रविवार, 13 जनवरी 2013

अब दंगा रोकेगा "मिर्ची बम"

अब दंगा रोकेगा "मिर्ची बम"

जयपुर। अब बात-बात पर दंगा और आंदोलन करने वाले सावधान हो जाएं! पुलिस ने दंगों से निपटने और दंगाइयों को काबू में करने के लिए अब नया हथियार "मिर्ची बम" तैयार कर लिया है। इस हथियार से न तो किसी का हाथ टूटेगा, न पैर और न ही किसी अन्य तरह की चोट पहुंचेगी। लेकिन उपद्रवी कुछ ही समय में घबराकर भागने को मजबूर हो जाएंगे।

इसे प्रायोगिक तौर पर काम में लेने के लिए सबसे पहले जयपुर और भरतपुर के अलावा दो एसटीएफ कंपनियों को दिया जा रहा है। अब तक पुलिस अश्रुगैस का इस्तेमाल करती थी। गीले कपड़े से ढक कर आंदोलनकारियों ने अश्रुगैस की काट निकाल ली। ऎसे में पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ता था। इस दौरान पथराव में दोनों पक्षों को चोट आ जाती थी।

फूटते ही आंखों में जलन...और कुछ समय तक दिखना बंद
दंगों और आन्दोलनों के दौरान पुलिस स्थिति नियंत्रण में करने के लिए इसे फेंकेगी। इसमें से निकलने वाली गैस मिर्च को जलाने पर होने वाली गंध जैसा वातावरण पैदा करेगी। इसे दंगाइयों को तेज खांसी, आंखों में जलन होगी और वे कुछ देर के लिए देख भी नहीं पाएंगे। इस स्थिति में पुलिस आसानी से उपद्रवियों को पकड़ सकेगी।

जयपुर एवं भरतपुर में इसे लागू किया जा रहा है। इसके लिए एक करोड़ का बजट रखा है। प्रयोग सफल हुआ तो अन्य जिलों में लागू करेंगे। यू. आर. साहू, आईजी आधुनिकीकरण, आयोजना-कल्याण

बीकानेर के अस्पताल में आग,3शिशु जख्मी

बीकानेर के अस्पताल में आग,3शिशु जख्मी

बीकानेर। बीकानेर के राजकीय पीबीएम अस्पताल की नर्सरी के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू)में रविवार तड़के आग लग गई। आग की वजह एसी में शार्ट सर्किट होना बताया गया है। समय रहते आग पर काबू पाने से नर्सरी में भर्ती 22 शिशु बाल-बाल बच गए हालांकि तीन शिशु मामूली रूप से झुलस गए। तीनों की स्थिति खतरे से बाहर है।

अस्पताल के अधीक्षक डॉ सतीश कछावा और पुलिस सूत्रों के अनुसार अस्पताल की नर्सरी (शिशु वार्ड)के गहन चिकित्सा कक्ष में तड़के तीन बजे एसी में शार्ट सर्किट होने से आईसीयू में धुआं भर गया। मौके पर मौजूद कर्मियों ने तुरंत उच्चाधिकारियों को और अग्निशमन दल को सूचित किया। अग्निशमन दल ने तुरंत आग पर काबू पा लिया।

अस्पतालकर्मियों ने नर्सरी में भर्ती 22 शिशुओं को सुरक्षित अन्य वार्ड में पहुंचा दिया। इस बीच तीन शिशुओं पर चिंगारी पड़ने से वे मामूली रूप से झुलस गए। बीकानेर संभागीय आयुक्त आनंद कुमार और जिला कलेक्टर आरती डोगरा और पीबीएम अस्पताल अधीक्षक सतीश कछावा घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल पहुंचे।

जिला कलेक्टर आरती डोगरा ने आग के कारणों की जांच के लिए अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन)की अध्यक्षता में तीन-सदस्यीय कमेटी गठित की है,जो जल्द रिपोर्ट सौंपगी। राजस्थान के गृह राज्यमंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल ने भी मौके का जायजा लेकर भविष्य में ऎसी घटना नहीं होने देने के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं।