सोमवार, 13 जून 2011

बाडमेर पुलिस के जवान देखेंगे शैतान



बाडमेर पुलिस के जवान देखेंगे शैतान

बाडमेर सीमावर्ती बाडमेर जिले के समस्त पुलिस के जवानों को नई थ्रिलर फिल्म शैतान दिखाई 

जाऐगी।पुलिस अधीक्षक संतोष चालके ने बताया कि पुलिस की कार्य प्रणाली को शैतान फिल्म में बेहतर 

तरीके से दिखाया गया हैं।पलिस के समस्त जवानों को शैतान फिल्म मंगलवार को दिखाई जाऐगी।

क्या है शैतान फिल्म में शहरी युवकों में से कुछ हमेशा कगार की जिंदगी जीते हैं। उनकी जिंदगी रोमांचक घटनाओं से भरी होती है। वे अपने जोखिम से दूसरों को आकर्षित करते हैं। ऐसे ही युवक दुनिया को नए रूपों में संवारते हैं। सामान्य और रुटीन जिंदगी जी रहे युवकों को उनसे ईष्र्या होती है, क्योंकि वे अपने संस्कारों की वजह से किसी प्रकार का जोखिम लेने से डरते हैं। उनकी बेचैनी और उत्तेजना से ही दुनिया खूबसूरत होती है। कगार की जिंदगी में यह खतरा भी रहता है कि कभी फिसले तो पूरी तबाही ... विजय नांबियार की फिल्म शैतान ऐसे ही पांच युवकों की कहानी है। उनमें कुछ अमीर हैं तो कुछ मिडिल क्लास के हैं। सभी के जीवन में किसी न किसी किस्म की रिक्तता है, जिसे भरने के लिए वे ड्रग, दारू, सेक्स और पार्टी में लीन रहते हैं।
 विजय नांबियार की शैतान और अनुराग कश्यप की पहली फिल्म पांच में हालांकि सालों का अंतर है, फिर भी कुछ समानताएं हैं। इन समानताओं ने ही दोनों को जोड़ा होगा। फिल्म बिरादरी के अस्वीकार ने दोनों को निर्माता और निर्देशक के तौर पर नजदीक किया है। अनुराग कश्यप कगार पर जी रहे लोगों की घुप्प अंधेरी दुनिया में झांकने के साथ उन्हें पेश करने का कलात्मक जोखिम उठाते रहे हैं। धीरे-धीरे उनका एक दर्शक समूह बन गया है,जो मुख्य रूप से शहरी, अराजनीतिक, अराजक, स्वतंत्र और निर्बध स्वभाव का है। यह फिल्म उन दर्शकों के लिए यह फिल्म घुट्टी की तरह असरकारी साबित होगी। विजय नांबियार अपने विषय के प्रति आश्वस्त हैं। उनका आत्मविश्वास ही फिल्म को आक्रामक और दर्शनीय बनाता है। कई जगहों पर ठहरने और ठिठकने के बावजूद फिल्म बांधे रखती है। खास कर इंटरवल के बाद कहानी के आकस्मिक मोड़ रोमांच बढ़ाते हैं। शैतान हिंदी फिल्मों की नैरेटिव परंपरा से अलग राह पकड़ती है। किसी सकारात्मक निष्कर्ष और निदान तक पहुंचने की लेखक और निर्देशक ने कोशिश नहीं की है। यह उनका ध्येय भी नहीं है। 21 वीं सदी का सिनेमा बदल रहा है, लेकिन हिंदी फिल्मों के पारंपरिक दर्शकों को शैतान पसंद नहीं आएगी। मैं केवल चवन्नी छाप या स्टाल के दर्शकों की बातें नहीं कर रहा हूं। आखिर कितने दर्शक शहरी अमीरजादों की ऐसी जिंदगी से वाकिफ हैं। उनके लिए शैतान किसी दु:स्वप्न की तरह होगी।  शैतान हिंदी के नए सिनेमा की बानगी है। अनुराग और विजय ने किसी स्टार का सहारा नहीं लिया है। फिल्म का स्टार इसकी उलझी कहानी और किरदारों का निर्वाह है। फिल्म अधपकी या अनगढ़ लग सकती है, लेकिन यही इसकी खूबी है। यह कारपोरेट की देखरेख में आ रहा परफेक्ट प्रोडक्ट नहीं है। कुछ पहलू खुरदुरे और नुकीले हैं। कलाकारों ने अपने किरदारों को उनके मिजाज के अनुसार निभाया है। परफरमेंस में आई घबराहट किरदारों के नेचर से मैच करती है। ऐसी फिल्मों में अस्पष्ट संवाद अदायगी की समस्या बढ़ती जा रही है,पर बुदबुदाना और फुसफुसाना ही नया ट्रेंड है। कुछ सुनाई पड़ता है और कुछ अनसुना रह जाता है। जो अनसुना रह गया वह युवा दर्शकों तक संप्रेषित हो पाता है क्या? यह सवाल अनुराग से है और विजय से भी। शैतान की खूबी पाश्‌र्र्व में चल रहा समीचीन संगीत है। ये ध्वनियां पहले नहीं सुनाई पड़ीं, लेकिन ऐसी भाव स्थितियां भी तो पर्दे पर पहले नहीं दिखाई पड़ीं। दिग्भ्रमित और स्तंभित किरदारों के बीच का तनाव अनियंत्रित घटनाक्रमों से बढ़ता और आकस्मिक उबाल लेता है। इस फिल्म में यह साफ दिखता है कि शहरी माता-पिता अपनी संतानों के जीवन के उथल-पुथल से दूर करिअर के दांव-पेंच,रिश्तों की गुत्थियों और अनजान संबंधों को उलझे हैं। शहरी 21 वीं सदी के उपभोक्ता समाज में अलगाव की भावना से जूझ रहे हैं। यह अलगाव पूंजीवाद के विकास के साथ आए अलगाव से भिन्न और निर्मम है। सचमुच स्थिति चिंताजनक है शहरी अमीरों की।
 शैतान नया अनुभव है। यह रोमांचक तरीके से शहरी जीवन की आभिजात्य विसंगतियों को पेश करता है। युवा निर्देशक इन दिनों पक्ष न रखने को अपनी खासियत मान रहे हैं,लेकिन यह एक प्रकार से उनकी सीमा और कमी ही है। फिल्म में निर्देशक का स्वर सुनाई पड़़े और एंगल दिखाई पड़े तो तृप्ति मिलती है। जिय पक्षहीन होने के बावजूद अपने सिनेमा से उम्मीद जगाते हैं। उनकी एक शैली है,जो अनुभव और कुछ फिल्मों के बाद आकार ले सकती है।

