सुर्खियों में रहने वाले इस IPS ने 'हवालात' रखा अपने घर का नाम
पुलिस आमतौर पर अन्य लोगों को हवालात (जेल) में बंद करती है लेकिन राजस्थान में भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी ने अपने घर का नाम हवालात रखकर उसमें रह रहे हैं. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रैंक के अधिकारी इंदू भूषण वर्तमान में पद की प्रतिक्षा में रखा गया है. हवालात नामक उनका घर जयपुर के हनुमान नगर विस्तार क्षेत्र में स्थित है.
भूषण ने बताया, ‘मैंने अपने घर का नाम हवालात पिछले वर्ष रचानत्मकता दिखाने के लिये रखा. मैं पुलिस में हूं और मैंने पुलिसिया तरीके से नाम रखना पसंद किया.’ उन्होंने बताया कि दिल्ली और जयपुर सहित कई ऐसी जगह देखी जिनके नाम दिलचस्प थे, वे चाहे पब हो या अन्य स्थान हो. असामान्य नाम से वास्तविक अर्थ नहीं बदला है.
आईपीएस अधिकारी भूषण के सुर्खियों में आने की यह केवल पुलिसिया रचनात्मकता ही नहीं है, बल्कि इससे पूर्व भी वे अनेक विवादों में रहे हैं. सितम्बर 2016 में भूषण को हैदराबाद के राष्ट्रीय पुलिस अकादमी से तेलंगाना के राज्यपाल ईएसएल नरसिंमन से वाद विवाद करने पर अनिवार्य रूप से प्रशिक्षण कार्यक्रम के बीच जयपुर भेज दिया गया था.
भूषण ने राज्यपाल का प्रश्न-उत्तर के एक कार्यक्रम में उनकी जानकारी पर सवाल खड़ा किया था. इसके बाद उन्हें प्रशिक्षण कार्यक्रम से मुक्त कर तुरंत अकादमी से हवाई अड्डे भेज दिया गया था. पिछले वर्ष भूषण ने राजस्थान पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये थे.
साल 2013 में उन पर उनके चालक और गनमैन के साथ कथित रूप से गाली-गलौच करने और मारपीट करने का आरोप है. 1989 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी के अपने कॅरियर में यह पांचवा अवसर है जब उन्हें पद की प्रतिक्षा में रखा गया है.
पुलिस आमतौर पर अन्य लोगों को हवालात (जेल) में बंद करती है लेकिन राजस्थान में भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी ने अपने घर का नाम हवालात रखकर उसमें रह रहे हैं. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रैंक के अधिकारी इंदू भूषण वर्तमान में पद की प्रतिक्षा में रखा गया है. हवालात नामक उनका घर जयपुर के हनुमान नगर विस्तार क्षेत्र में स्थित है.
भूषण ने बताया, ‘मैंने अपने घर का नाम हवालात पिछले वर्ष रचानत्मकता दिखाने के लिये रखा. मैं पुलिस में हूं और मैंने पुलिसिया तरीके से नाम रखना पसंद किया.’ उन्होंने बताया कि दिल्ली और जयपुर सहित कई ऐसी जगह देखी जिनके नाम दिलचस्प थे, वे चाहे पब हो या अन्य स्थान हो. असामान्य नाम से वास्तविक अर्थ नहीं बदला है.
आईपीएस अधिकारी भूषण के सुर्खियों में आने की यह केवल पुलिसिया रचनात्मकता ही नहीं है, बल्कि इससे पूर्व भी वे अनेक विवादों में रहे हैं. सितम्बर 2016 में भूषण को हैदराबाद के राष्ट्रीय पुलिस अकादमी से तेलंगाना के राज्यपाल ईएसएल नरसिंमन से वाद विवाद करने पर अनिवार्य रूप से प्रशिक्षण कार्यक्रम के बीच जयपुर भेज दिया गया था.
भूषण ने राज्यपाल का प्रश्न-उत्तर के एक कार्यक्रम में उनकी जानकारी पर सवाल खड़ा किया था. इसके बाद उन्हें प्रशिक्षण कार्यक्रम से मुक्त कर तुरंत अकादमी से हवाई अड्डे भेज दिया गया था. पिछले वर्ष भूषण ने राजस्थान पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये थे.
साल 2013 में उन पर उनके चालक और गनमैन के साथ कथित रूप से गाली-गलौच करने और मारपीट करने का आरोप है. 1989 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी के अपने कॅरियर में यह पांचवा अवसर है जब उन्हें पद की प्रतिक्षा में रखा गया है.
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