, जोधपुर ट्रैफिक पुलिस को मिले बॉडी कैमरे जोधपुर।
ट्रैफिक पुलिस को लेकर आए दिन भ्रष्टाचार के किस्से सुनने को मिलते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक एसीपी ने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को बॉडी कैमरा दिया गया है। बॉडी कैमरे में व्यक्ति की गाड़ी रुकवाने पर उसको उसकी वार्तालाप तक के फोटो के साथ वीडियो भी बनेगा। इससे यदि कोई व्यक्ति झूठ बोलेगा तो इस कैमरे से पकड़ा जा सकेगा। जोधपुर ट्रैफिक एसपी निर्मला विश्नोई ने बताया कि यह बॉडी कैमरे उन जगहों के ट्रैफिक हवलदार को उपलब्ध करवाए गए हैं, जहां पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। इससे पुलिस की छवि आम लोगों में बरकरार रह सके। एसपी ने बताया कि पूरे जोधपुर शहर में कुल 5 कैमरे दिए गए हैं, जिनसे स्पष्ट रिकॉर्डिंग होती है। 28gb इसकी बैकअप मेमोरी भी है।इस कैमरे में हर वो बात रिकॉर्ड की जा सकेगी, जो गाड़ी रुकवाने से लेकर चालान बनाने तक कई बार देखने को मिलता है कि पुलिस कर्मियों द्वारा चालान बनाते वक्त लोग उलझते हैं। इसके बाद पुलिसकर्मियों को ही दोषी ठहराया जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह बॉडी कैमरा ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को दिए गए हैं।
ट्रैफिक पुलिस को लेकर आए दिन भ्रष्टाचार के किस्से सुनने को मिलते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक एसीपी ने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को बॉडी कैमरा दिया गया है। बॉडी कैमरे में व्यक्ति की गाड़ी रुकवाने पर उसको उसकी वार्तालाप तक के फोटो के साथ वीडियो भी बनेगा। इससे यदि कोई व्यक्ति झूठ बोलेगा तो इस कैमरे से पकड़ा जा सकेगा। जोधपुर ट्रैफिक एसपी निर्मला विश्नोई ने बताया कि यह बॉडी कैमरे उन जगहों के ट्रैफिक हवलदार को उपलब्ध करवाए गए हैं, जहां पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। इससे पुलिस की छवि आम लोगों में बरकरार रह सके। एसपी ने बताया कि पूरे जोधपुर शहर में कुल 5 कैमरे दिए गए हैं, जिनसे स्पष्ट रिकॉर्डिंग होती है। 28gb इसकी बैकअप मेमोरी भी है।इस कैमरे में हर वो बात रिकॉर्ड की जा सकेगी, जो गाड़ी रुकवाने से लेकर चालान बनाने तक कई बार देखने को मिलता है कि पुलिस कर्मियों द्वारा चालान बनाते वक्त लोग उलझते हैं। इसके बाद पुलिसकर्मियों को ही दोषी ठहराया जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह बॉडी कैमरा ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को दिए गए हैं।
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