इंडोनेशिया का सुमात्रा द्वीप आज रिक्टर स्केल पर 8.6 तीव्रता के भूकंप से हिल उठा। इंडोनेशियाई प्रशासन ने बताया है कि भूकंप के बाद भूकंप के बाद आने वाले झटके (आफ्टरशॉक) महसूस किए गए हैं। इन झटकों की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.5 आंकी गई है। अमेरिकी मौसम विभाग के मुताबिक उत्तरी सुमात्रा के पश्चिमी तट पर एसे नाम की जगह पर समुद्र के 33 किलोमीटर अंदर भूकंप का केंद्र है। एसे 2004 में दक्षिण एशिया में आई विनाशकारी सुनामी के लिए जिम्मेदार भूकंप के केंद्र के बहुत नजदीक है। इंडोनेशिया के प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए सुनामी की चेतावनी दी है। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने कहा है कि सुनामी का खतरा तो नहीं है, लेकिन उनका देश पूरी तरह से तैयार है। भूकंप को देखते हुए 28 देशों में सुनामी अलर्ट जारी किया गया है। इन देशों में थाईलैंड, सिंगापुर, श्रीलंका, मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया भी शामिल हैं।
भूकंप के झटके हिंद महासागर से सटे भारतीय इलाकों में भी महसूस किए गए हैं। इसमें असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और अंडमान निकोबार शामिल है। कोलकाता में कई इमारतों में दरार देखी गई है। यहां करीब 20 सेकेंड तक भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। कोलकाता में भूकंप के बाद मेट्रो को रोक दिया गया है। मुंबई से 150 किलोमीटर दूर समुद्र में भी भूकंप की सूचना है। हालांकि, अभी तक कहीं भी जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने कहा है कि हिंद महासागर में कहीं भी सुनामी आने की आशंका नहीं है। एनडीएमए ने कहा है कि तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश की सरकारों से वह संपर्क में है। इसके अलावा प्राधिकरण किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार है। भारत के पूर्वी तट से सटे इलाकों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। एनडीएमए के उपाध्यक्ष शशिधर रेड्डी ने कहा है कि अंडमान-निकोबार में ऊंची लहरें नहीं देखी गई हैं और इस इलाके में सुनामी आने की आशंका नहीं है।
भूकंप के झटके हिंद महासागर से सटे भारतीय इलाकों में भी महसूस किए गए हैं। इसमें असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और अंडमान निकोबार शामिल है। कोलकाता में कई इमारतों में दरार देखी गई है। यहां करीब 20 सेकेंड तक भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। कोलकाता में भूकंप के बाद मेट्रो को रोक दिया गया है। मुंबई से 150 किलोमीटर दूर समुद्र में भी भूकंप की सूचना है। हालांकि, अभी तक कहीं भी जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने कहा है कि हिंद महासागर में कहीं भी सुनामी आने की आशंका नहीं है। एनडीएमए ने कहा है कि तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश की सरकारों से वह संपर्क में है। इसके अलावा प्राधिकरण किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार है। भारत के पूर्वी तट से सटे इलाकों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। एनडीएमए के उपाध्यक्ष शशिधर रेड्डी ने कहा है कि अंडमान-निकोबार में ऊंची लहरें नहीं देखी गई हैं और इस इलाके में सुनामी आने की आशंका नहीं है।