मंगलवार, 13 मार्च 2018

बाड़मेर तीन बच्चो का बाप प्रेमिका के साथ हुआ फरार

  बाड़मेर तीन बच्चो का बाप प्रेमिका के साथ हुआ फरार 

मामला दर्ज हुए बीता महिना, पुलिस ने मूँद रखी आँखें  
बाड़मेर- अवैध संबंधों के चलते तीन बच्चों सहित अपनी पत्नी को छोड़ युवक अपनी प्रेमिका के साथ फरार हो गया। जिसके बाद उसकी पत्नी प्रमिला अपने पति प्रेमाराम माली व उसका सहयोग करने वालों के खिलाफ महिला थाना बाड़मेर में मामला दर्ज करवाकर पति को ढूंढने के साथ पति की करतूत में सहयोग करने वालों के खिलाफ़ कार्यवाही करने की मांग की।

मामला दर्ज हुए करीब 1 माह से अधिक समय बीत चुका हैं और महिला थाना पुलिस के पास सिवाय आश्वासन देने के और कुछ नहीं है। पीड़ित प्रमिला ने जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. गगनदीप सिंगला से पहले भी एक बार मिल चुकी है। लेकिन, किसी प्रकार की कोई कार्यवाही होती नज़र नहीं आ रही। पुलिस की सुस्ती के कारण 3 छोटे- छोटे बच्चों की मां दर-ब-दर भटकने को मजबूर है। पति के किसी अन्य महिला के साथ भाग जाने के बाद ससुराल पक्ष ने भी उसे घर से बाहर निकाल दिया। ‘तीन बच्चों को लेकर आख़िर मैं कहां जाऊं’ कहते- कहते प्रमिला की आंखों से आंसू छलक जाते है।

प्रमिला ने जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. गगनदीप सिंगला को आज मंगलवार दूसरी बार ज्ञापन सौंपा। साथ ही पति को ढूंढने व आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।

क्या है पूरा मामला

प्रमिला (25) पुत्री बाबूलाल जाति माली। जिसकी शादी करीब 7 वर्ष पूर्व प्रेमाराम पुत्र उत्तमाराम निवासी कोऑपरेटिव सोसायटी के पास, चौहटन रोड़ बाड़मेर में हुई। उसके 3 छोटे- छोटे बच्चे भी है।

पति प्रेमाराम का अन्य महिलाओं के साथ अवैध सम्बंध चल रहा था। इसी वजह से आरोपी पति प्रेमाराम अपनी पत्नी प्रमिला के साथ मारपीट करता रहता था। 18 दिसंबर को प्रेमाराम ने अपनी पत्नी प्रमिला के साथ मारपीट की और घर से तीन तौला सोना, 20 हज़ार रुपये लेकर जशोदा पत्नी डूंगराराम के साथ फरार हो गया और उसने जशोदा के साथ अवैध शादी भी कर ली।

जिला पुलिस अधीक्षक को दिए ज्ञापन में प्रमिला बताती है कि पूरी घटना मेरे ससुर उत्तमाराम, सास शनिदेवी, पड़ौसी गनु देवी पत्नी मूलाराम, ननद गीता पत्नी मनीष, पति के मामा नगाराम व पति के दोस्त ललित की मिलीभगत से घटित हुई है व ये सब आपस मे मिले हुए है। प्रमिला ने बताया कि सभी लोगों ने मेरे साथ धोखा करने की नीयत से मेरे पति को भगाया है।

ज्ञापन में प्रमिला ने बताया कि पूरी घटना की रिपोर्ट मैंने महिला थाने में दी। ज़िस पर महिला पुलिस थाने ने सीआर नंबर 12/2018 मामला दर्ज कर धारा 498 ए, 406, 494 भादस के तहत जांच शुरु की। मामला दर्ज हुए करीब महीने भर का समय बीत चुका है। लेकिन, पुलिस किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं कर रही है।

ससुराल पक्ष ने निकाला घर से बाहर

घटना को करीब तीन माह बीत गए है और मामला दर्ज करवाए भी करीब 1 महीने से ज़्यादा का समय बीत चुका है। पुलिस कार्यवाही करने के बजाय केवल आश्वासन देते ही नजर आ रही है। प्रमिला को ससुराल पक्ष ने भी घर से बाहर निकाल दिया और प्रमिला अब दर-ब-दर भटकने को मजबूर है। प्रमिला बताती है कि उसके तीन बच्चे है जिसे लेकर वो फिलहाल अपने पीहर में रह रही है। आखिर वो तीन बच्चों को लेकर कहाँ जाए। ये उसके लिए बड़ा सवाल है। वो कहती है कि मेरे बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है, आखिर उनका और मेरा क्या क़ुसूर है और पुलिस आश्वासन से बाज़ नहीं आ रही।



5 दिन में पुलिस ने कार्यवाही नहीं की तो, बच्चों के साथ कर लूंगी जीवन समाप्त

प्रमिला कहती है कि मैं पुलिस थाने के चक्कर लगाते-लगाते परेशान हो गई हूं, पुलिस कोई कार्यवाही भी नहीं कर रही। जब भी थाने गई…यही आश्वासन मिला कि जल्द ही मामले मे कार्यवाही की जाएगी। उसने कहा कि 5 दिन तक पुलिस अगर कोई कार्यवाही नहीं करती है तो, मैं अपने बच्चों के साथ अपनी जान दे दूँगी। जिसकी समस्त जिम्मेदारी पुलिस एवं जिला प्रशासन की होगी।

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