बाड़मेर 500 से अधिक बिजली कर्मचारी 17 से अनिष्चिकालीन अवकाष पर
राजस्थान विद्युत संयुक्त कर्मचारी एकता मंच के बैनर तले जयपुर में करेगे महापड़ाव, जिला कलेक्टर और अधीक्षण अभियंता को सौपे 514 कर्मचारियों के अवकाष के प्रार्थना पत्र
बाड़मेर, 13 सितंबर।
पांच सूत्री मांगो को लेकर राजस्थान विद्युत संयुक्त कर्मचारी एकता मंच के बैनर तले बिजलीकर्मी 17 सितंबर से अनिष्चितकालीन अवकाष पर रहेगे एवं जयपुर में महापड़ाव डालेगे। अवकाष पर रहने वाले 514 कर्मचारियों की सूची गुरूवार को मंच द्वारा जिला कलेक्टर बाड़मेर व अधीक्षण अभियंता बाड़मेर को सौपी गई।
राजस्थान विद्युत संयुक्त कर्मचारी एकता मंच शाखा बाड़मेर के उर्जाराम चौधरी, उम्मेदाराम चौधरी, जेठाराम शर्मा, ललित बाकोलिया, नरेन्द्रसिंह, रमेष पंवार, राजेन्द्र चोधरी, लिखमाराम, चुन्नीलाल, विजय कुमार, चेनाराम सहित कर्मचारियों के प्रतिनिधि मंडल ने गुरूवार को अवकाष की सूचना सौपी।
पीयर्स के जिलाध्यक्ष उर्जाराम चौधरी, उम्मेदाराम चौधरी एवं ललित बाकोलिया ने बताया कि राज्य सरकार एवं विद्युत प्रषासन लंबे समय से अभियंताओं एवं कर्मचारियों की वाजिब मांगो का निस्तारण नहीं कर रही हैं जिससे कार्मिको में रोष व्याप्त है। इंटक के जेठाराम शर्मा ने कहा कि सरकार की हठधर्मिता के खिलाफ कर्मचारी जयपुर कुच करेगे और वहां से मांगे नहीं माने जाने तक नहीं हटने वाले। उन्होने सभी कर्मचारियों से जयपुर चलने का आव्हान किया।
राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएषन के प्रदेष प्रवक्ता रमेष पंवार ने कहा कि संयुक्त मंच द्वारा पहले जिला मुख्यालय पर एवं बाद में 6 सितंबर को डिस्कॉम मुख्यालय पर धरना देकर प्रदर्षन किया। मगर अब तक सरकार ने इन मांगो को लेकर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाए है। राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएषन के जिलाध्यक्ष नरेन्द्रसिंह ने कहा कि बिजली कर्मचारी की मांगो को लेकर ज्वलंत समस्याओं को लेकर आंदोलनरत हैं, लेकिन कर्मचारियों में एकता नहीं होने के कारण अब तक मांगे पूरी नहीं हो रही हैं।
मांग पत्र में यह मांगे रहेगी प्रमुखः
ज्ञापन में आईटीआई कर्मचारियों को नियुक्ति तिथी से ग्रेड पे 2400 देने, कनिष्ठ अभियंताओं को अन्य विभागों की तरह ग्रेड पे 4800 देने, अधिमानता के आधार पर हायर सैकेण्डरी उर्तीण कर्मचारियों को लिपिक बनाने, विद्युत निगमों में वेतन श्रृंखला 1 से 6 तक कार्यरत अधिकारी, कर्मचारियों की पदोन्नति 3 वर्ष में अनिवार्य रूप से करने, 2 से 6 पे स्केल तक के तकनीकी कर्मचारियों की वरिष्ठता सूची निगम स्तर पर बनाने की मांग की जाएगी। इसी क्रम में 2004 के पष्चात भर्ती सभी कर्मचारियों पर लागू मेडिक्लेम पॉलिसी को कैषलेस करने, पांचों निगमों में बकाया प्रोत्साहन राषि का वितरण करने, पेंषन, फंड, पीएमसीएफ फंड में सभी निगमों की बकाया राषि प्रति माह नियमित भुगतान करने, 2004 के पष्चात भर्ती हुए कर्मचारियों को पूर्व के समान पेंषन लागू करने, पांचों निगमों में कार्यरत कर्मचारियों के लिए पारस्परिक स्थानान्तरण नीति लागू करने, फीडर इंचार्ज के नाम पर तकनीकी कर्मचारियों का शोषण बंद करने की मांग शामिल हैं
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