शनिवार, 11 जून 2011

पुलिस का दावा, लड़की पुणे में बरामद

जोधपुर. राजस्थान हाईकोर्ट के आदेशानुसार आहोर थानांतर्गत गुडा बालोतान गांव से भगाई गई लड़की को जालोर पुलिस शुक्रवार को भी अदालत में पेश नहीं कर सकीं। अदालत में पिछले चार दिनों में लगातार तीसरी बार पेश हुए जालोर एसपी राहुल बारहठ ने भगाई गई लड़की के गुरुवार देर रात पुलिस दल द्वारा पुणे के पास चाखण गांव में एक लड़के के साथ बरामद करने तथा उसे लेकर जोधपुर रवाना होने का दावा किया।

इस पर न्यायाधीश दिनेश माहेश्वरी व अवकाश कालीन न्यायाधीश गोविंद माथुर की खंडपीठ ने इस बाबत पुलिस की ओर से लिखित में अंडरटेकिंग लेने के बाद आदेश दिए कि लड़की के आहोर पहुंचने पर संबंधित मजिस्ट्रेट के सामने बयान करवाए जाएं। बाद में उसे 14 जून को खंडपीठ के समक्ष पेश किया जाए।

हत्या कर थाने पहुंचा साधु

पाली. बाली थाना क्षेत्र के सेसली गांव के पास कुटिया में रहने वाले एक साधु ने शुक्रवार की शाम को चाकू से गोद कर एक युवक की नृशंस हत्या कर दी। वारदात के बाद शव को कुटिया में बंद कर आरोपी खुद थाने में पहुंचा और अपना जुर्म कबूल किया। साधु को सनकी मान एक बार तो पुलिसकर्मी सकते में आ गए, लेकिन मौके पर पहुंच वहां का नजारा देखा तो उनके भी हाथ-पांव फुल गए।

कुटिया में खून से लथपथ युवक का शव पड़ा हुआ था, जिससे खून बहता हुआ कुटिया के बाहर तक फैल गया। कुटिया में ही खून से सना चाकू भी बरामद हो गया। देर शाम को पुलिस ने आरोपी साधु जसवंत मेघवाल (40) निवासी सेसली को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी का कहना है कि पैरवा गांव का चुन्नीलाल मेघवाल (40) दो दिन से उसके साथ कुटिया में रह रहा था, लेकिन शुक्रवार की शाम को किसी बात को लेकर दोनों में कहासुनी हो गई। इस दौरान चुन्नीलाल ने उसे अपशब्द कहे, जिससे नाराज होकर उसने चाकू से गोद कर उसकी हत्या कर दी।

पत्नी ने छोड़ा तो साधु बन गया: एसपी अजयपाल लांबा ने बताया कि सेसली गांव के जसवंत मेघवाल (40)पुत्र प्रतापराम की शादी हो रखी है, लेकिन उसके औलाद नहीं है। कुछ साल पहले पत्नी भी उसे छोड़ कर चली गई, तभी से वह अकेला ही रहता था। तीन-चार साल से साधु के वस्त्र धारण कर गांव के पास खरवा प्याऊ पर आश्रम नुमा कुटिया बना कर वह रह रहा था।

दिल्ली से मिलने आया था युवक: एएसपी श्यामसिंह चौधरी ने बताया कि पैरवा गांव का चुन्नीलाल मेघवाल (40) पुत्र वरदाराम मजदूरी के सिलसिले में काफी समय से परिवार समेत दिल्ली में शिफ्ट हो गया। सेसली गांव में उसका ननिहाल है, जबकि आरोपी साधु जसवंत से भी उसके पुराने ताल्लुकात है। दो दिन पहले ही दिल्ली से वह साधु से मिलने के लिए सेसली आया था, जो ननिहाल जाने के बजाय कुटिया में रह रहा था। पुलिस ने शव बाली अस्पताल की मोर्चरी में रखवा कर दिल्ली से मृतक के परिजनों को बुलाया है।

कुटिया में शव रखकर थाने पहुंचा: शुक्रवार शाम करीब 5 बजे कुटिया में बैठे साधु और मृतक के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। झगड़े के दौरान आवेश में आकर आरोपी जसवंत ने चुन्नीलाल पर चाकू से हमला कर दिया, जिससे युवक वहीं ढेर हो गया। इसके बाद आरोपी कुटिया को बंद कर थाने में पहुंच गया। थाने में उसके द्वारा मामले का खुलासा करने पर पुलिस दल मौका ए वारदात पर पहुंचा और शव को कब्जे में लिया

