लुटेरी दुल्हन तीन साल बाद आई पुलिस की गिरफ्त में, 4000 का था इनाम
राजस्थान के बूंदी जिले में नवलपुरा गांव से तीन साल पहले ससुराल पक्ष के लोगों को चकमा देकर फरार हुई लुटेरी दुल्हन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस लुटेरी दुल्हन पर 4000 रूपए का ईनाम भी था. इन्द्रगढ़ थाना पुलिस इस लुटेरी दुल्हन को पिछले तीन साल से खोज रही थी.
पुलिस गिरफ्त में आई लुटेरी दुल्हन, सोनू उर्फ सोनिया उर्फ कमला ने तीन साल पहले दलाल की मदद से नवलपुरा निवासी महावीर मीणा से मोटी रकम लेकर शादी की थी. बाद में पति और ससुराल पक्ष के लोगों को चकमा देकर फरार हो गई थी. मामले में पीङ़ित पति महावीर मीणा ने वर्ष 2016 में इऩ्द्रगढ़ थाने में मुकदमा दर्ज करवाई थी. बाद पुलिस ने दलाल व लुटेरी दुल्हन के कुछ साथियों को गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन दुल्हन स्वंय पुलिस की पकड़ में नही आ पाई थी.
तीन साल से फरार चल रही लुटेरी दुल्हन को गिरप्तार करने के लिए बूंदी जिला पुलिस द्वारा 4000 रु का ईनाम घोषित किया गया था. ऐसे में पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता द्वारा थाना प्रभारी पुरुषोतम महरिया के नेतृत्व में गठित टीम ने लुटेरी दुल्हन को पकड़ने में सफलता हासिल की है.
राजस्थान के बूंदी जिले में नवलपुरा गांव से तीन साल पहले ससुराल पक्ष के लोगों को चकमा देकर फरार हुई लुटेरी दुल्हन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस लुटेरी दुल्हन पर 4000 रूपए का ईनाम भी था. इन्द्रगढ़ थाना पुलिस इस लुटेरी दुल्हन को पिछले तीन साल से खोज रही थी.
पुलिस गिरफ्त में आई लुटेरी दुल्हन, सोनू उर्फ सोनिया उर्फ कमला ने तीन साल पहले दलाल की मदद से नवलपुरा निवासी महावीर मीणा से मोटी रकम लेकर शादी की थी. बाद में पति और ससुराल पक्ष के लोगों को चकमा देकर फरार हो गई थी. मामले में पीङ़ित पति महावीर मीणा ने वर्ष 2016 में इऩ्द्रगढ़ थाने में मुकदमा दर्ज करवाई थी. बाद पुलिस ने दलाल व लुटेरी दुल्हन के कुछ साथियों को गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन दुल्हन स्वंय पुलिस की पकड़ में नही आ पाई थी.
तीन साल से फरार चल रही लुटेरी दुल्हन को गिरप्तार करने के लिए बूंदी जिला पुलिस द्वारा 4000 रु का ईनाम घोषित किया गया था. ऐसे में पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता द्वारा थाना प्रभारी पुरुषोतम महरिया के नेतृत्व में गठित टीम ने लुटेरी दुल्हन को पकड़ने में सफलता हासिल की है.