पशुओं के साथ पानी पीते हैं गांव के लोगजालोर। पशु और इंसानों में ज़मीन और आसमान का फर्क होता है, लेकिन जब दोनों का खाना पीना एक जैसा हो जाए तो उसे मजबूरी या बेवकूफी समझा जाए, आपको बता दें की जालोर जिले में एक ऐसा गांव है जहां पशुओं के साथ मनुष्य भी पानी पीते हैं, परन्तु इनकी बेवकूफी नहीं मजबूरी है। जो एक ही तालाब का पानी पीते हैं।दरअसल जालोर के रायथल गांव मे इंसान व जानवर एक ही तालाब का पानी पीते हैं। यहां के हालात आदिकाल जैसे हैं। जिले के कई क्षेत्रों में लोगों को नर्मदा का शुद्ध व फ्लोराइड मुक्त पानी पीने को मिलता है। वहीं दूसरी ओर कई गांवों की स्थिति ऐसी है कि नर्मदा का पानी तो दूर की बात है, इनको सरकारी नल व टंकियां भी नसीब नहीं हैं। गांव के पास पानी का तालाब है। जिस पर ग्रामीण और पशु दोनों निर्भर हैं। पशु मल-मूत्र इस तालाब के अन्दर व आस-पास करते हैं और गांववासी यहां से पीने के लिए पानी लेकर जाते हैं। कपड़े धोने एवं नहाने का कार्य करते हैं। पेयजल व्यवस्था के बारे में जलदाय विभाग के अधिकारियों को इस बारे में पता नहीं है।
एक सवारी को उतारने के प्रयास में पूरी बस पलटी, आधा दर्जन जख्मी
अजमेर। अजमेर में सीआरपीएफ जीसी वन के समीप अजमेर से कोटा जा रही रोडवेज बस पलट गई बस में सवार 17 यात्रियों में से करीब आधा दर्जन यात्री जख्मी हुए है। घायलो को जेएलएन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।बस में सवार यात्रियों के अनुसार हादसा उस वक़्त हुआ जब बस चालक उदय लाल एक बच्चे को बस से उतारने के लिए गेट की तरफ देखा। इस दौरान तेज रफ़्तार बस डिवाईडर से टकरा कर पलट गई। हादसे से पुरे इलाके में हड़कंप मच गया। सुचना पाकर मौके पर पहुंचे 108 एम्बुलेंस से करीब आधा दर्जन घायलो को जेएलएन अस्पताल में उपचार के लिए ले जाया गया। इस घटना के बाद बस से पूरा डीजल सड़क पर बह गया। जिसकी वजह से आग लगने का खतरा उत्पन्न हो गया। मौके पर पहुची दमकल ने डीजल पर पानी डालकर हालात पर काबू पाया। इस दौरान रोडवेज के चीफ मैनेजर अनिल पारीक सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों का मानना है कि जांच के बाद ही हादसे का खुलासा होगा। मगर प्रथम दृष्टियां बस का एक्सल टूटने से हादसा होना प्रतीत होता है। यात्रियों के बयान से जाहिर है कि हादसा ड्राइवर की लापरवाही से हुआ है। ड्राईवर की गैर जिम्मेदाराना हरकत की वजह से बस में सवार यात्रियों की जान पर जोखिम आ गया। यह तो गनीमत रही कि हादसे में किसी की जान नही गई।
पत्नी के अवैध संबंधों के चलते पति ने उतारा मौत के घाट, खुद को भी लगाई फांसीदौसा। शहर के पटेल नगर में एक युवक ने पत्नी के अवैध संबंधों के शक के चलते मौत के घाट उतार दिया और बाद में खुद ने फ्रीज पर चढ़ कर फांसी लगा कर अंतिम लीला समाप्त कर ली। दरअसल मृतक दंपत्ति सिकराय के अचलपुरा गांव का निवासी है। घटना से पूर्व मृतक युवक ने अपने परिजनों को भी फोन किया था। परिवार को आत्महत्या के बारे में जानकारी दी, तो उन्होंने एक एक रिश्तेदार को भेजा, लेकिन उसके पहुंचने से पहले ही दोनों पति-पत्नी मौत के आगोश में समा चुके थे। मृतक के भाई ने बताया कि पति और पत्नी में करीब एक साल से एक दूसरे पर शक की लड़ाई चल रही थी।पुलिस ने बताया कि मृतक के पर्श के पास एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें पत्नी के चरित्र पर शक जाहिर किया है। मृतक विद्यार्थी था, लेकिन हाल में बेरोजगारी से जूझ रहा था। मृतक की पत्नी अंशुल सिकराय की रहने वाली थी। मृतका पत्नी टीचर थी। सूचना पर पहुंची कोतवाली थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवा दिया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
जयपुर। देर रात मेट्रो साईट पर हादसा, 250 साल पुराना मंदिर क्षतिग्रस्त
जयपुर। राजधानी के छोटी चोपड पर रविवार देर रात त्रिपोलिया बाजार में मेट्रो साइट पर काम कर रही क्रेन अचानक गिर पड़ी। क्रेन ने 250 वर्ष पुराने नवल किशोर मंदिर और उसके पीछे बने एक मकान को अपनी चपेट में ले लिया। मंदिर के गर्भगृह समेत छत और पीछे मकान में नुकसान हुआ है। हादसे से लोगों में हड़कंप मच गया।घटना की सूचना कोतवाली थाने में दी जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और इमारत में रह रहे आधा दर्जन परिवारो को अन्यत्र स्थान पर शिफ्ट कराय़ा बाद में पुलिस व मेट्रो के अधिकारियों मौके का मुआइना किया और इस दौरान अधिकारियो को स्थानीय लोगो के विरोध का भी सामना करना पड़ा। रात्रि में क्रेन को हटाने आये कर्मचारियो के मौके पर पहुंचते ही लोगो ने जमकर नारेबाजी जिसके चलते रात में कोई भी राहत कार्य नही हो पाया जिसके बाद अल सुबह जिला कलेक्टर कृष्ण कुणाल,मेट्रो सीएमडी एनसी गोयल मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरु करवाए जिसके बाद अब मौके पर राहत कार्य जारी है वही मेट्रो निर्माण का कार्य पुरी तरह बंद है। वहीं धरोहर बचाओ समिति के पदाधिकारीयो ने कलेक्टर से मुलाकात कर परोकोटे में पुरात्तव सर्वे कराए जाने तक मेट्रो निर्माण कार्य बंद करने की मांग की है।