रविवार, 8 मार्च 2015

आउटलुक पत्रिका के संस्थापक संपादक विनोद मेहता का निधन



नई दिल्ली। आउटलुक पत्रिका के संस्थापक संपादक तथा जाने माने स्तंभलेखक और वरिष्ठ पत्रकार विनोद मेहता का रविवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) में निधन हो गया। वह 73 वर्ष के थे। एम्स में उन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। मेहता ने द संडे ओब्जर्वर, द इंडिपेंडेंट और द पायनीर सहित कई सफल पत्र-पत्रिकाओं के प्रकाशन निकाले। इसके अलावा उन्होंने अभिनेत्री मीना कुमारी और राजनीतिज्ञ संजय गांधी की बायोग्राफी भी लिखी।




प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कई वरिष्ठ पत्रकारों ने मेहता के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की है। मोदी ने सोशल नेटवर्किग साइट टि््वटर पर लिखा, अपने विचारों में स्पष्ट और सीधे विनोद मेहता एक अच्छे पत्रकार और लेखक के रूप में याद किए जाएंगे। उनके परिवार को संवेदनाएं। बरखा दत्त ने कहा, आपकी आत्मा को शांति मिलें विनोद मेहता। राजदीप सरदेसाई ने कहा, एक प्रतिष्ठित संपादक और दोस्त का निधन। मृत्यु तक साहसी और कभी न झुकने वाले।
Outlook editor in chief Vinod Mehta passes away


सागरिका घोष ने कहा, मेरी सबसे पसंदीदा आउटलुक के बास विनोद मेहता हमें छोडकर चले गए। हम आपको बहुत याद करेंगे विनोद और भारत आपकी निडर आवाज को याद रखेगा। विभाजन के पहले पश्चिमी पंजाब के रावलपिंडी में जन्मे मेहता जब तीन वर्ष के थे तो उनका परिवार भारत आ गया था। उन्होंने लखनऊ में अपनी शिक्षा पूरी की। मेहता ने पत्रकार सुमिता पाल से शादी की। मेहता भारत के सबसे प्रतिष्ठित संपादकों में से एक थे। टीवी पैनलिस्ट के तौर पर वह अक्सर टीवी चर्चाओं में भाग लेते थे।  

जन्मदिन विशेष: पहली महिला सीएम बन राजे ने रचा इतिहास



दुनियाभर में रविवार को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है। वहीं राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का रविवार को जन्मदिन हैं। महिला दिवस पर महिला सशक्तिकरण का सबसे बड़ा उदाहरण खुद सीएम राजे है।



प्रदेशभर से सीएम राजे को जन्मदिन की बधाई दी जा रही है। भाजपा कार्यकर्ता मिठाई बांटकर महिला दिवस पर महिला शक्ति सीएम राजे का जन्मदिन मना रहे है।




रॉयल फैमिली में जन्मी वसुंधरा राजे ने प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री बन महिला शक्ति को जग जाहिर किया। राजे प्रदेश की दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने वाली पहली महिला भी है।




वसुंधरा राजे सिंधिया का जन्म 8 मार्च 1953 को ग्वालियर के राजपरिवार में हुआ था। राजे की स्कूली पढ़ाई तमिलनाडू के कोडीकनाल में हुई। मुंबई की सोफिया कॉलेज से राजे ने इकोनॉमिक्स और पॉलीटिकल साइंस में डिग्री ली।




वसुंधरा राजे का विवाह धौलपुर के पूर्व महाराजा हेमंत सिंह से 17 नवंबर 1972 में हुआ था। सीएम राजे के बेटे दुष्यंत सिंह भी झालावाड़ सीट से लोकसभा सदस्य है।




सीएम राजे की बहन यशोधरा राजे सिंधिया मध्य प्रदेश की उद्योग मंत्री है। सीएम राजे को देश की शक्तिशली महिलाओं में शुमार किया जाता है।

बिन फेरे की अनोखी बारात



भरतपुर। अनौखी बारात में रंगों से पुते सतरंगी चेहरे, गले में गूलरी, पदवेश व फलों की माला पहने रंग में सराबोर नाचते-गाते बाराती। कुछ ऐसा ही नजारा शुक्रवार को धुलण्ड़ी पर निकली अजीबो-गरीब बारात का रहा। वर्षों से चली आ रही परम्परा के अनुसार इस बार होली के मौके पर एक मुस्लिम युवक को दुल्हा बनाकर बारात निकाली गई।




