मैं किसी की चाकरी करने के लिए पैदा नहीं हुआ...चाहे वो पीएम मोदी ही क्यों ना होंः कटारिया
भीलवाड़ा. राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारियां जिस बेबाकी के लिए जाने जाते है उसी बेबाकी का नुमूना कटारियां ने आज एमएलवी कॉलेज में छात्र संघ उद्घाटन समारोह में दिखाया. कटारियां ने अपने उद्बोधन में कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् व्यक्तिवाद के खिलाफ है.
नेता प्रतिपक्ष कटारिया ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चाकरी नहीं कर रहे है वे राष्ट्रसेवक हैं और उनका संगठन राष्ट्रसेवक बनने का जज्बा देता है. उन्होने कि मैं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् से निकला एक सिपाही हूं जो राष्ट्र सेवा के लिए 18 महीने जेल में रहा. हमारे साथियों ने आपातकाल के दौरान अमानवीय यातनाऐं झेली. हम अपराधी नहीं थे, बस हममें जज्बा था राष्ट्र के लिए लडने का.
समारोह में कटारिया के संबोधन के दौरान जब एनएसयूआई कार्यकताओं ने जमकर नारेबाजी की तो कटारिया ने कहा कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है. छात्रसंघ उद्घाटन समारोह में माता-पिता को बुलाने व राजनेताओं का विरोध के मामले पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि राजनेताओं के आने से विकास की घोषणाएं होती है और विकास की राह निकलती है.
उन्होने कहा कि इस कार्यक्रम में आने के लिए उन्हें कलेक्टर ने मना किया था लेकिन मैं स्वंय एबीवीपी का एक सक्रिय कार्यकर्ता रहा हूं और मैं किसी से नहीं डरता. कर्ज माफी के सवाल पर उन्होने कहा कि सरकार ने बिना होमवर्क के जल्दबाजी में कर्जमाफी लागू कर दी है. ऐसे में हंगामा होना लाजमी है. 10 दिन में कोई भी कर्जमाफी नहीं कर सकता, उसके लिए पहले कई तरह के सर्वे होने जरूरी हैं.
भीलवाड़ा. राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारियां जिस बेबाकी के लिए जाने जाते है उसी बेबाकी का नुमूना कटारियां ने आज एमएलवी कॉलेज में छात्र संघ उद्घाटन समारोह में दिखाया. कटारियां ने अपने उद्बोधन में कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् व्यक्तिवाद के खिलाफ है.
नेता प्रतिपक्ष कटारिया ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चाकरी नहीं कर रहे है वे राष्ट्रसेवक हैं और उनका संगठन राष्ट्रसेवक बनने का जज्बा देता है. उन्होने कि मैं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् से निकला एक सिपाही हूं जो राष्ट्र सेवा के लिए 18 महीने जेल में रहा. हमारे साथियों ने आपातकाल के दौरान अमानवीय यातनाऐं झेली. हम अपराधी नहीं थे, बस हममें जज्बा था राष्ट्र के लिए लडने का.
समारोह में कटारिया के संबोधन के दौरान जब एनएसयूआई कार्यकताओं ने जमकर नारेबाजी की तो कटारिया ने कहा कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है. छात्रसंघ उद्घाटन समारोह में माता-पिता को बुलाने व राजनेताओं का विरोध के मामले पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि राजनेताओं के आने से विकास की घोषणाएं होती है और विकास की राह निकलती है.
उन्होने कहा कि इस कार्यक्रम में आने के लिए उन्हें कलेक्टर ने मना किया था लेकिन मैं स्वंय एबीवीपी का एक सक्रिय कार्यकर्ता रहा हूं और मैं किसी से नहीं डरता. कर्ज माफी के सवाल पर उन्होने कहा कि सरकार ने बिना होमवर्क के जल्दबाजी में कर्जमाफी लागू कर दी है. ऐसे में हंगामा होना लाजमी है. 10 दिन में कोई भी कर्जमाफी नहीं कर सकता, उसके लिए पहले कई तरह के सर्वे होने जरूरी हैं.
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