बाड़मेर मौजूदा दौर में पत्रकाराें का दायित्व बढ़ा: बारहठ
वरिष्ठ पत्रकार शंकरलाल गोली की बाड़मेर जिले के कर्मवीर पुस्तक का विमोचन
बाड़मेर | भारतकी लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करने में पत्रकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसीलिए लोकतंत्र में पत्रकारिता को चौथे स्तंभ के रूप में जाना जाता है। हालांकि इसमें कोई संदेह नहीं कि मौजूदा दौर में पत्रकारिता की गुणवत्ता में कमी आई है। मौजूदा दौर में पत्रकाराें के सामाजिक और व्यावसायिक उत्तरदायित्व भी बढ़ गए है। वरिष्ठ पत्रकार नारायण बारहठ ने रविवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर धोरा धरती परिवार की ओर से आयोजित पत्रकार शंकरलाल गोली द्वारा लिखित बाड़मेर के कर्मवीर पुस्तक के विमोचन के अवसर पर यह बात कही। उन्होंने इस दौरान पत्रकारिता के इतिहास एवं विविध पहलुओं पर जानकारी देते हुए बाड़मेर के कर्मवीर पुस्तक के लेखन की सराहना की।
पूर्व राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि गोली ने अपने जीवनकाल में पत्रकारिता के साथ-साथ हर क्षेत्र में योगदान दिया है और आज जिस पुस्तक का विमोचन हो रहा है, वो किताब जाति-धर्म से हटकर अलग है। राजस्थान सरकार के अतिरिक्त महाधिवक्ता कांति ठाकुर ने कहा कि मेरे गोली के साथ सीमान्त क्षेत्र में काम किया हुआ है। चंचल प्रागमठ के गादीपति शम्भुनाथ सैलानी, वरिष्ठ साहित्यकार आईदानसिह भाटी, वेदान्ता महाप्रबंधक अयोध्याप्रसाद गौड़, जेएसडब्ल्यू के सीएसआर हैड विनोद विट्ठल ने अपने विचार व्यक्त किए।
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