रंगों में सराबोर होकर बैण्डबाजे की धुन पर बारात पुराना बिजलीघर खिरकारी से शुरू होकर सपाट, बस स्टैण्ड, हिण्डौन रोड, हॉस्पीटल रोड, पुरानी सब्जी मंडी, सर्राफा बाजार, पुरानी अनाज मण्डी होते जैन मन्दिर पहुंची। रास्ते में रंगबिरंगे बाराती धूल, गोबर, कीचड, मिटï्टी उड़ाते नाचते गाते जयघोष करते चल रहे थे।




बारातियों ने जैन मंदिर के मुख्य द्वार पर तोरण रस्म की अदा की और बारातियों ने दुल्हे राजा के पदवेश से पिटाई की और बाराती पुन: घर चले गए। इस बारात का लोगों को सुबह से ही इंतजार रहता है। इस बारात के निकल जाने पर ही लोग घरों में होली खेलते हैं। इस बारात की यह मान्यता है कि जिस युवक की शादी में कोई अड़चन आ रही हो।


उसे ही धुलण्डी के दिन दूल्हा बनाकर लाया जाता है और पादुकाओं की माला पहना कर सिर पर मटकी में अग्नि को रखकर बारात निकाली जाने पर उसकी शादी हो जाती है।

बाड़मेर के एक गाँव में बेटी को स्कूल न भेजने पर लगता है जुर्माना


बाड़मेर (चन्दन भाटी) पंद्रह साल पहले खुद गांव वालों के बनाए नियम ने बाड़मेर से 25 किलोमीटर दूर डूंगेरों का तला गांव की बेटियों की तकदीर संवार दी। यह ऐसा गांव है जहां घर की बेटी को स्कूल नहीं भेजने पर जुर्माना लगता है। नतीजा हर बेटी यहां पढऩे जाती है । 20 साल पहले यहां एक भी लड़की पढ़ी-लिखी नहीं थी। दो दशक पहले तक समाज में फैली कुरीतियों के कारण ग्रामीण बेटियों को स्कूल भेजने से कतराते थे। 1995 में एक सामाजिक सम्मेलन में इस बारे में चर्चा छिड़ी। इसके बाद गांव के बड़े-बुजुर्गो ने एक मंच पर बैठकर हर घर की बेटी को शिक्षित करने का नियम बना दिया। इस नियम का पालन नहीं करने पर जुर्माना वसूलने का निर्णय लिया गया। गांव में केवल उच्च प्राथमिक स्तर तक का स्कूल है। ऐसे में बालिकाओं को आगे की पढ़ाई के लिए रोज छह किलोमीटर पैदल चलकर सनावड़ा गांव स्थित सीनियर सैकेंडरी स्कूल जाना पड़ता है । बावजूद इसके यह दृढ़ संकल्प का नतीजा ही है कि दो सौ परिवारों वाले डूंगेरों का तला में छात्र 180 और छात्राए 225 हैं । आज भी यहां की कई ढाणियों में बिजली नहीं है । छात्राएं चिमनी की रोशनी में पढ़ाई करती हैं। इस नियम से प्रेरित होकर पड़ोसी गांव रामदेरिया व हाथीतला के ग्रामीणों ने भी अपनी बेटियों को स्कूल भेजना शुरू कर दिया है । डूंगेरों का तला की छात्राओं ने खेलों में अपने दमखम से राष्ट्रीय स्तर पर जिले का नाम रोशन किया । राजकीय सीनियर सैकेंडरी स्कूल सनावड़ा में पढ़ रही छात्राएं राज्य स्तर पर खो-खो में पिछले दस वर्षो से बाड़मेर जिले का प्रतिनिधित्व कर रही हैं । छात्रा माया, वीरो, नेमी, प्रिया का खो-खो प्रतियोगिता के लिए राष्ट्रीय स्तर पर चयन हुआ। इसी तरह उच्च प्राथमिक स्कूल डूंगेरों का तला की तीन छात्राएं भी राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुकी हैं। यह टीम पिछले पांच साल से राज्य स्तर पर प्रथम स्थान हासिल कर रही है |