न तोल न मोल फिर भी गहने अनमोल











न तोल न मोल फिर भी गहने अनमोल
कला के संरक्षण में सरकारी उदासीनता से आहत हैं परिवार
अब भी माटी का बना गले का हार, निबोली, कड़ा, कंठला, झंबरी, मादलिया आदि गहना पहनने की है परंपरा
बाड़मेर माटी से बने गहने। सुनने में भले ही अजीब लगे लेकिन बाड़मेर के बिसाला गांव में कई परिवार आज भी माटी के गहने बनाते और पहनते हैं। आजादी से पहले की बात करें तो बाड़मेर को अभिशाप माना जाता था, यहां सोना-चांदी तो दूर कोसों तक अन्न व पानी के लाले पड़ते थे। ऐसे में अभावों में जीने के साथ सुख और दुख को ये अपनी मर्जी से ढाल लेते थे। सोने-चांदी के न सही माटी के गहनों से ही शृंगार कर लिया। माटी के गहने बनाने की सैकड़ों वर्ष पुरानी परंपरा यहां आज भी कायम है।
बिसाला क्षेत्र में पहुंचते ही मुस्लिम कुम्हार परिवार के मर्द अपने हाथों से इन माटी के गहनों को तराशते हैं तो औरतें मनभावन धागों में इन्हें पिरोती व सजाती नजर आ जाएंगी। दरअसल कसीदा, नक्काशी, पेच वर्क के साथ ही माटी के गहने बनाने का हुनर भी सरहद के उस पार से हिंदुस्तान में आई। जिस मिट्टी से बर्तन बनाए जाते हैं उसी मिट्टी से ये गहने भी बनाए जाते हैं। गहनों के लिए सबसे पहले मिट्टी को कपड़े से छानते है उसके बाद मिट्टी को विभिन्न गहनों का आकार देना इन कुम्हार परिवार के पुरुषों की रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा है।धाक कई फैशन शो तक बाड़मेर के कुछ इलाकों में बनने वाले माटी के गहनों का चलन इस इलाके में भले ही बहुतायत में ना हो लेकिन इनकी धमक देश के कई फैशन शो में नजर आ चुकी है। बरसों तक माटी के गहनों को नफासत से सजाने वाले जामिन और उनकी पत्नी लूणी बताते हैं कि उनके हाथों से बने गहने गोवा, मुंबई, भोपाल, अहमदाबाद, बेंगलुरु और शिल्पग्राम उदयपुर में आयोजित फैशन शो का हिस्सा बन चुके हैं। जामिन के मुताबिक इन आयोजनों में मॉडल को जहां कपड़े अलग-अलग संस्कृति के पहनाए जाते थे, लेकिन नख से शिख तक इनके सौंदर्य में चार चांद लगाने का काम माटी के बने गहनों ने ही किया। अब तक कई जगह अपने हुनर की वजह से कई इनामों से नवाजे जा चुके जामिन वर्तमान में हो रही इस कला की बेकद्री से आहत हैं। 
कहीं चमक न हो जाए खत्म
कुम्हारों का पाड़ा के अमीन के मुताबिक कभी इन गहनों पर की गई महीन कारीगरी और चमक से इन परिवारों की आर्थिक स्थिति का आकलन किया जाता था। लेकिन अब पहले जैसी बातें नहीं रही। सरकारी उदासीनता और लोगों का घटता रुझान अगर ऐसे ही चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब ये गहने केवल किताबों के पन्नों और फोटो में ही देखने को मिलेंगे।
लुभाती है बारीक कारीगरी 
सोने-चांदी के गहनों जैसे ही इन मिट्टी के गहनों में भी बारीक कारीगरी नजर आती है। जिससे एक गहना पूरा होने में एक दिन भी लग जाता है। इन गहनों को बरतनों की तरह आग में पकाया जाता है और पकने के बाद इन पर सोने और चांदी जैसा रंग करने का भी रिवाज है।