पत्नी के हत्यारे की जमानत खारिज


जोधपुर। गौना कराने के छह महीने बाद ही पसंद नहीं आने पर पत्नी की हत्या करने वाले की राजस्थान हाईकोर्ट ने जमानत खारिज कर दी है। यह आदेश अवकाशकालीन न्यायाधीश संदीप मेहता ने प्रार्थी आरोपी सांवलजी का बेरा बालेसर सत्ता निवासी राजू राम माली के जमानत आवेदन की सुनवाई में दिए।

मामले के अनुसार 13 जून 2010 को पुलिस थाना बालेसर में शिकायत कर्ता मोतीराम ने शिकायत की कि उसकी लड़की मंजू की शादी बालेसर निवासी राजू राम के साथ डेढ़ वर्ष पहले हुई थी। जिसका गौना 6 माह पहले किया था। शिकायत के अनुसार अभियुक्त मृतका मंजू को कहता था कि वह उसे पसंद नहीं है तथा वह दूसरी शादी करेगा।


12 जून 2010 को मंजू अपने ससुराल में संदिग्ध अवस्था में मृत पाई गई जिसकी सूचना उन्हें सरपंच बाबूलाल व नारायण राम ने गांव आकर दी। अदालत में राजकीय अधिवक्ता महीपाल विश्नोई ने आरोपी के जमानत आवेदन का यह कहते हुए विरोध किया कि मृतका की ससुराल में संदिग्ध अवस्था में मृत्यु हुई है तथा इसकी एफ एसएल जांच रिपोर्ट आनी बाकी है।