सीकर हिस्ट्रीशीटर सरपंच की गाड़ी अभेद्य



सीकर

आर्म्स एक्ट व हत्या के प्रयास प्रकरण में गिरफ्तार खूड़ का आदतन अपराधी (हिस्ट्रीशीटर) रिछपाल फौजी अभेद्य (बुलेटप्रूफ) वाहनों में घूमता था। रिछपाल वर्तमान में खूड़ का सरपंच भी है।

रिछपाल और उसके साथी भीखणवासी निवासी लक्ष्मण जाट को पुलिस ने गुरुवार रात गिरफ्तार किया था। दोनों आरोपितों को शनिवार को न्यायाधीश के समक्ष पेश किया गया, जहां से न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।




अपर पुलिस अधीक्षक प्रकाश शर्मा ने बताया कि आरोपितों के पास से दो बुलेटप्रूफ समेत चार गाडिय़ां, रिवॉल्वर व इसके 61 जिंदा कारतूस, बंदूक, नई बंदूक के दो बट व बैरल तथा चार तलवार जब्त की हैं।




गिरफ्तारी की कार्रवाई बसंत विहार स्थित विनायक हॉस्पिटल के पास की गई। इस दौरान रिछपाल व उसके साथी चार गाडिय़ों में सवार होकर आपराधिक वारदात को अंजाम देने जा रहे थे। दबिश के दौरान दो अन्य साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।




गुर्गों के पास भी बुलेटप्रूफ कार

पुलिस ने बताया कि फौजी के साथ उसके गुर्गे भी दूसरी बुलेटप्रूफ गाड़ी में साथ चलते थे। वाहनों में खुद की सुरक्षा के साथ गोलीबारी करने के भी पुख्ता इंतजाम हैं। गाड़ी में बनी छोड़ी खिड़कियों से चारों तरफ गोलियां दागी जा सकती हैं। ये खिड़कियों अंदर की तरफ ही बदं होती है। सेना की गाडिय़ों की तरह इस वाहन की छत भी अंदर खुलती है, जिस पर बंदूक लगाकर फायर किया जा सकता है। गाड़ी की बॉडी में भी बुलेटप्रूफ प्लेटें लगी हैं।




पंजाब से खरीदे वाहन

पुलिस ने बताया कि सेना की गाडिय़ों की तरह गाड़ी में मजबूत टायर लगे हैं। ये विशेष गाडिय़ां कहां तैयार हुई हैं आरोपित इसकी सही जानकारी पुलिस को नहीं दे रहे हैं। सिर्फ इतना बताया कि दोनों गाडिय़ां तीन वर्ष पहले उसने पंजाब से खरीदी थी।




17 मामले हैं दर्ज

पुलिस ने बताया कि आरोपित रिछपाल उर्फ फौजी के खिलाफ हत्या, अपहरण और धमकाने जैसे गंभीर 17 मामले दर्ज हैं। आरोपित ने पुलिस की नाक में दम कर रखा था। कई मामले में वांछित चल रहे फौजी को पकडऩे के लिए पुलिस तैयारी कर रही थी। आखिर वह हत्थे चढ़ गया।

नए सत्र से स्कूलों में गर्मियों में छुट्टी कम, सर्दियों में ज्यादा



जयपुर

नए शिक्षा सत्र से स्कूलों में गर्मी की छुटि्टयां एक सप्ताह कम हो जाएंगी। अब एक जुलाई के बजाय 23 जून को स्कूल खुलेंगे। जबकि शीतकालीन अवकाश एक सप्ताह बढ़ जाएंगे।



शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि सर्दियों में स्कूली बच्चों को होने वाली परेशानी के मद्देनजर ऎसा हो रहा है।




देखा गया है कि पिछले कुछ वर्षो से जिला कलक्टरों को अपने स्तर पर सर्दियों की छुटि्टयां बढ़ानी पड़ती हैं। उन्होंने बताया कि ये कवायद प्रदेश के स्कूलों के कलेंडर को सीबीएसई की तर्ज पर बनाए जाने के क्रम में की जा रही है।




प्रोटोकॉल में लेने नहीं आएंगे शिक्षाधिकारी

देवनानी ने निर्देश जारी कर कहा कि प्रदेश में कहीं भी जाने पर प्रोटोकॉल अधिकारी के रूप में शिक्षा अधिकारी उन्हें लेने नहीं आएं। इसके अलावा फूल-मालाओं और साफों से भी उनका स्वागत नहीं किया जाए।