मिड डे के क्राइम रिपोर्टर जे. डे की हमलावरों ने गोली मारकर हत्या























मुंबई से छपने वाले अखबार मिड डे के क्राइम रिपोर्टर जे. डे की हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। उनको गोली तब मारी गई, जब वे अपने घर से बाहर किसी काम से निकल रहे थे।जे. डे को कई बार अंडरवर्ल्ड से जान से मारने की धमकी मिली थी। वह मुख्य रूप से अंडरवर्ल्ड ही कवर करते थे। वारदात को अंजाम देने के लिए पवई स्थित उनके घर  दो हमलावर आए थे। उन्होंने डे को तीन गोलियां मारीं। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
अभी तक उनकी हत्या के पीछे किसका हाथ था, पुलिस कुछ भी बताने में सक्षम नहीं है। लेकिन माना जा रहा है कि अंडरवर्ल्ड ने ही उनकी हत्या करवाई है।


बाप-बेटे को एक ही विवाह मंडप में शादी रचाने का मामला अपने आप में अनूठा


बाप-बेटे को एक ही विवाह मंडप में शादी रचाने का मामला अपने आप में अनूठा 
लोहरदगा। बेटे की शादी में बाप बाराती बनकर शामिल होता है, परंतु बाप-बेटे को एक ही विवाह मंडप में शादी रचाने का मामला अपने आप में अनूठा है। उरांव विकास समिति आराहांसा की ओर से गुरुवार को आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में एक ही विवाह मंडप में बाप और बेटे ने अपनी शादी रचाई। 

आराहांसा का 55 वर्षीय मंगरा उरांव व उसके 26 वर्षीय पुत्र राजेश उरांव ने एक साथ सारे रस्मों को निभाते हुए अपनी-अपनी वधुओं के साथ विवाह किया। मंगरा उरांव 1983 से बगैर शादी के गुमला की 53 वर्षीय बसंती लोहरा के साथ रह रहा था। 

इस दौरान दोनों चार संतानों के माता-पिता भी बने। वहीं उसका बेटा राजेश अंबुआ गुमला के नीलमनी महली के साथ पिछले आठ वर्षों लीव इन रिलेशनशिप में था। इन दोनों के भी तीन बच्चे हैं। विवाह करने पहुंची बसंती व नीलमनी दुल्हन के पारंपरिक परिधान में थी, तो मंगरा और राजेश भी धोती और पगड़ी के साथ दूल्हे के वेश में थे। 

भले ही बसंती के चेहरे पर पड़ी झुर्रियां व उभरी नसें बढ़ती उम्र के प्रमाण थे, परंतु दुल्हन बनने की खुशी चेहरे पर साफ झलक रही थी। बसंती ने बताया कि वह इस पल का 28 वर्षों से इंतजार कर रही थी, लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण सामाजिक रीति-रिवाज से विवाह नहीं हो पा रहा था। मंगरा ने बताया कि वह गुवाहाटी की बसंती से मिला था। दोनों में प्रेम हुआ और तब से साथ रहने लगे। पति-पत्नी के रूप में रहने के बावजूद अभी तक सामाजिक मान्यता नहीं मिल सकी थी। 

राजेश भी आठ वर्ष पूर्व जौनपुर में नीलमनी से मिला था। वहीं से दोनों ने साथ रहना शुरू किया। दोनों विवाह सूत्र में बंधकर काफी खुश दिख रहे थे। वहीं इनका छह वर्षीय पुत्र राजकुमार उरांव, चार वर्षीय पुत्री कुमारी भी बाराती बनकर थिरक रहे थे।

पहली बीवी ने कहा, सेक्स मशीन था ओसामा


पहली बीवी ने कहा, सेक्स मशीन था ओसामा

वॉशिंगटन।। अमेरिकी अभियान में मारे जा चुके ओसामा बिन लादेन के बारे में उसकी पहली पत्नी नजवा ने रोचक जानकारी दी है। ओसमा को सेक्स करना काफी पसंद था और जवानी के दिनों में वह कई-कई दिनों तक बेडरूम से नहीं निकलता था। नजवा ने कहा है कि जिहाद से लौटने के बाद लादेन उसके साथ बेडरूम में जाने के बाद कई-कई दिनों तक बाहर नहीं निकलता था। 
गौरतलब है कि पाकिस्तान के ऐबटाबाद में लादेन अपनी तीन बीवियों के साथ रहता था। अमेरिकी कार्रवाई के बाद इस कैंपस से वायग्रा और दूसरी कामोत्तेजक दवाइयां मिली थीं।
नजवा की जीवनी लिख रहीं अमेरिकी पत्रकार जीन सैशन ने जब उनसे पूछा कि लादेन के साथ रहने के दौरान उनका सबसे पसंदीदी समय कौन सा था, तो उन्होंने जवाब दिया सोने का समय।
नजवा के बेटे उमर ने कहा कि जब वह बच्चे थे उस दौरान लादेन अफगानिस्तान से आने के बाद नजवा को बेडरूम में लेकर जाते थे तो कई-कई दिनों तक बाहर नहीं आते थे।
नजवा जब 17 साल की थीं तब उनकी शादी ओसामा से हो गई थी। लेकिन अमेरिका पर हुए 9/11हमले के बाद दोनों के बीच तलाक हो गया था। नजवा के ओसामा से 10 बच्चे हैं। 