पत्नी की मौत, अगले दिन पति और बेटी भी फंदे पर लटके

जयपुर में सोमवार को एक सनसनीखेज मामला सामने आया, जिसमें रविवार शाम को एक महिला की जहर खाने से संदिग्ध परिस्थितयों में मौत हो गई। लेकिन अगले ही दिन उसके पति और बेटी के शव भी एक फार्म हाउस मे फंदे से लटके मिले। जानकारी के अनुसार पति पत्नी में एक विवाहित महिला को लेकर विवाद रहता था, यह महिला पति की रिश्तेदार थी और काफी समय से इन्हीं के घर रह रही थी।

जयपुर के हरमाड़ा इलाके में लोहा मंडी में रहने वाले पटवारी सुरजाराम की पत्नी कलावती की रविवार रात संदिग्ध परिस्थितियों में घर पर जहर खाने से मौत हो गई, जबकि इस मामले में उसके परिजनों ने उसके पति पर जहर देकर मारने का आरोप लगाते हुए हरमाड़ा थाने में मामला दर्ज करवाया है। महिला के भाई सुरेन्द्र का कहना था कि रविवार शाम को उसके पास कलावती का फोन आया था कि उसका पति उससे मारपीट कर रहा है और स्थितियां इतनी बिगड चुकी हैं कि वे लोग कभी भी उसकी हत्या कर सकते हैं। जब तक वो अपनी बहिन के घर पहुंचे, वो बेहोश थी और पति पहली पत्नी के दोनों बच्चों के साथ फरार थे। गौरतलब है कि कलावती सुरजाराम की दूसरी पत्नी थी, उसकी पहली पत्नी की मौत हो चुकी थी और ये दोनों बच्चे पहली पत्नी से थे।

सुरेन्द्र अपनी बहन कलावती को अस्पताल लेकर गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सोमवार को हुए पोस्टमार्टम में महिला की मौत जहर से होना बताई गई है। जब इन लोगों ने कलावती के पति और बच्चों की खोज की तो वे गायब मिले। कलावती के मायके वालों ने उसके पति सुरजाराम के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवा दिया।

...लेकिन पति और बेटी भी मिले मृत

इधर, सुरजाराम अपने दोनों बच्चों के साथ अपने एक दोस्त के फार्म हाउस पर बगरू इलाके में चला गया। जहां उसने एमबीबीएस की पढाई कर रहे अपने बेटे को खाना लाने के बहाने बाहर भेज दिया, बेटा जब लौट तो पिता और ग्याहरवी में पढने वाली बहन अलग अलग पंखों से लटके मिले। सीओ सुलेषा चौधरी के अनुसार ये सारी मौतें हत्या है या आत्महत्या इसकी जांच अभी की जा रही है।

क्या है असल विवाद

सुरजाराम के घर उसकी साली की विवाहिता बेटी रहती थी, कलावती को संदेह था कि उसके पति और इस महिला में अवैध संबंध है, जिसे लेकर इन लोगों में असकर झगड़ा रहता था और रविवार रात को भी इसी बात पर झगडा हुआ, जिसकी परिणती परिवार के खात्मे के रूप में हुई।

 

राजस्थान के जवान ने सूबेदार को गोली मारी

राजस्थान के जवान ने सूबेदार को गोली मारी 
 

झांसी। उत्तर प्रदेश में झांसी के बवीना छावनी इलाके में एक जवान ने सूबेदार की गोली मार कर हत्या कर दी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतीश गणेश ने बताया कि 21 कोर एयर सपोर्ट यूनिट में तैनात राजस्थान के सीकर निवासी छोटे लाल की डयूटी लगाई गई थी। देर रात जांच के दौरान सूबेदार बेचे लाल ने उसे सोता हुआ पाया। इसी बात पर दोनों में झड़प होने लगी। गुस्से में आकर जवान ने अपनी रायफल से सूबेदार को गोली मार दी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। लाल की राइफल जब्त कर ली गई है। सेना के अधिकारी लाल से पूछताछ कर रहे हैं। 