विरोध में उठे स्वर

प्रदेश के शिक्षक संगठनों ने गर्मियों की छुटि्टयां कम करने का विरोध किया है। उनका कहना है, 23 जून तक भीषण गर्मी होती है। मई में स्कूल बंद होने से पहले कुछ दिन बढ़ाए जा सकते हैं।




ये भी कीं घोषणाएं

33 करोड़ रूपए विज्ञान संकाय वाले 3300 स्कूलों में लैब के लिए।

2.68 लाख बच्चों को मार्च के अंत तक साइकिल वितरण।

27 हजार मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप। 8वीं, 10वीं और 12वीं के प्रथम 6,000 मेरिट वाले 18,000 शामिल। शेष जिला मेरिट से।

13,000 व्याख्याताओं की भर्ती होगी। 8,500 पद डीपीसी, 4,500 पद आरपीएससी से भरे जाएंगे।

प्रदेश में आदर्श स्कूल के लिए जयपुर में स्टूडियो का निर्माण।

इस अद्भुत शिवलिंग पर हर 12 साल में गिरती है बिजली

सृष्टि के कण-कण में शिव समाए हुए हैं। यह दुनिया उनकी शक्ति की एक अभिव्यक्ति मात्र है। भगवान भोलेनाथ की महिमा अपार है। वे स्वयं निराले हैं और उनके मंदिर भी अनोखे। भारत में एक ऐसा शिव मंदिर भी है जहां हर 12 साल बाद शिवलिंग पर भयंकर बिजली गिरती है। बिजली के आघात से शिवलिंग खंडित हो जाता है लेकिन पुजारी इसे मक्खन से जोड़ देते हैं और यह पुनः अपने ठोस आकार में परिवर्तित हो जाता है।


यह अनोखा मंदिर हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में स्थित है। इसका नाम है - बिजली महादेव मंदिर। कुल्लू और भगवान शिव के इस मंदिर का बहुत गहरा रिश्ता है। कुल्लू शहर में ब्यास और पार्वती नदी के संगम स्थल के नजदीक एक पहाड़ पर शिव का यह प्राचीन मंदिर स्थित है।
ऐसी मान्यता है कि प्राचीन समय में यहां एक विशाल अजगर रहता था। जगत के कल्याण के लिए भगवान शिव ने उसका वध किया था। असल में वह एक दैत्य था। उसका नाम कुलांत था। वह रूप बदलने में माहिर था और अजगर का रूप भी धारण कर सकता था।
एक बार कुलांत अजगर का रूप धारण कर इस इलाके के मथाण गांव में आ गया। यहां वह ब्यास नदी के पास कुंडली मार कर बैठ गया। इससे नदी का पानी वहीं रुक गया और जल स्तर बढ़ने लगा। बढ़ते जल स्तर से यहां के लोगों का जीवन संकट में पड़ गया। भगवान शिव ने भक्तों की पीड़ा सुनी और कुलांत के कान में बोले, तुम्हारी पूंछ में आग लग गई है।
घबराकर कुलांत अपनी पूंछ देखने के लिए पीछे मुड़ा। तभी भगवान शिव ने उस पर त्रिशूल का वार कर दिया। कुलांत का शरीर बहुत विशाल था। कालांतर में वहां एक पर्वत बन गया। इस दैत्य का वध करने के बाद शिव ने इंद्र को आदेश दिया कि वे हर 12 साल में एक बार इस जगह पर बिजली गिराएं। कहा जाता है कि तब से यह सिलसिला लगातार जारी है। लोगों ने 12 साल के अंतराल में यहां बिजली गिरते देखी है।

बिजली गिरने के बाद शिवलिंग चकनाचूर हो जाता है। मंदिर के पुजारी शिवलिंग के अंश मक्खन से जोड़कर पुनः लगा देते हैं। शिव के चमत्कार से वह फिर से ठोस बन जाता है। जैसे कुछ हुआ ही न हो। 

बिजली शिवलिंग पर गिरने के बारे में यहां के लोग कहते हैं कि शिव नहीं चाहते थे कि बिजली गिरे तो जीव-जंतुओं और इंसानों को इसका नुकसान हो। चूंकि शिव स्वयं सर्वशक्तिमान हैं, इसलिए वे खुद यह आघात सहन कर लेते हैं। धन्य हैं भगवान शिव जो जगत के लिए विष हो या वज्रपात, सब स्वीकार कर लेते हैं। 

