बाड़मेर शिव में भाजपा का ओ बी सी दांव,दावेदारी मांगी ,धन सिंह मौसेरी की प्रबल दावेदारी
*बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक की खास रिपोर्ट*
*बाड़मेर शिव बिधायक मानवेन्द्र सिंह के कमल का फूल हमारी भूल के नारे के साथ असमंज की स्थति में आई भाजपा शिव बिधानसभा में कई बिकल्प खोज रही है ।।संगठन मंत्री चंद्रशेखर द्वार करवाये सर्वे में भाजपा यहां बड़ी हार के साथ विदा होती दिख रही।।संगठन मंत्री ने मानवेन्द्र सिंह के विकल्प के तौर पर राजपूत और ओबीसी वर्ग से छानबीन शुरू की।।आरएसएस लॉबी द्वारा अपने प्रत्यासी का नाम भेज दिया गया।।तो फोगेरा सरपंच ने भी अपने दो कार्यकाल में सरपंच का चुनाव निर्विरोध जितने को आधार बना टिकट की दावेदारी की।।पार्टी स्तर पर यह मंथन हुआ कि शिव क्षेत्र में परिस्थतियां अनुकूल नही है ऐसे में राजपूत उम्मीदवार के साथ साथ ओबीसी वर्ग से भी दावेदारी लेनी चाहिए साथ ही ओबीसी को टिकट देने पर इस बार न सही मगर अगले विधानसभा चुनाव में इसका क्या नफा नुकसान हो सकता चर्चा कर ओबीसी वर्ग से धन सिंह मौसेरी को दावेदारी पेश करने को निर्देशित किया गया। सूत्रानुसार धन सिंह मौसेरी आरएसएस से जुड़े स्वयं सेवक है जो भाजपा में संगठन के विभिन पदों पर अपनी जिम्मेदारी निर्वहन कर रहे।मौसेरी AA क्लास ठेकेदार है।।राणा राजपूत समाज से है। शिव के मौसेरी गांव के निवासी है। सरल और सहज व्यवहार के कारण जाने जाते है। मौसेरी ने आदर्श बिद्या मन्दिर गिराब में अध्यापन के साथ तीन साल तक शाखा का संचालन कर सीमावर्ती लोगो को संघ की विचारधारा से जोड़ने में सफलता पाई।संघ पृष्ठभूमि के साथ ही वो भाजपा व्यावसायिक प्रकोष्ठ के जिला सह संयोजक पद पर कार्यरत है तो भाजपा के कई कार्यक्रमो में शिव के प्रभारी,सह ससंयोजक भी रहे।।उनकी दावेदारी का मुख्य कारण उनका मिलनसार होना है।पार्टी द्वारा यह सोच के की ओबीसी को टिकट देने पर जिले की बाकी आठ सीट पर ओबीसी को भाजपा से जोड़ने में सफलता मिल सकती है।विकल्प पे विचार कर रहे है। सूत्रानुसार धन सिंह मौसेरी की जाट, ओबीसी,मेघवाल वर्ग में अच्छी पकड़ है साथ ही शिव के निवासी होने का भी उन्हें फायदा मिल सकता है।।भाजपा ओबीसी कार्ड खेलने की इच्छुक लग रही। आज़ादी के बाद पहली बार भाजपा ने ओबीसी से दावेदारी मांगी है।।भाजपा राजपूतो की नाराजगी के आगे झुकने की बजाय अन्य विकल्प खोजने शुरू कर दिए। सूत्रानुसार धन सिंह मौसेरी व्यवसाय में है।।उनका राजनीतिक दायरा भी लम्बे है।।ओबीसी होने से जाट मतदाता उनके साथ सीधे तौर पे भाजपा के नाम पर जुड़ सकते है।क्योंकि शिव में कॉंग्रेस नेरा अमीन खान से जाटों की नाराजगी जग जाहिर है।राणा राजपूतो के अच्छी खासी संख्या में शिव में वोटर है।।साथ ही कुम्हार,पुरोहित,माली,सुथार भी लगभग तीस हजार के करीब है।।राणा राजपूतो की संख्या करीब अट्ठाइस हज़ार है। जिसको देखते हुए ओबीसी में राणा राजपूत को प्राथमिकता दी है।।इधर धन सिंह मौसेरी चुनाव लड़ने में भी आर्थिक रूप से सक्षम है।भाजपा राजस्थान भर में नाराज राणा राजपूतो को यह संदेश देना चाहती है कि आप भले नाराज हो मगर हम आपको टिकट दे रहे।शिव की चुनावी सियासत अब गर्माने लगी है।तीन युवा एक साथ दावेदारी पेश कर रहे।।पार्टी ने तीनों के सी वी मंगवाए है।।आंकलन और निर्णयय पार्टी का होगा पर एक बार क्षेत्र में हलचल मचा दी है।।
*बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक की खास रिपोर्ट*
*बाड़मेर शिव बिधायक मानवेन्द्र सिंह के कमल का फूल हमारी भूल के नारे के साथ असमंज की स्थति में आई भाजपा शिव बिधानसभा में कई बिकल्प खोज रही है ।।संगठन मंत्री चंद्रशेखर द्वार करवाये सर्वे में भाजपा यहां बड़ी हार के साथ विदा होती दिख रही।।संगठन मंत्री ने मानवेन्द्र सिंह के विकल्प के तौर पर राजपूत और ओबीसी वर्ग से छानबीन शुरू की।।आरएसएस लॉबी द्वारा अपने प्रत्यासी का नाम भेज दिया गया।।तो फोगेरा सरपंच ने भी अपने दो कार्यकाल में सरपंच का चुनाव निर्विरोध जितने को आधार बना टिकट की दावेदारी की।।पार्टी स्तर पर यह मंथन हुआ कि शिव क्षेत्र में परिस्थतियां अनुकूल नही है ऐसे में राजपूत उम्मीदवार के साथ साथ ओबीसी वर्ग से भी दावेदारी लेनी चाहिए साथ ही ओबीसी को टिकट देने पर इस बार न सही मगर अगले विधानसभा चुनाव में इसका क्या नफा नुकसान हो सकता चर्चा कर ओबीसी वर्ग से धन सिंह मौसेरी को दावेदारी पेश करने को निर्देशित किया गया। सूत्रानुसार धन सिंह मौसेरी आरएसएस से जुड़े स्वयं सेवक है जो भाजपा में संगठन के विभिन पदों पर अपनी जिम्मेदारी निर्वहन कर रहे।मौसेरी AA क्लास ठेकेदार है।।राणा राजपूत समाज से है। शिव के मौसेरी गांव के निवासी है। सरल और सहज व्यवहार के कारण जाने जाते है। मौसेरी ने आदर्श बिद्या मन्दिर गिराब में अध्यापन के साथ तीन साल तक शाखा का संचालन कर सीमावर्ती लोगो को संघ की विचारधारा से जोड़ने में सफलता पाई।संघ पृष्ठभूमि के साथ ही वो भाजपा व्यावसायिक प्रकोष्ठ के जिला सह संयोजक पद पर कार्यरत है तो भाजपा के कई कार्यक्रमो में शिव के प्रभारी,सह ससंयोजक भी रहे।।उनकी दावेदारी का मुख्य कारण उनका मिलनसार होना है।पार्टी द्वारा यह सोच के की ओबीसी को टिकट देने पर जिले की बाकी आठ सीट पर ओबीसी को भाजपा से जोड़ने में सफलता मिल सकती है।विकल्प पे विचार कर रहे है। सूत्रानुसार धन सिंह मौसेरी की जाट, ओबीसी,मेघवाल वर्ग में अच्छी पकड़ है साथ ही शिव के निवासी होने का भी उन्हें फायदा मिल सकता है।।भाजपा ओबीसी कार्ड खेलने की इच्छुक लग रही। आज़ादी के बाद पहली बार भाजपा ने ओबीसी से दावेदारी मांगी है।।भाजपा राजपूतो की नाराजगी के आगे झुकने की बजाय अन्य विकल्प खोजने शुरू कर दिए। सूत्रानुसार धन सिंह मौसेरी व्यवसाय में है।।उनका राजनीतिक दायरा भी लम्बे है।।ओबीसी होने से जाट मतदाता उनके साथ सीधे तौर पे भाजपा के नाम पर जुड़ सकते है।क्योंकि शिव में कॉंग्रेस नेरा अमीन खान से जाटों की नाराजगी जग जाहिर है।राणा राजपूतो के अच्छी खासी संख्या में शिव में वोटर है।।साथ ही कुम्हार,पुरोहित,माली,सुथार भी लगभग तीस हजार के करीब है।।राणा राजपूतो की संख्या करीब अट्ठाइस हज़ार है। जिसको देखते हुए ओबीसी में राणा राजपूत को प्राथमिकता दी है।।इधर धन सिंह मौसेरी चुनाव लड़ने में भी आर्थिक रूप से सक्षम है।भाजपा राजस्थान भर में नाराज राणा राजपूतो को यह संदेश देना चाहती है कि आप भले नाराज हो मगर हम आपको टिकट दे रहे।शिव की चुनावी सियासत अब गर्माने लगी है।तीन युवा एक साथ दावेदारी पेश कर रहे।।पार्टी ने तीनों के सी वी मंगवाए है।।आंकलन और निर्णयय पार्टी का होगा पर एक बार क्षेत्र में हलचल मचा दी है।।
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