मुकेश अंबानी की कंपनी पर गंभीर आरोप, कटघरे में सरकार




नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक यानी कैग ने अपनी एक ताजा रिपोर्ट में मुकेश अंबनी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीजऔर सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में तेल की खोज करने वाली कंपनियों ने तमाम नियमों को ताक पर रखकर सरकारी खजाने को करोड़ों का चूना लगा दिया है। और सरकार चुपचाप ये सारा खेल देखती रही। 

आपको बता दें कि पेट्रोलियम मंत्रालय और उसकी सहयोगी संस्था डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ हाइड्रोकार्बन यानी डीजीएच ने मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज समेत तीन निजी कंपनियों को तेल खोजने की छूट दी थी। कैग कि रिपोर्ट में बताया गया है कि आरआईएल को आंध्रा तट पर केजी बेसिन में तेल भंडारों का पता लगाने के लिए सरकार के साथ हुए करार की अनदेखी करने की इजाजत दी गई। कावेरी-गोदावरी बेसिन मे तेल भंडारों के अन्वेषण पर कैग की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू होने से पहले ही आरआईएल के कॉन्ट्रैक्टरों ने गैस बेचकर काफी धन कमा लिया था और सरकार ने कॉन्ट्रैक्ट के तहत पूरा खर्च उठाया। और सरकारी अफसरों ने कंपनी की इस धांधली को अनदेखा कर दिया।

रिपोर्ट मे साफतौर पर कहा गया है कि रिलायंस ने 2004 में सरकार को बताया था कि के जी बेसिन में डेवलेपमेंट कॉस्ट की लागत लगभग 2.4 अरब डॉलर है, जबकि 2006 में इसे बढ़ाकर 8.8 अरब डॉलर कर दिया गया। इस दौरान सरकार ने कॉन्ट्रैक्ट के तहत पूरे प्रोजेक्ट का खर्ज उठाया जबकी मुकेश अंबनी की कंपनी ने गैस बेचकर काफी मुनाफ कमाया और सीधे तौर पर कॉन्ट्रैक्ट के नियमों का उल्लंघन भी किया। और पेट्रोलियम मंत्रालय चुपचार ये सबकुछ देखता रहा। 

कैग ने अपनी रिपोर्ट में एक औऱ कंपनी केयर्न एनर्जी पर भी इसी तरह का आरोप लगया है। कैग के मुताबिक केयर्न इंडिया को रिलायंस इंडस्ट्रीज की तरह ही फायदा पहुंचाया गया है। यह कंपनी राजस्थान के बाड़मेर में तेल प्रोजेक्ट पर काम कर रही है।

इंसान के हैवान बन जाने की यह घटना सुन खड़े हो जाएंगे आपके रोंगटे






टेनिसी (अमेरिका). इंसान के हैवान बन जाने की यह ऐसी घटना है जिसे सुन किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएँ. इस व्यक्ति ने न सिर्फ अपनी गर्लफ्रैंड की हत्या कर उसके टुकड़े-टुकड़े किये बल्कि उसकी अपनी ही १५ साल की बेटी ने उसपर खुद को कई बार रेप करने का भी आरोप लगाया है. कोर्ट ने इस व्यक्ति को मौत की सजा सुनाई है.
३३ वर्षीय जेम्स हाकिंस का अपनी २८ वर्षीय गर्लफ्रैंड चार्ली गैथर से विवाद चल रहा था. गुस्से में आकर उसने पहले तो गला दबा कर उसकी हत्या की और बाद में अपनी १५ साल की लड़की के साथ मिलकर उसके शरीर के टुकड़े कर डाले. उसने अपनी लड़की को ऐसा करने को मजबूर किया था. इसके बाद उसने लाश को फ्रीज़र में रख दिया.
हत्या करने के बाद उसने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई जिसकी वजह से उस पर पुलिस को गुमराह करने का भी आरोप है. ट्रायल के दौरान उसकी १५ वर्षीय लड़की ने बताया कि हाकिंस ने कई बार उसका रेप किया था और धमकी दी थी कि अगर यह बात किसी को बताई तो उसे मार डालेगा. इस लड़की के अलावा उसके दो और बच्चे भी हैं. इन बच्चों ने भी अपने पिता पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.