शनिवार, 7 मार्च 2015

मुफ्ती सरकार ने की भाजपा के विरोध की अनदेखी, अलगाववादी नेता मशरत आलम को रिहा किया



जम्मू : जम्मू-कश्मीर में मुफ्ती मोहम्मद सईद की सरकार ने भारतीय जनता पार्टी के विरोध को दरकिनार करते हुए शनिवार को मुस्लिम लीग और हुर्रियत कांफ्रेंस के नेता मशरत आलम को बारामूला जेल से रिहा कर दिया। सईद सरकार के इस फैसले से पीडीपी और भाजपा में टकराव बढ़ना तय माना जा रहा है।
मुफ्ती सरकार ने की भाजपा के विरोध की अनदेखी, अलगाववादी नेता मशरत आलम को रिहा किया


आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि 2008 एवं 2010 में घाटी में पथराव आंदोलन की अगुवाई करने वाले 44 वर्षीय मशरत आलम को बारामुला जिला जेल से बाहर निकाला गया। उसे वहां से शहीदगंज पुलिस थाने ले जाया गया जहां उसे उसके परिजनों को सौंप दिया गया।




आलम को एक समय कट्टरपंथी नेता सैयद अली शाह गिलानी का करीबी समझा जाता था। वर्ष 2010 में जब वह हड़ताल और पथराव आंदोलन की रूपरेखा तय कर रहा था उसी समय उस पर नकद इनाम घोषित किया गया था। पुलिस ने जब राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए उसकी तलाश शुरू कर दी तो वह भूमिगत हो गया।




आलम को अक्तूबर 2010 में शहर के बाहरी क्षेत्र हरवान इलाके से पकड़ा गया। पुलिस एवं केन्द्रीय एजेंसियों ने उसे पकड़ने के लिए एक अभियान चलाया था।




उसे मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के आदेश के बाद रिहा किया गया। सईद ने एक मार्च को राज्य में सत्ता की बागड़ोर संभालने के बाद सभी राजनीतिक बंदियों को जेल से रिहा करने का निर्देश दिया था।




जब इस बात की ओर ध्यान दिलाया गया कि मशरत आलम जैसे कुछ ही लोग हैं जिन्हें शुरू में राजनीतिक कैदी के रूप में कैद किया गया पर बाद में अन्य मामलों में कथित संलिप्तता के बाद उस पर धारा 121 (देश के विरूद्ध युद्ध छेड़ना) लगा दी गयी तो मुख्यमंत्री ने उसकी रिहाई के आदेश जारी किये। आलम की मुस्लिम लीग गिलानी के नेतृत्व वाले हुर्रियत के कट्टरपंथी धड़े का हिस्सा है। उसे उस राष्ट्र विरोधी प्रदर्शनों को हवा देने में कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया था जिसमें 120 से ज्यादा लोग मारे गये थे और हजारों अन्य घायल हो गये थे।




वर्ष 2010 में भूमिगत रहने के कारण आलम सीमा पार के अपने आकाओं के करीबी संपर्क में था और उसने गिलानी को हाशिये पर डालते हुए कट्टरपंथी अलगाववादी राजनीति में मुख्य भूमिका निभानी शुरू कर दी।

माउंट आबू(सिरोही) पत्नी की हत्या कर पति फरार



माउंट आबू(सिरोही). देलवाड़ा ओरिया मार्ग स्थित एक फार्म हाउस पर शुक्रवार को एक व्यक्ति अपनी पत्नी की हत्या कर फरार हो गया। पुलिस ने मौके से हत्या में प्रयुक्त डंडे समेत अन्य सामान बरामद कर मामला दर्ज किया है।

थाना प्रभारी सज्जनङ्क्षसह के अनुसार शुक्रवार शाम करीब सात बजे उत्तरायण फार्म हाउस पर एक महिला की हत्या की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, जहां मृतका पार्थी (25) पत्नी रमेश का शव बरामद हुआ। मौके पर पार्थी की हत्या में प्रयुक्त डंडा व अन्य सामान भी पड़ मिला। मौके पर पहुंचे मृतका के परिजनों ने शव उठाने से इंकार कर दिया। काफी समझाइश के बाद परिजन मृतका का शव उठाने को राजी हुए। पोस्टमार्टम के बाद मृतका के पिता भीमाना (पाली) निवासी वगता पुत्र जोराराम व अन्य परिजनों को शनिवार को शव सौंपा गया। मृतका की शादी तीन साल पहले हुई थी तथा उसकी एक बच्ची भी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतका के दोनों पांव, सिर व दाहिने हाथ पर कई चोटें तथा गले पर कई जगह खरोंच के निशान होना बताए गए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस मृतका के पति रमेश की तलाश कर रही है।

