जैसलमेर ,ये होती है कलेक्टरी, आहत को हाथों हाथ राहत*
*जयपुर में आईएएस की तैयारी कर रही जैसाण की बेटी को जेसलमेर आने की हाथों हाथ दी परमिशन*
जैसलमेर कोरोना संक्रमण से सुरक्षा और लॉक डाउन की पालना में जिला प्रशासन ने जो धरातल पर कार्य कर आमजन से वाह वाही लूटी है तो इसके पीछे एक किरदार है नमित मेहता।।जिला कलेक्टर जेसलमेर।।वर्त्तमान में जेसलमेर का हर व्यक्ति मेहता की कार्यशैली का मुरीद है। प्रशासनिक कार्यकुशलता के साथ मानवीय संवेदनाएं उनके कूट कूट कर भरी है।।लॉक डाउन की स्थति में जेसलमेर के छात्र छात्राओं को कोटा से लाने का मामला हो या प्रवासियों को उनके गृह स्थान भेजने का कुशल प्रबंधन का परिचय दिया।।ऐसे ही रविवार को एक व्यक्ति जिला कलेक्टर के पास पहुंचता है तथा उनकी बेटी जो जयपुर में आईएएस की तैयारी कर रही है को जेसलमेर लाने के लिए स्वीकृति का निवेदन किया।जिला कलेक्टर ने एक क्षण लगाए बिना बच्ची के पिता को स्वीकृति देने की प्रक्रिया शुरू कर एक घण्टे में परमिशन दे दी।।बात कर रहे कि जैसलमेर के व्यवसायी सोनी मदन लायचा की।। सोनी मदन लायचा की बेटी गायत्री सोनी लायचा जयपुर में यू पी एस सी की तैयारी कर रही है।पिछले छह माह से जेसलमेर नहीं आई।।आईएएस की तैयारी कर रही गायत्री पिछले माह मार्च में जेसलमेर आना चाहती थी मगर इसी बीच लॉक डाउन लग जाने से घर वापसी नही हो पाई।।गायत्री के माता पिता ने खूब धैर्य रखा।।लेकिन जैसे लॉक डाउन 3 की घोषण हुई उनका और बेटी का धैर्य जवाब देने लग गया।।बेटी को जयपुर से लाना बड़ी चिंता का कारण बन गया।।फिर सोनी मदन लायचा ने इधर उधर प्रयास किये की बेटी को लाने की परमिशन मिल जाये मगर निराशा हाथ लगी। किसी व्यक्ति से सलाह मशविरा किया तो सोनी मदन लायचा को बिना किसी सिफारिश के सीधे जिला कलेक्टर नमित मेहता से मिलने का सुझाव दिया।।रविवार को साधारण पेज पर अर्जी लिख मदन लाल जिला कलेक्टर से मिले।वस्तु स्थति बताई।।जिला कलेक्टर ने जैसाण की बेटी की घर वापसी चंद क्षणों में तय कर मदन लाल को जयपुर जाकर बेटी को लाने की परमिशन देकर मानवता का परिचय दिया।मदन लाल की खुशी का कोई ठिकाना नही।।कलेक्टर को दुआएं देते हुए रविवार शाम को बेटी गायत्री सोनी लायचा को घर लाने के लिए जयपुर रवाना हो रहे।।जिला कलेक्टर ने मदन लाल को जयपुर से बेटी के आने पर लॉक डाउन की पालना,स्क्रीनिंग और होम आइसोलेशन की हिदायतें दी।।
मेरे लिए जिला कलेक्टर नमित मेहता देवदूत से कम नहीं।।मेरी बेटी जयपुर में आईएएस की तैयारी कर रही जे।पिछले डेढ़ माह के लॉक डाउन में काफी परेशानियां झेलनी पड़ी।बेटी को जेसलमेर लाना था।परमिशन चाहिए थी।जिला कलेक्टर ने बिना कोई समय गंवाए परमिशन दे दी।।कलेक्टर साब ने मानवीय संवेदना का परिचय दिया वो बहुत कम अद्धिकारियो में होता।।सलाम करता हूँ ऐसे कर्मवीर अधिकारी को। मदन लाल लायचा जैसलमेर
