लीमा.लातिन अमेरिकी देश पेरू की राजधानी लीमा के एक स्वास्थ्य पुनर्वास केंद्र में लगी आग में जलकर कल 32 रोगियों की मौत हो गई।
स्थानीय रेडियो आरपीपी ने बताया कि यह आग इमारत के भीतर एक प्रेशर कुकर में विस्फोट होने के बाद लगी लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नशे की लत से जूझ रहे लोगों के पुनर्वास के लिए काम करने वाले इस केंद्र में रहने वाले मरीजों ने अपने गद्दों को आग लगा दी जो धीरे-धीरे पूरे भवन में फैल गई।
रेडियो ने बताया कि इस पुनर्वास केंद्र में नशे की लत से उबरने की कोशिश कर रहे 80 मरीज रहते थे।
उन्होंने बताया कि रोगियों के क्लीनिक से भाग जाने के डर से इन्हें बंद करके रखा गया था लेकिन आग लगने के बाद यही चीज उनके लिए घातक साबित हुई। अधिकतर मरीजों की दम घुटने की वजह से मौत हो गई। कुछ मरीज दूसरी मंजिल की खिड़की से कूदकर बच निकलने में कामयाब रहे।
अग्निकांड में बचे एक मरीज ने बताया कि क्लीनिक में बंद कुछ रोगी वहां से निकल भागना चाहते थे और इसी वजह से उन्होंने कपड़ों के ढेर में आग लगा दी। लेकिन यह आग उनके नियंत्नण के बाहर हो गई और पूरे क्लीनिक में फैल गई।
लीमा की महापौर सुसान विल्लेरान ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि पूरे मामले की विस्तृत जांच की जाएगी। शुरूआती जांच के मुताबिक इस क्लीनिक को स्थानीय प्रशासन से पुनर्वास केंद्र चलाने की इजाजत नहीं मिली थी। उन्होंने कहा कि प्रशासन को कुछ गंभीर कदम उठाने होंगे ताकि इस तरह की घटना दोबारा न हो सके।
आग में झुलसे लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दमकलकर्मी और पुलिस के जवान राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।
स्थानीय रेडियो आरपीपी ने बताया कि यह आग इमारत के भीतर एक प्रेशर कुकर में विस्फोट होने के बाद लगी लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नशे की लत से जूझ रहे लोगों के पुनर्वास के लिए काम करने वाले इस केंद्र में रहने वाले मरीजों ने अपने गद्दों को आग लगा दी जो धीरे-धीरे पूरे भवन में फैल गई।
रेडियो ने बताया कि इस पुनर्वास केंद्र में नशे की लत से उबरने की कोशिश कर रहे 80 मरीज रहते थे।
उन्होंने बताया कि रोगियों के क्लीनिक से भाग जाने के डर से इन्हें बंद करके रखा गया था लेकिन आग लगने के बाद यही चीज उनके लिए घातक साबित हुई। अधिकतर मरीजों की दम घुटने की वजह से मौत हो गई। कुछ मरीज दूसरी मंजिल की खिड़की से कूदकर बच निकलने में कामयाब रहे।
अग्निकांड में बचे एक मरीज ने बताया कि क्लीनिक में बंद कुछ रोगी वहां से निकल भागना चाहते थे और इसी वजह से उन्होंने कपड़ों के ढेर में आग लगा दी। लेकिन यह आग उनके नियंत्नण के बाहर हो गई और पूरे क्लीनिक में फैल गई।
लीमा की महापौर सुसान विल्लेरान ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि पूरे मामले की विस्तृत जांच की जाएगी। शुरूआती जांच के मुताबिक इस क्लीनिक को स्थानीय प्रशासन से पुनर्वास केंद्र चलाने की इजाजत नहीं मिली थी। उन्होंने कहा कि प्रशासन को कुछ गंभीर कदम उठाने होंगे ताकि इस तरह की घटना दोबारा न हो सके।
आग में झुलसे लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दमकलकर्मी और पुलिस के जवान राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।