सांचौर (जालोर).कुकर्म के बाद आठ वर्षीय बच्चे की हत्या

सांचौर (जालोर). नगर के श्रीराम कॉलोनी स्थित खाली भूखंड में शुक्रवार देर रात आठ वर्षीय बालक का क्षत-विक्षत शव मिला। बालक के सिर पर पत्थर के कई निशान मिले हैं। पुलिस ने शनिवार शाम एक नाबालिग को पुलिस संरक्षण में लिया, जिसने कुकर्म के बाद पत्थर से मारने की बात कबूली है।

पुलिस के अनुसार धुलंडी पर शुक्रवार को श्रीराम कॉलोनी में भील एवं बंजारा समाज की ओर से गेर उत्सव था। गेर के बाद श्रीराम कॉलोनी निवासी हरिराम का आठ वर्षीय पुत्र घर नहीं लौटा। उसने पुत्र की तलाश शुरू की। इस दौरान पास स्थित एक खाली भूखंड में पुत्र का शव पड़ा मिला। उसके सिर पर पत्थर के कई वार थे तथा कपड़े अस्त व्यस्त थे। देर रात पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार मौके पर पहुंचे।


पुलिस ने शुक्रवार को हत्या के आरोपित को गिरफ्तार करने के लिए अलग-अलग दल बनाकर गेर उत्सव में मौजूद लोगों से पूछताछ शुरू की। इस दौरान संदेह के आधार पर पुलिस ने एक नाबालिग से पूछताछ की तो उसने कुकर्म के बाद झगड़ा होने के कारण पत्थर मारकर हत्या करने की बात कबूल कर ली।

सरहद पर जवानो का धमाल होली का ,पाकिस्तान को मिठाई नहीं

सरहद पर जवानो का धमाल होली का ,पाकिस्तान को मिठाई नहीं 



बाड़मेर भारत पाकिस्तान की सरहद पर देश की सुरक्षा को जुटे सीमा सुरक्षा बल के जवान रंगोत्सव पर्व होली बड़ी सिद्दत से धूमधाम से मना रहे हैं ,देश के पश्चिमी सरहद स्थित बाड़मेर जिले की सरहद पर स्थित सीमा सुरक्षा बल की अग्रिम चौकियों पर जवानो में जमकर होली खेली ,प्यार मोहब्बत और देश भक्ति के रंगो से सरोबार होली के पर्व को आनंद के साथ खेल ,अपने घरो और परिवार से दूर सरहद पर जवान होली के उल्लास में दुबे हैं ,



इधर दिवाली के बाद एक बार फिर पाकिस्तान ने भारत को और भारत ने पाकिस्तान को मिठाई और शुभकामनाओ का आदान  किया ,इस बार दोनों देशो ने मिठाई से परहेज रखा ,जबकि हर साल होली पर पाकिस्तानी रेंजर भरिय जवानो और भारतीय जवान पाक रेंजर्स को मिठाई भेंट करते हैं। 

शुक्रवार, 6 मार्च 2015

पूर्व केन्द्रय मंत्री जसवंत सिंह ने होली की शुभ कामनाए प्रेषित की ,खुशहाली की कामना की

पूर्व केन्द्रय मंत्री जसवंत सिंह ने होली की शुभ कामनाए प्रेषित की ,खुशहाली की कामना की 



रंगों के पवित्र पर्व होली पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह जसोल  ने प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।उन्होंने बाड़मेर जैसलमेर की जनता का आभार भी जताया की संकट की घड़ी में उनका साथ और स्नेह रहा ,उन्होंने स्नेह को बनाये रखने पर आभार जताया ,उन्होंने बाड़मेर जैसलमेर के विकास और प्रगति की कामना की ,

इस अवसर पर सिंह ने कहा है कि होली का पर्व सभी के जीवन में खुशियों और उन्नति की सौगात लेकर आए और त्यौंहार की यह उमंग देश और प्रदेश की प्रगति की सूत्रधार बने।

