान बनेगा। 28 फरवरी से केरल से रर्बन योजना लॉन्च होगी, इस योजना के तहत 25 से 50 हजार की आबादी वाले 20 गावों को मिलाकर एक कलस्टर बनाया जाएगा। कलस्टर में शामिल गांवों में शहरोंं के समान सुविधाएं, इंफ्रास्ट्रक्चर और रोजगार के साधन विकसित किए जाएंगे।
पीएम मोदी ने राज में आते ही जिस नरेगा को यूपीए सरकार की राष्ट्रीय शर्म करार दिया आज वही सरकार इसे राष्ट्रीय गौरव बता रही है। फर्स्ट इंडिया संवाददाता ने चौधरी वीरेंद्र से नरेगा के प्रति सरकार के रुख में बदलाव पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने नरेगा के खड्डों को भरने का काम किया है। नरेगा की जो कमियां थीं उनमें सुधार किया है। नरेगा में किसानों के काम हो सकने का प्रावधान किया है। नरेगा में भ्रष्टाचार को दूर करने के लिए डाइरेक्ट फंड ट्रासफर का प्रावधान किया है।