बुधवार, 9 जनवरी 2013

शर्मिला टैगोर को "जिफ" अवॉर्ड

शर्मिला टैगोर को "जिफ" अवॉर्ड
जयपुर। जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल(जिफ) का लाइफ टाइम अचिवमेंट अवॉर्ड इस वर्ष बॉलीवुड अभिनेत्री शर्मिला टैगोर को प्रदान किया जाएगा। फेस्ट की ओपनिंग सेरिमनी में उन्हें यह अवॉर्ड जयपुर के चन्द्रमहल सिनेमा में 30 जनवरी को दिया जाएगा। इस फेस्ट में शर्मिला टैगोर के साथ प्रेम चोपड़ा,गौतम घोष,दिया मिर्जा,आनन्द पटवर्घन सहित कई नामचीन फिल्मी हस्तियां शिरकत करेंगी।


अभिनेत्री शर्मिला टैगोर को अवॉर्ड के साथ ही फेस्टिवल में उनकी बेहतरीन फिल्मों की स्क्रीनिंग भी की जाएगी। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व जिफ का लाइफ टाइम अचिवमेंट अवॉर्ड अभिनेत्री आशा पारेख और जया बच्चन को प्रदान किया जा चुका है। फेस्टिवल के फाउंडर डायरेक्टर हनु रोज ने बुधवार को फेस्ट के पोस्टर विमाचन कार्यक्रम में बताया कि पांच दिवसीय इस फेस्ट के लिए 1397 फिल्में प्राप्त हुई,जिनमें से जिफ प्रिव्यू कमेटी ने 217 फिल्मों का चयन किया गया है।

बिना जांच अवार्ड क्यों: राज्यपाल

बिना जांच अवार्ड क्यों: राज्यपाल

जयपुर। प्रदेश पुलिस में फैले भ्रष्टाचार और बिगड़ती कानून व्यवस्था के मामले में राज्यपाल मागे्रüट अल्वा ने मंगलवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक हरीश मीना को राजभवन तलब किया। प्रदेश में कांग्रेस के चिंतन शिविर से पूर्व राज्यपाल की इस गतिविधि ने प्रदेश के राजनीतिक व प्रशासनिक हल्के में खासी हलचल मचा दी है।

सूत्रों के अनुसार, भेंट के दौरान राज्यपाल ने डीजीपी से प्रदेश में कानून व्यवस्था और पुलिस तंत्र में फैले भ्रष्टाचार के मामले में विस्तार से जानकारी ली। बताया जा रहा है कि राज्यपाल ने हाल ही में अजमेर रेंज के एसपी राजेश मीणा के भ्रष्टाचार के मामले में डीजीपी से काफी सवाल-जवाब किए और इस प्रकार के मामलों की पुनरावृति नहीं होने के निर्देश भी दिए हैं।

राज्यपाल ने आरोपित एसपी राजेश मीणा की जांच के बिना गेलन्ट्री अवार्ड के लिए नाम भेजे जाने पर आपत्ति जताई और डीजीपी को इस मामले में स्पष्टीकरण देने के लिए भी कहा। इस प्रकार बिना जांच के नाम भेजे जाने से राज्य की गरिमा आहत हुई है।

प्रदेश में अगले सप्ताह होने वाले चिंतन शिविर से पहले राज्यपाल की ओर से डीजीपी को तलब किए जाने से प्रदेश की राजनीति में भी उबाल आने की संभावना है। अल्वा ने इससे पहले अतिवृष्टि के बाद राजधानी में मदरामपुरा का दौरा किया था। इसके बाद सोनिया गांधी ने दौरा किया। कानून व्यवस्था पर भी आल्वा केंद्र को रिपोर्ट भेज सकती हैं