इस रिश्ते का जैसे हुआ खुलासा सन्न रह गए लोग


राजकोट। शुक्रवार दोपहर को फायर ब्रिगेड को जानकारी मिली कि एक युवक-युवती ने न्यारी डेम में छलांग लगा दी है। घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड के तैराकों ने काफी मशक्कत के बाद दोनों के शवों को खोज निकाला। युवक-युवती के शवों की शिनाख्त और दोनों के रिश्तों का खुलासा होने पर पूरे क्षेत्र में सनसनी मच गई।

शव की शिनाख्त गांधी सोसायटी में रहने वाले राहुल विनोदभाई पारदी (18) और गोपालनगर में रहने वाली सुधा रमेशभाई (20) के रूप में की गई और आत्महत्या का कारण प्रेम-प्रसंग होना पाया गया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार सुधा कॉलेज में एस.वाय.बी.कॉम की छात्रा थी, जबकि राहुल 12वीं का छात्र था। पैतृक रूप से भाई-बहन का रिश्ता रखने वाला यह युगल एक-दूसरे से प्रेम करता था। इसके साथ ही दोनों यह भी अच्छी तरह जानते थे कि उनका रिश्ता कभी भी मान्य नहीं होगा। हालांकि इस प्रेमी युगल के पास से आत्महत्या करने संबंधी कोई नोट नहीं मिला है, लेकिन माना जा रहा है परिवार और समाज के डर के चलते ही दोनों ने आत्महत्या कर ली।

परिजनों के अनुसार शुक्रवार को सुधा कॉलेज जाने का और राहुल स्कूल जाने का कहकर घर से निकले थे। पुलिस ने राहुल की जेब से एक लव लेटर भी बरामद किया है, जो सुधा ने लिखा था। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर पुलिस ने जांच की कार्रवाई शुरू कर दी है।

अनोखा संयोग: सात पड़ोसी महिलाएं एक साथ बनी मां



कितना अच्छा हो कि जिस मोहल्ले में आप रहे वहां जब पार्टी मनाई जाए तो सब के यहाँ एक साथ मनाई जाए. यहाँ एक मोहल्ले में बिलकुल ऐसा ही नजारा देखने को मिला. सात पडोसी महिलाओ ने लगभग एक साथ ही अपने बच्चो को जन्म दिया.  ये सातो माएं एक ही गली में लाइन से एक दूसरे के बगल में रहती है और सातों अपने बच्चों का जन्मदिन एक ही मौसम में मनाती है.

इतना ही नहीं, साउथ वेल्स के मिस्किन इलाके में रहने वाली इन सातों महिलाओं ने जिस अस्पताल में बच्चों को जन्म दिया वह अस्पताल भी एक ही था. ये सभी मिस्किन में एक कतार से बने घरों में रहती हैं। 34 वर्षीया निया एडव‌र्ड्स ने पिछले साल 10 अप्रैल को सबसे पहले जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया। फिर एक के बाद एक उनकी शेष पड़ोसन अगले छह हफ्तों में मां बनीं।

इनमे से एक क्रिस्टी डेविस का कहना है कि यह बड़ा अनोखा और मजेदार अनुभव है कि हम सभी लगभग एक साथ गर्भवती हुई। बेटी को जन्म देने वाली क्रिस्टी ने बताया कि जब हमें पता लगा कि हम सभी लगभग एक साथ बच्चों को जन्म देने वाले हैं तो इस खुशी में एक महिला ने अपने घर पर पार्टी का भी आयोजन किया.
क्रिस्टी कहती हैं कि हम सभी हफ्ते में एक बार पार्क में जरुर इकट्ठा होते हैं। यहाँ हम साथ में कॉफी पीते हैं। इस दौरान हमारे बच्चों को भी एक-दूसरे के साथ खेलने का मौका मिल जाता है। सभी बच्चों को एक साथ बड़े होते देखना बड़ा ही मजेदार है। अस्पताल के डाक्टर और नर्स भी यह देख चौंक गए कि एक ही मोहल्ले की औरतें एक के बाद एक मां बन रही हैं।