पर्यावरण बचाने के लिए न्यूड होकर निकल पड़े लोग


लंदन. पर्यावरण को बचाने के लिए वैसे तो सारी दुनिया में प्रयास हो रहे हैं लेकिन यहां जिस ढंग से इसे बचाने का प्रयास किया गया वो अपने आप में निराला है.
गत शनिवार को लगभग २०० से ज्यादा न्यूड साकिल सवार लोगों ने पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरूकता लाने और उन्हें साइकिल की सवारी के लिए प्रेरित करने के लिए 'वर्ल्ड नैकेड बाइक राइड डे' का आयोजन किया.
इस इवेंट को आयोजित करने वाले डंकन ब्लिंकोर्न ने कहा कि " साइकिल और नेकेड बॉडी से किसी को भी कोई नुकसान नहीं होता जबकि गाड़ियों के इस्तेमाल से हर साल अकेले लंदन में ही हजारों लोगों की जान जाती है और इससे निकलने वाला धुंआ लगातार हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है."
इन न्यूड साइकिल सवार लोगों ने अपने शरीर और हेलमेट पर स्लोगन लिख रखे थे. परेड का आयोजन लंदन के अलावा अमेरिका, स्पेन, चिली, मैक्सिको और कनाडा में भी किया गया.
गौरतलब है कि इस'वर्ल्ड नैकेड बाइक राइड डे' का पहली बार आयोजन २००१ में स्पेन में किया गया था।

राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के अभियान ने जोर पकड़ा

राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के अभियान ने जोर पकड़ा



जोधपुर। राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए चल रहा अभियान जोधपुर में जोर पकड़ता जा रहा है। सोमवार को मारवाड़ मुस्लिम एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसायटी की ओर से मौलाना अबुल कलाम आजाद स्कूल में पोस्टकार्ड अभियान आरंभ किया गया। राना के मीडिया चेयरमैन प्रेम भंडारी के मुख्य आतिथ्य में सोसायटी के पदाधिकारियों, स्कूली विद्यार्थियों और स्टॉफ ने राष्ट्रपति के नाम पर 513 पोस्टकार्ड लिखे हैं। अब ये विद्यार्थी घर-घर जाकर पोस्टकार्ड लिखवाएंगे।

राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में जोडऩे के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। मौलाना स्कूल में सुबह प्रेम भंडारी, सोसायटी के सीईओ मोहम्मद अतीक गौरी, अध्यक्ष शब्बीर अहमद खिलजी, निदेशक काजी अयूब अंसारी, जेएनवीयू में राजस्थानी भाषा के पूर्व विभागाध्यक्ष कल्याणसिंह आदि ने पोस्टकार्ड अभियान का शुभारंभ किया। सभी लोगों ने राष्ट्रपति से आग्रह किया है कि वे राजस्थानी भाषा को आठवीं अनुसूची में जोड़े।
प्रेम भंडारी ने छात्र-छात्राओं व शैक्षणिक स्टॉफ से आह्वान किया कि वे मायड़ भाषा को हक दिलाने के लिए घर-घर संपर्क करते हुए पोस्टकार्ड अभियान चलाए। उन्होंने कहा कि यह हक की लड़ाई है, इसे पूरा करके ही दम लेना है। सोसायटी के सीईओ व अध्यक्ष ने भी इस आंदोलन में पूरा सहयोग करने का वादा किया है।