*जयपुर में आईएएस की तैयारी कर रही जैसाण की बेटी को जेसलमेर आने की हाथों हाथ दी परमिशन*
जैसलमेर कोरोना संक्रमण से सुरक्षा और लॉक डाउन की पालना में जिला प्रशासन ने जो धरातल पर कार्य कर आमजन से वाह वाही लूटी है तो इसके पीछे एक किरदार है नमित मेहता।।जिला कलेक्टर जेसलमेर।।वर्त्तमान में जेसलमेर का हर व्यक्ति मेहता की कार्यशैली का मुरीद है। प्रशासनिक कार्यकुशलता के साथ मानवीय संवेदनाएं उनके कूट कूट कर भरी है।।लॉक डाउन की स्थति में जेसलमेर के छात्र छात्राओं को कोटा से लाने का मामला हो या प्रवासियों को उनके गृह स्थान भेजने का कुशल प्रबंधन का परिचय दिया।।ऐसे ही रविवार को एक व्यक्ति जिला कलेक्टर के पास पहुंचता है तथा उनकी बेटी जो जयपुर में आईएएस की तैयारी कर रही है को जेसलमेर लाने के लिए स्वीकृति का निवेदन किया।जिला कलेक्टर ने एक क्षण लगाए बिना बच्ची के पिता को स्वीकृति देने की प्रक्रिया शुरू कर एक घण्टे में परमिशन दे दी।।बात कर रहे कि जैसलमेर के व्यवसायी सोनी मदन लायचा की।। सोनी मदन लायचा की बेटी गायत्री सोनी लायचा जयपुर में यू पी एस सी की तैयारी कर रही है।पिछले छह माह से जेसलमेर नहीं आई।।आईएएस की तैयारी कर रही गायत्री पिछले माह मार्च में जेसलमेर आना चाहती थी मगर इसी बीच लॉक डाउन लग जाने से घर वापसी नही हो पाई।।गायत्री के माता पिता ने खूब धैर्य रखा।।लेकिन जैसे लॉक डाउन 3 की घोषण हुई उनका और बेटी का धैर्य जवाब देने लग गया।।बेटी को जयपुर से लाना बड़ी चिंता का कारण बन गया।।फिर सोनी मदन लायचा ने इधर उधर प्रयास किये की बेटी को लाने की परमिशन मिल जाये मगर निराशा हाथ लगी। किसी व्यक्ति से सलाह मशविरा किया तो सोनी मदन लायचा को बिना किसी सिफारिश के सीधे जिला कलेक्टर नमित मेहता से मिलने का सुझाव दिया।।रविवार को साधारण पेज पर अर्जी लिख मदन लाल जिला कलेक्टर से मिले।वस्तु स्थति बताई।।जिला कलेक्टर ने जैसाण की बेटी की घर वापसी चंद क्षणों में तय कर मदन लाल को जयपुर जाकर बेटी को लाने की परमिशन देकर मानवता का परिचय दिया।मदन लाल की खुशी का कोई ठिकाना नही।।कलेक्टर को दुआएं देते हुए रविवार शाम को बेटी गायत्री सोनी लायचा को घर लाने के लिए जयपुर रवाना हो रहे।।जिला कलेक्टर ने मदन लाल को जयपुर से बेटी के आने पर लॉक डाउन की पालना,स्क्रीनिंग और होम आइसोलेशन की हिदायतें दी।।
मेरे लिए जिला कलेक्टर नमित मेहता देवदूत से कम नहीं।।मेरी बेटी जयपुर में आईएएस की तैयारी कर रही जे।पिछले डेढ़ माह के लॉक डाउन में काफी परेशानियां झेलनी पड़ी।बेटी को जेसलमेर लाना था।परमिशन चाहिए थी।जिला कलेक्टर ने बिना कोई समय गंवाए परमिशन दे दी।।कलेक्टर साब ने मानवीय संवेदना का परिचय दिया वो बहुत कम अद्धिकारियो में होता।।सलाम करता हूँ ऐसे कर्मवीर अधिकारी को। मदन लाल लायचा जैसलमेर
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