*बाड़मेर मोहर्रम पर निकला ताजिया।।*
*जुलूस में शामिल हुए हजारों लोग सांप्रदायिक सौहार्द की झलक*
बाड़मेर- पैगंबर मोहम्मद साहब के नवासों की शहादत में मनाये जाने वाले पर्व मुहर्रम पर रविवार को मोमिनो ने ताजिया निकाला। इस दौरान ढोल-ताशे बजाने वालों का जोश देखते ही बन रहा था। अखाड़े के सदस्यों ने हैरतअंगेज प्रदर्शन किए। ताजिया जिस मोहल्ले से निकला वहां देखने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। शहर के मुख्य मार्गो से ताजिया निकाला गया। या अली, या हुसैन के बुलंद नारे लगाते हुए ताजिया जुलूस में हजारों मुस्लिम समाज के लोग उमड़ पड़े। बावड़ी चौक में मुस्लिम युवाओं ने हैरतअंगेज प्रदर्शन दिखाए, जिसे देखकर हर कोई हैरान रह गया।
कई जगहों पर हिंदू संगठनों ने ताजिए पर फूल वर्षा कर स्वागत किया। हजरत इमाम हुसैन, इमामे हसन की याद में लोगों ने सिरनी की और तबरुक के तौर पर लोगों में बांटे। शाम को गेहूं रोड स्थित कर्बला के मैदान में ताजिए को दफनाया गया।
*जुलूस में शामिल हुए हजारों लोग सांप्रदायिक सौहार्द की झलक*
बाड़मेर- पैगंबर मोहम्मद साहब के नवासों की शहादत में मनाये जाने वाले पर्व मुहर्रम पर रविवार को मोमिनो ने ताजिया निकाला। इस दौरान ढोल-ताशे बजाने वालों का जोश देखते ही बन रहा था। अखाड़े के सदस्यों ने हैरतअंगेज प्रदर्शन किए। ताजिया जिस मोहल्ले से निकला वहां देखने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। शहर के मुख्य मार्गो से ताजिया निकाला गया। या अली, या हुसैन के बुलंद नारे लगाते हुए ताजिया जुलूस में हजारों मुस्लिम समाज के लोग उमड़ पड़े। बावड़ी चौक में मुस्लिम युवाओं ने हैरतअंगेज प्रदर्शन दिखाए, जिसे देखकर हर कोई हैरान रह गया।
कई जगहों पर हिंदू संगठनों ने ताजिए पर फूल वर्षा कर स्वागत किया। हजरत इमाम हुसैन, इमामे हसन की याद में लोगों ने सिरनी की और तबरुक के तौर पर लोगों में बांटे। शाम को गेहूं रोड स्थित कर्बला के मैदान में ताजिए को दफनाया गया।
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