नहीं पता था बाप का नाम, मां ने जिंदा दफना दिया बच्चा



सिंगापुर. यहां एक 28 वर्षीया महिला को अपने ही बच्चे को जिन्दा दफ़न कर देने के आरोप में दस हफ्ते की जेल और 10,000 का जुर्माना किया गया है।
इंद्रियानी नामक इस महिला पर गैर क़ानूनी रूप से यहाँ निवास करने का भी आरोप है. उसका वीजा पिछले साल जुलाई में ही ख़त्म हो गया था. इस महिला ने 18 अप्रैल को एक मकान की छत पर इस बच्चे को जन्म दिया था. जन्म के बाद उसने बच्चे के सर पर काली पॉलीथीन बांध उसे जमीन में गाड़ दिया. लगभग ११ घंटे बाद ६० वर्षीय ते किंग सिया ने उसे जमीन से निकाला, ख़ुशी की बात है कि बच्चा अभी भी जिन्दा है.

डिस्ट्रिक्ट जज सर्जित सिंह ने सजा सुनाने से पहले महिला के दिमागी हालत की जांच के आदेश दिए है. गौरतलब है कि महिला इंडोनेशिया की रहने वाली है और यहाँ घरेलू नौकरानी का काम करती थी. वीजा ख़त्म हो जाने के बाद पेट पालने के लिए उसने वेश्यावृति का काम शुरू कर दिया. इसी दौरान वह गर्भवती हो गई. सड़क पर चलते हुए ही अचानक उसे पेट में दर्द हुआ. दर्द असहनीय हो जाने पर वह घर की छत पर जा कर सो गई जहाँ इस बच्चे का जन्म हुआ. बिना बाप वाले इस बच्चे को उसने पास में ही जमीन मे जिन्दा दफना दिया था.

पास मे ही सो रहे सिया को बच्चे के रोने की आवाज़ सुनाई दी. पहले उसे लगा कि यह बिल्ली के बच्चे की आवाज होगी, लेकिन देर तक आवाज होने पर उसे शक हुआ. पास जाने पर एह्साह हुआ कि आवाज जमीन मे से आ रही थी. खोदने पर वहां से बच्चा बरामद हुआ जो बेहद कमजोर था. फ़िलहाल उसे एक सुधार घर में रखा गया है.
 

विवाहिता ने पति और बच्चों को दिया जहर

अहमदाबाद। बनासकांठा के कोटडा गांव में एक विवाहिता ने अज्ञात कारणों से अपने पति और दो मासूम बच्चों को चाय मंे जहर मिलाकर दे दिया। जिसमें से पुत्र की मौत हो गई और पति व पुत्री को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार बनासकांठा जिले के कोटडा गांव में मजदूरी करने वाला नरेशभाई केशाभाई रावत पत्नी, पुत्री जयश्री (5) व पुत्र जयदीप (4) के साथ रहता है। बीते दिन सुबह अज्ञात कारणों से पत्नी सोनलबहेन ने इन्हें चाय मंे जहर मिलाकर दे दिया।

चाय पीने के बाद तीनों को गंभीर हालत मंे पास ही के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान पुत्र जयदीप की मौत हो गई। जबकि नरेशभाई और बेटी जयश्री की हालत अभी तक गंभीर बनी हुई है।

पुलिस ने मामला दर्ज कर सोनलबहेन से पूछताछ शुरू कर दी है कि आखिरकार ऐसे क्या कारण थे, जिनकी वजह से उसने अपने ही मासूम बच्चों और पति की जान लेनी चाही? हालांकि अभी तक मामले का खुलासा नहीं हो सका है।

खतरों से निपटने को तैयार रहें सेनाएं: पाटील

खतरों से निपटने को तैयार रहें सेनाएं: पाटील 
 

देहरादून। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील ने तीनों सेनाओं को आगह करते हुए कहा है कि देश की सुरक्षा लिए गंभीर खतरे पैदा होते जा रहे हैं और इनका स्वरूप भी बदलता जा रहा है। अत: सेनाएं किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहें। राष्ट्रपति शनिवार को इंडियन मिलिट्री एकेडमी की पासिंग आउट परेड कार्यक्रम में हिस्सा ले रही थी ।