जसवंत सिंह ने कहा कि होली के अवसर पर लोगों के दिलों में छाया सामाजिक समरसता, धार्मिक सद्भाव और आपसी भाईचारे का जज्बा वर्ष पर्यन्त कायम रहे ताकि देश व प्रदेश में शान्ति और सद्भावना का वातावरण बना रहे।

महिला कांस्टेबल ने की खुदकुशी



जयपुर

राजधानी जयपुर में गुरूवार को एक महिला कांस्टेबल ने अपने घर में फंदे लटकर कर खुदकुशी कर ली। महिला कांस्टेबल पुलिस लाइन में तैनात थी।



पुलिस के अनुुसार पुलिस लाइन में तैनात महिला कांस्टेबल निशा राठौड़ ने मानसरोवर थाना इलाके के पवन नगर में स्थित अपने घर पर फंदे पर झूलकर खुदकुशी कर ली।




सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतका के शव को अपने कब्जे में लेकर उसे मुर्दाघर में रखवाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है आखिर महिला कांस्टेबल ने खुदकुशी क्यों की।

होलिका दहन को लेकर झगड़े में पांच घायल



सिरोही

कोतवाली थाना क्षेत्र के खाम्बलगांव में गुरूवार शाम को होलिका दहन के दौरान हुई कहासुनी के चलते एक पक्ष ने तलवारों से हमला कर पांच जनों को घायल कर दिया।



कोतवाली पुलिस के अनुसार खाम्बल में शाम को रोजाना की तरह गांव के मंगलसिंह, भंवरसिंह समेत कुछ लोग कार में सवार होकर होलिका दहन के लिए स्थल पर जा रहे थे।




इस दौरान कुछ लोग तलवारें लेकर पहुंचे और कार में सवार लोगों पर हमला बोल दिया। जिससे कार में सवार पांच लोग घायल हो गए। हमलावर भाग गए।




सुचना पर तत्काल पुलिस मौके पर पहुंची। घायलों को सिरोही में भर्ती करवाया गया। हालांकि बाद में गांव के लोगों ने भी होलिका दहन कर दिया था।पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

गुरुवार, 5 मार्च 2015

नागालैंड में बलात्कार के आरोपी को जेल से निकालकर भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला, चौराहे पर लगाई फांसी



नई दिल्ली: दीमापुर सेंट्रल जेल से एक बलात्कार के आरोपी को गुस्से में आई भीड़ ने पहले जेल से निकाला और फिर उसको इतना पीटा की उसकी मौत हो गई। जानकारी ये भी है कि कई और कैदी भी जेल से भाग गए हैं। इसीलिए कैदियों की गिनती भी की जा रही है। दूसरी तरफ नागालैंड पुलिस ने गृह मंत्रालय से और फ़ोर्स भी मांगी है और आर्मी को भी अलर्ट कर दिया गया है।
Nagaland: Angry crowd breaks jail in Dimapur, lynched rape accused, hanged him in public


गृह मंत्रालय के मुताबिक घटना शाम चार बजे की है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने एनडीटीवी को बताया, "जेल को स्थानीय पुलिस और जेल गार्ड्स गार्ड कर रहे थे, लेकिन वो उस आरोपी को बचा नहीं सके।" मौके पर पुलिस का कहना था कि इतनी भीड़ देखकर वह समझ नहीं पाए कि क्या करना है।




उस अधिकारी के मुताबिक इस घटना का असर कानून व्यवस्था पर भी पड़ा है क्योंकि पुलिस लाचार बन तमाशा देखती रही। "सीआरपीएफ़ के जवानों को जब तक निर्देश नहीं दिए जाते वो कार्रवाई नहीं करते।"




उन्होंने कहा, लगभग 600 लोगों ने दोपहर को दीमापुर सेंट्रल जेल पर हमला बोला। जिस लड़की का बलात्कार हुआ था वो एक ट्राइबल थी। भीड़ गुस्से में थी। पहले भीड़ ने जेल पर हमला किया। आरोपी को वहां से निकाला करीब सात किलोमीटर उसे घसीटा जिस के कारण उसकी मौत हो गई। फिर भीड़ ने उसे (अब लाश को) सड़क के एक चौक पर फांसी लगा दी।




गृह मंत्रालय की माने तो इस घटना का असर आस पास इलाकों पर होगा खासकर असम में इसीलिए अलर्ट जारी कर दिया गया है।