बच्ची की किडनी निकाली शरीर को तेजाब से जलाया

बाराबंकी। उत्तर प्रदेश में इन दिनों अपराध का अजगर मुँह फैलाये खड़ा है। चारों ओर हाहाकार मचा हुआ है। और पुलिस हैं कि हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है। राजधानी से सटे हुए इलाके बाराबंकी में एक बहुत ही सनसनी खेज मामला सामने आय़ा है। जिले में तीन दिन बाद लापता 5 साल की बच्ची का शव बरामद किया गया। लेकिन जिस रूप में मासूम का शव बरामद हुआ है उससे देखकर किसी की भी रूह कांप जाये।

घटना घुघटेर इलाके की है, जहां ओमप्रकाश की पांच वर्षीय लापता पुत्री का क्षत-विक्षत शव शनिवार देर शाम को तालाब के निकट प़डा मिला। मासूम अ पने मां-बाप के साथ एक शादी में शामिल होने के लिए बाराबंकी आयी थी।

बच्ची का दाहिना हांथ शरीर से गायब है। बच्ची की किडनी निकाली जा चुकी है, उसकी आंख भी गायब है और तो और बच्ची के शरीर को तेजाब से जलाया गया है। शायद बच्ची के इस रूप को देखकर जल्लाद भी रूह कांप जायेगी। पुलिस ने कहा है कि बच्ची के साथ बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस को शक है कि तंत्र-मंत्र के चक्कर में बच्ची की हत्या की गई है। हालांकि अभी बच्ची के हत्यारों का पता नहीं चल पाया है।

यमुना में नहाने गए पांच युवकों की डूबने से मौत




यमुना में नहाने गए पांच युवकों की डूबने से मौत


डूबते दोस्त को बचाने के चक्कर में यमुना नदी के बुराड़ी घाट पर एक-एक कर चार और युवक गहरे पाने में डूब गए। देर शाम पांचों युवकों के शवों को नदी से निकाल लिया गया। पांचों युवक स्वरूप नगर इलाके के हैं जो अपने चार अन्य मित्रों के साथ अपरान्ह बाद यहां नहाने आए थे। थाना बुराड़ी पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शवों को सब्जीमंडी के शवगृह में रखवा दिया है। पुलिस का मानना है कि हो सकता है नहाने से पहले युवकों ने घाट पर बीयर वगैरह की पार्टी भी की हो।
उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त आइबी रानी ने पांचों युवकों की मौत की पुष्टि की है। उनके नाम गोलू , गोविंद (20), विष्णु (18), गोपी (22) व कुणाल (18) है। घटना रविवार अपरान्ह करीब चार बजे की है। पता चला है कि नहाने के दौरान विष्णु गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। बचाने के लिए गोलू ने उसका हाथ पकड़ा तो वह भी गहरे पानी में चला गया। उन दोनों को डूबते देख अन्य साथी उन्हें बचाने के लिए आगे बढ़े और डूब गए। आसिन, यशवंत व दो अन्य युवक डूबते साथियों को बचाने पानी में आगे नहीं गए, जिससे वे बच गए। उन्होंने ने ही मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस, दमकल विभाग के कर्मचारी व गोताखोर मौके पर पहुंच गए। गोताखोरों ने दो घंटे की मशक्कत के बाद पांचों युवकों के शव ढूंढ निकाले।
पुलिस का कहना है कि सभी दोस्तों ने नहाने से पहले नदी के किनारे पार्टी की थी। आशंका है कि नहाने से पूर्व इन्होंने बीयर आदि पी होगी। नशे में युवक गहरे पानी में चले गए होंगे। पुलिस के मुताबिक चार जून को भी चार युवक इसी घाट पर नहाने आए थे, जिनमें रियाशत अली समेत दो की गहरे पानी मे डूबने से मौत हो गई थी। जबकि दो युवक बाल-बाल बच गए थे। ये लोग भी स्वरूप नगर के ही रहने वाले थे।

