बिना जांच अवार्ड क्यों: राज्यपाल
जयपुर। प्रदेश पुलिस में फैले भ्रष्टाचार और बिगड़ती कानून व्यवस्था के मामले में राज्यपाल मागे्रüट अल्वा ने मंगलवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक हरीश मीना को राजभवन तलब किया। प्रदेश में कांग्रेस के चिंतन शिविर से पूर्व राज्यपाल की इस गतिविधि ने प्रदेश के राजनीतिक व प्रशासनिक हल्के में खासी हलचल मचा दी है।
सूत्रों के अनुसार, भेंट के दौरान राज्यपाल ने डीजीपी से प्रदेश में कानून व्यवस्था और पुलिस तंत्र में फैले भ्रष्टाचार के मामले में विस्तार से जानकारी ली। बताया जा रहा है कि राज्यपाल ने हाल ही में अजमेर रेंज के एसपी राजेश मीणा के भ्रष्टाचार के मामले में डीजीपी से काफी सवाल-जवाब किए और इस प्रकार के मामलों की पुनरावृति नहीं होने के निर्देश भी दिए हैं।
राज्यपाल ने आरोपित एसपी राजेश मीणा की जांच के बिना गेलन्ट्री अवार्ड के लिए नाम भेजे जाने पर आपत्ति जताई और डीजीपी को इस मामले में स्पष्टीकरण देने के लिए भी कहा। इस प्रकार बिना जांच के नाम भेजे जाने से राज्य की गरिमा आहत हुई है।
प्रदेश में अगले सप्ताह होने वाले चिंतन शिविर से पहले राज्यपाल की ओर से डीजीपी को तलब किए जाने से प्रदेश की राजनीति में भी उबाल आने की संभावना है। अल्वा ने इससे पहले अतिवृष्टि के बाद राजधानी में मदरामपुरा का दौरा किया था। इसके बाद सोनिया गांधी ने दौरा किया। कानून व्यवस्था पर भी आल्वा केंद्र को रिपोर्ट भेज सकती हैं
जयपुर। प्रदेश पुलिस में फैले भ्रष्टाचार और बिगड़ती कानून व्यवस्था के मामले में राज्यपाल मागे्रüट अल्वा ने मंगलवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक हरीश मीना को राजभवन तलब किया। प्रदेश में कांग्रेस के चिंतन शिविर से पूर्व राज्यपाल की इस गतिविधि ने प्रदेश के राजनीतिक व प्रशासनिक हल्के में खासी हलचल मचा दी है।
सूत्रों के अनुसार, भेंट के दौरान राज्यपाल ने डीजीपी से प्रदेश में कानून व्यवस्था और पुलिस तंत्र में फैले भ्रष्टाचार के मामले में विस्तार से जानकारी ली। बताया जा रहा है कि राज्यपाल ने हाल ही में अजमेर रेंज के एसपी राजेश मीणा के भ्रष्टाचार के मामले में डीजीपी से काफी सवाल-जवाब किए और इस प्रकार के मामलों की पुनरावृति नहीं होने के निर्देश भी दिए हैं।
राज्यपाल ने आरोपित एसपी राजेश मीणा की जांच के बिना गेलन्ट्री अवार्ड के लिए नाम भेजे जाने पर आपत्ति जताई और डीजीपी को इस मामले में स्पष्टीकरण देने के लिए भी कहा। इस प्रकार बिना जांच के नाम भेजे जाने से राज्य की गरिमा आहत हुई है।
प्रदेश में अगले सप्ताह होने वाले चिंतन शिविर से पहले राज्यपाल की ओर से डीजीपी को तलब किए जाने से प्रदेश की राजनीति में भी उबाल आने की संभावना है। अल्वा ने इससे पहले अतिवृष्टि के बाद राजधानी में मदरामपुरा का दौरा किया था। इसके बाद सोनिया गांधी ने दौरा किया। कानून व्यवस्था पर भी आल्वा केंद्र को रिपोर्ट भेज सकती हैं
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