अशोक गहलोत |
मुख्यमंत्री ने दिए अतिरिक्त सचिव ग्रामीण विकास को दिए जांच के आदेश ,
बाड़मेर नगर परिषद् बाड़मेर में स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना में चल रही धांधली की शिकायत ग्रुप फॉर पीपुल्स ने जिला कलेक्टर बाड़मेर को की .इस आशय प् ज्ञापन सोमवार को जिला कलेक्टर और अतिरिक्त जिला कलेक्टर को ग्रुप के रमेश सिंह इन्दा ,दिनेश विश्नोई ,अशोक सारला सहित कई कार्यकर्ताओ ने दिया .ज्ञापन में लिखा हें कि नगर परिषद् बाड़मेर द्वारा राज्य सरकार की महत्ती स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना में इसके प्रभारी अधिकारी भरी भरष्टाचार कर योजना को धरातल पर लाये बिना योजना का पैसा आपस में बाँट रहे हें ,गत पांच छह सालो से प्रभारी अधिकारी डी के सांखला की बालोतरा की स्वयं सेवी संस्था रेड्डी के साथ सेटिंग हो रखी हें ,इस योजना का समस्त कार्य इसी संस्था को दिया जाता हें ,इस संस्था के खिलाफ पालिका की बर्ड बैठक में भरष्टाचार का मामला उठाया गया जिसमे काम किये बगैर भुगतान उठाने के गंभीर आरोप थे .बोर्ड में मामला उठाने पर इसकी जांच की गई जांच में आरोप सही पाए गए थे जिस पर इस संस्था को ब्लेक लिस्टेड करने के निर्देश दिए थे मगर अधिकारियो की मिलीभगत के कारण इस संस्था को ब्लेक लिस्टेड नहीं किया ,अलबता इस संस्था को इस बार फिर मिली भगत से डूडा की बैठक जो मंगलवार को संपन हुई डूडा की बैठक रेड्डी संस्था के नाम प्रस्ताव पारितकर दिया . ,इस संस्था पर पूर्व में विभिन विभागों में भरष्टाचार के आरोप लगे हें ,डूडा के प्रभारी अधिकारी द्वारा नियमानुसार निविदा जारी कर संस्थाओ से प्रस्ताव मांगने की बजाये सीधे इसी संस्था को कोल के जरिये प्रस्ताव मांग डूडा की बैठक मेंजिला कलेक्टर से प्रस्ताव पारित करा लिए जाते हें . इस बार भी डी के सांखला के दबाव और मिलीभगत से रेड्डी संस्था का प्रस्ताव पारित किया गया .जिन संस्थाओ के आवेदन दिए गए थे उन्हें बैठक में बुलाया ही नहीं गया .पिछले पांच सालो में स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना में बाड़मेर नगर पालिका में जो कार्य हुए उसकी विशेष जांच दल गठित कर जांच कराई जाए ,इस योजना में करदो रुपयों का घपला किया गया हें ,इस योजना ने आम जन को आज तक कोई फ़ायदा नहीं मिला .
इस योजना में धांधली की जांच के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय से एडिसनल चीफ सेक्रेटरी रूरल डवलपमेंट एंड पंचायतराज डिपार्टमेंट को लिखा हें .आपसे निवेदन हें की तक चयनित संस्था को कोई कार्यादेश नहीं दिया जाए ,उन्होंने लिखा की इस अधिकारी की संस्था से मिलीभगत साफ़ दिखाती हें की इनके प्रभार में आने वाले जिलो का काम भी सीधे रेड्डी संस्था को दिए जा रहे हें ,