तेज रफ्तार का कहर, दो युवती को कुचलती हुई निकल गई मर्सिडीज


दो युवती को कुचलती हुई निकल गई मर्सिडीज

फरीदाबाद। दिल्‍ली से सटे फरीदाबाद में रफ्तार का खौफनाक मंजर सामने आया। सड़क हादसे में दो लड़कियां गंभीर रूप से घायल हो गई। तेज रफ्तार मर्सिडीज कार के चालक ने कहर बरपाते हुए स्‍कूटर सवार दो युवतियों को टक्‍कर मारकर फरार हो गया। टक्‍कर के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने घायलावस्‍था में दोनों युवतियों को अस्‍पताल में भर्ती करया जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।

रफ्तार के कहर की यह दर्दनाक वारदात फरीदाबाद के सेक्टर 14 की है। संजना और साहिबा नाम की दो लड़कियां स्कूटी से अपने घर आ रही थी। तभी पीछे से आई एक तेज रफ्तार मर्सिडीज दोनों को कुचलती निकल गई। हादसे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल लड़कियों को अस्पताल में भर्ती करा दिया। हादसे के बाद कार का टायर फट गया। जिसके बाद कार का चालक कार वहीं छोड़कर मौके से फरार हो गया। पुलिस फरार ड्राइवर की तलाश कर रही है।

खबर लिखे जाने तक कार के मालिक का पता चल गया है। पुलिस के मुताबिक कार मालिक का नाम पुरुषोतम गुप्ता है। और गुप्ता फिलहाल शहर से बाहर है। पुलिस का कहना है कि मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और कार चालक की गिरफ्तारी के लिये संभावित जगहों पर छापेमारी की जा रही है।

सदी का पहला सबसे लंबा चंद्रग्रहण


 दो राशियों में 15 जून को पड़ने वाला खग्रास चंद्रग्रहण सदी का पहला सबसे लंबा चंद्रग्रहण होगा। यह 3 घंटे 41 मिनट तक नजर आएगा। अर्धरात्रि में 1 घंटे 41 मिनट तक चांद तांबे जैसा नजर आएगा। ज्योतिष और खगोलविदों की मानें तो पिछले एक दशक में इतना लंबा चंद्रग्रहण नहीं दिखा।

इससे फसलों की पैदावार में कमी होगी। वहीं राजनीतिक घटनाक्रम में तेजी से वृद्धि और राजनीतिक विद्वेष पनपेगा। बी.एम. बिड़ला तारामंडल के सहायक निदेशक संदीप भट्टाचार्य के मुताबिक यह सबसे लंबा चंद्रग्रहण होगा। राजस्थान ज्योतिष परिषद के महासचिव डॉ. विनोद शास्त्री के अनुसार यह चंद्रग्रहण 3 घंटे 41 मिनट तक रहेगा। ग्रहण की शुरुआत 15 जून की रात्रि 11.52 पर वृश्चिक राशि में होगी, जो अर्धरात्रि बाद 1.06 बजे धनु राशि में प्रवेश करेगा।

इसके बाद 3.33 बजे ग्रहण संपन्न होगा। ग्रहण का सूतक दोपहर 2.52 बजे शुरू हो जाएगा। पं. बंशीधर जयपुर पंचांग निर्माता पं. दामोदर प्रसाद शर्मा के मुताबिक पिछले एक दशक में इतना लंबा ग्रहण दिखाई नहीं दिया। चंद्रग्रहण अर्धरात्रि 1 घंटे 41 मिनट तक तांबे जैसी आकृति में नजर आएगा। अर्धरात्रि बाद 12.52 से 3.33 बजे तक तांबे जैसी आकृति के ग्रहण में मध्य में लाल धब्बे दिखाई देंगे। डेढ़ घंटे से अधिक समय तक रहने वाला यह समय खगोलप्रेमियों के लिए काफी रोमांचकारी रहेगा।

वीजा नियमों की ढील दे सकते हैं भारत-पाक

वीजा नियमों की ढील दे सकते हैं भारत-पाक 
 

नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान सितंबर महीने में वीजा प्रणाली में छूट दे सकते हैं जिससे दोनों देशों के पत्रकारों, व्यवसायियों और वरिष नागरिकों को यात्रा करने में आसानी होगी। 

