मेरठ : गैंगरेप के बाद नाबालिग की हत्या, लड़की को खोजने के लिए पुलिस ने पिता से मांगी थी गाड़ी
नई दिल्ली : गाजियाबाद जिले के मोदीनगर की एक नाबालिग लड़की का अपहरण कर उसके साथ गैंगरेप कर लड़की की हत्या का मामला सामने आया है. लड़की 26 दिसंबर से लापता थी. लड़की के शव पर निर्ममता के निशान मिले हैं. इस मामले में गाजियाबाद के पुलिस कप्तान ने लापरवाही बरतने के आरोप में मोदीनगर के थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया है और सीओ का ट्रांसफर कर दिया है.
27 दिसंबर से थी लापता
जानकारी के मुताबिक, मोदीनगर के कृष्णा नगर में रहने वाले एक पुजारी की नाबालिग बेटी 26 दिसंबर को लापता हो गई थी. इस बारे में पिता ने पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज कराई और लड़की के अपहरण की बात कहते हुए शिकायत में एक लड़के का नाम और फोन नंबर भी दर्ज कराया था. पिता का कहना था कि आरोपी लड़का भी मोहल्ले से फरार चल रहा है. पीड़ित पिता ने बताया कि उनके परिवार में तीन बेटी और दो बेटे हैं और यह बेटी 10वीं कक्षा की छात्रा थी. लड़की के पिता ने बताया कि पुलिस से जब उन्होंने मदद मांगी तो पुलिस ने गाड़ी नहीं होने की बात कहते हुए कहा कि पहले एक गाड़ी का इंतजाम करो, फिर वे लड़की को खोजने जाएंगे. पुलिस ने कहा कि उनके पास गाड़ी अपराध को रोकने के लिए है ना कि लड़की को ढूंढने के लिए. पुजारी ने बताया कि उन्होंने लोगों से चंदा इकट्ठा कर एक गाड़ी किराए पर ली और पुलिस को लेकर मेरठ, बागपत और मुजफ्फरनगर लड़की को खोजने गए. लेकिन लड़की का कहीं कोई पता नहीं चला. शनिवार को मेरठ के जंगलों से एक लड़की का क्षत-विक्षत शव मिला. शव की पहचान मोदीनगर से लापता हुई लड़की के रूप में हुई. मेरठ के परतापुर इलाके से मिले शव पर सिरगेट के साथ बर्बरता के निशान मिले हैं.
गुस्साए लोगों ने लगाया जाम
लड़की का शव मिलने से मोदीनगर में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. लोगों का कहना है कि पुलिस समय रहते कार्रवाई करती तो लड़की को बचाया जा सकता था. लड़की के पिता ने बताया कि उन्होंने पड़ोस के दो लड़कों के नाम और फोन नंबर भी पुलिस को दिए थे. ये लड़के भी उसी दिन से गायब हैं जिस दिन लड़की लापता हुई थी. पुलिस की लापरवाही से गुस्साए लोगों ने सड़क जाम कर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया.
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