पाटील ने कहा कि आज के परिदृश्य में युद्ध और हथियारों के तरीकों में लगातार परिवर्तन हो रहा है। इसी संदर्भ में हमारे देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरे पैदा हो रहे हैं। सेना को इन चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए । सुरक्षाबलों को अत्याधुनिक ट्रेनिंग व हथियारों के साथ मुस्तैद रहना होगा।

आईएमए के 546 जेंटलमैन कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि कठिन से कठिन परिस्थितियों के बावजूद कैडेट्स को देश की सुरक्षा, सम्मान और कल्याण को प्राथमिकता देनी चाहिए।

सेना को मिले 546 कैडेट्स
इंडियन मिलिट्री एकेडमी में पिछले 18 महीनों की कठिन ट्रेनिंग के बाद 546 जवानों को सेना की विभिन्न बटालियनों में शामिल कर लिया गया है। शनिवार को आयोजित हुई पासिंग आउट रेड में राष्ट्रसेवा और ईमानदारी की शपथ लेने के बाद कैडेट्स ने टोपियां हवा में उछालकर अपनी खुशियों का इजहार किया। 

सोनिया-राहुल की वेबसाइट हैक

सोनिया-राहुल की वेबसाइट हैक 
 

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व पार्टी के महासचिव सांसद राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र की वेबसाइट्स हैकर्स का शिकार हो गई है। इन दोनों ही वेबसाइटस से कई अहम दस्तावेज चुराए जाने की आशंका जताई गई है। सूत्रों के मुताबिक मामले की जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंपी गई है।
ज्ञातव्य है कि राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी और सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली के लोगों से आम राय लेने व सीधे सम्पर्क बनाए रखने को इन वेबसाइटस का उपयोग होता था। पार्टी की क्षेत्र के लिए योजनाओं व विकास कार्यों के बारे में इस वेबसाइट पर समस्त जानकारियां थीं। वेबसाइट हैक होने का अंदेशा इसे संचालित करने वाले अधिकारियों को 8 अप्रेल को उस समय हुआ जब वेबसाइटस संचालन में बाधा आने लगी। जांच के बाद पता चला की दोनों वेबसाइटस हैक हो चुकी हैं।

इसके बाद मामले की रपट पुलिस को दी गई। पुलिस ने भी मामले को गंभीर व गोपनीय मानते हुए कार्रवाई शुरू की है। इस बारे में कोर्ट में एफआईआर भी बंद लिफाफे में पेश की गई। फिलहाल पुलिस जांच में अब तक इतना ही खुलासा हो पाया है कि से वेबसाइटस डोमेन से हैक की गई हैं। अब पुलिस हैकर्स का पता लगाने के लिए एथिकल हैकरों की मदद ले रही है। 

शुक्रवार, 10 जून 2011

Tumhara Dil ya Hamara Dil Hain

Baith Mere Paas Tujhe-Female Version

पुलिस ने चोरों से कहा, आपस में सेक्स करो

 


चोरी के एक मामले में पकड़े गए दो आरोपियों ने कल्याण कोर्ट में पेशी के दौरान जज को बताया कि पुलिस ने लॉकअप में पूछताछ के दौरान उन दोनों को एक-दूसरे के साथ समलैंगिक संबंध बनाने के लिए विवश किया था। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार डोम्बीवली के रामनगर पुलिस ने चोरी के एक मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर कल्याण कोर्ट में पेश किया था। वहां जज ने उन दोनों को पांच दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया।

दोनों आरोपियों की पैरवी कर रहे वकील अभय निखल्जे के अनुसार जब बुधवार को दोपहर पुलिस कस्टडी के बाद उन दोनों को डोम्बीवली की रामनगर पुलिस ने कल्याण कोर्ट में पेश किया तो उन दोनों ने जस्टिस डी. ए. जाधव से कुछ कहने की गुजारिश की।

जज ने इन दोनों को अपनी बात कहने की इजाजत दे दी। इन दोनों ने जो बात कही उससे सबके होश उड़ गए। इन दोनों के मुताबिक रामनगर पुलिस स्टेशन में पुलिस हिरासत के दौरान कुछ पुलिसकर्मियों ने इनसे जबरन आपस में समलैंगिक संबंध बनाने को विवश किया।

वकील अभय निखाल्जे ने कहा कि जज ने इनकी बात सुनने के बाद इन दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। लेकिन इस बात ने कहीं पुलिस ने चोरों को समलैंगिक संबंध बनाने को कहीं-न-कहीं पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है।