सोमवार, 15 जुलाई 2019

राजस्थान: प्रेम विवाह करने पर पंचायत ने सुनाया तुगलकी फरमान, मामला दर्ज

राजस्थान: पाली,प्रेम विवाह करने पर पंचायत ने सुनाया तुगलकी फरमान, मामला दर्ज

राजस्थान: प्रेम विवाह करने पर पंचायत ने सुनाया तुगलकी फरमान, मामला दर्ज
(पाली): राजस्थान के पाली जिले में एक जातीय पंचायत ने प्रेम-विवाह करने पर परिवार के खिलाफ तुगलकी फरमान सुनाया. पंचायत के दौरान विवाह करने वाले लड़के के पिता के साथ मारपीट भी की गई. जिसके बाद वो घायल हो गया. लेकिन घायल को हॉस्पिटल पहुंचाने वाले को पंचों ने आर्थिक दंड का फैसला सुनाते हुए उसका भी हुक्का पानी बंद कर दिया.

घटना के सामने आने के बाद कालु थाने में कोर्ट के इस्तगाते के माध्यम से 23 पंचो के खिलाफ मामला दर्ज किय़ा गया है. मामले में पीड़ित परिवार न्याय के लिये पुलिस के आलाधिकारियों के पास चक्कर काट रहे हैं.

जानिए क्या है मामला
जैतारण के आनंदपुर कालु गांव के पास माली समाज के युवक व युवती के शादी की नीयत से भगाकर ले जाने के मामले में बस्सी चोराया पर महापंचायत का आयोजन हुआ. पंचायत के दौरान दौरान लड़के के पिता दुदाराम को पीटकर घायल कर दिया गया. इस दौरान गांव के रहने वाले अन्य ग्रामीण ने किसी तरह घायल पीड़ित को हॉस्पिटल पहुंचाया. जिस कारण पंचायत उनपर भी नाराज हो गई. जिसके बाद पंचायत ने पीड़ित को मदद करने वाले रामप्रकाश भाटी को कहा कि समाज में एक लाख 51 हजार रुपये जमा करे. पंचायत ने रुपये जमा कराने के बाद दोबारा 11 लाख रुपये का दंड सुनाया. इसके साथ रुपये जमा नहीं कराने पर समाज से बहिष्कृत करने का फरमान सुनाया.


जाति पंचायत को प्यार गुजरा नागवार
आनंदपुर कालू में रहने वाले माली जाति के युवक-युवती एक दूसरे को प्यार करते थे. लेकिन समाज की पंचायत को उनका प्यार नागवार गुजरा. बाद में दोनों ने भागकर शादी कर ली. जिसके बाद समाज के पंचो ने पंचायत बुलाई. इस दौरान पंचायत में लड़के के पिता के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया. इसके अलावा समाज के ठेकेदार बने पंचों ने युवक के पिता के साथ मारपीट भी की.

23 पंचो के खिलाफ मामला दर्ज
घटना के बाद पीड़ित रामप्रकाश आनंदपुर थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे. लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया गया. जिसके बाद कोर्ट के इस्तगासे से 23 पंचो के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इस संबंध में जेतारण वृत्त के डीवाईएसपी सुरेश कुमार ने बताया कि मामले में अनुसंधान जारी है.

पीड़ित परिवार लगा रहे हैं आरोप
वहीं, पीड़ित परिवार का आरोप है कि राजनीतिक दबाव के कारण कानून उनकी कोई भी मदद नहीं कर पा रहा है. परिवार का आरोप है कि 15 दिन बीतने के बाद आरोपी बैखौफ खुले में घूम रहे हैं. 

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