दोनों देश संयुक्त कार्यकारी दल की बैठकों में वर्तमान वीजा समझौते में संशोधन के लिए काम कर रहे हैं ताकि गृह सचिव स्तर की अगली बैठक को अंतिम समझौता तैयार किया जा सके। गृह सचिव स्तर की बैठक सितंबर में हो सकती है। यदि दोनों देश एक समझौते पर पहुंच जाते हैं तो पहली बार भारत और पाकिस्तान अपनी वीजा प्रणाली को उदार बनाएंगे।

प्लेन में न्यूड हुआ, करनी पड़ी लैंडिंग

प्लेन में न्यूड हुआ, करनी पड़ी लैंडिंग 
 

मैड्रिड। स्पेन की इबेरिया एयरलाइंस के एक विमान में उस समय अजीब सी स्थिति पैदा हो गई जब एक यात्री खचाखच भरे एयरबस में सबके सामने अपने कपड़े उतारने लगा और पूरी तरह न्यूड हो गया। प्लेन में सवार अन्य यात्रियों को इससे भारी दिक्कत हुई जिसके बाद पायलट ने उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद प्लेन को लैंड कर दिया।

इबेरिया एयरलाइंस के प्रवक्ता ने बताया कि गुरूवार को फ्लाइट ने 7.45 पर उड़ान भरी । लेकिन कुछ ही मिनट बाद एक यात्री अपने कपड़े उतार कर न्यूड हो गया। अन्य यात्रियों को इससे परेशानी हुई और उन्होंने पायलट से इस बात की शिकायत की। उस यात्री को बाद मे टॉयलट में बंद कर दिया गया। और विमान को वापस लैंड कराना पड़ा।

प्रवक्ता ने उस यात्री की पहचान बताने से इनकार किया है। यह फ्लाइट मैड्रिड से जर्मनी जार रही थी और इसमें110 लोग सवार थे। 

अफसर सोते रहे, सरकारी जमीन पर बस गई बस्ती


 नगरपालिका की आरक्षित भूमि पर भूमाफिया काबिज • करीब सौ बीघा सरकारी भूमि पर अतिक्रमण
अफसर सोते रहे, सरकारी जमीन पर बस गई बस्ती

बाड़मेर सिणधरी चौराहे के पास स्थित मेघवालों की बस्ती से लगती पालिका की सौ बीघा से ज्यादा बेशकीमती भूमि अतिक्रमण की जद में आ चुकी है। शरणार्थियों के लिए आरक्षित करीब 20 बीघा जमीन पर तो कच्चे-पक्के मकान भी तैयार कर दिए। हैरत की बात है कि सालों तक इस कब्जे पर नगरपालिका प्रशासन ने ध्यान ही नहीं दिया। अब भूमाफिया यहां स्टांप पेपर पर प्लाट बेचकर चांदी कूट रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ पालिका प्रशासन चुप्पी साधे हुए है। शहर में सैकड़ों बीघा सरकारी जमीन पर भूमाफिया काबिज हो गए। यहां लोगों ने पिछले डेढ़-दो साल में दर्जनों कच्चे-पक्के मकान भी बना लिए। हालत यह है कि गोचर की जमीन लगभग पूरी तरह बिक चुकी है । इधर पालिका प्रशासन इस गोरख धंधे से बेखबर है।

क्या है जमीनों की कीमतें
नगरपालिका क्षेत्र में एक प्लॉट की कीमत करीब दो से ढाई लाख रुपए है। इस हिसाब से एक बीघा भूमि में छह प्लॉट की जगह है। इस हिसाब से एक सौ बीघा में करीब छह सौ से अधिक प्लॉट की जमीन शामिल है। जानकारों के अनुसार उक्त जमीन करोड़ों की है।
ज्यादातर लोग बाहरी
जानकारों ने बताया कि बस्ती में ज्यादातर लोग बाहरी हैं। तीन-चार दर्जन लोग ही पुराने निवासी हैं। कुछ लोग आसपास के इलाकों से यहां आ गए और स्थानीय लोगों से सांठ-गांठ कर जमीन हथिया ली।